RE: Antarvasna kahani वक्त का तमाशा
"रिकी... शीना को छोड़ दो.. मैं तुम्हारी होना चाहती हूँ, पाना चाहती हूँ तुम्हे.." स्नेहा ने अपने नाख़ून उसके सीने पे फेरते हुए कहा
"क्या कहा.. अपनी औकात मत भूल दो टके की लौंडिया.. कहाँ शीना और कहाँ तू..." रिकी ने स्नेहा के बाल खींच के कहा और वहाँ से अपने कमरे में जाने लगा..
"अगर यह सब शीना को पता चला तो वो तुम्हे छोड़ देगी समझे, मेरा मूह बंद रखना चाहते हो तो मेरी बात मान लो..." स्नेहा ने उसे धमकी दी लेकिन रिकी पे उसका कोई असर नहीं हुआ और वो अपने कमरे में घुस्स गया
"लगता है शीना को यह रेकॉर्डिंग सुनानी पड़ेगी.." स्नेहा ने बेड के पास से एक डिवाइस निकाला और उसमे अपनी चुदाई की आवाज़ें रिकी के कमरे के बाहर खड़ी होके सुनने लगी... आवाज़ें सुन के थोड़ी देर में रिकी बाहर आया और स्नेहा ने अपनी रेकॉर्डिंग बंद की
"अब बोल.. क्या अब भी मना करेगा तू.." स्नेहा ने अपने हाथ बाँधते हुए कहा
"मैने पहले ही कहा था, डॉन'ट टीच यू फादर टू फक" रिकी ने जवाब दिया और एक दूसरी रेकॉर्डिंग प्ले की जिसमे स्नेहा की और राजवीर की होटेल रूम में हुई चुदाई की बातें और अमर को मारने की बातें चल रही थी.. रेकॉर्डिंग सुन स्नेहा का पूरा गुस्सा ठंडे पानी समान हो गया और उसकी आँखों में एक डर फेलने लगा.. रिकी से नज़रें चुरा के इधर उधर देखने लगी और ठीक इसी वक़्त रिकी ने फिर से उसके चेहरे पे एक तमाचा कसा जिससे वो सीढ़ियों से नीचे गिरती गयी और उसके हाथ से वो डिवाइस छूट गया.. रिकी तुरंत उस डिवाइस को पकड़ने लगा और उसे हाथ में ले लिया..
"तेरी माँ को चोदु बेन्चोद, साली रंडी..." रिकी ने फिर स्नेहा को उसके बालों से पकड़ा और दो तीन तमाचे और कस दिए उसके गालों पे.. स्नेहा सीढ़ियों से गिरने की वजह से पहले ही दर्द में थी और अब तीन तमाचे उसके आँसुओं को बाहर ले आए...
"रो मत.. बेन्चोद, मेरे बाप को मारेगी... अब जाके सुना कोई भी रेकॉर्डिंग मदरजात.. मैं देखता हूँ तू और राजवीर कैसे बचते हो... और आइन्दा से शीना का नाम भी अपनी ज़बान पे लाई, तो याद रखना, घर के अंदर जो हुआ सो हुआ, यही सब घर के बाहर, 1000 लोगों के बीच भी मैं कर सकता हूँ.." रिकी ने कहके बाल छोड़े और स्नेहा को घूर्ने लगा जो अभी भी दर्द में थी और बिलख बिलख के अपने आँसू पोछ रही थी
"ओह्ह्ह्ह मेरी प्यारी भाभी..... " रिकी ने हँस के स्नेहा को देखा
"ओह्ह्ह... मेरी प्यारी रंडी भाभी.... देवर जी की चुदाई... कैसी लगी आपको... फीडबॅक के लिए एसएमएस करें, अगर पसंद आया तो हमे बतायें, नहीं तो अपनी माँ चुदवाये..." रिकी ने स्नेहा से हँस के कहा और अपने कमरे में चला गया.. कमरे में जाते ही स्नेहा वाले डिवाइस को तोड़ के बाहर फेंक दिया और गुस्सा शांत होते ही शीना के बारे में सोचने लगा
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"यार दो बियर दूसरी पिलाओ..." सन्नी ने सामने खड़े बंदे से कहा लेकिन उससे कोई जवाब नहीं मिला..
