Kamvasna आजाद पंछी जम के चूस.
08-27-2019, 01:42 PM,
#99
RE: Kamvasna आजाद पंछी जम के चूस.
अब जया काकी के सहारे कमल का टाइम पास अच्छे से होने लगा था लेकिन अभी उसकी इंर्टी घर मे नही हुई थी,
एक दिन आरती को अपने रिस्तेदारी में एक शादी में जाना हुआ तो वो सोनल और जया काकी को भी साथ ले गयी। उनको आने जाने और शादी को अटेंड करने में तीन दिन लगने थे तो वो मोनिका को घर सम्भाल कर निकल गए।
अब मोनिका अकेली थी घर मे तो उसके दिमाग मे खुराफात सूझ रही थी, इन दिनों में उसकी चुदाई नही हुई थी, न तो रवि मिलता और न ही रामु। उसने जबसे अपनी माँ और कमल की चुदाई देखी तो उसके तन बदन में भी आग लगी हुई थी लेकिन उसे मौका नही मिल रहा था। आज वो घर पर अकेली थी उसे किसी का डर भी नही था।
मोनिका अपना प्लान बनाने लगी, उसने कमल को कहा कि आज घर पर कोई नही है तो उसे घर की सफाई करनी है तो घर का काम काफी बढ़ गया है तो यदि तुम आधे दिन को आ सकते हो तो आधे दिन में अपना काम निपट जाएगा।
तो कमल ने भी ‘हाँ’ भरी कि चलो घर का काम हो जाएगा।
उस दिन कमल सुबह इंस्टीट्यूट गया, अपना काम करके दिन में वापिश आ गया, काम करते-करते दोपहर हो गई थी तो मोनिका बोली- चलो कमल,पहले खाना खा लेते हैं।
वैसे भी इंस्टीट्यूट में काम करके तो कमक आधा हो गया था, मोनिका ने उसकी हालत देखते हुए मुस्कुरा कर कहा- चलो कमल, आज मैं तुम्हें खाना खिला देती हूँ।
कमल को थोड़ा संकोच हुआ, लेकिन मान देते हुए कमल ने ‘हामी’ भरी।
तो मोनिका ने अपनी चुनरी निकाल दी और जानबूझ कर कमल की तरफ झुक कर बैठ गई। उसके बड़े-बड़े मम्मे बाहर उभर कर दिखाई दे रहे थे, जैसे वो बाहर आना चाहते हों।
कमल का लौड़ा तो खड़ा हो रहा था लेकिन उसने कण्ट्रोल किया।
मोनिका धीरे से कमल के पास आकर बैठ गई और उसे खिलाने लगी।
कमल की हालत और ख़राब हो रही थी, तो उसने उसके बारे में पूछना शुरू किया, कमल ने हँस-हँस कर जवाब दिया।
फिर मोनिका ने पूछा- तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड क्यों नहीं है?
लेकिन कमल के पास इसका कोई जवाब नहीं था, तो कमल चुप ही रहा। मोनिका समझ गई थी और अब तो वो उस से चिपक कर बैठ गई और उसके मम्मे कमल के हाथ को छू रहे थे। कमल को कुछ अजीब सा लगा तो वो दूर हो गया।
मोनिका ने पूछा- तूने आज पहली बार किसी लड़की को छुआ है क्या..!

तो कमल ने कहा- नहीं वो बात नही..!
मोनिका हँसने लगी, तो कमल ने कहा- चलो बाकी का काम भी निपटा लेते हैं। मुझे ज़रा मार्किट जाना है, इंटरनेट का कुछ काम है।
मोनिका बोली- जल्दी क्या है.. अभी बहुत काम बाकी है, चलो हम उप्पेर स्टोर में सामान को चैक कर लेते हैं, क्या क्या बेकार का पड़ा है।
फिर दोनो उप्पेर स्टोर गए, वहाँ का सामान चैक कर लिया।
तो मोनिका बोली- अभी टांड़ के ऊपर का सामान बाकी है, मैं चैक करती हूँ, तुम मुझे नीचे से पकड़ो।

