RE: Desi Sex Kahani निदा के कारनामे
फिर कदमों की आवाज आने लगी हम चुप कर गईं उन्होंने धीरे से दरवाजा खोला और अंदर आ के नयला ने कहा- “जल्दी से कुण्डी लगा दो और खबरदार मोबाइल की रोशनी ना करना...”
उन्होंने हुकुम की तामील की फिर नयला बोली- “थोड़ा उधर आओ चारपाईं के बीच..”
वो बिचारे अंधेरे में हाथ पाँव मारते उधर आ गये।
नयला बोली- “चलो उठो, चलो उठो चेक करते हैं..."
फिर हम दोनों चारपाई से टांगें नीचे करके बैठ गये। अब वो दोनों हमारे सामने थे।
नयला ने एक को हाथ बढ़ाकर खींचा और लगी उसका बेल्ट खोलने। मैंने भी दूसरे को पकड़ लिया और उसका बेल्ट खोलकर बटन और जिप उसने खुद ही खोल दी।
मैंने हाथ मारा तो मेरे हाथ में एक बहुत ही प्यारा लण्ड आया। दिल खुश हो गया, मेरे पूरे जिश्म में मजे की एक लहर दौड़ गई।
लेकिन नयला ने झट से मेरा हाथ पीछे किया और खुद पकड़ लिया और सरगोशी में बोली- “तुम दूसरा चेक कर लो...”
मैंने हाथ उधर करके उसको पकड़ा, वो भी बड़ा गरम और क्यूट था लेकिन पहले वाले से जरा छोटा था। फिर नयला बोली- “प्लीज़ तुम इधर आ जाओ..."
वो लड़का उसकी तारीफ खिसक गया और सरगोशी में नयला बोली- “इसका लण्ड काफी लंबा मोटा है यह मुझे लेने दो। प्लीज़ तुम इसको शायद बर्दाश्त ना कर पाओ। और अगर मजा ना आया तो एक ट्रिप मार के बदल लेना..."
मैंने कहा- “ठीक है मेडम..”
और फिर वो उस लंबे लण्ड वाले लड़के को लेकर दूसरी चारपाई पर चली गई। और मैं भी लेटने लगी तो वो लड़का बोला- “एक मिनट क्या इसको मुँह में नहीं डालेंगे...”
मैंने कहा- “आश.. फिर मैंने उसका लण्ड मुँह में डाल लिया और उसको चूसने लगी।
लड़के को बड़ा मजा आ रहा था और उसने मेरा मुँह अपने हाथों से पकड़ रख था। मुझे भी मजा आ रहा था पर मेरी तो फुद्दी में आग लगी थी। मैंने उससे कहा- “अब आ भी जाओ ना..." और साथ ही मैंने अपनी सलवार उतारी और लेट गई।
उसने पैंट उतारी और मेरे ऊपर चढ़ गया। उसने मेरे ऊपर लेट के मेरी कमीज ऊपर की और मेरे 34" साइज के हाई मम्मों को मुँह मारने लगा। मेरे तो जिम में बिजली दौड़ गई, जब उसने अपनी जुबान मेरे निपल्स पर। रगड़ी आह्ह्ह... मेरी तो जान निकली जा रही थी। उस जालिम ने मेरे नाजुक मम्मों को मुँह मैं भरके चूसा, खींचा, चट्टा और मुझे बेहाल्ल कर दिया। मेरी फुद्दी तो अब रोने वाली हो चुकी थी। मैंने उसका मुँह पकड़ के चूमा और कहा- “प्लीज़... अब डाल दोऊ ना हइई...”
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