RE: Muslim Sex Stories खाला के संग चुदाई
हम लोग इसी तरह अपनी मस्तियों मे बिज़ी थे... मेरा लंड अभी तक खाला की चूत से टच हो रहा था ऑर मैं अब अपनी नीचे वाली बॉडी को आगे पीछे हरकत कर रहा था.. जिस की वजह से मेरा लंड खाला की चूत से रगड़ खा रहा था... खाला की चूत मेरे लंड की रगड़ से गरम हो रही थी.. मुझे भी अपने लंड पर बहुत हीट महसूस हो रही थी.. मैं सोच रहा था कि अभी मैने अपना लंड अंदर नही किया तो इतनी हॉट्टनेस फील हो रही है.. जब अंदर करूँगा तो मेरा क्या हाल होगा.. मैं इसी सोचों मे मगन था...
मैने अपना हाथ खाला की कमर पर मूव करते करते बॅक से खाला की कमीज़ मे डाला.. जब खाला ने मेरा हाथ अपनी नंगी कमर पर फील किया तो उन्होने झटका खाया ऑर मुझसे पीछे हटने की कोशिश की मगर मैने एक दम से एक हाथ उनके सिर की बॅक साइड पर रख कर उनके फेस को अपने फेस की तरफ ज़ोर देने लगा.. जिस से वो कुछ बोल ना सकी क्योंकि उनके लिप्स तो मैने जाकड़ रखे थे...
मैं खाला की नंगी कमर पर हाथ फेर रहा था तो खाला ने एक बार फिर से मेरा हाथ पकड़ लिया जैसे वो मुझे रोक रही हो.. मगर मेरे उपर तो अब वहशत छाई हुई थी.. ऑर मेरा दिल मेरे लंड मे धड़क रहा था.. मैं चाहता था कि बस किसी ना किसी तरह अपने इस लंड को सकून दूं... जो खाला की चूत से रगड़ खा कर बहुत गरम हो चुका था..
मुझे कुछ समझ नही आ रही थी कि मैं क्या कर रहा हूँ.. बस इतना पता था कि जो भी कर रहा हूँ इस मे मुझे वो मज़ा आ रहा है जो इस से पहले कभी नही मिला था... मैं अपने लंड को खाला की लेग्स के बीच मे आगे पीछे कर रहा था.. अचानक मुझे अपने लंड पर कुछ गीला गीला फील हुआ... मैं समझा कि मैं डिसचार्ज हो गया हूँ मगर जब घौर किया तो मेरा लंड तो उसी तरह अपने जोबन पर था... तो फिर ये नमी केसी थी... मैने अपना लंड थोड़ा सा पीछे करने लगा... मेरे दिमाग़ मे आया था कि मैं चेक करूँ कि मेरा लंड गीला कैसे हो गया है... मैं अपने लंड को खाला की लेग्स के बीच मे निकलना चाह रहा था मगर अब की बार खाला ने अपनी लेग्स टाइट कर ली... ऑर मेरी कमर पर हाथ रख कर अपनी तरफ पुश करने लगी.... उनकी इस हरकत से मुझे ओर भी जोश चढ़ गया ऑर मैं खाला की लेग्स के बीच मे ही घस्से मारने लगा...
घस्से मारते मारते खाला ने मुझे एक दम से अपनी तरफ पुश किया ऑर अपने साथ टाइट कर लिया.. मैं खाला से थोड़ा पीछे होना चाहता था मगर अब खाला मुझे छोड़ ने का नाम ही नही ले रही थी... फिर एक दम से खाला का जिस्म टाइट हुआ ऑर उन्होने मेरे बालों को कस कर पकड़ा ऑर फिर अचानक से ही मेरे जिस्म पर अपनी गिरफ़्त कमज़ोर कर ली ऑर अपना सिर मेरे शोल्डर्स पर रख लिया...
