RE: Muslim Sex Stories खाला के संग चुदाई
मेरे लंड पर खाला की चूत का पानी लगा हुआ था..... मैं रूम मे इधर उधर नज़र दौड़ा कर कोई कपड़े ढूँढने लगा जिस से अपना लंड सॉफ करता.... अभी मैं रूम मे नज़र दौड़ा ही रहा था कि सोबिया ने अचानक मुझ पर हमला किया ऑर मुझे धक्का दे कर बेड पर लिटा दिया.... सोबिया ने जल्दी से अपना मुँह नीचे किया ऑर मेरे लंड को अपनी ज़ुबान से चाटने लगी.. इस सारे अमल मे 2 से 3 सेकेंड्स लगे होंगे .. पहले तो मुझे संभलने का मोक़ा ही नही मिला मगर जब मैं संभला तो सोबिया, खाला की चूत के पानी से तर मेरे लंड अपने मुँह मे ले कर मज़े मज़े से चूस रही थी.... मैं पहले तो आँखें फाड़ फाड़ कर सोबिया को देख रहा था कि सोबिया किस तरीक़े से खाला की चूत का पानी मेरे लंड से चाट रही है लेकिन कुछ ही पल मे मैं इस मंज़र से लुत्फ़ अंदोज़ होने लगा...... सोबिया मेरे लंड को अच्छी तरह चाटने के बाद मेरी लेग्स के पास से उठी ओर मुस्कुराती हुई मेरी तरफ देखने लगी.... उसके लिप्स मेरे लंड पर लगे हुए पानी की वजह से चिकने हो रहे थे.... खाला ने सोबिया के शोल्डर्स पर हाथ रखा ऑर उसको अपनी तरफ घुमा कर कहा.....सोबिया तू कितनी गंदी है कम अज कम इस पानी को तो बख़्श दे..... सोबिया हँसते हुए खाला की तरफ देखने लगी ओर अपनी ज़ुबान बाहर निकाल कर खाला को कहा... अंबर मेरी जान तुझे क्या पता कि ये पानी कितना टेस्टी होता है... ऑर अपनी ज़ुबान खाला के क़रीब करते हुए कहा... ले, तू भी चाट ले..... खाला ने सोबिया की इस हरकत को देख कर हँसते हुए पीछे की तरफ धक्का दिया ऑर कहा..... चल गंदी............... ऑर खाला बेड से नीचे उतर कर अपने कपड़े उठाने लगी... खाला ने अपने कपड़े उठा कर मेरी तरफ देखा ऑर मुझे कहा... अयान तुम दोबारा नहा लो ऑर ये कपड़े पहन लो.. मैने अपने कपड़े उठाए ऑर वॉशरूम की तरफ चल पड़ा.....
मैं वॉशरूम मे जा कर अच्छी तरह नाहया धोया ऑर कपड़े पहन कर बाहर आ गया.. खाला ऑर सोबिया रूम की सफाई कर रहे थे... खाला ने मेरी तरफ देख कर कहा... अयान चलो मैं तुम्हे नाश्ता करवा दूं ऑर खाला मेरा हाथ पकड़ कर किचन मे ले आई... सोबिया भी कुछ ही देर मे हमारे पीछे पीछे किचन मे आ गई ऑर हम तीनो नाश्ता करने लगे...
हम नाश्ता कर के फ्री हुए ही थे कि घर के मेन डोर पर दस्तक हुई.... खाला ने मुझे डोर खोलने का कहा.... मैं डोर की तरफ गया ऑर जब डोर खोला तो सामने मामी ऑर मामू खड़े हुए थे.... मुझे देख कर मामी के फेस पर स्माइल आ गई.... ऑर वो लोग घर मे एंटर हुए.... खाला ऑर सोबिया भी किचन से निकल कर उन से मिलने लगे... सोबिया ने भी मामू को सलाम किया ऑर मामू ने उनके सिर पर हाथ फेर कर सलाम का जवाब दिया...
