RE: Parivaar Mai Chudai घर के रसीले आम मेरे नाम
रश्मि अपनी मम्मी के रसीले होंठो पर खूब डार्क लिपस्टिक लगा देती है और रजनी का चेहरा एक दम चोदने लायक दिखने लगता है,
रश्मि- चलो अपना ब्लौज उतारो
रजनी- वह क्यो
रश्मि- अपनी ब्रा उतार कर रख दो और सिर्फ़ ब्लॉज पहन लो और उपर के दो बटन खुले रखो और फिर रश्मि उसका ब्लॉज उतरवा देती है और फिर वह उसकी साड़ी भी खोलने लगती है
रजनी- अब साड़ी क्यो उतार रही है
रश्मि- मम्मी साड़ी उतार कर अपना पेटिकोट भी उतार दो और सिर्फ़ साड़ी पहन कर ही सोना
रजनी- लेकिन रश्मि ऐसे में तो साड़ी कभी भी सोते में खुल जाएगी
रश्मि- अरे तो क्या हुआ फिर से बाँध लेना चलो अब जल्दी करो और फिर रश्मि फटा-फॅट अपनी मम्मी की साड़ी उतार कर उसके पेटिकोट का नाडा खीच देती है और फिर रजनी अपने गदराए चुतड़ों पर केवल साड़ी पहनकर बाँध लेती है
रश्मि- अपनी मम्मी के मोटे-मोटे चुतड़ों को पतली सी साड़ी के उपर से दबाती हुई, मम्मी अब भैया तुम्हारे चुतड़ों को जब छुएगे तो उन्हे लगेगा कि तुम पूरी नंगी ही हो, और हाँ एक बात ध्यान रखना उनसे खूब कस कर चिपक कर सोना
और फिर रश्मि रूम से बाहर चली जाती है और राज को मम्मी के पास जाने को कहती है, राज जल्दी से अपनी पेंट उतार कर केवल अपनी अंडर वेअर के उपर टॉवेल पहनकर अपनी मम्मी के रूम में चला जाता है,
रजनी- पहले से ही लेटी हुई थी और राज उसके पास जाकर जाते ही उसके मोटे चुतड़ों पर हाथ रखते हुए, मम्मी सो गई क्या
रजनी- उसको देख कर स्माइल करते हुए हाँ बेटा बस सोने की कोशिश कर रही हूँ आज तो बहुत थकान लग रही है
राज - वही बैठा हुआ उसकी मोटी जाँघो पर हाथ फेरता हुआ तुम्हारे पैर दबा दूं क्या
रजनी- नही बेटा तू तो मेरे पास आकर लेट जा
राज - ठीक है मम्मी और फिर राज अपनी मम्मी के पास जाकर लेट जाता है और जब उसके गदराए भरे हुए चेहरे और
उस पर उसके रसीले होंठो पर डार्क लिपस्टिक देखता है तो उसका लंड अंगड़ाई लेने लगता है
रजनी- दूर क्यो लेता है पास आजा
राज - अपनी मम्मी के करीब सरक कर अपने हाथ को उसके गुदाज पेट के उपर रख लेता है और धीरे-धीरे सहलाते हुए अपनी मम्मी की मदमस्त जवानी को अपनी आँखो से पीने लगता है, रजनी की चूत तो पहले से ही खूब फूली हुई थी और जब
राज उसके पेट पर अपना हाथ फेरने लगता है तो उसकी चूत और फूलने लगती है,
राज - अपनी मम्मी को अपनी बाँहो में भर कर उसके गदराए हुए गालो को चूम कर मम्मी मुझे आपके साथ सोने में बहुत अच्छा लगता है
रजनी- अपने बेटे के मुँह को अपने मोटे-मोटे चूचे में भर कर दबाती हुई, बेटे मुझे भी तुझसे चिपक कर सोने में बड़ा सुकून मिलता है
राज - मम्मी एक बात कहूँ आप बुरा तो नही मनोगी
रजनी- उसके सर पर हाथ फेरते हुए कोई माँ अपने बेटे की किसी भी बात का बुरा नही मान सकती है, बेटा चाहे अपनी मम्मी के साथ कैसी भी बात कर ले
राज - मम्मी आपके होंठ बहुत खूबसूरत है
रजनी- मुस्कुराकर तो तेरा क्या मन कर रहा है
राज - क्या में आपके होंठ को चूम लूँ
