Parivaar Mai Chudai घर के रसीले आम मेरे नाम
08-16-2019, 12:18 PM,
#40
RE: Parivaar Mai Chudai घर के रसीले आम मेरे नाम
रवि- इसलिए कि वह मुझे बिना पेंटी के ही अच्छी लगती है और फिर रवि कोमल की पेंटी को सूंघ लेता है और कोमल कनखियो से अपने पापा की हरकत देख कर मुस्कुराती रहती है, कुछ देर बाद कोमल खा पीकर अपने पापा की बाँहो से चिपक कर बैठ जाती है,

रवि- कोमल के खूबसूरत चेहरे को देखता हुआ उसके लाल-लाल होंठो को देख कर मिर्ची ज़्यादा थी क्या तेरे पूरे होंठ लाल हो गये है

कोमल- अपने होंठो को अपनी जीभ से गीला करती हुई अपने पापा को अपनी कामुक नज़रो से देखती हुई क्या बहुत लाल है मेरे होंठ

रवि- हाँ और रसीले भी बहुत है ऐसा लगता है इनको अपने मुँह से चूम लूँ

कोमल- अपनी जीभ को अपने होंठो पर फेर कर गीला करती हुई, क्यो आपके चूसने से मेरे होंठ जो मिर्ची से लाल हो गये है वह ठीक हो जाएगे क्या

रवि- हाँ तेरी मम्मी जब कुछ खा कर मेरे पास बैठती है तो में उसके होंठो को चूस लेता हूँ और उसे काफ़ी अच्छा लगता है, तेरे होंठ भी बिल्कुल लाल हो रहे है तेरी मम्मी की तरह ही

कोमल- आपका मन कर रहा है क्या मेरे होंठ चूसने का

रवि- कोमल को अपनी बाँहो में भर कर उसके रसीले होंठो को खूब कस कर पीने लगता है और कोमल उसकी बाँहो से चिपकते हुए आह पापा क्या कर रहे हो, क्या मेरे होंठ आपको इतने अच्छे लगते है

रवि- उसके रस भरे होंठो को पी कर हाँ बेटी तेरे होंठ बहुत सुंदर है

कोमल- आपने मेरी यह लाल वाली पेंटी को क्यो निकाल लिया

रवि- में चाहता हूँ कि में तुझे इस पेंटी में देखु कि तेरा फिगुर क्या तेरी मम्मी जैसा है, कोमल अपने पापा से अपनी पेंटी ले कर अपने बेग में रखती हुई,

कोमल- पापा एक बात पुछु

रवि- क्या

कोमल- आप मेरी पेंटी सूंघ क्यो रहे थे

रवि- में देख रहा था कि इसमे तेरी खुश्बू आती है या नही

कोमल- पर यह तो नई है अगर आपको मेरी खुश्बू लेना है तो जो पेंटी मेने पहनी है उसको सूंघना

रवि- अच्छा ठीक है चल अब घर चलते है

फिर दोनो घर आ जाते है मल्टी अपने रूम में सोई रहती है और रवि कोमल को लेकर उसके रूम में जाकर उसके बेड पर बैठ जाता है,

रवि- कोमल पहन कर दिखा ना अपने कपड़े में भी तो देखु तू नई ड्रेस में कैसी लगती है

कोमल- मुस्कुराते हुए अपने मन में पापा साफ क्यो नही कहते कि मुझे पूरी नंगी देखना चाहते हो

कोमल- पापा क्या पहन कर दिखाऊ टॉप और स्कर्ट या टीशर्ट

रवि- पहले तो तू अपनी पेंटी ट्राइ करले कहीं छोटी तो नही है

कोमल- मुस्कुराते हुए पापा आपके सामने कैसे ट्राइ करूँ

रवि- उसका हाथ पकड़ कर उसे अपनी गोद में बैठा कर उसके गालो को चूमते हुए, क्यो अब क्या तू बड़ी हो गई है जो मेरे सामने शर्मा रही है, अभी कुछ समय पहले तक तो मेरे सामने पूरी नंगी हो जाया करती थी, तू तो अभी भी मेरे लिए छोटी बच्ची ही है चल अपनी जीन्स उतार कर मुझे यह लाल वाली पेंटी पहनकर दिखा और हाँ जा पहले जाकर दरवाजा बंद कर दे

कोमल- मुस्कुराते हुए अपने पापा के सीने से अपने मोटे-मोटे दूध को दबा कर उनसे चिपकती हुई, पापा आप मुझसे बहुत प्यार करते है ना मेरे एक बार कहने पर ही आप तुरंत मुझे शॉपिंग करने ले गये


