RE: Muslim Sex Stories खाला के संग चुदाई
नेक्स्ट डे जब हम दोनो सुबह उठे तो एक दूसरे से कोई ज़िक्र नही किया.
खाला ने मेरी तरफ देखा ऑर कहा कि “जाओ जा कर नहा लो". मैं तुम्हारे कपड़े निकाल देती हूँ.
मैं नहाने चला गया ऑर नहा कर खाला को आवाज़ दी ऑर कपड़े देने का बोला.
खाला कपड़े ले कर आई. और मैने अपना हाथ बाहर निकाला मगर खाला ने डोर को थोड़ा सा धक्का दिया और अपना फेस अंदर कर के मुझे देखा ओर कहा कि जल्दी से बाहर आ कर नाश्ता कर लो.
मैं बाहर आया तो खाला मुझे देख कर मुस्कुरा रही थी. मैने शरम के मारे सिर झुका लिया.
फिर खाला ने मुझे कहा: तुम बैठो मैं भी जल्दी से नहा कर आती हूँ. मैं जब आवाज़ दूं तो मुझे मेरे कपड़े दे देना वॉशरूम मे.
मैने कहा की ठीक है.
खाला वॉशरूम मे गई ऑर वॉशरूम का डोर ओपन छोड़ दिया. और नहाने लगी. मैं इस एंगल पे बैठा था कि खाला मुझे नज़र नही आ री थी. नहाने से फारिघ् हो कर खाला ने मुझे आवाज़ दी ऑर कहा: कपड़े दे दो.
मैं खाला के कपड़े ले कर डोर के पास गया तो खाला एक दम से थोड़ी सी बाहर की तरफ हुई जिस की वजह से मुझे उनका एक मम्मा (ब्रेस्ट) नज़र आया. जब खाला ने देखा कि मैं उनका मम्मा देख रहा हूँ तो खाला ने जल्दी से मुझे कहा कि सॉरी. और अंदर हो गई.
जब खाला नहा कर निकली तो उनके कपड़े उनके गीले जिस्म के साथ चिपके हुए थे. जिस की वजह से उनके जिस्म का एक एक हिस्सा क्लियर नज़र आ रहा था.
मैं खाला के जिस्म को देख रहा था तो खाला बोली कि : क्या देख रहे हो मेरी तरफ.
मैने कहा : कुछ नही.
इतने मे मामी भी अपने रूम से निकल आई. और मामी ने कहा कि तुम दोनो बैठो. मैं नाश्ता लगाती हूँ. फिर मुझे पति के साथ जाना है 2 दिन के लिए.
मामी ने नाश्ता ला गया ऑर मामू को आवाज़ दी. मामू भी नाश्ता करने आ गये ऑर हम ने नाश्ता किया.
मैं खाला के साथ वाली चेयर पे बैठा हुआ था. तो खाला अपनी टाँग मेरी टाँग के साथ लगाने लगी.
मैने जल्दी जल्दी नाश्ता ख़तम किया और खाला से कहा कि मैं बाहर जा रहा हूँ क्रिकेट खेलने.
मामू ने मुझे कहा कि तुम बाहर ना जाओ. खाला घर मे अकेली है. अब हम लोग जा रहे हैं दो दिन बाद आएँगे . जब तक तुम ने घर से बाहर नही जाना. और खाला का ख़याल रखना है. मैने खाला की तरफ देखा ऑर कहा कि मैं खाला का बहुत ख़याल रखूँगा .
हम लोग नाश्ते से फ्री हुए तो मामी उठ कर अपने रूम मे चली गई. और तय्यारी करने लगी.
और मैं उठ कर टीवी लाउंज मे आ गया ऑर केबल पर मूवी देखने लगा.
खाला ने बर्तन वग़ैरह समेटे ऑर टीवी लाउंज मे आ कर मेरे साथ सोफे पर बैठ गई ऑर मूवी देखने लगी.
मामू भी वहाँ ही आ गये ऑर खाला से बोले : तुम अकेली बोर हो जाओगी . ऐसा करो कि तुम अपनी फ्रेंड को बुला लो 2 दिन के लिए.
