RE: Parivaar Mai Chudai घर के रसीले आम मेरे नाम
रश्मि- उसकी और गुस्से से देखती हुई, क्या सुनना चाहती हो तुम कि मेने अपने भैया से अपनी चुत तो नही मरवाई
रजनी- धीरे बोल कही तेरा भैया ना सुन ले
रश्मि- सुनते है तो सुनने दो
रजनी- अच्छा अब गुस्सा छोड़ कर मुझे सब सच-सच बता दे
रश्मि- में एक बार कह चुकी हूँ ना कि जब तुम अपने दिल की कोई बात मुझे नही बताती हो तो में भी तुम्हे आज से कुछ नही बताउन्गी
रजनी- मेरे दिल में कोई बात ही नही है तो में तुझे क्या बताऊ
रश्मि- तुम झूठ बोल रही हो, में जानती हूँ तुम भैया के साथ क्या करना चाहती हो
रजनी- मुस्कुराते हुए, क्या करना चाहती हूँ
रश्मि- तुम भैया के साथ नंगी सोना चाहती हो
रजनी- धीरे बोल कामिनी कहीं राज ने सुन लिया तो गजब हो जाएगा
रश्मि- पहले तुम सच-सच बोलो में सही कह रही हूँ ना
रजनी- तू पागल है रश्मि में भला अपने बेटे के साथ ऐसा क्यो सोचूँगी
रश्मि- रजनी का हाथ अपने सर पर रखते हुए, तो ठीक है अब बोलो कि तुम भैया से अपनी चूत नही मरवाना चाहती हो
रजनी- अपना हाथ रश्मि के सर से हटा कर, मुझे कुछ नही बोलना
रश्मि- मतलब में सही कह रही हूँ ना,
रजनी- मुझे नही मालूम
रश्मि- मुस्कुराते हुए, सच तो यह है मम्मी कि में भी भैया का मोटा लंड अपनी चूत में लेना चाहती हूँ, क्या में भैया से चुदवा लूँ
रजनी- उसे मारती हुई, अपने भाई से अपनी चूत मराते हुए तुझे शरम नही आएगी
रश्मि- पर अगर भैया ही मेरी चूत मारना चाहते है तो में क्या करूँ
रजनी- वह ऐसा कुछ नही चाहता है
रश्मि- अच्छा ऐसा कुछ नही चाहते होते तो मेरे चूचे क्यो दबाते
रश्मि की बात सुन कर रजनी लाजवाब हो जाती है,
रश्मि- मम्मी एक बात कहूँ
रजनी- क्या
रश्मि- मम्मी सच तो यह है कि भैया तुम्हे और मुझे दोनो को चोदना चाहते है, रश्मि की बात सुन कर रजनी की चूत फूल चुकी थी और वह रश्मि की बाते सुन कर बहुत चुदासी हो गई थी
रश्मि- मम्मी जब भैया मेरी मोटी गान्ड और चूचे सहलाते है तो मुझे बहुत मज़ा आता है, मेरा दिल करता है भैया मुझे पूरी नंगी करके अपने सीने से चिपका ले, में भैया से पूरी नंगी होकर चिपकने के लिए मरी जा रही हूँ, क्या तुम्हारा मन नही करता कि भैया तुम्हे पूरी नंगी करके अपने सीने से चिपका ले, और तुम्हारी फूली हुई चूत को अपने मोटे लंड से खूब कस-कस कर चोदे.
रजनी- पर रश्मि यह ज़रूरी नही कि राज यह सब करना चाहता हो
रश्मि- अच्छा ठीक है तुम्हे यकीन नही है ना कि भैया तुम्हे पूरी नंगी करके तुम्हे चोदना चाहते है तो फिर एक काम करो आज रात को सोने का बहाना करके देख लेना कि भैया तुम्हारे साथ कुछ करते है कि नही, तुम्हे खुद ही पता चल जाएगा, और हाँ थोड़ा लिपस्टिक वग़ैरह अपने होंठो पर लगा लेना, फिर देखना भैया तुम्हारे होंठो को भी ज़रूर चूसेंगे,
रजनी- क्यो उसे लिपस्टिक बहुत पसंद है क्या
रश्मि- अरे कश्मीर में तो उन्होने खुद मेरे होंठो पर लिपस्टिक लगाई और वह भी रात को और जब में सोने का बहाना करने लगी तो उन्होने मेरे चूचे को दबाते हुए मेरे होंठो को रात भर चूसा था,
रजनी- और क्या किया था उसने तेरे साथ
रश्मि- मुस्कुराकर पहले बताओ तुम भैया से अपनी चूत मरवाना चाहती हो कि नही
रजनी- झल्ला कार हाँ मरवाना चाहती हूँ, बस अब शांति मिल गई, अब बता मुझे