रजनी- मुस्कुराते हुए क्या कोई बेटा अपनी मम्मी के होंठ चूमता है
राज - मम्मी आपके होंठ मुझे बहुत अच्छे लग रहे है इसलिए कह रहा हूँ
रजनी- ठीक है चूम ले
राज - अपनी मम्मी की फूली हुई चूत की कल्पना करते हुए उसके रस भरे होंठो को कस कर चूम लेता है और रजनी को ऐसा लगता है जैसे उसका बेटा उसकी फूली हुई चूत को चूम रहा हो
रजनी- अब मेरे सीने से लग कर चुप चाप सो जा और मुझे भी सोने दे
राज - अपनी मम्मी की मोटी गान्ड को सहलाता हुआ मम्मी अब में आपके होंठो को रोज चुसूंगा
रजनी- क्यो तुझे मेरे होंठ इतने अच्छे लगते है क्या
राज - अपनी गदराई मम्मी को कस कर अपनी बाँहो में भर कर उसके रसीले होंठो को खूब कस कर चूस्ता हुआ मम्मी मुझे तो आप पूरी बहुत अच्छी लगती है ऐसा लगता है में आपसे दिन भर ऐसे ही चिपका रहूं
रजनी- अपने मन में बेटा जब तू अपनी मम्मी को पूरी नंगी करके उससे चिपकेगा तो तुझे और भी अच्छा लगेगा
राज - मम्मी आप आराम से सो जाओ में आज आपको सहलाते हुए सुला देता हूँ
रजनी- मुस्कुराते हुए क्यो इतना प्यार करता है अपनी मम्मी से
राज - दुनिया में सब से ज़्यादा, चलो अब अपनी आँखे बंद करके सोने की कोशिश करो
आप सो जाओ में धीरे-धीरे आपकी पीठ सहला देता हूँ तो आपको जल्दी नींद आ जाएगी
रजनी- ठीक है बेटे और फिर रजनी अपनी आँखे बंद कर लेती है और राज अपनी मम्मी की मदमस्त गदराई जवानी की खुश्बू लेता हुआ उसकी पीठ को धीरे-धीरे सहलाता हुआ अपने हाथो को अपनी मम्मी के गदराए हुए चुतड़ों पर ले जाता है और वह अपनी मम्मी के भरे-भरे मोटे-मोटे चुतड़ों को सहलाने लगता है और रजनी अपने बेटे से कस कर चिपक जाती है, राज को अपनी मम्मी के भारी-भारी चुतड़ों को सहलाने में बहुत मज़ा आने लगता है और उसका मोटा लंड उसके टॉवेल को हटाते हुए अंडरवेर को उपर उठा देता है और उसका मोटा लंड रजनी के पेडू में चुभने लगता है, रजनी
अपने बेटे के मोटे लंड के अहसास से पागल होने लगती है, और वह उसकी बाँहो में ऐसे चिपकी रहती है जैसे अभी चुद जाएगी, राज करीब आधे घंटे तक अपनी मम्मी की मोटी गान्ड को सहलाता रहता है, उसके बाद वह धीरे से
राज - मम्मी सो गई क्या
रजनी- चुपचाप आँखे बंद किए हुए लेटी रहती है और उसका दिल बहुत जोरो से धड़कता रहता है, राज तो पहले से ही जनता था कि उसकी मम्मी केवल नखरा कर रही है और फिर अपनी मम्मी को सुनाते हुए, मम्मी लगता है तुम सो गई हो पर तुम्हारे रसीले होंठ देख कर तुम्हारे बेटे का मन इनको पीने का हो रहा है और राज अपनी मम्मी को अपनी बाँहो में भरकर उसके रसीले होंठो को चूम लेता है और रजनी उस समय आनंद के सागर में डूबने लगती है राज बार-बार अपनी मम्मी के रस भरे होंठो को चूस्ता हुआ उसके मोटे-मोटे चुतड़ों को सहलाता रहता है, फिर अचानक राज अपनी मम्मी के मोटे-मोटे कसे हुए चूचे को अपने मुँह से दबाते हुए उसके चूचे को अपने हाथो का पूरा पंजा फैलाकर कस लेता है और स्पंज की तरह मुलायम और मोटे चूचे को दबाने में उसे बहुत मज़ा आने लगता है और अपनी मम्मी के गदराए बदन को सहलाता हुआ फिर से अपनी मम्मी के रसीले होंठो को चूसने लगता है,