मोनिका टेबल पर चढ़ गई। कमल ने टेबल को नीचे से पकड़ा हुआ था। उसने जो ड्रेस पहनी हुई थी उसमें से उसकी अन्दर की पूरी फिल्म दिख रही थी। उसकी गांड का आकर बड़ा था। अब चूंकि कमल ने नीचे से पकड़ रखा था, अचानक टेबल हिली और मोनिका का संतुलन बिगड़ा, वो एक बार तो गिरते-गिरते बची।
कमल ने कहा- तुम उतर आओ.. मैं चैक कर लेता हूँ।

तो मोनिका मान गई और कमल टेबल पर चढ़ गया। उसी समय जरा टेबल हिली और मोनिका ने अचानक कलम के पैर नीचे से पकड़ लिए और बोली- तुम तसल्ली से चैक करो..!
कमल ने जब नीचे देखा तो मोनिका के दो बड़े-बड़े मम्मे उसके पैरों को छू रहे थे, लेकिन उसके मन में ख्याल आया कि अगर इसने आरति को कुछ बता दिया तो गया काम से। कमल अब कोई गलती नही करना चाहता था।
कमल सिर को एक बार झटक कर अपने काम में लग गया। तभी अचानक उसके पैर फिसला और कमल टेबल पर से पास के सोफे पर गिरा और मोनिका उसके ऊपर आ गिरी। कमल उसके नीचे लेटा हुआ था। उसके दोनों पपीते उसकी छाती से चिपके थे।
कमल हक्का-बक्का था, जैसे ही उठने को हुआ, तो उसने कमल को पकड़ लिया और बोली- कहाँ जा रहे हो.. रुको थोड़ी देर..!
मोनिका कमल के ऊपर थी तो उसका लंड खड़ा हो गया। अब लौड़ा उठा तो मोनिका को कमल के लौड़े का उठान महसूस हो गया, वो समझ गई और उसने नीचे हाथ ले जाकर कमल के लंड को पैन्ट खोल कर हाथ में पकड़ लिया और हिलाने लगी।
बोली- तुम्हारा लंड तो बहुत बड़ा ही गया है..!
तो कमल बोला- ये क्या कर रही हो मोनिका..! ये गलत है..अगर चाची को मालूम चला तो!

तो मोनिका बोली- कुछ भी मालूम नहीं चलेगा मेमसाहब को.. जब मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं, तो तुम्हें क्या प्रॉब्लम है..! अब चुपचाप बैठो और मैं जैसा कहती हूँ, वैसा करते जाओ..!

मोनिका अब पूरी तरह कामुक हो गई थी। उसने कमल का लंड हिलाते-हिलाते मुँह में ले लिया और चूसने लगी।
अब धीरे-धीरे कमल के अन्दर की काम वासना जागने लगी और कमल भी थोड़ा-थोड़ा मजे लेने लगा।
कमल ने उसकी ड्रेस की चैन खोली और पूरी तरह निकाल दी।
तो मोनिका बोली- पहले डोर अन्दर से बंद करके आओ..!
तो कमल ने दरवाजे को अंदर से बंद करके आया और उसकी ब्रा-पैन्टी निकाल दी। मोनिका ने भी उसकी पैन्ट और बाकी के कपड़े निकाल दिए।
अब वो दोनों पूरे नंगे थे एक-दूसरे से लिपट गए और कमल ने उसके होंठों को चूमना शुरू किया और उसके मम्मे दबाने लगा।
मोनिका को भी मजा आ रहा था और वो उसका लंड छोड़ ही नहीं रही थी।
मोनिका बोली- आज के दिन मैं तेरी हूँ.. तू जो चाहे वो कर ले.. बस मेरी प्यास बुझा दो।
कमल लगातार उससे चूमा-चाटी कर रहा था।
फिर मोनिका कमल से बोली- चलो अभी सीधे बैठ जाओ..!
और वो उसकी गोद में बैठ गई और उसके लंड पर सवार हो गई।
उसने बोला- अब तुम सीधे लेट जाओ..!
और मोनिका कमल के ऊपर चढ़ गई और उसके लंड को अपनी चूत में डलवा कर मजे लेने लगी।
कुछ ही देर के घमासान में कमल बोला- मैं झड़ने वाला हूँ..!
तो मोनिका बोली- रुको झड़ना मत.. मैं तेरा माल पीना चाहती हूँ..!
और वो फट से लौड़े से उतर गई और कमल के लंड को चूसने लगी। वो ऐसे चूस रही थी, जैसे कचरा खींचने वाली मशीन कचरा खींचती है। और कमल झड़ गया और उसने पूरा वीर्य मुँह के अन्दर खींच लिया। बहुत ही अनोखा अहसास था कमल के लिए जो वो बयान नहीं कर सकता..!
कमल की सारी झिझक खत्म हो चुकी थी और उसके बाद कमल ने उसे अलग-अलग पोजीशन में 3 बार और चोदा।
तीन दिन तक कमल ने मोनिका को घर के हर हिस्से में चोद कर अपनी गुलाम बना लिया। कमल ने अपना एक कदम और घर मे इंट्री का बढ़ा लिया था क्योंकि उसने मोनिका को सोनल के लिए पटा लिया था कि जब सोनल वापिश आएगी तो वो उसे कमल को माफ करके फिर से उसके सम्बन्ध बनवायेगी।

