RE: Kamvasna आजाद पंछी जम के चूस.
कमल ने बड़े प्यार से सोनल का चेहरा उठा कर पूछा, कैसा लगा अपने भाई का लंड और चूसाई? मज़ा आया कि नहीं?
वोह शरमाते हुए बोली, कमल तुम बड़े बदमाश हो, पर सच में इतना आनंद तो मैंने आज तक महसूस ही नहीं किया। कमल मैं तो अब रोज़ चूसूँगी और अपनी तुमसे चुसवाऊँगी!
कमल ने भी अंजान बनते हुए कहा, क्या सोनल ?
तो वो बोली, धत्त कमल! तुम्हारा लंड और अपनी चूत!
सोनल कमल के आगोश में लेट कर बड़े ही प्यार से उसके लंड से खेल रही थी जो अब फिर से खड़ा हो गया था।
सोनल बोली,
कमल तुम मेरी चूत में नहीं डालोगे क्या...? मेरी बहुत इच्छा हो रही है काफी दिनों बाद तुम्हारा लेकर तो देखूँ कैसा लगता है।
कमल तुमने मम्मी को दोबारा चोद लिया है ना?�
तब कमक ने उसे सच-सच बताना ठीक समझा और बोला, �सोनल ! मैं मन ही मन में आपको और आपकी मम्मी से बहुत प्यार करता हूँ और रात को आप दोनो के ख्वाब देख कर मुठ मारा करता था...और फिर कमल ने उसे पूरी कहानी बता दी।
सोनल बड़े आश्चर्य के साथ बोली,
क्या??? कमल तुम मम्मी को चोदते हो?
मैं नहीं मानती कि मम्मी ने इतनी आसानी से तुम्हे माफ कर दिया और मेरे लिए भी तैयार हो गयी है।
तब कमल ने कहा, चलो ठीक है, कल जब आपकी मम्मी घर पर आयेंगी और मुझे जब अंदर बूलायेंगी तब आप बालकोनी से देखना... आपकी मम्मी कितने प्यार से मुझसे चुदवाती है। हमने तो प्लैन भी बनाया है कि आपकी मम्मी आपके साथ मेरी चुदाई करवायेंगी।
सोनल इतना सब सुन कर थोड़ी सी गरम हो गयी थी और अपनी चूत उसने कमल की टाँगों पर घिसनी चालू कर दी थी।
कमल ने कहा,
सोनल ! मैं आपको बड़े प्यार से चाची के प्लैन वाले दिन ही भोगना चाहता हूँ। इस लिये आज सिर्फ एक दूसरे की चूसाई करेंगे...और इतना कह कर फिर से दोनो लोग ६९ के आसन में हो कर एक दूसरे को चूसने लगे। उस रात उन दोनों एक ही कमरे में एक दूसरे को बाहों में भर कर सोये। अगली सुबह कमल को आरती को लेने जाना था तो कमल सोती हुई नंगी सोनल को प्यारी से पप्पी दे कर आरती को लाने के लिये एयरपोर्ट चला गया।
कार में बैठते ही आरती ने कमल को किस करा और बोली, कमल मैं तो बूरी तरह से मचल रही हूँ चुदाई के लिये। सोनल जब तक सो कर उठेगी तब तक तू मेरी जम कर चुदाई कर दे।
कमल ने कहा, आरती डार्लिंग! मैं भी तो तड़प रहा हूँ तुम्हें चोदने के लिये और तुम अब सोनल की चिंता छोड़ दो! और कमल ने आरती को सारी कहानी बता दी।
आरती ने आगे बढ़ कर उसे किस कर लिया और बोली, मैं तो सोनल के साथ तेरी चुदाई कल करवाऊँगी। आज तो तू दिन भर सिर्फ मुझे चोद कस कर। मेरा तो पूरा बदन तरस रहा है तेरे हाथों से मसलवाने के लिये।
दोनो जब घर पहुँचे तो सोनल उठ गयी थी। थोड़ी देर इधर-उधर की बातें करने के बाद आरती बोलीं, सोनल देख मैं सुनील के साथ सोने जा रही हूँ, तो कोई भी फोन या कोई घर पर आये तो उसे मना कर देना और मुझे डिस्टर्ब मत करना।
सोनल कमल की तरफ देख कर मुस्कराई और समझ गयी कि उसकी मम्मी कमरे में जा कर कमल से चुदवायेंगी।
आरती ने उसे देख लिया और बोली सोनल बेटा! मुझे कमल ने सब बता दिया है। तू घबरा मत... कल मैं तुझे ज़िंदगी का वो सुख दिलवाऊँगी जिसकी तूने कल्पना भी नहीं करी होगी।
इतना बोल कर आरती ने कमल को अपनी बाहों में ले लिया और कमल ने उनको। फिर वो दोनों कमरे में घुस गये और घुसते ही एक दूसरे पर ऐसे टूट पड़े जैसे कितने दिनों के भूखे हों। कमल आरती को अपनी बाहों में भर कर बुरी तरह से मसलते हुए चूस रहा था और आरती उसकी पैंट खोल रही थी। कमल ने देखा कि सोनल बालकोनी में खड़ी हो कर उन दोनों को देख रही थी। इस ख्याल से कि सोनल अपनी मम्मी को उस से चुदाते हुए देखेगी, उसका लंड कुछ ज्यादा ही अकड़ गया और उसने आरती के कँधे दबा कर उन्हें वहीं बिस्तर पर बिठा दिया और सिर को पकड़ कर अपना लंड आरति के मुँह में उतार दिया और सोनल को देखते हुए आरती का मुँह चोदने लगा और अपना पूरा लंड उनके मुँह में फँसा कर झड़ गया।