रजनी- अपने मन में राज आज तू तो मेरी जान ले लेगा मुझसे तो चुपचाप पड़े नही रहा जाता है, में क्या करूँ
राज - लगातार अपनी मम्मी के रसीले होंठो को पीता हुआ उसके मोटे-मोटे चूचे मसलता रहता है और रजनी अपनी मोटी जाँघो के बीच अपनी फूली हुई गदराई चूत को दबाए अपने बेटे की और मुँह करके करवट लेकर पड़ी रहती है, थोड़ी देर बाद राज अपनी मम्मी की थोड़ा धकेल कर उसे सीधा चित लिटा देता है और फिर अपने हाथो से उसका गदराया हुआ उठा पेट सहलाते हुए अपने हाथ को धीरे-धीरे अपनी मम्मी की फूली हुई चूत की ओर बढ़ने लगता है और रजनी के दिल की धड़कन तेज होने लगती है, राज अपनी मम्मी के उभरे हुए पेट और पेडू को थोड़ा साड़ी नीचे करके सहलाता और दबाता रहता है और फिर अचानक राज अपनी मम्मी की फूली हुई गदराई छूट को अपनी हथेली में कस कर दबोच लेता है और रजनी की सांस रुकते-रुकते रह जाती है राज अपनी मम्मी की फूली हुई चूत के गुदाज अहसास से पागल हो जाता है और उसकी चूत को अपने हाथो से सहलाता हुआ थोड़ा उठ कर उसके रसीले होंठो को पीने लगता है,
रजनी उसकी इस हरकत से पागल हो जाती है और अपने हाथ की मुत्ठियो को कसे हुए अपनी फूली हुई चूत को अपने बेटे से मसलवाने का मज़ा लेती रहती है, अब राज धीरे-धीरे अपनी मम्मी की साड़ी को उपर की ओर चढ़ाने लगता है और उसका हाथ अपनी मम्मी की गोरी-गोरी गदराई जाँघो को भर-भर कर दबोचते हुए उपर की ओर बढ़ने लगता है और फिर वह एक दम से अपनी मम्मी की नंगी फूली हुई छूट को अपनी मुट्ठी में कस कर दबोच लेता है और रजनी की चूत ढेर सारा पानी छोड़ने लगती है, राज अपनी मम्मी की नंगी फूली हुई चूत को खूब कस-कस कर दबोचते हुए उसके होंठो को चूसने लगता है, तभी रजनी के मुँह से एक गहरी सिसकी निकल जाती है और राज एक दम से उसे छोड़ देता है और रजनी करवट लेकर दूसरी तरफ मुँह कर के लेट जाती है और राज धीरे से अपनी मम्मी की मोटी गान्ड से अपने लंड को सटा कर उससे कस कर चिपक कर उसे अपनी बाँहो में भर कर लेट जाता है, उसका मोटा लंड रजनी की साड़ी के उपर से ही उसकी मोटी गान्ड के छेद में घुसा हुआ होता है और राज अपनी कमर को खूब कस कर अपनी मम्मी की मोटी गान्ड से दबा लेता है,
राज अपना हाथ आगे लेजा कर अपनी मम्मी के मोटे-मोटे दूध को खूब कस कर दबोच लेता है और रजनी अंदर ही अंदर सीसियाते हुए खूब मज़ा लेती रहती है, राज धीरे से अपनी मम्मी के भारी और मोटे चुतड़ों से साड़ी उठा कर उसकी गदराई गान्ड को पूरी नंगी कर देता है और जब वह अपनी मम्मी की मोटी और गदराई गान्ड को देखता है तो पागल हो जाता है और जल्दी से उठ कर अपनी मम्मी के मोटे-मोटे चुतड़ों के पास अपना मुँह रख कर लेट जाता है और फिर अपनी मम्मी की गदराई चिकनी गुदाज जाँघो को अपने हाथो में भर कर अपने मुँह को अपनी मम्मी की गदराई उठी हुई गान्ड से कस कर चिपका देता है, रजनी को जब महसूस होता है कि उसका बेटा उसके मोटे-मोटे चुतड़ों में अपना