रश्मि- मुस्कुराते हुए अपनी मम्मी का मुँह चूम कर जब तुम अपने बेटे के मोटे लंड से चुदने के लिए इतनी मरी जा रही हो तो फिर अपनी बेटी से क्यो शरमाती हो, तुम क्या में तो खुद भी भैया का मोटा लंड लेने के लिए तड़प रही हूँ,
रजनी- उसे मारती हुई, चल कमिनि कितनी बदमाश है तू मुझे तो पहले से ही तेरे लक्षण अच्छे नही दिखते थे पर अब तो पूरा यकीन हो गया
रश्मि- मुस्कुराते हुए आख़िर अपनी मम्मी पर गई हूँ ना
रजनी- मुस्कुराते हुए चल अब बता भी और क्या किया था राज ने तेरे साथ
रश्मि- मम्मी भैया मेरी चूत भी सहला रहे थे और फिर उन्होने मेरी फूली हुई चूत को कस कर अपने हाथो में भर कर दबोच लिया था, क्या बताऊ मम्मी मुझे इतना मज़ा आया कि में पागल हो गई, सच मम्मी भैया जब अपने हाथो में पूरी चूत भर कर दबोचते है तो बहुत अच्छा लगता है, तुम देखना जब भैया तुम्हारी फूली हुई चूत को अपने हाथो में भर कर दबोचेंगे तो भैया मस्त हो जाएगे, तुम्हारी चूत तो मेरी चूत से भी ज़्यादा फूली हुई है ना
रजनी अब रश्मि की चुदास भरी बाते सुन कर पूरी तरह खुल चुकी थी और वह भी अब रश्मि से बिना किसी झिझक के बात कर रही थी और रश्मि अपनी चुदासी मम्मी की फूली हुई चूत को गरम करके खुस हो रही थी
रजनी- पर रश्मि तू यह कैसे कह सकती है कि राज मुझे भी चोदना चाहता है
रश्मि- अरे मम्मी भैया जब अपना मोटा लंड अपने हाथो में लेकर हिला रहे थे तो वह तुम्हारा बारे में ही बोल-बोल कर मूठ मार रहे थे
रजनी- क्या कह रहा था मेरे बारे में
रश्मि- मेने ठीक से तो नही सुना लेकिन इतना ज़रूर सुना था कि वह कह रहे थे ओह मम्मी कितनी मोटी और गदराई गान्ड है तुम्हारी, में तुम्हे पूरी नंगी करके चोदना चाहता हूँ, तुम्हारी चूत कितनी फूली हुई होगी, में तुम्हारी मस्त चूत को खूब कस-कस कर अपने मोटे लंड से फाड़ना चाहता हूँ,
रजनी- कहीं तू झूठ तो नही बोल रही
रश्मि- अपनी मम्मी के सर पर हाथ रख कर तुम्हारी कसम मम्मी भैया तुम्हे पूरी नंगी करके चोदने के लिए बहुत तड़प रहे है, एक बार चुदवा लो ना भैया से
रश्मि- अपनी मम्मी को अपनी बाँहो में भर कर उसका गाल चूमते हुए, मम्मी जब तुम्हारा खुद का बेटा अपनी मम्मी को पूरी नंगी करके उसके उपर पूरा नंगा होकर अपनी मम्मी की चूत को अपने मोटे लंड से कस कर चोदेगा तब तुम्हे कैसा लगेगा,
रजनी- मुस्कुराते हुए मुझे क्या पता
रश्मि- मम्मी तुम जैसी जवान कसी हुई घोड़ी को छोड़ कर भैया तो पागल हो जाएगे,
रजनी- क्या में वाकई इतनी मस्त दिखती हूँ
रश्मि- अरे मम्मी तुम्हारी इस गदराई जवानी को देख-देख कर ही तो भैया का मोटा लंड पगलाया हुआ है तभी तो वह रात को तुम्हे नंगी सोच कर मेरे उपर चढ़ने की कोशिश करते है
रजनी- तेरी चूत को जब तेरा भैया सहला रहा था तो तुझे बहुत अच्छा लग रहा था क्या
रश्मि- हाँ मुझे तो बहुत अच्छा लग रहा था, पर क्या तुम चाहती हो कि भैया आज तुम्हारी फूली हुई चूत को अपने हाथ में भर कर दबोचे
रजनी- पता नही वह ऐसा करेगा कि नही
रश्मि- मेरे पास एक आइडिया है मम्मी
रजनी-क्या
रश्मि- पर पहले यह बताओ की क्या तुम चाहती हो कि भैया तुम्हारी चूत को अपनी मुट्ठी में भर कर दबोचे
रजनी- हाँ
रजनी रश्मि की बातों से पागल हो गई थी और उसकी फूली हुई चूत पूरी तरह गीली हो गई थी
रश्मि- अच्छा ठीक है भैया आज तुम्हारी चूत को अपने हाथो में भर कर ज़रूर दबोचेगे पर क्या तुम यह भी चाहती हो कि भैया तुम्हारी फूली हुई चूत को अपने मुँह से दबा-दबा कर चूमे
रजनी- हाँ, में चाहती हूँ कि मेरा बेटा मेरी पूरी चूत को फैला कर अपने मुँह से खूब कस कर चूस ले