"अरे हां , मैं लंडन में हूँ... टू मोर बियर्स प्लीज़..." सन्नी ने फिर उससे कहा और वो उसके लिए बियर लेने चला गया
"तुझे बियर भी चढ़ने लगी अब साले.. कहाँ तो एक पूरी स्कॉच ख़तम कर लेता था.. आज क्या हुआ.." समर ने उसे सामने कहा
"बियर नहीं चढ़ि साले, तेरी बातें चढ़ने लगी है... पहले ही ज़िंदगी में टेन्षन कम है अब उपर से तेरी बातें, साला इंडिया से यहाँ भाग आया ताकि टेन्षन से दूर रहूं, और अब यहाँ भी तू मिल गया.. लगता है साला अब किसी पहाड़ी की चोटी पे जाके बैठ के तपस्या करनी पड़ेगी, यू नो, वो जैसे हिन्दी सीरियल्स में दिखाते थे ना, वो सेक्सी सेक्सी लड़कियाँ साधु लोगों को कंपनी देती हैं, वैसी एक दो रख लेने की.. ज़िंदगी सुकून से कटने लगेगी फिर.. ना तू, ना कोई और, और ना ही कोई टेन्षन.." सन्नी समर से कह ही रहा था कि उसके सामने उसकी दो बियर के पाइंट आ गये..
"थॅंक यू माइ फ्रेंड.. चियर्स..." सन्नी ने उस वेटर से कहा और फिर समर की तरफ रुख़ कर दिया
"वहाँ भी लड़की ले जाएगा.." समर ने अपनी बियर का घूँट पीते हुए कहा
"हां तो.. साले वहाँ मोबाइल का नेटवर्क नहीं आएगा, तो फिर बातें किसके साथ करूँगा..." सन्नी ने इर्द गिर्द आँख घूमाते हुए कहा लेकिन उसे कोई लड़की नहीं दिखी वहाँ
"बातें ही करेगा ना तू.. सिर्फ़ बातें... पक्का ?"
"अरे, मतल्ब कंप्लीट पॅकेज यार.. तू भी ना.. और हां, मैं तेरा कोई काम नहीं करने वाला समझा.. बियर के पैसे मैं भर दूँगा अपने, साला बियर पिला के क्या क्या उम्मीद रखने लगा है तू अब हैं.." सन्नी ने सीरीयस होते हुए कहा
"ठीक है तू दे दे अपनी बियर के पैसे, कोई काम नहीं कर मेरा..." समर ने अपनी बियर पीते हुए कहा और सन्नी को घूर्ने लगा
"ऐसे घूर्ने से फ़ैसला नहीं बदलूँगा मैं अपना.. देख जो तू कह रहा है वो करना कोई आसान काम थोड़ी है, मेरे लवडे लगेंगे, आपका क्या है, आप तो पौंड खिला दोगे इधर, लेकिन मैं छोटा सा बच्चा, मेरे को कौन बचाएगा.. मेरा बाप तो पहचानेगा भी नहीं कुछ गड़बड़ हुई तो समझा.." सन्नी ने बियर पीते बीते समर से कहा और अपने लिए दूसरी दो बियर ऑर्डर कर दी
"सर, यू हॅव ऑलरेडी ऑर्डर्ड 12 बियर्स.." वेटर ने उससे कहा
"ओके सर, दीज़ टू विल मेक इट 14.. आइ नो दा मेद्स.. ओके, 3 मोर.. फिफ्टीन विल बी दा टोटल.. सी, आइ आम कॉन्षियस नाउ.. हॅपी.." सन्नी ने वेटर को अपनी लाल आँखें दिखाते हुए कहा
"ओके सर.. आंड एनितिंग फॉर यू सर.."
"नो, नतिंग.. जस्ट दा बिल" समर ने वॉलेट निकाल के कहा
"हां तो मैं कह रहा था कि तू जो बोलता है यह बार बार के मेरे को बाप नहीं बचाएगा, पैसे नहीं है.. तुझे देख के लगता तो नहीं कि तू फाइनॅन्षियली इतना साउंड नहीं है, लंडन में पढ़ने आया है तो पैसा तो होगा ना..आंड चिंता क्यूँ करता है, कुछ भी नहीं होगा, मैं हूँ.." समर ने उसे आश्वासन देते हुए कहा
"भाई पढ़ने नहीं आया, भाग आया हूँ घर से.. घरवालों को दिखाने के लिए कॉलेज में हूँ.. नहीं तो.." कहते कहते सन्नी रुक गया
"नहीं तो.. नहीं तो क्या.." समर ने उससे जानना चाहा
"भाई, मैं इंडिया वापस जाउन्गा ना तो मेरी.." सन्नी कह ही रहा था कि उसका फोन बजने लगा
"रुक साले.." सन्नी ने समर से कहा और फोन निकाल के स्क्रीन पे नाम देखा तो उसके चेहरे पे चमक आ गयी
"यस बेबी... हां जी जानता हूँ.. जी आपको वक़्त देके ऐसा करेंगे हम, पक्का जी, दो घंटे में.. यस.. मैं जी 15 मिनिट पहले ही आ जाउन्गा... बाइ..." सन्नी ने फोन रखा और समर को देखने लगा
"फाइनली इंडियन मिल गयी तुझे..." समर ने आँखें बड़ी करके कहा
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