मैं अब इतना तो बच्चा नही था कि समझ ना सकूँ... मैं समझ गया था कि खाला डिसचार्ज हो गई है.. मैं खाला के सिर मे अपनी उंगली मूव करने लगा.... ऑर उनको रिलॅक्स करने लगा......
खाला ने अपना सिर मेरे शोल्डर्स पर रख दिया.... मैं उनके बालों मे अपनी उंगली मूव करने लगा... ऑर उनको रिलॅक्स करने लगा.... जब उनकी हालत थोड़ी बेहतर हुई तो उन्होने अपना सिर मेरे शोल्डर्स से हटाया ऑर बस मेरी तरफ गहरी नज़रों से देखने लगी..
मेरा लंड अभी भी खाला की लेग्स के बीच मे था.. ऑर अब मुझ मे भी इतना दम नही था कि ज़्यादा देर कंट्रोल कर सकूँ.. बस एक दो ज़ोर दार घस्सो की ज़रूरत थी.. फिर मैं भी डिसचार्ज हो जाता मगर अब खेल रुक चुका था... हम दोनो एक दूसरे को आँखे मे देख रहे थे....
खाला मेरी तरफ देखते हुए.. अयान,,,, एक बात कहूँ....??
मैं: ह्म्म्म्म ममम
खाला: तुम हमारी दोस्ती के बारे मे किसी को मत बताना प्लीज़.
मैं... नही मैं किसी को नही बताउन्गा... खाला: प्रॉमिस???
मैने खाला के माथे पर एक किस की ऑर बोला... आप की कसम...
खाला ने खुश हो कर मेरे सीने पर सिर रख लिया....... ऑर बोली... अयान,,, चंदा आइ लव यू सो मच... तुम कभी भी मुझसे नाराज़ ना होना...
मैं खामोश रहा ऑर खाला की कमर पर हाथ फेरता रहा...
खाला के मोबाइल की रिंग बजी..... खाला ने मोबाइल देखा तो मामू की कॉल आ रही थी... खाला ने कॉल रिसीव की ऑर बोली... हेलो भाई. क्या हाल है...
दूसरी तरफ से मामू ने कुछ बात की ऑर खाला के फेस पर परेशानी छा गई..... खाला मामू की बात भी सुन रही थी ऑर मेरी तरफ भी देख रही थी...
जब कॉल ख़तम हुई तो मैने उनसे पूछा.. क्या हुआ खाला... मामू क्या कहते रहे थे...
खाला ने उदास से बोल मे बोला के मामू आ रहे हैं ऑर हम ने उनके साथ जाना है....
मैं... कहाँ जाना है...
खाला के फेस पर उदासी छा गई थी ऑर वो उसी अंदाज मे बोली कि यार वो भाबी की सिस की अचानक शादी फिक्स हो गई है.. 3 दिन बाद उसकी शादी है ऑर भाई बोल रहे थे कि मैं (खाला) ने भी आज ही वहाँ जाना है...
मैने खाला से कहा... तो क्या हुआ आप चली जाओ ना... तो खाला ने मेरी तरफ ऐसे देखा कि जैसे उनको मेरी बात से कोई शिकायत है.. वो बोली कि मैं नही जाना चाहती.....
मैं: क्यू नही जाना चाहती... तो वो गुस्से से बोली... तुम कब समझो गे हाआनन्न... मैं तुम्हारे साथ अकेले मे टाइम स्पेंड करना चाहती हूँ.. खाला ने ये बात मुझे बहुत गुस्से मे कही... वो जाना नही चाह रही थी.. मगर अब मामू भी आ रहे उन्हे लेने..
मैं: अब मामू आ रहे हैं तो आप को जाना ही होगा ना... रास्ते मे मुझे मेरे घर छोड़ते हुए जाना....
खाला... मैं एक शर्त पर जाउन्गी.... मैने पूछा कि कौनसी शर्त तो उन्होने कहा... तुम भी साथ चलो गे तो मैं जाउन्गी वरना नही जाउन्गी...