रश्मि- अपनी मम्मी की बात सुन कर मुस्कुरा उठती है और उसका हाथ पकड़ कर कमरे में चलने को कहती है
रजनी- कहाँ ले जा रही है,
रश्मि- तुम चाहती हो ना कि भैया रात को तुम्हारी चूत को चूमे और सहलाए
रजनी- हाँ लेकिन
रश्मि- तो फिर जैसा में कहती हूँ वैसा करो आओ मेरे साथ और रश्मि अपनी मम्मी का हाथ पकड़ कर रूम में लेजा कर दरवाजा बंद कर देती है
रजनी- क्या कर रही है बेटी
रश्मि- पहले मुझे अपनी चूत दिखाओ
रजनी- लेकिन क्यो
रश्मि- अरे दिखाओ ना अपनी साड़ी उपर करो और फिर रश्मि खुद अपनी मम्मी की साड़ी उपर तक चढ़ा देती है और रजनी पागलो की तरह उसको देखती रहती है
रश्मि- लो अपनी साड़ी पकडो और फिर रजनी अपनी साड़ी को कमर तक उठा कर पकड़ लेती है और रश्मि अपनी मम्मी की गदराई फूली हुई चूत को देखते हुए उसे अपने हाथो में भर कर, कितने बाल उगा रखे है भैया कभी इस पर अपना मुँह नही रखेगे, उन्हे तो पूरी चिकनी चूत पसंद है, चलो लेट जाओ में तुम्हारे बाल साफ कर देती हूँ
रजनी- पर बेटी मुझे शरम आती है
रश्मि- में कोई लड़का हूँ जो अपनी चूत दिखाने में शर्मा रही हो चलो लेट जाओ और रजनी की साड़ी को उसकी मोटी गदराई गान्ड से पूरा उपर तक चढ़ा कर रश्मि अपनी मम्मी की फूली हुई चूत पर हाथ फेरते हुए उसकी चूत की फूली हुई फांको को फैला कर जब देखती है तो मम्मी तुम भैया के लंड से चुदने के लिए इतना तड़प रही हो और मुझसे कहने में शरमाती हो देखो तुम्हारी चूत कितना पानी छोड़ रही है, फिर रश्मि रेज़र उठा कर अपनी मम्मी के चूत के बाल साफ करने लगती है और रजनी अपनी आँखे बंद किए हुए आराम से लेटी रहती है, कुछ ही देर में रश्मि अपनी मम्मी की फूली हुई चूत के सारे बाल साफ करके उसे एक दम चिकना कर देती है और जब वह अपनी मम्मी की फूली हुई चूत पर हाथ फेरती है तो रजनी एक सिसकी लेती हुई आह रश्मि यह क्या कर रही है,
रश्मि- मम्मी अब देखो अपनी चूत को झट के बाल साफ होने के बाद यह कितनी ज़्यादा फूल कर गदरा गई है भैया जब इसे देखेगे तो पागल हो जाएगे और तुम्हे चोदे बिना नही रह पाएगे, रजनी उठ कर अपनी चूत को देख कर उस पर हाथ फेरती हुई तूने तो सचमुच कितना चिकना कर दिया है इसे
रश्मि- इसलिए कि ताकि भैया अच्छे से तुम्हारी चूत पी सके,
रजनी- क्या राज ने तेरी चूत को भी पिया था
रश्मि- अरे मम्मी तुम बहुत सीधी हो तुम मुझसे कहती थी ना कि तू अपने भैया की गोद में क्यो बैठ जाती है
रजनी- हाँ कहती तो थी
रश्मि- जानती हो क्यो, वो इसलिए कि में अब भैया की गोद में खुद ही जाकर बैठ जाती हूँ और भैया खूब कस कर मेरे सामने ही मेरे रसीले होंठो को चूस्ते हुए मेरी कसी हुई चुचियो को मसलते है
रजनी- उसे आश्चर्य से देखती हुई, क्या तू सच कह रही है
रश्मि- अच्छा तुम देखना चाहती हो कि में जब भैया की गोद में बैठ जाती हूँ तो वह मेरे रसीले होंठो को चूस्ते हुए कैसे मेरे मोटे-मोटे चूचे को खूब कस-कस कर मसल्ते है
रजनी- वो कैसे
रश्मि- अच्छा तुम रूम के अंदर से चुपचाप पर्दे के पीछे से खड़ी होकर बाहर देखना में तुम्हारे सामने ही उस सोफे पर भैया को बैठा कर उनसे अपने चूचे मसलवाउन्गी और देखना वह कितने प्यार से मेरे चूचे को खूब कस-कस कर दबाएगे, बोलो में जाउ तुम देखोगी
रजनी-मुस्कुराकर अपनी वासना को छुपाते हुए, राज ऐसा कभी नही करेगा
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