खाला किचन की तरफ पानी लेने चली गई ऑर हम सब टी.वी लाउंज मे आ गये... मामी ने वाइट कलर का फिट सूट पहना हुआ था जो पसीने को वजह से उनके जिस्म से चिपका हुआ था... टी.वी लाउंज मे आ कर मामी ने अपनी चादर उतार कर साइड पर रख दी ऑर मैं गौर से उनके जिस्म को देखने लगा..... मामी के कपड़े उनके जिस्म से चिपके हुए थे ऑर कमीज़ के नीचे उनका ब्लॅक ब्रेजियर सॉफ तौर पर नज़र आ रहा था.... मामू ने मामी के दुपट्टा उतारने का कोई नोटीस नही लिया.. इतनी देर मे खाला भी पानी ले कर वहाँ आ गई... मामू ने पानी पिया ऑर रेस्ट करने का बोल अपने रूम मे चले गये..............
अब वहाँ पर मामू के अलावा हम सब मोजूद थे... मामी ने हम सब हाल पूछा ऑर फिर सोबिया के पूछने पर मामी उसको शादी के बारे मे बताने लगी...... मैं भी खाला ऑर सोबिया से नज़र बचा बचा कर चोरों को तरह मामी को देख रहा था... मुझे मामी का जिस्म भी बहुत अच्छा लग रहा था शायद उनके फिट कपड़ों की वजह से या तो फिर मेरी उमर का तक़ाज़ा था, जो लड़की भी मेरे सामने आती थी मुझे जिस्मानी लहाज़ से वो खूबसूरत ही नज़र आती थी..... जवानी मे गर्ल्स तो हर लड़के की पसंद होती है मगर मेरे दिल का तो अपना ही मामला था.. मुझे तो हर आती जाती लड़की अच्छी लगने लग जाती थी ओर मैं हर लड़की की चूत मे अपना लंड डालना चाहता था....
मैं चोरी चोरी मामी की तरफ देख रहा था. मैं समझ रहा था कि मामी को देखते हुए मुझे कोई नही देख रहा मगर यहाँ पर मैं ग़लत था.... मामी की तरफ मेरी नज़रो को सोबिया अच्छी तरह महसूस कर रही थी ऑर उसके होंटो पर एक अंजानी सी मुस्कुराहट थी..... कुछ देर तक इसी तरह बातें करने के बाद सोबिया ने खाला ऑर मामी से जाने की इजाज़त माँगी तो मामी ने उसे खाना खा कर जाने का कहा.... खाला ऑर सोबिया किचन की तरफ दोपहर का खाना बनाने चल दी ऑर अब टी.वी लाउंज मे मैं ऑर मामी रह गये.... मामी मुझसे इधर उधर की बातें करने लगी तो बातो बातो मे सबीन का नाम आ गया........... मेरा दिल ज़ोर से धडक उठा.... अपने सेक्स के मज़े के दौरान तो मैं सबीन को भूल ही चुका था..... मेरे दिल मे आया कि एक बार मामी से उस के बारे मे पूछूँ ऑर मैने बिल आख़िर मामी से पूछ ही लिया....
मामी सबीन कहाँ है... आप ने उसे कुछ कहा तो नही.... उसकी अमि को तो नही बताया... तो मामी ने मुस्कुरा कर मेरी तरफ देखा ऑर साइड से अपना मोबाइल उठा कर मुझे कहा....... मेरी बात पर तो तुम्हे यक़ीन नही आए गा.... तुम खुद सबी से बात कर के पूछ लो ऑर मामी ने सबीन की अम्मी का नंबर डाइयल कर दिया...............