तीन दिन बाद आरती और जया काकी वापिश आ जाती है लेकिन सोनल वही रुक जाती है, कमल फिर से क्वाटर में शिफ्ट हो जाता है,
आरती और रवि के रिलेशन फिर से नार्मल होने लगते है, धीरे धीरे दोनो में फिर से सेक्स होने लगता है और दोनो अपनी सेक्स डिजायर एक दूसरे से पूरे करने लगते है,
सेक्स में दोनो अब हर तरीके को इस्तेमाल करते है,किनकी सेक्स वाइल्ड सेक्स अनल,
उनकी सेक्स लाईफ अब तक बहुत अच्छी तरह चल रही थी, क्योकि उन घटनाओ ने उनका जीवन पूरा का पूरा बदल कर रखा दिया था।
आरती ने अपने आपको बाहरी सेक्स से दूर कर लिया था लकीन उसे नही मालूम था कि उसके लाइफ में अभी बहुत कुछ बाकी है जो उसे झेलना है या मजजे लेना है ये आरती पर निर्भर करेगा। वो कैसे रियेक्ट करेगी।
रवि ने अपने शोरूम में शेल्स डेस्क के लिए शुभांगी नाम की लड़की को रखा था, जोकि जब से शोरूम में आई थी रवि उसके पीछे पागल था, और शुभांगी भी अपनी नॉकरी के लिए रवि को रोक नही पा रही थी,
उस दिन शुभांगी शोरूम में अपना काम कर रही थी, उसने उस समय लाल कलर की साड़ी पहनी हुई थी और लाल कलर का ब्लाउज पहना हुआ था।
फिर कुछ देर बाद रवि वहा आया, वो शुभांगी के पीछे से जाने लगा और कुछ देर के बाद शोरूम में ज्यादा भीड़ होने का फ़ायदा उठाकर उसने शुभांगी की छाती पर हाथ रख दिया और अब शुभांगी के बूब्स रवि के हाथ में थे और फिर धीरे से उसने शुभांगी के बूब्स से होते हुए अपने हाथों को कमर पर लिए, लेकिन भीड़ बहुत ज्यादा होने की वजह से शुभांगी उसे रोक ना सकी l
फिर कमर और गांड को दबाकर रवि ने शुभांगी के नीचे चूत तक अपनी उंगली को डाल दिया। तब एक आदमी थोड़ा दूर खड़ा होकर एक स्टॉल पर चाय पी रहा था, और शुभांगी पर पूरा पूरा ध्यान रख रहा था। दूर खड़ा खड़ा शोरूम में जो हो रहा था सब कुछ देख रहा था, लेकिन उसके चेहरे से लग रहा था कि उसे रवि की हरकत अछि नही लग रही है पर शायद मजबूर था और कुछ भी नहीं कर सकता था। फिर उसने जाते हुए शुभांगी की तरफ पीछे मुड़कर देखा तो उनकी नजर आपस मे मिली। शुभांगी उसकी तरफ हल्की सी हंसी,
शाम को शुभांगी शोरूम से छूटि करके अपने घर पहुचती है और अपनी keys से लॉक खोल कर अंदर जाती है,
शुभांगी जैसे ही अंदर पहुचती है तो सामने सोफे पर बैठे शक्श को बैठे देख कर चौक जाती है। ये वही शक्श था जो शोरूम के सामने बैठा था।
शुभांगी--अरे आप, जल्दी आ गए
ये शक्श शुभांगी का पति केशव था, जोकि शुभांगी पर नजर रख रहा था क्योंकि शुभांगी रवि की हरकतों की वजह से घर मे चिड़चिड़ापन रखती थी और सेक्स में भी केशव का पहले जैसा साथ नही रखती थी तो केशव ने उस पर नजर रखने की सोची।
केशव ने आज सोचा था कि शुभांगी उसे आज शोरूम की बात बताएगी।
लेकिन उस बात को शुभांगी ने उससे घर पर आकर भी कुछ नहीं बताया इसलिए केशव को उस पर बहुत गुस्सा आया
केशब ने शुभांगी की बात का जवाब नही दिया और उस पर टूट पड़ा और केशव ने शुभांगी को घर पर आते ही बहुत बुरी तरह से चोदा।
केशव ने शुभांगी को इतने जबरदस्त तरीके से कभी नहीं चोदा था और आज वो भी बहुत थक गई और फिर चोदने के बाद शुभांगी केशव से बोली कि क्या बात है आज कुछ ज़्यादा ही जोश में हो? ऐसा क्यों किया फ्रेश तो होने देते मैं कहा भागी जा रही थीं।।