खाला ने कहा कि नही भाई मैं ऐसे ही ठीक हूँ ऑर अयान (मैं) है ना मेरे साथ. मुझे कुछ प्राब्लम नही है.
मामू बोले नही यार. कम आज़ घर मे ज़्यादा बंदे होंगे तो मुझे कोई टेन्षन तो नही होगी ना.
अब खाला भी कुछ नही कर सकती थी क्यू कि बड़ा भाई बोल रहा था ऐसा करने को. तो खाला ने अपनी फ्रेंड जिसका नाम सोबिया है. उसको कॉल कर दी तो सब बात बताई.
सोबिया ने अपनी अम्मी से पार्मिशन ली ऑर कहा की ठीक है मैं कुछ देर मे आ जाउन्गी. जिस पर मामू थोड़ा रिलॅक्स हो गये. और अपने रूम मे चले गये.
खाला उठ कर घर की सफाई करने लगी. सब चीज़ें समेट कर खाला घर मे झाड़ू लगाने लगी.
खाला जब रूम से बाहर झाड़ू लगा रही थी तो मैं उनको देख रहा था. उनकी गोल गोल गान्ड मुझे बहुत अच्छी लग रही थी ऑर मुझे रात वाली हरकत याद आ गई.
रात वाली हरकत को याद कर के मेरा लंड खड़ा होने लगा. ऑर मैं उसको शलवार के उपर से पकड़ कर सहलाने लगा.
खाला ने जब बाहर से झाड़ू लगा ली तो टीवी लाउंज मे आ गई झाड़ू लगाने के लिए.
खाला ने दुपट्टा नही लिया हुआ था. जब वो मेरे सामने आई तो मुझे महसूस हुआ कि शायद खाला ने ब्रा भी नही पहना है. ये सोचते ही मेरा लंड एक दम से डंडे की तरह खड़ा हो गया.
मैने जल्दी से अपने लंड पर हाथ रख दिया ऑर अपनी टाँग के उपर टाँग रख दी.
खाला की नज़रो मे मेरा खड़ा हुआ लंड आ गया था. मैं घबरा गया था कि कहीं खाला को बुरा ना लग जाए.
खाला मुस्कुरा दी ऑर कमरे मे झुक कर झाड़ू लगाने लगी. जिस की वजह से खाला के मम्मे लटक कर कमीज़ से जुड़ गये थे.
मैं अपने लंड को बिठाने की बहुत कोशिश कर रहा था मगर लंड था कि सोने का नाम ही नही ले रहा था. मेरे माथे पर पसीना आ गया था कि अगर खाला ने मेरा खड़ा हुआ लंड देख लिया तो क्या होगा .
खाला मेरी हालत को फील कर रही थी ऑर एंजाय कर रही थी
खाला ने मेरे माथे पर पसीना देखा तो बोली: अयान तुम्हारी तबीयत ठीक है ना?
मैं: हाँ, हाँ हाँ मैं ठीक हूँ. तो खाला मेरे पास आई ऑर कहा कि ये तुम्हे इतना पसीना क्यू आ रहा है.
मैं: पता नही गर्मी है बहुत शायद इस वजह से.
खाला: नही गर्मी तो नही है इतनी
फिर खाला ने मेरे माथे पे हाथ लगाया ऑर बोली.
तुम्हे तो बुखार भी नही है. फिर क्या हुआ.
और इसी तरह खाला मेरे सामने खड़ी हुई थी ऑर मैं खाला के मम्मो की तरफ देख रहा था.
एक दम से खाला ने अपनी कमीज़ का पल्लू उठाया ओर मेरे माथे पर से पसीना सॉफ करने लगी.
कमीज़ का पल्लू उठाने की वजह से उनका पेट मुझे नज़र आने लगा. मैं खाला का पेट देख रहा था ऑर खाला मेरे माथे पर से पसीना सॉफ कर रही थी.
खाला जब मेरे सामने से पसीना साफ कर रही थी तो मैं सोफे पर बैठा हुआ था. और खाला मेरी टाँगों के बीच मे खड़ी हुई आहिस्ता आहिस्ता मेरा पसीना सॉफ कर रही थी.
