RE: Desi Sex Kahani निदा के कारनामे
लगभग एक घंटे के बाद उसने रुक-रुक कर जोर-जोर के धक्के लगाने शुरू कर दिए तो मैं समझ गई की अब वो भी झड़ने वाला है। मैं भी बस झड़ने ही वाली थी। दो मिनट में ही मैं झड़ गई और मेरे साथ ही साथ वो भी झड़ गया। उसके लण्ड से ढेर सारा जूस निकला जैसे की वो बहुत दिन बाद झड़ा हो। लण्ड का सारा का सारा पानी मेरी चूत में निकाल देने के बाद वो हट गया और लेट गया। मैंने उसके लण्ड को चाट-चाटकर साफ कर दिया। आज जिंदगी में पहले बार मुझे चुदवाने में बहुत ही मजा आया और मैंने भी एकदम मस्त होकर उससे
चुदवाया।
वो भी मुझे चोदने के बाद बहुत ही खुश दिख रहा था और लग रहा था की जैसे बरसों बाद उसके लण्ड की प्यास बुझी हो। लगभग एक घंटे तक हम दोनों लेटे रहे और एक दूसरे के बदन को सहलाते हुए होठों को चूमते रहे। उसके बाद मैंने उसका लण्ड फिर से चूसना शुरू कर दिया तो दो मिनट में ही उसका लण्ड फिर से खड़ा हो गया। मुझे इससे डागी स्टाइल में चुदवाने में बहुत मजा आया था इसलिए इस बार मैं खुद ही डागी स्टाइल में । खड़ी हो गई। वो पागल उठा और मेरे पीछे आकर मेरी गाण्ड को चाटने लगा। उसके गाण्ड को चाटने से मैं बहुत मस्त हो गई और आआहह.. आआहह... करने लगी।
15 मिनट तक वो मेरी गाण्ड को चाटता रहा फिर उसने घुटनों के बल बैठकर मेरी कमर को पकड़ लिया। अब मैं उससे फिर चुदवाने के लिए तैयार थी। उसने अपना लण्ड मेरी गाण्ड के सुराख पर रख दिया तो मैं घबरा गई क्योंकी आज तक मैंने गाण्ड नहीं मरवाई थी। मैं उसको रोकना चाहती थी पर देर हो गई, उसने जोर का धक्का मारा और उसका लण्ड दो इंच तक मेरी गाण्ड में घुस गया। मैं चीख मारके उसके धक्के के जोर से गिर पड़ी। मैं उठना चाहती थी पर उसने मुझे जकड़ लिया और फिर झटका मारा, इस बार उसका लण्ड तीन इंच तक मेरी गाण्ड में घुस गया। मैं दर्द के मारे बुरी तरह से बिलबिला उठी, पर उसने मुझ पर रहम नहीं किया और फिर झटका मारा, उसका ये झटका सबसे ज्यादा जोरदार था और इस बार उसका लण्ड मेरी गाण्ड को बुरी तरह से चीरता हुवा 5 इंच तक मेरी गाण्ड में घुस गया।
मैं बुरी तरह से रो रही थी और उसको रुक जाने को बोल रही थी, वो पागल गूंगा तो था ही पर वो बेहरा भी बन गया। उसपर मेरी चीखों का कोई असर नहीं हो रहा था और वो मुसलसल अपने लण्ड को मेरी गाण्ड में। घुसाता हुवा चला जा रहा था। 20 जबरदस्त झटकों के बाद उसका पूरा का पूरा लण्ड मेरी गाण्ड में घुसकर मेरी गाण्ड को बुरी तरह से फाड़ चुका था। अपना सारा लण्ड मेरी गाण्ड में घुसाकर वो रुक गया जबकी मैं रोती रही और चीखती रही। 20 मिनट बाद मेरी गाण्ड का दर्द कम होते-होते पूरा खतम हो गया और मैं भी चुप हो गई। मेरी चुप को देखकर उसने फिर झटके मारने शुरू कर दिए, मुझे फिर से दर्द होने लगा। पर ये दर्द पहले दर्द से कम था और इस बार मुझे मजा भी मिल रहा था, इसलिए मैं चुपचाप अपनी गाण्ड मरवती रही। 20 मिनट तक उसने धीरे-धीरे धक्के मारे फिर वो तेज हो गया और तेज तेज धक्के मारने लगा। इस बार मुझे ज्यादा मजा आया और मैं अपने चूतड़ हिला हिलाकर उसका साथ देने लगी।
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