उस समय केशव बहुत गुस्से में था, केशव ने कहा कि क्या मैं तुम्हारे लिए कम पड़ता हूँ जो तुम उस आदमी से अपने बूब्स दबवा लेती हो?
तो केशव के मुहं से यह बात सुनकर शुभांगी एकदम चकित हो गई और ज़ोर ज़ोर से रोने लगी और फिर वो बोली कि मैं उससे अपनी मर्जी से कभी कुछ नहीं करवाती हूँ वो खुद मुझे बहुत डराता, धमकाता है और जबरदस्ती मेरे साथ यह सब करता है।
तो केशव ने उससे पूछा कि क्या मतलब?

तो शुभांगी ने अपनी आप बीती सुनाते हुए बोली कि वो शोरूम का मालिक रवि बाबू है और मेरी तरफ ऐसे ही हमेशा घूरकर देखता है और उस दिन जब मेरी इंटरव्यू पर उससे पहली बार मुलाकात हुई तब भी उसने मुझे नॉकरी पर रखने के बदले दोस्ती का प्रस्ताव रखा। मजबूरी मुझे मानना पड़ा, तुम भी तो जानते हो अगर मैं ये नोकरी नही करती तो हम किस मुसीबत में फस जाते। इसलिये हा कर दी, मैने सोचा कि रवि बाबू सिर्फ दोस्ती ही रखेंगे लेकिन एक दिन वो हमारे घर पर आया था और फिर उसने मुझसे पानी माँगा तो मैंने किचन से लाकर उसे पानी दिया तब उसने अंदर आकर मुझे अचानक से पीछे से पकड़ लिया मेरे साथ ज़बरदस्ती करने लगा, उसने मुझे किस किया और मेरे बूब्स दबाने लगा और फिर वो मुझसे बोला कि देती है क्या? तो मैंने कहा कि नहीं और में ज़ोर ज़ोर से रोने लगी तो उसने जाते जाते मुझसे बोला कि मैंने अगर यह बात किसी को बताई तो में तुझे जान से मार डालूँगा।

