RE: Hindi Porn Story जुली को मिल गई मूली
जुली को मिल गई मूली-26
गतान्क से आगे.....................
ये मेरी मेरे पति के साथ के अगले दिन की बात है. आप को याद होगा कि कैसे खुले आसमान के नीचे, सागर किनारे मेरे पति ने मेरी जम कर चुदाई की थी.
दोपहर का वक़्त था. हम सब ने खाना खा लिया था और मैं अपने कमरे मे थी. मेरे पति वहाँ ही बैठे थे और अपने मा बाप से बातें कर रहे थे. मैं अपने कमरे मे बैठी अंजू के बारे मे सोच रही थी. ( आप को याद होगा, अंजू मेरे पति की पुरानी प्रेमिका है जो हमारे पड़ोस मे रहती है. वो शादीशुदा है पर उसका पति ना-मर्द है और उसको चोद नही पाता है ) आप को ये भी याद होगा कि मेरी शादी के पहले हम तीनो ने, मैने, मेरे पति ने और अंजू ने एक बार सामूहिक संभोग का मज़ा लिया था. मेरा मन चाहता था कि मेरे पति फिर से एक बार मुझे और अंजू को साथ साथ चोदे.
आप की जानकारी के लिए बता दूं कि मैं और अंजू हमेशा ही एक दूसरी के संपर्क मे रहती हैं. हम एक दूसरी को नियमित रूप से मैल देती हैं, फोन पर बात करती हैं. इसलिए मुझे पता है कि अंजू भी फिर से मेरे पति से चुद्वाना चाहती है. उसका पति तो उसको चोद नही पाता है और वो और किसी से चुद्वाना नही चाहती. वो सिर्फ़ मेरे पति से ही चुद्वाना चाहती है. जैसा कि मैने पहले लिखा था, उसका पति तो अभी तक उसकी फुददी मे अपना लंड कभी भी नही घुसा पाया था. जब भी अंजू का पति अंजू को चोद्ने की कोशिश करता है, हमेशा उसके लंड का पानी अंजू की चूत के दरवाजे पर ही, बाहर ही निकल जाता है. उस का लॉडा खड़ा तो होता है, पर जैसे ही वो अंजू को चोद्ने की कोशिश करता है, उसके लौडे का पानी निकल जाता है.
मैने अंजू से वादा किया था कि इस बार हम जब भी गोआ आएँगे, मैं ज़रूर उसको अपने साथ ही, अपने पति से फिर से चुद्वाउन्गि. अब वादा पूरा करने का समय आ गया था.
मैने बहुत मुश्किल से अपने पति को मेरे साथ साथ अंजू को भी चोद्ने के लिए राज़ी किया था. दरअसल, मेरे पति मेरे सिवाय किसी और को चोद्ना पसंद नही करते. मैने बड़ी मुश्किल से उनको अंजू की मज़बूरी और उसकी बदक़िस्मती का वास्ता दे कर इस बार राज़ी किया था.
मेरे ख़यालों मे अंजू मेरी आँखों के सामने आ गई. अंजू बहुत सुंदर है, उसका बदन बहुत खूबसूरत, बहुत सेक्सी है. लंबाई मे वो मुझ से थोड़ी कम है. उसके बाल लंबे है और अंजू की गंद तक आते हैं. अंजू की गंद बहुत मस्त है, एक दम गोल गोल, प्यारी प्यारी. उसकी मस्त चुचियाँ मेरी चुचियों से थोड़ी सी बड़ी है. कुल मिला कर उसका बदन बहुत नशीला और सेक्सी है जिसे देखते ही शायद मर्दों का मन उसको चोद्ने का करता होगा. हम दोनो बहुत अच्छी दोस्त हैं. मैं जब भी गोआ आती हूँ, हम हमेशा मिलते रहते हैं, कभी उसके घर पर और कभी मेरे घर पर. उसका घर मेरे ससुराल के एकदम पड़ोस मे है. वो बहुत कम अपने घर से निकलती है और जब भी बाहर निकलती है, सीधे हमारे घर ही आती है, ये सब जानते हैं.
तो…. मैं अपने कमरे मे थी और मेरे पति बाहर के कमरे मे बैठे अपने माता पिता से बातें कर रहे थे. तभी अंजू हमारे घर पर आई. उसने मेरे कमरे मे आने से पहले, बाहर के कमरे मे बैठे मेरे पति और मेरे सास ससुर से थोड़ी देर बातें की. फिर वो मुझ से मिलने मेरे कमरे मे आई. अंजू ने उस समय पंजाबी सूट पहना हुआ था. उस की चुचियों की निप्पल सख़्त थी, उठी हुई थी, जिस से पता चल रहा था कि वो अंदर ब्रा नही पहने है. खाना खा कर अपने रूम मे आ कर मैने भी अपने कपड़े बदल लिए थे. मैं अब टी – शर्ट और स्कर्ट पहने हुए थी, और नीचे ब्रा और चड्डी नही पहनी थी. अंजू मेरे कमरे के अंदर आई, दरवाजा अंदर से बंद किया और मुझ से लिपट गई. मैने उसके होठों को चूमा और हम बंद दरवाजे के पीछे बातें करने लगी.
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