माथे पर पसीना सॉफ करने के बाद खाला मेरे सिर पर बालों मे अपनी कमीज़ से पसीना साफ करने लगी. जिसकी वजह से खाला की कमीज़ थोड़ा सा ऑर उपर हो गई.
खाला ने मेरा सिर नीचे किया तो मेरा फेस खाला के पेट से टच होने लगा.
जेसे ही मेरा फेस खाला के पेट से टच हुआ “““मेरा लंड रोड की तरह सीधा खड़ा हुआ ऑर खाला की शलवार के उपर से उसकी चूत को टच करने लगा""".
खाला के निचले जिस्म को एक हल्का सा झटका लगा. मगर खाला अपनी जगह से हिली नही.
अब मेरा लंड शलवार के उपर से खाला की चूत को टच क्र रहा था तो खाला ने मेरा फेस अपने पेट पर दबा दिया. और ज़ोर ज़ोर से मेरे बालों पर फिंगर्स मूव करने लगी. अब एक ओर चेंजिंग भी आ गई थी कि खाला मेरे सिर मे फिंगर्स मूव करने के साथ साथ “‘अपनी चूत को भी मेरे लंड पर हल्का हल्का मूव करने लगी““
ऐसे ही चल रहा था कि अचानक घर के मेन डोर पर दस्तक हुई.
और खाला जल्दी से मुझसे अलग हुई.
खाला की आँखे लाल हो रही थी ऑर उनका साँस तेज तेज चल रहा था.
खाला ने मुझसे पूछा: अयान जानू अब कैसा फील कर रहे हो.
मैं: अब ठीक हूँ.
खाला के अचानक हट जाने से मैं एक दम घबरा गया ऑर मुझे अहसास भी नही हुआ कि मेरा लंड अभी तक खड़ा है. और खाला मेरे लंड को ही देख रही थी जो उस टाइम तकरीबन 6 इंच का था.
इसी दौरान दरवाजे पर फिर दस्तक हुई तो खाला ने अपने कपड़े ठीक किए ऑर मुझे कहा:
अयान तुम ठीक से हो कर बैठो. मैं दरवाज़ा खोलती हूँ.
मैने जब देखा तो मेरा लंड बिल्कुल सीधा खड़ा हुआ था.
मैं जल्दी से उठ कर वॉशरूम की तरफ भागा. ऑर खाला दरवाज़ा खोलने चली गई......
अंबर खाला ने डोर ओपन किया तो दरवाज़े पर उनकी फ्रेंड सोबिया आई थी.
मैं आप को बताता चलूं कि सोबिया 23 साल की एक खूबसूरत लड़की थी. जिसकी बॉडी हुश्न की शाहकार थी.
उसके मम्मे कुछ 36 के क़रीब थे ऑर गान्ड मोटी सी थी ऑर कुछ ज़्यादा ही बाहर को निकली हुई थी.
वो घर मे एंटर हो कर खाला से गले मिली ऑर अंदर आ गई. डोर की आवाज़ सुन कर मामू भी अपने रूम से बाहर आ गये थे. सोबिया ने मामू को सलाम किया ऑर मामू ने सोबिया के सलाम का जवाब दिया.
उसके बाद अंबर खाला, सोबिया को अपने रूम मे ले गई. वहाँ जा कर अंबर ने चादर उतार कर दुपट्टा ले लिया.
मैं वॉशरूम से निकल कर टी.वी लाउंज मे गया ऑर वहाँ बैठ कर वही मूवी दोबारा देखने लगा.
इतने मे मामी ऑर मामू रूम से बाहर आए ऑर मामू ने बॅग उठाया हुआ था. मामू ने हम सब को आवाज़ दी ऑर कहा कि : अच्छा हम जा रहे हैं. घर का ऑर अपना ख़याल रखना. ऑर मामू ने अंबर खाला को 20,000 रुपीज़ दिए घर के खर्चे के लिए. मामू ने मुझे कहा: "अयान तुम ने घर से बाहर नही निकलना"
ऑर घर की ज़िम्मेदारी अब तुम पर है. मामू ने मुझे भी 1000 रुपीज़ दिए खर्चे के लिए. मैं खुश हो गया.