केशव ने बिल्कुल डरी और सहमी हुई सी शुभांगी को थोड़ा अपने करीब लिया और उसे अपनी बाहों में लेकर गले लगा किया और उसे चूमने लगा।
केशव ने उससे सॉरी कहा और शुभांगी ने भी उसे अपने गले लगाकर ठीक है कहा
और अब केशव मन मे सोचने लगा कि कि उसे अब क्या करना है?
तो केशव ने रवि और उसके परिवार के बारे में सारी जानकारियां निकाली तो उसने देखा कि उसके एक लड़की है, लेकिन वो यहाँ पर नहीं है इस समय और वो यहाँ पर उसकी पत्नी आरति के साथ रहता है और उसने अब तक अपनी कॉलोनी और ओफिस की कई औरतों को चोदा है। अपने घर की नॉकरानी को भी नही छोड़ा।
दो दिन बाद आरती में चुदास भड़की हुई थी,उसने उस दिन रवि को घर जल्दी घर आने को बोला, आरती का मूड आज वाइल्ड सेक्स का था तो उसने जया और मोनिका को सख्त हिदायत दी कि वो शाम की जल्दी काम खत्म करके क्वाटरर में चली जाए और रात को डिस्टर्ब न करे।
शाम को जया अपना सब कम खत्म करके रूम पर चली गयी। रवि भी ज्यादा जल्दी नही लेकिन अंधेरा होने से पहले आ गया था,जब तक रवि फ्रेश हुआ तब तक आरति ने नीचे खाना और उससे पहले मूड बनाने के लिए ड्रिंक का प्रबंध कर लिया था, और हाल की बती बुझा कर सिर्फ कैंडल जला दी, आरती आज बहुत मूड में थी,
रवि जब नीचे आता है तो नीचे का माहौल देख कर खुश हो जाता है, आरति एक बहुत ही सेक्सी मेक्सि में थी,जिसको देख कर रवि का लण्ड खड़ा हो जाता है,
और आरती की तरफ बढ़ जाता है, आरति हल्की हल्की आवाज में म्यूजिक चला देती है और बहुत ही सेक्सी डांस करने लगी,
ये पति भी न अजीब होते है… न समय देखते है और न जगह… बस जब मन किया अपनी पत्नी के तन को छूकर उसे छेड़ने लगते है. ये बात आरति अच्छी तरह से जान चुकी थी. शाम के 8 बजे थे और बगल में ही खड़े रवि ने पीछे से आकर उसकी मैक्सि पर से ही उसकी ब्रा में हाथ डालकर उसके बूब्स दबाने लगे और निप्पल को अपनी उँगलियों से मसलने लगे. आरती तो पहले ही मूड में थी. उसे अच्छा भी लग रहा था पर इस समय आरती का रवि को तड़पाने का प्लान था, रवि के जिस्म को इस तरह उकसाने का कि उसे बेदर्दी से चोदे, पर रवि कहाँ रुकने वाला था. वो तो आरती के नर्म मुलायम बूब्स दबाते हुए खुद उत्तेजित हो रहा था और उसकी उत्तेजना से लण्ड कठोर होते हुए आरति के पीछे उसके बड़े नर्म कुलहो पर और जोर जोर से दस्तक दे रहा था.

“ओहो आप भी न आते ही शुरू हो जाते है. आप अपने इसको संभालकर रखिये न अपने पास. दूर कीजिये उसे मुझसे.पहले कुछ खाना खा लीजिए”, आरती ने अनमनी आवाज़ में कहा और अपने पति के उस कठोर होते लण्ड को अपने हाथ से अपनी मैक्सी से दूर करने लगी.

पर रवि को जितना मना करती वो और करीब आता गया. “डार्लिंग… अब तुम इतनी सेक्सी हो तो इसमें मेरी क्या गलती है?” और रवि अपने लण्ड को और जोरो से आरति के कुलहो पर दबाने लगे और आरति के बूब्स को और जोरो से मसलने लगे.

“तुम भी न… वक़्त तो देखो… अभी पूरी रात पड़ी है, इस समय कोई भी आ सकता है”, आरती ने रवि को तड़पाते हुई समझाने की कोशिश की.

“आरति डार्लिंग… अब ये मत कहना कि अभी तुम्हे कुछ नहीं हो रहा है.” रवि ने कहा और आरति के ब्रा के अन्दर से हाथ निकालकर आरति की कमर पर हाथ फेरने लगे. और फिर धीरे धीरे कमर पर से हाथ निचे सरकाते हुए आरती की मेक्सि के अन्दर उसकी पेंटी को ओर ले जाने लगे. बूब्स दबाने की वजह से आरती भी थोड़ी उत्तेजित हो गयी थी और उसकी चुत भी गीली हो गयी थी. रवि इस वक़्त आरति की मेक्सि के अन्दर से उसकी पेंटी में हाथ डालकर आरती की चुत को सहलाने लगे. “देखो डार्लिंग… सिर्फ मेरा ही नहीं तुम्हारी भी तो गीली हो चूकी है. आखिर तुम भी तो उत्तेजित हो रही हो.”, रवि ने कहा.

