Hindi Kamuk Kahani वो शाम कुछ अजीब थी
07-20-2019, 09:32 PM,
RE: Hindi Kamuk Kahani वो शाम कुछ अजीब थी
विजय…उसको छोड़ो ये…सोचो …सुमन पे क्या बीतती होगी…जब भी वो अपने जुड़वा बेटे के बारे में सोचती होगी…मुझे हर हाल में सुनेल का सही इलाज़ करवा उसे ठीक करना है और सुमन की गोद में उसे वापस डालना है……याद करो वो दिन जब तुम्हारे अबॉर्षन की बात पे तुम कैसे तड़प गयी थी….उसके साथ तो धोखा हुआ है वो भी इतना बड़ा…उसके बेटे को उसे जुदा कर दिया गया…और ये बोल दिया कि वो मरा हुआ पैदा हुआ….काश वो समर आज जिंदा होता तो उसे चीर फाड़ के रख देता…काश उस वक़्त मैं उसके पीछे पड़ गया होता…तो इतनी ज़िंदगियों के साथ नही खेल पाता वो…

आरती ..मैं सुमन का दुख भी समझती हूँ…पर ज़रा सोचो…सागर के बाद आज उसके पास सुनील है…वो सुनील की बीवी बन चुकी है ..खुश है उसके साथ…सवी को क्या मिला..वीरानापन..तन्हाई…और आगे इतनी बड़ी जिंदगी पड़ी है…वो तिल तिल कर रोज मार रही है…उसे बचा लो…ये हम दोनो का फ़र्ज़ है उसे ..एक नयी जिंदगी देना……आज जो वो है..उसकी वजह भी तो हम हैं…ये प्रायश्चित तो हमे करना ही पड़ेगा…

विजय…ये सब इतना आसान नही…जिस समाज में हम …

आरती…तुम कब्से समझ की परवाह करने लगे…अगर इतना ही समाज से डरते थे ..तो मुझे अपनी बीवी कैसे बना लिया…क्या अब हम समाज से छुप के कहीं जी रहे हैं…

विजय….आरती तुम भावनाओं में बहक रही हो अभी…सो जाओ थोड़ी देर….आज रूबी की सगाई है…बहुत काम करना है…

आरती मन ही मन ठान लेती है…वो सविता को वापस विजय की जिंदगी में ला के रहेगी…चाहे कुछ भी करना पड़े….सोचते सोचते उसकी आँख लग जाती है….

सुबह के 5 बज चुके थे और मिनी ने सुनेल को उठा दिया…दोनो ने हल्क फूलका नाश्ता किया…तयार हुए और एरपोर्ट की तरफ निकल पड़े…

जैसे जैसे सुनेल एरपोर्ट की तरफ बढ़ रहा था…वैसे वैसे उसका मानसिक बंधन सुनील के साथ कमजोर होता जा रहा था…

जैसे ही सुनेल की फ्लाइट उड़ी…सुनील को महसूस हुआ कि उसका जुड़वा भाई फिर उस से बहुत दूर जा चुका है..अब उस तक पहुँचने का बस एक तरीका था और वो थी सवी…..वही बता सकती है समर ने क्या क्या गुल खिलाए थे……सुनील को सवी पे गुस्सा आने लगा….इतने साल …इतने साल तक उसने ये बात छुपा के रखी…और तो और समर की मोत के बाद भी नही बताया…बहुत दावे करती थी कि मुझे प्यार करती है..क्या इसे प्यार कहते हैं…च्िी

सुनील अब बस रूबी की सगाई ठीक से होने तक का इंतेज़ार कर रहा था…..उसे क्या मालूम था कि विजय भी इस खेल में कूद चुका है……हालाँकि विजय कुछ ग़लत नही चाहता था…पर सुनील की तड़प को बढ़ाने का एक कारण ज़रूर बनता जा रहा था…

सुमन सोचते सोचते अपने मरे जुड़वा बेटे को भूल…अपने आनेवाले बेटे की कल्पना में खो गयी थी…कैसा होगा वो…किसके उपर जाएगा….क्या वो सुनील की कॉपी होगा….या मेरी…या हम दोनो का मिला जुला रूप होगा….हम दोनो के प्यार की एक पहचान होगा….
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सवी रूबी के कमरे में आई ...मिनी का समान पॅक किया और हाउस कीपिंग को बुला कर वो समान मिनी के पास भिजवा दिया......

रूबी बस चुप चाप काटर दृष्टि से अपनी माँ को देख रही थी....

समान भिजवाने के बाद ...सवी एक ठंडी सांस ले कर ...वहाँ बिस्तर पे ढह सी गयी...

सब कुछ इतनी जल्दी इतनी तेज़ी से हो रहा था कि उसे एक पल भी नही मिल रहा था कि शांति से कुछ सोच सके....

मिनी और सुनेल की मुलाकात कब हुई....ये सोचते सोचते दिमाग़ में बॉम्ब सा फुट गया....रमण कहाँ है...मिनी और रमण की शादी हो चुकी है और मिनी पागलों की तरहा सुनेल के पीछे पड़ी है...ये क्या माजरा है...उसके मुँह से निकल गया....रमण.....????

सवी की नज़रें रूबी की तरफ उठ गयी….

सवी…रूबी रमण नही आया यहाँ……और मिनी अकेली चली आई सबके साथ…क्या दोनो में झगड़ा हुआ….

रूबी ….क्या जवाब दूं….कुछ पल सोचा और फिर….मम्मी ना तो रमण इस दुनिया में रहा और ना ही समर डॅड. रमण के जाने के बाद मिनी कहीं नही गयी वो हम लोगो के साथ ही रहती है…

सवी के लिए समर जीता या मरता कुछ फरक नही पड़ता था …पर रमण आख़िर उसका बेटा था…जो बस ग़लत रास्ते पे चला गया था…और उसकी उस हालत के ज़िम्मेवार वो खुद और समर ही तो थे….सवी की आँखों से आँसू टपक पड़े….

रूबी…मम्मी उसका साथ बस इतना ही था…अब अपने दिल को मत दुखाओ..आपके पास सुनील जैसा बेटा भी तो है…

तड़प के रह गयी सवी…सुनील को वो किसी और नज़र से देख ही नही पा रही थी..इसीलिए तो देल्ही छोड़ कोचीन चली गयी..

रूबी…ओह लगता है आप अब भी सुनील से प्यार करती हो….बदल लो मम्मी खुद को वरना और कितने दुख झेलोगी……वो मर जाएगा…अपने और दोनो भाभियों के बीच किसी को नही आने देगा …..और फिर राजेश भी तो आपका बेटा है…विजय पापा का बेटा…विमल भी तो आपका बेटा ही बनेगा…इतनी मृगतृष्णा भी अच्छी नही होती मम्मी…जिंदगी में कुछ सकुन चाहिए तो खुद को बदलना पड़ता है..जैसे मैने खुद को बदला..
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RE: Hindi Kamuk Kahani वो शाम कुछ अजीब थी - by sexstories - 07-20-2019, 09:32 PM

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