फिर कमल ने आरती कि साड़ी, ब्लाऊज़,
पेटीकोट उतारे और सोनल को दिखाते हुए उनकी चूचियाँ ब्रा के ऊपर से पहले खूब मसलीं और बाद में उनकी ब्रा उतार के उनके दोनों निप्पल अपनी उँगलियों के बीच में मसले। आरती तो सितकार उठी और बोली
मादरचोद इतना क्यों भड़का रहा है मेरी चूत की आग? पहले से ही चूत में आग भड़की हुई है।
कमल ने आरती को खड़ी कर के उनके चूत्तड़ बालकोनी की तरफ कर दिये ताकि सोनल आराम से देख सके। आरती के हाई हील सैण्डलों में कसे पैर जमीन पर थे और उसने उन्हें चूचियों के सहारे बिस्तर पर टिका दिया जिससे उनकी चूत और गाँड के छेद खुल कर सामने आ गये। कमल ने सोनल की तरफ़ देखते हुए आरती की चूत और गाँड के छेद पर उँगली फेरनी चालू कर दी और एक हाथ से अपना लंड सहलाने लगा। उसके बाद कमल ने झुक कर आरती के सैण्डलों में कसे पैर चाटने लगा और फिर धीरे-धीरे उनकी टाँगों और जाँघों को चाटते हुए ऊपर बढ़ा और फिर उनकी उभरी हुई चूत को अपनी जीभ से चटना शुरू कर दिया जिससे आरती की सितकारियाँ निकलनी चलू हो गयी और वोह अपनी गाँड के धक्के उसके मुँह पर देने लगी।
आरती की चूत अपने मुँह में झड़वाने के बाद कमल ने खड़े-खड़े ही अपना लंड सोनल को दिखाते हुए आरती की चूत पर रखा और झुक कर उनकी मदमस्त लटकती हुई चूचियों को पकड़ कर मसलते हुए जोर से धक्का मारा जिससे उसका पूरा लंड आरती की चूत में समा गया। आरती इस पोज़ में अपने चूत्तड़ मटकाती हुई उसका लंड ले रही थी और कमल भी पूरे जोश में उनकी चूत चोद रहा था। थोड़ी देर बाद कमल ने अपना लंड निकाल कर आरती की टाँगें फैला कर बिस्तर पर लिटा दिया और उनके ऊपर चढ़ कर दना-दन चोदने लगा। करीब आधा घँटा चुदाई के बाद वो दोनों एक साथ झड़े और आरती ने अपनी जाँघें बंद करके कमल का लंड अपनी चूत में ही रहने दिया और बोली, डार्लिंग! ऐसे ही मेरे ऊपर सो जा ताकि जब तेरा दोबारा खड़ा हो तो बिना वक्त गंवाये मुझे चोदना चलू कर देना। मेरी चूत को इतनी ठंडक मिली है कि मैं तो एक सिगरेट पी कर सोऊँगी।
कमल तो मस्ती में था और आरती कि गुदाज़ चूचियों पर लेट कर सुस्ताने लगा। दिन भर उन दोनों ने जी भर के एक दूसरे के साथ चुदाई की और अपने बदन की हवस को पूरा शाँत की।
शाम को आरती बिस्तर पर सिर्फ हाई हील वाले काले और चमचमाते सैण्डल पहने, नंगी पसरे हुए ड्रिंक पी रही थीं और कमल अपने होंठ और जीभ उनके सैण्डलों और पैरों पर फिरा रहा था। कमल को उनके सैण्डलों और पैरों की महक और टेस्ट बहुत अच्छा और उत्तेजक लग रहा था, जिसकी वजह से उसका लौड़ा तन कर सीधा खड़ा था।
आरती बोली, डार्लिंग अब और चूदाई नहीं करेंगे ताकि तेरा लंड कल सोनल की चूत के लिये एकदम तैयार और बे-करार रहे। मैं चाहती हूँ कि जब उसे तेरा लंड मिले तो एक दम ताज़ा और मस्त मिले। कल दिन में सोनल के साथ अपना हनीमून मना लेना।
कमल ने उनकी सैण्डल चाटते हुए कहा, चाची! दिदी मेरे लिये एकदम तैयार कर देना और हनीमून मैं उनके साथ मॉडर्न ड्रैस में मनाऊँगा।
आरती बोली, तू चिंता मत कर! मैं उसे कल सुबह बाज़ार से सैक्सी काली ब्रा-पैंटी, मॉडर्न ड्रैस और सैक्सी हाई हील सैंडल दिला कर लाऊँगी जिसे देख कर तेरा लंड और तन जाये। मैं उसे बिलकुल मॉडर्न तरह से तैयार करूँगी और ध्यान रहे कल बारह-एक बजे तक तू घर पर मत रहना। मैं अपनी बेटी को बड़े प्यार से तैयार करना चाहती हूँ ताकि उसे अपनी ये चूदाई हमेशा याद रहे!