मामू ऑर मामी चले गये तो अंबर खाला ने मेन डोर लॉक किया ऑर सोबिया से कहा: सोबिया तुम अयान के साथ टी.वी लाउंज मे बैठो. मैं झाड़ू दे दूं. फिर गॅप शॅप लगाते हैं.
सोबिया आ कर टी.वी लाउंज मे मेरे साथ सोफे पर बैठ गई. ऑर अंबर खाला हमारे सामने उसी स्टाइल मे झाड़ू लगाने लगी.. मैं अब डर रहा था क्यू कि अब तो घर मे सोबिया भी थी ऑर मुझे उसकी नेचर का नही पता था. खाला उसी तरह झुक कर झाड़ू लगा रही थी. जिसकी वजह से उसके मम्मे लटक रहे थे.... ऑर मुझे उनके पूरे मम्मे नज़र आ रहे थे... मैं खाला के मम्मो को गौर से देख रहा था. खाला ने मेरी तरफ देखा ऑर मुस्कुरा कर झाड़ू लगाने लगी.
खाला झाड़ू लगा रही थी,,, मैं उनके मम्मो को देख रहा था,,, ऑर मुझे नही पता था कि सोबिया की नज़र मेरे उपर थी. ऑर वो कभी मुझे ओर कभी अंबर खाला के मम्मो को देख रही थी...
सोबिया ने खाँसी करने के स्टाइल मे अंबर खाला को बताने का इशारा किया कि अपनी कमीज़ ठीक करे. मगर खाला ने उसको इशारा किया ऑर बाहर चली गई.
अंबर खाला बाहर गई तो सोबिया भी उसके पीछे पीछे बाहर चली गई.. वो दोनो कुछ देर तक बाहर रही ऑर फिर सोबिया आ गई..
अंबर खाला किचन मे छाए बनाने चली गई.
सोबिया मेरे पास सोफे पर बैठ कर मूवी देखने लगी ऑर इस बार सोबिया मेरे साथ क्लोज़ हो कर बैठी. उसकी थाइस मेरे थाइस के साथ टच हो रही थी.
अंबर खाला किचन मे चाय बनाने चली गई ऑर सोबिया टी.वी लाउंज मे आ कर मेरे साथ लग कर बैठ गई. उसकी थाइस मेरी थाइस से टच हो रही थी.
पता नही सोबिया ऑर अंबर खाला के बीच मे क्या बात हुई थी कि सोबिया मेरे साथ इतना क्लोज़ हो कर बैठ गई थी. सोबिया मूवी भी देख रही थी ऑर मेरे साथ साथ लेग भी रगड रही थी.
मूवी देखते देखते मूवी मे एक सीन आया समुंद्र पर नहाने का. जिस मे लड़कियाँ बिकिनी पहन कर घूम फिर रही थी. मैने वो सीन देखा ऑर सोबिया मेरे साथ बैठी हुई. मैं रिमोट ढूँढने लगा. ऑर रिमोट उठा कर मैं चॅनेल चेंज करने लगा कि
सोबिया की आवाज़ आई: अरे ये चॅनेल क्यू चेंज कर रही हो.
मैं. ये सीन ठीक नही है.
सोबिया: क्यू इस सीन मे क्या खराबी है. कपड़े तो पहने हुए हैं सब ने.
मैने कुछ नही कहा ऑर सोबिया के सामने मैं ऐसा सीन नही देखना चाहता था. मैं रूम से बाहर आ गया.
मैं खाला ऑर अपने कंबाइन रूम में चला गया. खाला ने मुझे रूम मे जाते हुए देख लिया था. जब वो चाय वाघेरा बना कर फ्री हुई तो उन्हो ने मुझे किचन से ही आवाज़ लगाई.
अंबार खाला: अयान आ जाओ चाय पी लो.
मैं: आता हूँ 5 मिंट मे.
खाला चाय टी.वी लाउंज मे ले गई. मैं जब टी.वी लाउंज मे जाने लगा तो अंबर खाला, सोबिया के साथ बातें कर रही थी.