रवि- कोमल को कस कर अपने सीने से दबाता हुआ उसके होंठो को कस कर चूमते हुए हाँ बेटी में तुझसे तेरी मम्मी से भी ज़्यादा प्यार करता हूँ, तू है ही इतनी खूबसूरत कि तुझे तो हर कोई चूमना चाहेगा

कोमल- पापा मेरी सहेली भी यही कहती है कि कोमल तू बहुत खूबसूरत लगती है, खास कर तेरे होंठ बहुत खूबसूरत है

रवि- उसके रसीले होंठो को चूमते हुए हाँ बेटी सचमुच तेरे होंठ बहुत सुंदर है, कोमल अपने पापा से चिपकी रहती है और रवि उसकी गदराई जवानी को भिचता हुआ उसके गदराए बदन को सहलाता रहता है,

कोमल -चलो पापा में आपको अपनी ब्रा और पेंटी पहन कर दिखाती हूँ

उसकी बात सुन कर रवि का मोटा लंड झटके मारने लगता है और वह उसे छोड़ देता है और कोमल दरवाजे की तरफ अपने भारी-भारी चूतड़ मटका कर जाने लगती है और रवि अपने मोटे लंड को अपनी पेंट के उपर से मसलता हुआ अपनी बेटी के गदराए हुए मोटे चुतड़ों की मटकती थिरकन को देखने लगता है, कोमल दरवाजा लगा कर आ जाती है और अपने पापा के सामने खड़ी होकर,

कोमल- पापा क्या में मम्मी से भी मोटी लगने लगी हूँ और अपनी मोटी गान्ड अपने पापा की ओर घुमा कर उसे दिखाने लगती है,

रवि -अपनी बेटी की गदराई गान्ड में अपना हाथ फेर कर उसके भारी चुतड़ों को दबा कर उनका साइज़ महसूस करते हुए, बेटी जीन्स के उपर से सही अंदाज़ा नही लगता है कि तू अपनी मम्मी से मोटी है या नही

कोमल- अच्छा में जीन्स उतार कर आपको दिखाती हूँ फिर बताना और कोमल अपनी जीन्स का बटन खोल कर उसे नीचे सरका देती है, रवि कोमल की कसी हुई गदराई गोरी-गोरी जाँघो को देख कर मस्त हो जाता है और जब उसकी नज़र अपनी बेटी की वाइट पेंटी में कसी हुई फूली चूत के पाव रोटी की तरह फूले उभार पर पड़ती है तो वह पागलो की तरह उसकी फूली हुई चूत को देखने लगता है और कोमल पूरा जीन्स उतार कर बेड पर फेंक देती है, अब वह अपने पापा के सामने टीशर्ट और पेंटी में खड़ी थी, और फिर अपने पापा की ओर देखते हुए अब देखो पापा में क्या मम्मी से भी मोटी हूँ और अपने पापा की ओर घूम कर अपनी गदराई उठी हुई मोटी गान्ड को दिखाने लगती है और रवि का मोटा लंड उसकी पेंट फाड़ने को बेकरार हो जाता है कोमल की पेंटी उसके भारी चुतड़ों की मोटी दरार में फसि हुई थी और उसकी गान्ड के मोटे-मोटे गदराए हुए पाट पूरे नंगे नज़र आ रहे थे , रवि कोमल की कमर पकड़ कर उसे अपनी ओर खींच लेता है और फिर उसकी गदराई गान्ड को अपने हाथो से दबोचते हुए, हाँ बेटी तेरा फिगर तो अब बिल्कुल तेरी मम्मी से भी भारी लगने लगा है लेकिन मुझे बिल्कुल तेरे जैसा फिगर ही ज़्यादा अच्छा लगता है,

कोमल- अपने पापा की ओर घूम कर पर पापा मेरा पेट तो मम्मी की तरह ज़्यादा उठा हुआ नही है ना और फिर कोमल अपनी टीशर्ट अपने पापा के सामने उठा कर अपने पेट को नंगा करके दिखाने लगती है रवि जब अपनी जवान गदराई बेटी का मासल उठा हुआ चिकना पेट देखता है तो उसका बुरा हाल हो जाता है और वह कोमल को बैठे-बैठे अपनी दोनो टाँगो के बीच खीच कर उसके मसल और चिकने पेट को मसल्ते हुए,

रवि- बेटी तेरा पेट तो बहुत ही सुंदर है

कोमल- और क्या सुंदर है पापा मुझमे क्या आप मम्मी को भी नंगी करके उनका फिगर इसी तरह देखते हो