अबी हम बातें कर रहे थे मेन डोर पे दस्तक हुई... खाला ने जल्दी से अपना दुपट्टा लिया ऑर अच्छी तरह दुपट्टा लपेट कर मुझे कहा कि जाओ डोर ओपन करो...
मैने डोर ओपन किया तो सामने मामू खड़े थे.. मामू ने मुझसे खाला के बारे मे पूछा तो मैने किचन की तरफ इशारा कर दिया... मामू ऑर मैं किचन मे आए तो खाला चाय बना रही थी....
मामू ने खाला की तरफ देख कर कहा.... अंबर... बेटा तुम अभी तक तैयार नही हुई.... खाला ने मामू की तरफ देखा ऑर कहा.. बस भाई अभी थोड़ी देर मे हो जाती हूँ... मामू ने कहा ओके जल्दी करो..
खाला ने डरते डरते मामू से कहा... भाई क्या ऐसा नही हो सकता है कि हम कल सुबह चले जाएँ.. तो मामू ने कहा कि नही हम लोगो को अभी जाना है.... तो खाला ने मेरी तरफ देख कर बोला... ऑर अयान..??? ये भी जाएगा ना.... मामू ने मेरी तरफ देख कर कहा.... हाँ अगर ये जाना चाहे तो चले... अच्छा है ना. तुम खाला भानजे की आपस मे दोस्ती है तुम दोनो का साथ मे टाइम अच्छा गुज़र जाएगा .... खाला ने मेरी तरफ देखा ऑर खुश हो गई...
मामू ने मेरे घर कॉल की ऑर मेरी अम्मी से कहा.... अयान के कपड़े वाघरा निकाल दो उसने हमारे साथ शादी मे जाना है ऑर फिर दूसरी तरफ से बात सुन कर कॉल बंद कर दी...
खाला ने जल्दी जल्दी अपने कपड़े बॅग मे डाले... अब वो रिलॅक्स थी क्योंकि उनका बॉय फ्रेंड भी उनके साथ जा रहा था...
हम लोग घर से निकले ऑर सीधा मेरे घर गये... वहाँ पर अम्मी से मिले ऑर मेरा समान ले कर मामी के पेरेंट्स की तरफ चल पड़े..
जब हम वहाँ पर पहुँचे तो सब लोग जल्दी जल्दी काम मे मसरूफ़ नज़र आए. शायद अचानक शादी फिक्स हो जाने की वजह से...
खाला भी वहाँ जा कर गर्ल्स के साथ बैठ गई... ऑर मैं मामू के साथ साथ रहा... सब लोग अपने अपने काम मे बिज़ी थे.... यहाँ पर बहुत से गेस्ट आए हुए थे ओर गॅप शॅप भी हो रही थी... हम लोग टाइम पास करने लगे......
हम लोग टाइम पास करने लगे. मुझे कभी मामू एक काम बोल देते कि अयान बाइक पर जाओ ऑर जा कर ये चीज़ ले आओ या वो चीज़ ले आओ.. मुख्तसिर ये कि मुझे एक बाइक दी हुई थी ऑर मुझसे काम ले रहे थे..
खाला घर के अंदर लॅडीस के साथ बैठी हुई थी ऑर मैं बाहर था... मुझे मामू ने किसी काम से मामी के पास भेजा.. मैं अंदर गया ऑर मामी को ढूँढने लगा... मैं मामी को देखने किचन की तरफ गया. मैं जैसे ही किचन के दरवाजे पर पहुँचा...एक लड़की जिसको पता नही किस बात की जल्दी थी. किचन से तेज़ी मे निकली उसके हाथ मे जूस का जग भरा हुआ था.. वो एक दम से मुझसे टकरा गई..