कमल ने कहा, पर अभी अपने इस तने हुए लंड का क्या करूँ?
आरती बोलीं, तुझे मेरे सैंडल पहने हुए पैर बहुत सैक्सी लगते हैं ना! तो तू अभी अपना लंड इन्हीं पर घिस कर क्यों नहीं ठंडा कर लेता। सच, तुझे मेरे हाई हील सैंडल पहने पैरों को चोदने में जरूर मज़ा आयेगा।
आरती का यह आईडिया सुन कर उसका लंड और भी अकड़ गया। कमल ने झट से उनके सैंडल पहने पैरों को अपने दोनों हाथों में लिया और अपना लंड दोनों सैंडलों के बीच में आगे-पीछे करने लगा। सैंडल के तलुवों और लैदर का फील बहुत मस्त लग रहा था और चार-पाँच मिनट में ही उसकी पिचकारी आरती के सैंडल, पैरों और टखनों पर छूट गयी। उसके बाद आरती को नंगा बिस्तर पर छोड़ के बाहर आ गया और सीधा सोनल के कमरे में गया। सोनल सिगरेट पीते हुए पूरी नंगी हो कर अपनी चूत के दाने को घिस रही थी और मस्ती में अपने चूत्तड़ ऊपर नीचे उछाल रही थी। कमल को आया देख कर शरमा गयी और बोली, कमल ये क्या... तुम बिना नॉक करे ही आ गये।
कमल ने प्यार से उसका किस लिया और बोला,
मेरी प्यारी दीदी! बस आज-आज मुठ मार लो, कल के बाद तो आपकी जब भी इच्छा होगी, मैं आपको खूब चोदूँगा। बताओ आपको कैसा लगा अपनी मम्मी की चूदाई देख कर?
सोनल बोली, कमल! मम्मी बहुत ही सैक्सी दिखती है नंगी हो कर। मैंने तो मम्मी के साथ तुम्हें नंगा देख कर ही अपनी जाँघें कस ली थीं और जब तुम मम्मी के चूत्तड़ फैला कर उनकी चूत चाट रहे थे, मैंने अपना एक हाथ अपनी पैंटी में डाल कर अपने दाने को खुब घिसा था। कमल, इतने दिनों बाद मम्मी को चुदते देख मज़ा आ गया।
कमल बोला, बस मेरी डार्लिंग दीदी! कल के लिये आप तैयार हो जाओ। कल आपको दोबारा चोद कर पूरा फूल बना दूँगा। फ़िलहाल अभी थोड़ा मेरे लंड को चूसते हुए अपनी मुठ मारो। देखो कितना मज़ा आयेगा।
सोनल ने लपक के कमल का लौड़ा मुँह में ले लिया और अपनी चूत घिसते हुए सका-सक उसका लौड़ा चूसने लगी और पँद्रह-बीस मिनट बाद तबियत से चूसते हुए अपनी चूत का और उसके लंड का पानी निकाला। कमल ने भी झुक के उसकी चूत का पानी अपनी जीभ से चाट-चाट कर पीया।
थोड़ी देर बाद आरति नहा-धो कर सिर्फ़ पैंटी-ब्रा और सैण्डलों में ही अपने रूम से निकली और अपने मोटे-मोटे चूत्तड़ कमल की गोदी में रख कर बैठ गयी और तीनों ने एक साथ ड्रिंक की और स्मोक किया। आरती उसके बाद उठीं और सोफ़े पर बैठ कर सोनल को अपनी गोद में बिठाया और बोली, मॉय डीयर! तू तैयार है ना चुदने के लिये?
सोनल ने शरमा कर अपना मुँह आरती की ब्रा में कैद उन्नत चूचियों में छुपा लिया। आरती ने उसका सिर उठा कर कहा, सोनल तू बड़ी किस्मत वाली है जो तुझे घर बैठे इतना तगड़ा मर्द और मस्त लंड मिलेगा। मैं नहीं चाहती कि तू भी मेरी तरह चुदाई के लिये तड़पे और बाहर चुदे। तेरे पापा मुझे एक दम ठंडा नहीं कर पाते हैं, जिससे मेरा दिमाग खराब रहता था। पर अब मुझे कमल का लंड मिल गया है जो मुझे पोर-पोर तक चुदाई का सुख देता है। मेरी इच्छा यही है सोनल बेटी कि तू भी भरपूर चुदाई का मज़ा ले ले शादी से पहले। पता नहीं शादी के बाद ये सुख तुझे मिले ना मिले।
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