RE: Ashleel Kahani रंडी खाना
काजल की बातो पर मुझे विस्वास ही नही हो रहा था,वो चाहती क्या थी ??
वो चाहती थी की मैं उसके दुसरो के साथ सोने पर स्वीकृति दे दु,..
“तुम पागल हो गई हो “मैंने उसे अपने से हटा लिया
“तुम समझती क्या हो मुझे,मैं तुमहे पैसे के लिए बेच दु “
काजल की आंखे फिर से नम होने लगी थी जबकि मुझे गुस्सा आ रहा था
“देव मेरी जान ,ये एक बिजनेस है तुम समझते क्यो नही ,किसी और के चोदने से मेरी चुद घिस नही जाएगी “
काजल की इस बात पर मुझे विस्वास ही नही हुआ वो ऐसा कैसे बोल सकती है ,वो किसी रंडी की तरह बोल रही थी.
मेरे चहरे में आये भाव को उसने पढ़ लिया ,
“देव मेरा प्यार सिर्फ तुम्हारे लिए है ,अगर मेरा शरीर किसी और का हो भी जाय तो क्या फर्क पड़ता है,क्या हम एक ओपन रिलेशनसिप में नही रह सकते ...मेरी तरफ से तुम किसी के साथ भी सेक्स करने को आजद हो ,और मुझे मेरी आजादी दे दो,क्यो हम इस रिश्ते की वजह से अपने केरियर और आजादी को दाव पर लगा रहे है देव…”
उसकी बात मेरे दिमाग के ऊपर से जा रही थी,मैंने आज तक उसके सिवा किसी दूसरी लड़की से सेक्स नही किया था और वो ...वो मुझे ओपन रिलेशन में लाना चाहती थी..
“क्या तुमने कभी शबनम के बारे में गलत नही सोचा,सच सच बताना देव क्योकि मुझे सब कुछ पता है”
काजल बात से मैं थोड़ा सहम गया ,
“देव तुम उसके बारे में सोच सकते हो लेकिन मैं तुम्हारे सिवा किसी के बारे में नही सोच सकती,जो मैं करती हु वो बस मेरा काम है,मुझे ग्राहकों को खुस करने के ही तो पैसे मिलते है”
“तुम एक रंडी की तरह बात कर रही हो “मैं उग्र हो गया था..
“देव आराम से सोचना इस बारे में ,कोई जल्दी नही है,और तुम मुझे रंडी कहो या और कुछ लेकिन असलिलयत यही है की मैं तुमसे बहुत प्यार करती हु ,,,,”
वो मेरे गालो में एक किस देकर बिस्तर में चली गई ,और मैं सिगरेट के गहरे कस लगाता हुआ बस काजल को देखता रहा और उसके प्रस्ताव के बारे में सोचता रहा……..
क्या सही और क्या गलत के खेल में मेरे सर में दर्द होने लगा था,मैं बालकनी में ही बैठा बैठा सोने लगा था…….
सुबह उठा तो काजल जा चुकी थी मैं अब भी बालकनी में ही सोया हुआ था,मेरे ऊपर एक चद्दर डाली गई थी जो की काजल ने ही डाली होगी,कहा मैं उससे नफरत करना चाहता था लेकिन कहा मुझे आभास हुआ की मैं उसके प्यार में पागल हु...उसकी गलती के बावजूद मैं उससे अलग नही होना चाहता था ,मैं उसे किसी और के साथ देख भी तो नही सकता था……
जो भी हो आज मेरे लिए बहुत ही बड़ा दिन होने वाला था,आज मुझे कई लड़कियों का इंटरव्यू लेना था,मैं जल्दी से तैयार होकर होटल को चला गया ,,,
पहली मुलाकात हुई शबनम से वो हमेशा की तरह कातिल लग रही थी..
“कितनी लडकिया आई है ,”मेरी नजर उसके सुंदरता पर ही टिक गई थी,
“हमारे काम की है बहुत सी ,चलो देख लेते है “
दिन भर वही सब चलता रहा रश्मि और शबनम ने मिलकर ही नाम फाइनल कर दिया .कुल 5 लडकिया चुनी गई थी,
मैं अपने रूम में बैठा हुआ था तभी शबनम मेरे पास आयी ,
“तो मैनेजर साहब ,अपनी नई दोस्त को होटल नही घुमाओगे “उसकी मादक अदा का तो मैं दीवाना था,
“इसमें घूमने वाली क्या बात है”मेरे चहरे में मुस्कान फैली
“असल में मुझे तुमसे कुछ बात करनी थी “वो फिर से मुस्कुराई
“क्या “
“यंहा नही “
“तो “
“यार होटल में इतने लक्जरी कमरे है ,चलो कही अकेले में चलकर कुछ ड्रिंक करते है”
“ओह और काम “
“काम होता रहेगा,इतना स्टाफ क्यो पाल के रखे हो…”
मैंने एक काल लगाया और पता किया की कौन सा लक्जरी रूम खाली है ,हम दोनो वँहा के लिए निकल गए,मुझे नही पता था की शबनम मुझसे कौन सी बात करने वाली थी,लेकिन उसकी मादकता का मैं दीवाना हुआ जा रहा था…
बड़े से बिस्तर में बैठकर उसने बड़ी अदा से मेरी ओर देखा,
“तो क्या पिलाना चाहोगे “
इतने दिनों से जिस पल का मुझे इंतजार था आज वो मेरे सामने था और मैं चुतिया मेरे तो गले में थूक ही जम गई थी,
मैंने अपने सूखे हुए गले से थूक को निगला
“जो तुम कहो “
“ह्म्म्म….मेरे लिए वोदका और तुम …”
“मैं विस्की में ही खुस हु “
मैं वहां बने छोटे से बार से दो पैक उठा लाया .वो बिस्तर में पसर गई थी...मैंने उसे जाम थमाया
“देव जानते हो हमारी औकात क्या है???”
उसके इस प्रश्न से मैं पूरी तरह से चौक गया ..
“सोचो कभी एक कस्टमर की तरह क्या हम इस इस कमरे में आ पाएंगे ,क्या प्राइस होगा इस कमरे का 24 घंटे के लिए “
मैं सच में सोच में पड़ गया
“लगभग 2 लाख …”
“हमारी एक महीने की सेलरी...सॉरी तुम्हारी तो 1.5 लाख ही है ना”
उसके चहरे में एक मुस्कान खिल गई ,
“हाँ लेकिन तुम ये क्यो बोल रही हो “
“जानते हो जो लोग यंहा आते है वो एक लड़की का एक रात का कितना दे सकते है “
मेरे लिए ये सब अनजान सी चीज थी मैंने ना में सर हिलाया
“1 लाख से 10 लाख एक रात के लिए “
उसने बड़े ही इत्मीनान से कहा जबकि मेरा मुह खुला का खुला ही रह गया
“सच में ..”मेरे मुह से यही फूटा
“ह्म्म्म,क्वालिटी देख देख कर ..यार ये बड़ा बिजनेस है अगर सही से किया जाय ,इतने पैसे तो ड्रग्स के भी नई मिलते “
“ड्रग्स के ???”
“क्यो तुम्हे पता नही क्या …”
मैंने फिर से ना में सर हिलाया
“तुम तो बच्चे हो सही कहा था सर ने तुम्हे तो निकाल देना चाहिए “वो जोरो से हँसी लेकिन ये मेरे लिए कोई जोक नही था,
“छोड़ो भी यार लो मेरा तो पैक ही खत्म हो गया “
|