वो लड़की एज मे तक़रीबन मेरे ही बराबर थी... हम दोनो टकराने की वजह से गिर गये थे ऑर उसके हाथ से जूस का जग गिरा जिस से मेरे ऑर उसके दोनो के कपड़े गंदे हो गये...
वो उठी ऑर मेरी तरफ देख कर बोली. आप ने मुझे सारा गंदा कर दिया.. आप को क्या जल्दी थी जो इतनी जल्दी किचन मे आ रहे थे.. मैने उसकी तरफ देख कर कहा देखिए मेरी तो कोई ग़लती नही थी आप ही तेज़ी से किचन से निकली हो.... वो बोली तो आप रुक जाते ना... मैने कहा कि अगर मुझे पता होता कि आप तशरीफ़ ला रही हैं तो मैं रुक जाता....
हम दोनो इसी तरह हल्की हल्की बहस मे लगे हुए थे कि वहाँ मामी आ गई.. मामी ने मुझे देखा ऑर कहा कि अयान क्या हुआ.. मैने मामी से कहा कि मैं आप को ढूँडने किचन मे आया था कि इन से टक्कर हो गई..
मामी ने कहा अच्छा. क्या बात थी जो मुझे ढूंड रहे थे... मैने उनको मामू का मेसेज पहुँचाया.... ऑर मैं बाहर जाने लगा... मामी ने मुझे आवाज़ दी कि तुम्हारे कपड़े गंदे हो गये हैं.. तुम कपड़े चेंज कर लो.. मैने कहा कि कपड़े तो अंबर खाला के बॅग मे हैं.. मामी मुझे ले कर खाला के पास आई ऑर खाला को कहा कि इस के कपड़े चेंज करवा दो..
मामी ने वॉशरूम का बताया कि तुम उपर वाली वॉशरूम मे जा कर नहा के कपड़े चेंज कर लो... ऑर खाला को कहा कि अंबर तुम अयान के साथ जा कर इसको वॉशरूम दिखा दो. क्योंकि खाला पहले भी कई बार उनके घर आ चुकी थी..
खाला ने कहा कि ठीक है.. खाला अपना बॅग ढूँढने लगी.. खाला का बॅग नही मिल रहा था क्योंकि खाला का बॅग मामी की सिस ने सम्भहाल कर रखा हुआ था... तक़रीबन कोई 40 मिंट के बाद बॅग मिला.. खाला ने मेरे कपड़े निकाले.. ऑर हम दोनो छत पर चले गये..
उपर जो वॉशरूम था वो एक तरफ कॉर्नर पर था. ऑर वहाँ लाइट भी नही थी.. सिंपल बात ये थी कि पूरी छत पर अंधेरा ही अंधेरा था... ऑर उपर वाली छत पर कोई आता जाता नही था...
छत पर कॉर्नर मे कुछ टूटा फूटा समान पड़ा हुआ था... ऑर वो समान इतना था कि अगर उसके पीछे कोई छुप जाए तो नज़र नही आ सकता था जब तक कि ख़ास तोर पर आ कर चेक ना करता...
छत पर पहुँच कर मुझे मस्ती चढ़ि ऑर मैने खाला का हाथ पकड़ लिया... खाला ने मेरी तरफ देखा ऑर मेरी आँखों को समझते हुए मुस्कुरा दी मगर कुछ नही बोली... मैने खाला को आहिस्ता से कहा... खाला.... खाला ने मेरी तरफ देखा ऑर कहा कि जी चंदा...
मैने कहा कि आप ने अपना प्रॉमिस भी पूरा नही किया.. खाला ने कहा कि कौन सा प्रॉमिस...
मैने कहा कि आप ने जो पार्क मे प्रॉमिस किया था किस वाला...
खाला ने कहा ... घर पर इतना तो किया था. मैने कहा कि मेरी मर्ज़ी मैं जब चाहूं अपनी गर्लफ्रेंड को किस कर सकता हूँ... तो खाला ने कहा... तो कर लो.. तुम्हे किस ने रोका है...
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