मामी ने सबीन की अम्मी का नंबर डाइयल कर के मोबाइल कान से ला गाया , दूसरी तरफ से कॉल रिसीव करने के बाद मामी ने अपने पेरेंट्स से मुतालिक़ कुछ बातें की ऑर अपनी बेहन को सबीन से बात करवाने के लिए कहा..... जब दूसरी तरफ लाइन पर सबीन आई तो मेरे दिल की धड़कनें तेज हो गई ऑर मेरे जज़्बात मचल उठे........ मामी ने सलाम दुआ के बाद उसको कहा.... सबीन.. ये, अयान तुमसे बात करना चाहता है,,,, इस से बात करो.. ये कह कर मामी ने मोबाइल मेरी तरफ बढ़ा दिया... मैने एक नज़र मामी पर डाली जो मेरी तरफ ही देख रही थी ऑर मामी से मोबाइल ले कर अपने कान से लगा दिया..... मेरा दिल ज़ोर ज़ोर से धड़क रहा था,, मेरा गला खुश्क हो गया था ऑर अब मेरे मुँह से आवाज़ नही निकल रही थी... फोन पर दूसरी तरफ भी खामोशी छाई हुई थी... मामी ने मुझे खामोश देखा तो मुझे आवाज़ दे कर कहा..... अयान,, क्या हुआ बात करो ना.... सबीन लाइन पर है...... मैने मामी की तरफ देखते हुए डरते डरते...... हेलो....... दूसरी तरफ से भी शायद मेरे जेसा ही हाल था ऑर वहाँ भी खामोशी छाई हुई थी...... मैने दूसरी तरफ खामोशी देख कर मामी की तरफ देखा तो मामी ने पलकें झपका कर मुझे होसला दिया तो मैने एक बार फिर से,,, हेल्लूओ,,, कहा तो इस बार दूसरी तरफ से भी सहमी सहमी ऑर काँपति आवाज़ मे हेल्लूऊऊऊओ हुआ......... मेरे दिल के तार बज उठे, मेरे फेस पर स्माइल आ गई ऑर मेरी आँखों मे जज़्बात उतर आए....
मैने मुस्कुरा कर एक बार मामी को देखा ऑर फिर से फोन की तरफ मुतवज्जा हो गया....
मैं: हेलो, कैसी हो......
सबीन: मैं ठीक आप कैसे हो......
मैं: मैं भी बिल्कुल ठीक हूँ.....
सबीन: ह्म्म्म्म मममममम.....
मैं भी खामोश हो गया ऑर मामी को देखने लगा... मुझे समझ नही आ रही थी कि मैं क्या बात करूँ.. मामी मेरे एक्सप्रेशन्स से मेरी फीलिंग्स समझ गई ऑर वहाँ से उठ'ते हुए मुझसे कहा.... अयान, मेरा कॉल पॅकेज है, तुम ने जितनी बात करनी है करो... मैं किचन मे जा रही हूँ.. जब कॉल ऑफ हो जाए तो मोबाइल मुझे दे देना....ऑर मामी टी.वी लाउंज से किचन की तरफ चली गई....
मैं: हेलो सबीन,, क्या हुआ....?? बात करो ना......
सबीन: मैं, क्या बात करूँ......
मैं: कुछ भी बात कर दो....
हम दोनो ने कभी किसी से ऐसी बातें नही की थी इसी लिए हम दोनो ही कन्फ्यूज़ थे....
सबीन: आप ने नाश्ता कर लिया......???
मैं: हाँ मैने नाश्ता कर लिया ऑर तुम ने किया.....???
सबीन: जी मैने भी कर लिया... आप ने क्या खाया....?????
मैं: मैने आमलेट खाया ऑर चाय पी.... ऑर तुम ने...????
सबीन: मैने भी यही खाया.......
वो बहुत आहिस्ता आवाज़ मे बात कर रही थी. उसकी बात को सुन'ने के लिए मुझे मोबाइल अपने कान के साथ ज़्यादा प्रेस करना पड़ रहा था.......कुछ देर खामोश रहने के बाद मैं फिर उस से मुखातिब हुआ...
मैं: ह्म्म्म् म तबीयत कैसी है तुम्हारी.....
सबीन: मेरी तबीयत को क्या होना है.......???
