RE: Antarvasna kahani वक्त का तमाशा
कुछ देर के बाद मिलने का कहके राजवीर और रिकी दोनो ही अपने अपने काम में लग गये, जहाँ राजवीर अमर के साथ कुछ प्रॉपर्टी के बारे में बात चीत करने गया,
वहीं रिकी शीना के कमरे में पहुँच गया... पहुँच के देखा तो शीना आराम से सो रही थी और नर्स भी नहीं थी, रिकी ने धीरे से कमरे को लॉक किया और शीना के पास जाके बैठा, कुछ वक़्त तक शीना को यूही उसके चेहरे को देखता रहा जो सोते वक़्त भी उतना ही प्यारा लग रहा था.. रिकी ने हल्के से शीना के हाथ को पकड़ के अपने हाथों में लिया और धीरे धीरे उसे चूमने लगा.. चूमते चूमते रिकी की आँखें नम होने लगी थी..
"आइ आम सो सॉरी शीना... शायद यह.." रिकी ने बस इतना ही कहा के शीना ने अपनी आँखें खोल दी
"आप क्यूँ सॉरी बोल रहे हो, आप थे क्या जिसने मुझे मारने की कोशिश की.. हिहीही." शीना ने हँस के कहा और रिकी को देखने लगी. रिकी की आँखें अभी भी नम थी, और उसने अपनी आँखें नीचे झुका दी, जैसे गुनेहगार करते हैं अपना गुनाह कबूल कर के
"भाई, प्लीज़ टेल मी ना क्या हुआ, मैं तो सोने की आक्टिंग कर रही थी, आपको देखा तो.. किस करते करते रोने लगे, बताइए ना प्लीज़.." शीना ने फिर ज़ोर देके कहा
"नतिंग.." रिकी ने भारी आवाज़ के साथ कहा, एक रुआंसी आवाज़ में, सिर्फ़ एक शब्द बोलने में भी उसे बहुत तकलीफ़ हो रही थी..
"भाई, ऐसे झूठ नहीं बोलो प्लीज़.. बताओ तो क्या हुआ.." शीना ने फिर ज़ोर देके कहा, लेकिन इस बार रिकी कुछ कहने के बदले वहाँ से निकल गया
"भाई.... भाई, व्हाट हॅपंड.. भाई..." शीना उसे आवाज़ लगाती रही लेकिन रिकी नहीं रुका
"आज बीसीसीआइ के बाप का फोन आया था, आइपीएल के फिकच्स्चर्स और स्क्वाड्स आ गये हैं, तुम सब को मैल किए हैं , देख लो... आज ही हमे बताना है कि आइपीएल किसको जीतवाना है, " राजवीर और रिकी दोनो इस वक़्त वॉरली में होटेल हिल्टन में बैठे हुए थे और राजवीर यह सब निर्देश सामने बैठे हुए अपने नेटवर्क के लोगों को दे रहा था
"हां, हम ने देख लिया वो सब, लेकिन विन्नर ऐसे कैसे अभी ही डिसाइड कर लें, अभी तो कोई भाव खुला नहीं है, आज अगर हम डिसाइड कर लेंगे तो आगे सब को खिलाना बहुत दिक्कत वाला काम होगा हमारे लिए" उनमे से एक ने जवाब दिया
"विक्रम ने जो डील की थी उसमे बीसीसीआइ का हिस्सा काफ़ी कम है, उपर से वो वीडियोस, इसलिए बीसीसीआइ का बाप ऐसे बदला ले रहा है.. अब हम पीछे नहीं हट सकते.." राजवीर ने जवाब दिया और अपनी ड्रिंक लेने लगा
"ठीक है, 2013 में तो हमारा अपना शहेर ही जीता था, उसी को जीतवाओ, कौन सोचेगा कि दो बार एक टीम ले जा सकती है"
"नहीं, बॅंगलुर रखो, वो हर बार सेमी में जाके निकल जाती है, इस बार भी लोग ऐसा ही सोचेंगे" किसी और ने कहा
"मैं तो कहता हूँ हयदेराबाद रखो या पंजाब, आज तक इनसे किसी ने उम्मीद नहीं बाँधी.." एक के बाद एक टीम्स के नाम आते गये और राजवीर सब को ध्यान से सुनने लगा
"रिकी, तुम क्या कहते हो.." राजवीर ने रिकी को देखा के वो कुछ सोच में डूबा हुआ था और उसकी आँखें ठीक सामने की दीवार की तरफ थी
"चाचू, 2012 का विन्नर कोलकाता.. जब उन्होने जीता तो सब को लगा एक फ्लूक है, हाला कि उन्होने डिफेंडिंग चॅंपियन्स को हराया उन्ही के घर में, लेकिन फिर भी फँस के अलावा कोई कन्विन्स नहीं हुआ उनके टॅलेंट के बारे में, 2013 में सेमी में भी नहीं आए.. इस बात पे मोहोर लग गयी कि 2012 बस एक फ्लूक था.. 2014, फिर वो जीतेंगे..इसमे पैसा आएगा.." रिकी ने अपनी सोच से बाहर आते हुए कहा