सोबिया: अरे अंबर जब तू झाड़ू लगा रही थी तो तेरा भांजा तो तेरे मम्मो को ही देख रहा था.
अंबार खाला: ह्म्म्म मुझे पता है,
सोबिया: अरे क्या कहा, तुझे पता था कि वो तेरे मम्मो को देख रहा है ऑर तू फिर भी उसके सामने ऐसी ही रही. मतलब तू अपने भानजे को खुद से अपना जिस्म दिखा रही थी.
अंबार खाला: हाँ. वो मेरा भांजा है ऑर बचपन से मेरे ही साथ है. मैं उस से बहुत प्यार करती हूँ.
सोबिया: मगर वो तेरा भांजा है. तू उसके साथ ऐसा केसे कर सकती है.. कल को तेरी शादी भी हो जानी है.
अंबार: जब शादी होनी होगी तब हो जाएगी. मगर मैं अपने भानजे को ऐसे ही नही तर्साउन्गी कि वो किसी लड़की के लिए तरसे.
सोबिया: तो क्या तू उसके साथ चुदाई करे गी ऑर उसको अपनी चूत दे गी,,,??
अंबार: हाँ मेरे तो यही इरादा है.
सोबिया: देख ले ये ग़लत है.
अंबार: मेरी जान कुछ ग़लत नही. कल को शादी के बाद मेरे पति ने भी चूत मारनी ही है ना. क्यू ना उसके लिए अपने आप को अभी से तय्यार किया जाए.
सोबिया: मगर,,,, मगर वो बहुत छोटा है यार,
अंबार खाला: अरे वो छोटा नही है. इस उमर मे भी मेरे भानजे का लंड कम आज़ कम 6 इंच का होगा.
सोबिया: क्य्ाआआआअ?????? इस उमर मे भी 6 इंच का.
अंबार: हाँ 6 इंच का होगा...
सोबिया: तो क्या तू अपने भानजे का लंड देख चुकी है.
अंबार: हाँ मेरा भांजा मुझे बहुत अच्छा लगता है.. वो मेरे साथ ही सोता है. उसकी नींद बहुत गहरी है.. जब जब वो थका होता है. ऑर गहरी नींद सो जाता है. मैं उसका लंड पकड़ कर देखती हूँ... बहुत नरम नरम सा है सॉफ्ट सा..
मैं डोर से बाहर खड़ा हुआ उनकी बातें सुन रहा था.. अपनी खाला की बातें सुन कर मैं बहुत हैरान हुआ था कि मेरी खाला कितने अरसे से मेरे लंड के साथ खेलती है ऑर मुझे पता भी नही लगता..
मेरा लंड खाला की बातें सुन कर एक बार फिर से बिल्कुल सीधा खड़ा हो गया. इतने मे मुझे पता ही नही चला कि खाला एक दम से रूम से बाहर निकली... वो शायद मुझे बुलाने के लिए निकली थी रूम से..
खाला मुझे बाहर देख कर एक दम से घबरा गई... ऑर मेरे टाइट लंड पर उनकी नज़र पड़ी.. एक मिंट के लिए खाला सोच मे गुम हो गई.. वो समझ गई थी कि मैने उनकी बातें सुन ली हैं...
मैं घबराते हुए बोला... वो खाला मैं आ रहा था. आप क्यू आई..
खाला : मैं तुम्हे बुलाने आई थी मेरी जान.. चाय ठंडी हो रही है...
मैं अपनी खाला के साथ रूम मे एंटर हुआ. ऑर खाला ने मुझे सोफे पर बिठाया.. ऑर मेरे साथ बैठ गई.. अब की बार सोबिया भी मेरी तरफ देख रही थी.. उसकी नज़र मेरी लेग्स के बीच मे ही थी. शायद वो भी ख़यालों मे मेरे लंड के बारे मे ही सोच रही थी.
सोबिया बोली: अंबर तेरा भांजा तो बहुत बड़ा हो गया है.
खाला: खाला ने मेरे गाल पर एक किस की ऑर बोली... हाँ ना मेरा भांजा बहुत बड़ा हो गया है. ये तो मेरी जान है.
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