रवि- कोमल की फूली हुई चूत पर एक दम से अपने हाथ को फेर देता है और फिर उसे अपनी गोद में बैठा कर उसकी मोटी नंगी जाँघो को दबाता हुआ, हाँ बेटी तेरी मम्मी तो रोज मेरे साथ पूरी नंगी चिपक कर ही सोती है ना

कोमल-मम्मी को शर्म नही आती इतनी बड़ी होकर आपके साथ नंगी होकर चिपकती है

रवि- कोमल के गदराए पेट को सहलाते हुए अपनी कोहनी से उसके मोटे-मोटे दूध को दबाता हुआ, बेटी तेरी मम्मी कहती है मुझे आपके साथ पूरी नंगी होकर चिपकने में बहुत अच्छा लगता है

कोमल- तो क्या आप भी पूरे नंगे हो जाते हो

रवि अपने हाथ को कोमल की कसी हुई फूली चूत पर धीरे से लेजा कर अपनी बेटी की फूली हुई चूत को हल्के-हल्के दबाते हुए हाँ बेटी में भी पूरा नंगा होकर तेरी मम्मी को पूरी नंगी करके अपने से चिपका लेता हूँ

कोमल- एक बात कहूँ पापा

रवि - कोमल की चूत को सहलाता हुआ हाँ बोल

कोमल- पापा एक दिन मेने आप दोनो को नंगे होकर सोते हुए देखा था

रवि- अच्छा, तो क्या तेरा भी मन करता है मेरे साथ नंगी होकर चिपकने का और रवि अपनी बेटी की चूत को कस कर अपने हाथो में भर कर मसल देता है, कोमल की चूत तो पहले से ही पूरी पानी-पानी थी लेकिन जब उसके पापा ने उसकी कसी हुई चूत को अपने हाथो में भर कर दबोचा तो वह अपने पापा के सीने से चिपक गई, रवि उसके होंठो को चूमते हुए

रवि- बोल ना बेटी मेरे साथ पूरी नंगी होकर सोएगी और कोमल के मोटे-मोटे दूध को कस कर मसल्ने लगता है और
कोमल- हाँ पापा में भी आपके साथ पूरी नंगी होकर सोना चाहती हूँ, पर आपको भी पूरा नंगा होना पड़ेगा

रवि- कोमल के मोटे-मोटे दूध को कस-कस कर मसलता हुआ, क्या तू मुझे नंगा देखना चाहती है,

कोमल- हाँ पापा और फिर अपने पापा के मोटे लंड को अपने हाथो से दबाती हुई, मेने जब से आपका यह देखा है मुझे आपके इसको देखने का बहुत मन करता है

रवि- मुस्कुराते हुए क्या तूने मेरा लंड देखा है

कोमल- हाँ पापा और मुझे आपका मोटा लंड बहुत अच्छा लगता है

रवि- अभी देखेगी

कोमल- अपने पापा को देख कर मुस्कुराती हुई उसके सीने से पूरी चिपक जाती है और रवि उसकी फूली हुई चूत को कस कर दबाते हुए अपनी पेंट की चैन खोल कर अपने मोटे लंड को बाहर निकाल लेता है और कोमल जैसे ही अपने पापा का मोटा खड़ा लंड देखती है उसकी आँखे फटी की फटी रह जाती है, रवि उसका हाथ पकड़ कर अपने मोटे लंड पर रख देता है और कोमल अपने पापा के मोटे लंड को अपने हाथो में कस-कस कर पकड़ कर दबाने लगती है

रवि- अब बता कोमल अच्छा लग रहा है तुझे, कोमल अपने पापा से कुछ बोले बिना ही उसके मोटे लंड को बैठ कर सीधे अपने मुँह में डाल कर चूसने लगती है और रवि उसकी इस हरकत पर पागल हो जाता है और उसके दूध को खूब कस-कस कर दबाने लगता है

कोमल- पापा आप मेरी पेंटी सूंघना चाहते थे ना

रवि- तू खड़ी हो में सूंघ कर देखता हूँ और फिर कोमल खड़ी हो जाती है और रवि उसके पास बैठ कर अपना मुँह सीधे अपनी बेटी की वाइट पेंटी में कसी हुई फूली चूत से लगा देता है और अपनी बेटी की फूली हुई चूत को अपने मुँह से कस कर दबाता हुआ उसके भारी-भारी चुतड़ों को मसल्ने लगता है और कोमल आह,आह करने लगती है,

रवि कस-कस कर अपने मुँह को अपनी बेटी की फूली हुई चूत से दबा-दबा कर उसकी चूत की मादक गंध को सुघने लगता है