मैं: कुछ नही,,, वैसे ही पूछ रहा हूँ.....
सबीन: खाला (मामी) आप के पास ही बैठी हैं....????
मैं: नही,, वो किचन मे गई हैं.....
सबीन: ह्म्म्म्म म....
मैं: सबीन,,, कल मामी ने तुम्हे कुछ कहा तो नही मेरे जाने के बाद.....
सबीन: नही खाला ने मुझे कुछ नही कहा.... मेरे सामने पहले तो वो गुस्से मे थी ऑर फिर कुछ देर बाद ही नॉर्मल हो गई... ऑर आप को पता है.... उन्होने मुझसे प्रॉमिस भी किया है कि जब मेरा (सबीन का) दिल चाहे गा... वो मुझसे आप की बात करवा देंगी......
मैं सबीन के मुँह से मामी की ये बात सुन कर बहुत खुश हुआ..... मामी ने मेरे लिए बहुत बड़ा काम किया था... जिसका एहसान मैं नही उतार सकता था.....
मैं: सबीन आइ लव यू......
सबीन: मी टू.........
मैं: यार ऐसे नही ना बोलो.... दूसरी तरह बोलो.......
सबीन: हैरान होते हुए.... ऑर कैसे बोलते हैं.. ऐसे ही तो बोलते हैं.......
मैं: नही यार.. तुम भी मुझे आइ लव यू बोलो........
सबीन ने कुछ जवाब नही दिया तो मजबूरन मुझे ही दोबारा बोलना पड़ा.....
मैं: हेल्लूऊऊऊओ.... सबीन तुम सुन रही हो ना....?????
सबीन: हाँ जी,, मैं सुन रही हूँ........
मैं: जवाब दो ना........
सबीन: कौन सा जवाब......???
मैं: आइ लव यू सबीन.......
सबीन: आइ लव यू आय्ाआअन्न्न.णणन्.......................
मुझे ऐसा लगा जैसे किसी ने मेरे कानो मे रस घोल दिया हो..... मेरा बस नही चल रहा था कि मोबाइल मे घुस्स कर उसको किस कर लूँ.......... मैं उसके मुँह से आइ लव यू सुन कर बहुत खुश हुआ... मेरी खुशी की कोई इंतिहा नही थी ऑर ना ही उस खुशी को बयान करने के लिए मेरे पास कोई अल्फ़ाज़ हैं....... आज भी जब मैं लम्हे याद करता हूँ तो मेरे दिल मे घंटी बजने लग जाती है...........
सबीन ऑर मैं कुछ देर तक बातें कर रहे थे.... मेरे पूछने पर उस ने बताया कि वो ऊपर छत पर है ऑर घर वालो से छुप कर मुझसे बात कर रही है.... तक़रीबन कोई 10 मिंट बाद उस ने बाइ बोल कर कॉल बंद कर दी...... ऑर मैं अपने दिल को थाम कर बैठ गया जिसे सकून ही नही मिल रहा था... मेरा बहुत दिल चाह रहा था उस से मिलने को मगर वो मेरा अपना घर तो था नही कि जब जी चाहे मुँह उठा कर चला जाता...... मैं सोफे पर बैठा सबीन के बारे मे ही सोच रहा था कि मामी टी.वी लाउंज मे एंटर हुई ऑर मेरे साथ सोफे पर आ कर बैठ गई.... मामी ने मोबाइल उठा कर चेक किया ऑर मुझसे पूछा.... कॉल ऑफ हो गई....???? मैने मामी को कहा हाँ बंद हो गई... मामी ने मेरी गर्दन के पीछे से हाथ घुमा कर मेरे शोल्डर पर रखा ऑर मुझे कहा... अयान, सबीन ने मुझे सब कुछ बता दिया है... तुम तो बड़े छुपे रुस्तम निकले कि उससे लव लेटर तक दे दिया ऑर मुझसे ज़िक्र भी नही किया..................
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