मुँह भर कर उसकी गदराई गान्ड से अपना मुँह लगाकर सोया है तो उसकी फूली हुई चूत पानी-पानी हो जाती है, राज अपने मुँह को कस कर अपनी मम्मी के भारी-भारी चुतड़ों से कस-कस कर दबाता हुआ अपने एक हाथ को अपनी मम्मी के नंगे पेट पर लेजा कर उसके गदराए पेट को मसलता हुआ अपनी मम्मी के चुतड़ों को पागलो की तरह चूमने लगता है, रजनी दूसरी और करवट लिए हुए अपनी गदराई गान्ड को और ज़्यादा पीछे की ओर उभर देती है और राज के सामने उसकी मम्मी की गदराई गान्ड के मोटे-मोटे पट चौड़े हो जाते है और उसकी गुदा का कसा हुआ छेद जैसे ही राज को नज़र आता है राज अपनी मम्मी के चुतड़ों के दोनो पाटो को और कस के फैला कर देखता है और फिर वह अपनी मम्मी के मोटे-मोटे भारी भरकम चुतड़ों को खूब कस कर अपने हाथो से फैलाता हुआ अपनी जीभ अपनी मम्मी के भारी चुतड़ों की गहरी दरार में डाल कर चाटने लगता है और रजनी की चूत पानी-पानी हो जाती है.
राज लगातार अपनी मम्मी के मोटे-मोटे नंगे चुतड़ों को फैला-फैला कर चाटने लगता है और वाह मम्मी क्या गजब की मोटी गान्ड है तुम्हारी और तुम्हारे इन भारी चुतड़ों में कितनी गहराई है, राज जब अपनी मम्मी की गुदा को चाटता है तब कभी-कभी उसकी जीभ उसकी मम्मी की फूली हुई चूत के बड़े से गुलाबी छेद में चली जाती है, राज बड़े प्यार से अपनी मम्मी की गदराई गान्ड के मोटे छेद को चाटता हुआ अपनी मम्मी की फूली हुई चूत को जब सहलाता है तो वह उसे कुछ ज़्यादा ही बड़ी और फूली हुई महसूस होती है और राज अपनी मम्मी की गान्ड से अपनी जीभ निकाल कर उसे पलटा कर सीधा कर देता है और जब बिल्कुल पास से अपनी मम्मी की फूली हुई गदराई चूत जो बिना बालो के बिल्कुल चिकनी लग रही थी को देख कर एक दम से पागल होते हुए अपनी मम्मी की फूली हुई मस्तानी चूत पर सीधे अपना मुँह रख कर उसे कस कर अपने मुँह से दबाता है और रजनी आँखे खोल कर राज की इस हरकत को देख कर पागल हो जाती है उसका मन करता है कि वह राज के सर को पकड़ कर अपनी चूत में दबा दे, राज अपनी मम्मी की फूली हुई चूत को सुन्घ्ता हुआ उसकी गदराई भोसड़ी पर खूब कस-कस कर अपने मुँह को दबाता है और अपनी मम्मी की गदराई भोसड़ी को खूब कस-कस कर चूमने लगता है रजनी से रहा नही जाता है और वह अपनी जाँघो को थोड़ा सा खोल देती है और राज को उसकी मम्मी की मादक चूत की खुश्बू का अहसास बढ़ता हुआ महसूस होता है और वह अपना मुँह उठा कर अपनी मम्मी की चूत की मोटी-मोटी फांको को अपने हाथो से फैला कर जब देखता है तो अपनी मम्मी की एक दम गुलाबी भोसड़ी को देख कर उसके भगनासे को अपने होंठो से खूब गहराई से चूम लेता है और रजनी को ऐसा लगता है जैसे वह वही मूत देगी, वह बर्दास्त करने की स्थिति में नही रह जाती है और एक दम से करवट लेकर अपनी मोटी-मोटी जाँघो से अपनी फूली हुई चूत को छुपा लेती है और राज अपनी मम्मी की मोटी गान्ड के पीछे फिर से आ जाता है और उसकी गुदा को फैला-फैला कर फिर से चाटने लगता है,
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