“प्लीज़ छोडो न जानू. मत छेड़ो मुझे.”, आरती ने सोचा शायद प्यार से बात बन जाए.

“आरती … तुम कहो तो मैं अपनी पत्नी की चुत को चूसकर उसकी प्यास बुझा दू?”, रवि ने कहा.

“छि.. कैसी बातें कर रहे हो खाने के वक़्त. तुम्हारी अपनी प्यास है… मेरी प्यास का बहाना मत बनाओ.”, आरती ने कहा और रवि का हाथ अपनी पेंटी से बाहर निकाल दिया और झट से कुर्सी पर बैठ गयी.

क्योंकि रवि ने आरती की मेक्सि को हटा दिया था इसलिए कृति ने सबसे पहले अपने मेक्सि को अपनी चूची पर ढंका और फिर अपने बालो का जुड़ा बनाने लगी. भले आरति गर्म हो चुकी थी पर रवि को तड़पाना चाहती थी वो.

देखते ही देखते आरति रवि की बांहों से दूर किचन में चली गयी से और रवि सिर्फ आन्हें भरते रह गए. “तुम्हारे लिए पैक बनाती हूँ मैं. तुम बैठकर मूड बना लो.”, आरति बोली पर रवि तो उसे देखकर मुस्कुरा रहे थे.
रवि टेबल की तरफ जाने लगा तभी किसी ने दरवाजा खटखटाया, रवि झुंझलाते हुई, अब कौन आ मरा, और दरवाजे की तरफ बढ़ा

बाहर खड़े शक्श ने उस समय अपने चेहरे पर मास्क लगाया हुआ था और उसके एक हाथ में क्लॉरोफॉर्म का कपड़ा था और फिर शायद उसने जैसा सोचा था वैसे ही हुआ रवि ही उस समय दरवाजे पर था l
फिर उस शख्श ने रवि को झट से मुहं पर क्लॉरोफॉर्म का कपड़ा लगाकर बेहोश कर दिया और 5 मिनट के बाद अंदर से आवाज़ आई आरति कि कहाँ गए आप क्या हुआ?
वह जान गया कि रवि की बीवी की आवाज थी और फिर आरति के आने के डर की वजह से उसने रवि को एक कुर्सी से बाँध दिया और घर का दरवाजा अंदर से लगा दिया।
फिर जब वो वहा से हाल के अंदर गया तो उसने देखा कि आरती ब्रा और पेंटी में ही किचन की स्लैब पर जूखी हुई है और मैक्सी पास में पड़ी है,
आरती अपने खयालो में गुम थी, उसे लगा कि रवि बाहर जो भी आया है उसे टरका कर यहा आएगा

लेकिन उस शख्श ने आरती के पास में जाकर उसके मुहं पर अपना एक हाथ लगाया और फिर एकदम से उसके बदन पर गिरकर बोला कि ज्यादा ज़ोर से चिल्लाने, चिल्लाने की कोई ज़रूरी नहीं है।

आरती एक दम डर कर सहम गई, उसके मुह से कुछ नही निकला तो उस शख्स ने अपनी बात कहनी स्टार्ट की, ये शख्स केशव ही था जो अपनी बीबी का बदला लेने आया था, उसने पूरी कहानी आरती को सुना दी कि उसने शुभांगी के साथ क्या क्या किया।फिर कुछ देर डरने के बाद आरती ने उसकी पूरी बात सुनी और फिर
केशव--मैं यहाँ पर अपना हिसाब चुकता करने आया हूँ और तुम्हारे पति ने एक बार मेरी पत्नी को ज़बरदस्ती से चोदा है और आज में उसे सबक सिखाना चाहता हूँ।
Reply


Messages In This Thread
RE: Kamvasna आजाद पंछी जम के चूस. - by sexstories - 08-27-2019, 01:42 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,441,668 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 537,649 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,208,359 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 913,422 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,619,265 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,052,519 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,903,618 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,899,482 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,971,162 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 279,351 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 1 Guest(s)