"लेकिन रिकी वो तो हम बॅंगलुर या हयदेराबाद के साथ भी कर सकते हैं.. फिर कोलकाता ही क्यूँ.." राजवीर ने फिर एक वाजिब सवाल उठाया
"बॅंगलुर नहीं चाचू, फाइनल बॅंगलुर में ही है, आज तक होम टीम फाइनल नहीं जीती, यह सब जानते हैं, तो बॅंगलुर में बॅंगलुर नहीं जीतेगी यह कोई भी सोच सकता है, और बॅंगलुर की टीम ज़्यादा मज़बूत है, इसलिए हम उसका भाव भी अच्छे से नहीं निकाल पाएँगे. कोलकाता की टीम में सब ठीक है पर वो धार नहीं है जो लोगों को चाहिए, इसलिए कोलकाता.. हयदेराबाद की मॅचस लास्ट एअर की मैने देखी, कोई भी हयदेराबाद की मॅच पे सट्टा कम खेलता है, या कोई खेलता है तो
हयदेराबाद के भाव में ज़्यादा फेरफार नहीं होता.. कोलकाता मुझे सेफ बेट लग रही है चाचू, और उसके भाव को गिराने के लिए भी एक आइडिया है.. एलेक्षन्स के चलते इस बार पहला राउंड यूएई में है, वहाँ कोलकाता की 5 मॅचस हैं, 1 मॅच जीतवाओ, 4 हरवाओ.. ठीक उसी वक़्त सीरीस का भाव निकालेंगे हम जिसमे कोलकाता का भाव कुछ नहीं होगा.. और तुमने कौनसी टीम कही थी.." रिकी ने एक बंदे की तरफ इशारा करके कहा
"पंजाब और हयदेराबाद.."
"पंजाब, दूसरी टीम फाइनल की, ऐसी टीम जो आज तक सेमी में भी नहीं आई, यूएई लीग में इसे सब मॅच जित्वाओ, 3र्ड स्पॉट पे पहुँचना है इसको, मतलब यह कि यूएई की सब मॅचस जीतने के बाद इंडिया में आके उसे सेक्यूर कर दो टॉप 4 में, लेकिन रन रेट के चलते वो 3 नंबर होनी चाहिए.."
"पंजाब ही क्यूँ.." राजवीर ने उसे टोक के कहा
"पंजाब आज तक सेमी में भी नहीं आई चाचू, सीरीस स्टार्ट होने के पहले ही उसके भाव में कुछ नहीं होगा, जिसका फ़ायदा हमे ही होना है.. सबसे कम भाव बॅंगलुर राजस्थान मुंबई और चेन्नई का होगा, जब मॅग्ज़िमम पैसा वहाँ जाएगा, तो कम से कम पैसा कोलकाता और पंजाब पे लगेगा.. हम सब का फ़ायदा कितना वो हम बाद में भी हिसाब कर सकते हैं, लेकिन चेन्नई बॅंगलुर में या मुंबई राजस्थान में हम को कुछ नहीं मिलने वाला.. और बॅंगलुर की पिच पे अगर फाइनल है तो
हाइ स्कोरिंग ही होगी, वो कॅल्क्युलेशन भी मेरे दिमाग़ में सेट है, फिलहाल मेरे हिसाब से यह टीम्स होनी चाहिए, विन्नर कोलकाता.. इसके अलावा अगर किसी और को कुछ हो दिमाग़ में तो बता सकता है.." रिकी ने अपनी बात ख़तम करके कहा
"हयदेराबाद, चेन्नई, राजस्थान, मुंबई सब जीत चुकी हैं और सब की तारीफ हुई थी.. बॅंगलुर कभी नहीं जीती लेकिन फिर भी मज़बूत रहती है पूरी सीरीस में, इन सब के अलावा हमारे पास यही दो टीम्स रहती है जिन्हे अंडरडॉग्स कह लो, " रिकी ने फिर अपनी बात कही और खामोश हो गया
रिकी की बात सुन हर कोई चक्कर खा गया, उसकी कॅल्क्युलेशन किसी को समझ नहीं आई लेकिन फिर भी किसी ने मना नहीं किया, काफ़ी देर खामोश रह रह के सब ने एक के बाद एक हामी भरी, जिससे राजवीर भी कन्विन्स हो गया..
"ठीक है रिकी, आइपीएल पूरा तुम हॅंडल करना, कितने रन, कितने विकेट्स.. हम यह सब कैसे करते हैं तुम्हे समझा दिया जाएगा." राजवीर ने अपना फ़ैसला सुनाया और बीसीसीआइ के बाप को फोन करने लगा
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