कोमल- सीसियाते हुए, पापा आप मम्मी की पेंटी भी ऐसे ही सूंघते है क्या

रवि-कोमल की चूत को अपने हाथो से दबोचता हुआ, बेटी तेरी मम्मी पेंटी पहनती ही कहाँ है इसलिए में उसे पूरी नंगी करके ऐसे ही उसकी फूली हुई चूत को चूमता हूँ और फिर उसकी चूत की खुश्बू सूंघ-सूंघ कर देखता हूँ

कोमल- पापा मेरी पेंटी भी उतार कर मेरी चूत की खुश्बू भी सूँघो ना क्या मेरी भी चूत मम्मी की चूत की तरह ही महकती है

उसकी बात सुन कर रवि उसकी पेंटी को उसकी कमर से पकड़ कर नीचे सरका देता है और जब अपनी बेटी की बिना बालों वाली चिकनी फूली हुई गदराई चूत को देखता है तो पागलो की तरह अपनी बेटी की फूली हुई चूत को अपने होंठो से दबा-दबा कर उसकी फूली हुई बुर की मस्त मादक गंध को सुघने लगता है और कोमल अपने पापा के सर को पकड़ कर कस कर अपनी चूत से उनका मुँह दबा लेती है, कोमल आह पापा बहुत अच्छा लग रहा है,

रवि- अपनी बेटी की फूली हुई बुर को अपने मुँह से दबाता हुआ उसकी एक टाँग को उठा कर जैसे ही अपने कंधे पर रखता है तभी उसे बाहर से कुछ आहट सुनाई देती है और वह कोमल को छोड़ कर जल्दी से उसे कपड़े पहनने को कहता है और कोमल जल्दी से अपनी जीन्स पहन कर अपने सारे कपड़े छुपा देती है और फिर धीरे से दरवाजा खोल कर बाहर देखती है तो उसकी मम्मी उसे बाथरूम में घुसती हुई नज़र आती है और रवि अपने रूम में चला जाता है और कोमल अपने बेड पर लेट कर मंद-मंद मुस्कुराने लगती है.

तभी उसके पास अचानक राज का फोन आता है और वह कोमल से कहता है कि रश्मि ने उसको अर्जेंट आने के लिए कहा है, और फिर राज फोन काट देता है, कोमल कुछ समझ नही पाती है और सोचती है रश्मि ने खुद फोन क्यो नही किया और वह रश्मि को कॉल करती है और रश्मि का मोबाइल स्विच ऑफ आता है वह कुछ सोचती है और फिर अपनी मम्मी से रश्मि के पास जाने का कह कर चल देती है,

राज - रश्मि का मोबाइल ऑन करते हुए अरे रश्मि तेरा फोन तो लेकर जा, पर मम्मी तुम दोनो कितनी बजे तक लौट कर आओगे

रजनी- बेटे अब शर्मा जी की बेटी का बर्तडे है तो वह शाम को ही सेलेब्रेट होगा इसलिए हमे 7-8 बज जाएगे

राज - ओके मम्मी ठीक है

रश्मि और रजनी दोनो घर के बाहर निकल जाती है उनके जाने के करीब आधे घंटे बाद कोमल आती है और राज सोफे पर बैठा टीवी देख रहा था

कोमल- हेलो भैया, क्या बात है इस तरह अचानक रश्मि ने क्यो बुलाया है क्या कुछ बात हो गई है

राज - अरे पहले तुम यहाँ आकर बैठो तो सही फिर में बताता हूँ

कोमल- राज के पास आकर बैठ जाती है और राज टीवी ऑफ करते हुए, कोमल की तरफ घूम कर उसे देखता हुआ अचानक उसके एक दूध को कस कर अपने हाथो में भर कर मसल देता है, उसकी इस हरकत का कोमल को ज़रा भी आभाष नही था और वह एक दम से चौंकते हुए गुस्सा दिखा कर,

कोमल-राज भैया यह क्या कर रहे हो आप,

राज - मुस्कुराते हुए, कोमल आज में तुमको खूब कस कर चोदना चाहता हूँ

कोमल- राज को आश्चर्य से देखती हुई, भैया आपको शर्म नही आती में आपकी छोटी बहन के समान हूँ और आप मुझसे इतनी गंदी बात कह कैसे सकते हो

राज - मेरी रानी माना कि तुम मेरी बहन के समान हो लेकिन आज में अपनी बहन को पूरी नंगी करके खूब कस-कस कर चोदना चाहता हूँ, और राज अपने मोटे लंड को अपने पाजामे के उपर से सहलाता हुआ, मेरी रानी मेरा मोटा लंड तुम्हारी फूली हुई चूत को फाड़ने के लिए देखो कैसे तना है,
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