RE: Hindi Adult Kahani कामाग्नि
नेहा- नहीं! मेरा मतलब भैया समीर बने, मैं सोनिया, और आप समीर की मम्मी। उसके बाद हम कोशिश करेंगे कि आपको समीर से चुदवा दें।
राजन- क्या बात है… ये कुछ नया आईडिया है। सच में रोज़ रोज़ एक जैसी चुदाई थोड़ी बोरिंग हो गई थी। चलो आज यही रोल प्ले करते हैं।
नेहा- देखो! समीर (राजन) और सोनिया (नेहा) अंदर कमरे में चुदाई कर रहे होंगे तभी समीर की मम्मी (सोनिया) आकर देखेगी और उन पर गुस्सा होकर चिल्लाने लगेगी। और फिर जैसे तैसे दोनों भाई बहन शीतल को भी अपने खेल में शामिल कर लेंगे।
सोनिया- ठीक है! समीर (राजन), तुम बैडरूम में जा कर अपनी बहन चोदो। मैं कपडे पहन कर आती हूँ। तुम दोनों का तो नंगे रहने का ही रोल है। लेकिन शीतल को तो कपडे पहन कर आना पड़ेगा न।
समीर (राजन) और सोनिया (नेहा) अंदर कमरे बेड पर एक दूसरे से लिपट कर लेट गए और चूमा चाटी करने लगे। सोनिया, नेहा के कमरे में जा कर साड़ी पहन कर शीतल के रोल के लिए तैयार होने लगी।
15 मिनट बाद जब वो शीतल के रूप में बैडरूम में पहुंची तो समीर और सोनिया डॉगी स्टाइल में चुदाई कर रहे थे और दोनों के चेहरे दरवाज़े की और ही थे।
जैसे ही शीतल न दरवाज़ा खोला… गुस्से में चिल्लाते हुए- हे भगवान! ये हो क्या रहा है? तूझे ज़रा भी शर्म नहीं आई समीर, अपनी सगी बहन के साथ ये सब करते हुए। और सोनिया तू तो बड़ी है तूझे भी इसको रोकते नही बना?
सोनिया- अरे यार समीर, तू क्यों रुक गया? तू चालू रख मैं बात करती हूँ मम्मी से।
यह सुन कर शीतल तो सकते में आ गई। उसने सोचा भी नहीं था कि उसे ऐसा कुछ सुनने को मिलेगा। समीर ने सोनिया की बात मानते हुए वापस चोदना शुरू कर दिया। सोनिया ने आँखें बंद कीं और मम्मी को हाथ से एक मिनट रुकने का इशारा किया जैसे वो वापस अपने सुरूर में आने की कोशिश कर रही हो।
थोड़ी देर रुक कर उसने आँखें खोलीं और बोली- देखो मम्मी, पहली बात तो मैं अभी बहस करने के बिल्कुल मूड में नहीं हूँ लेकिन एक बात बता देती हूँ कि ये सब करने के लिए मैंने ही समीर को उकसाया था।
“समीर! और तेज़ चोद!”
समीर ने रफ़्तार बढ़ा दी। सोनिया की आँखें फिर बंद हो गईं और माथे पर बल पड़ गए जैसे उसे कोई तीव्र अनुभूति हो रही हो। उसी अवस्था में वो फिर बोली- आपकी जनरेशन की यही प्रॉब्लम है। आप लाइफ को एन्जॉय करना जानते ही नहीं हो। सोचो आप कभी ऐसे झड़े हो जैसे मैं झड़ रही हूँऽऽऽ अह… ओह… उम्म्ह… अहह… हय… याह… फऽऽ… क…
राजन और नेहा भले ही रोल प्ले कर रहे हों लेकिन रोल में असली अनुभव डालने के लिए उन्होंने यह मान लिया था कि वे यह सब अपनी शीतल शर्मीला के सामने कर रहे हैं। ऐसा करने की वजह से वो इतने उत्तेजित हो गए थे कि दोनों सच में बहुत जल्दी और बहुत ज़ोर से झड़ गये थे।
सोनिया (नेहा) एक झटके से आगे झुकी जिससे समीर (राजन) का झड़ा हुआ लंड सटाक से उसकी चूत से बाहर आ गया। सोनिया उछल कर बेड से उतरी और अपनी शीतल शीतल के सामने खड़ी हो गई।
शीतल अभी तक जो हुआ, उसके सदमे से बाहर नहीं आ पाई थी। इस बात का फायदा उठाते हुए सोनिया ने शीतल को अपनी बॉहों में लिया और उसके होंठों को चूसने लगी।
शीतल ने ऐसी किसी बात की सपने में भी अपेक्षा नहीं की थी। इस से पहले कि वो कुछ कर पाती, उसने वो अनुभव किया जो उसके जीवन मे पहली बार हुआ था। उसके पति ने कभी उसके होंठों को ऐसे नहीं चूसा था। उसके अंदर की शीतल तो पूरी तरह जड़वत खड़ी थी क्योंकि सब कुछ न केवल उसकी अपेक्षा से बिल्कुल परे हो रहा था बल्कि इतना जल्दी हो रहा था कि उसे कुछ सोच कर प्रतिक्रिया करने का समय ही नहीं मिल पा रहा था।
दूसरी ओर उसके अंदर की औरत को ये स्वर्गिक अनुभूति पहली बार हो रही थी। वो किंकर्तव्यविमूढ़ सी इस वासना की धारा में बहने लगी।
सोनिया ने इसी बीच अपनी दो उंगलियां अपनी चूत में डाल रखीं थीं। उसने अपना चुम्बन तोड़ा और वो दो उंगलियां अपनी शीतल को चटा दीं।
सोनिया- टेस्ट द न्यू जेनरेशन सेक्स! ( नए ज़माने के कामरस का स्वाद चखो)
शीतल ने आंखें बंद कर लीं। उसके अंदर की संस्कारी औरत ये सब होते देख नहीं सकती थी और जो दूसरी औरत थी वो इस नए स्वाद का पूर्ण आनन्द लेना चाहती थी। यही समय था जब सोनिया और समीर ने मिलकर उसके सारे कपड़े निकाल दिये।
जब शीतल ने आँखें खोलीं तो उसके सामने उसके बेटे का वीर्य और चूत के रस में सना लंड था। ये वही रस था जिसका स्वाद वो अभी आँखें बंद करके ले रही थी। आखिर काम की प्यासी औरत की जीत हुई और उसने अपने बेटे का लंड अपने मुँह में भर लिया और उसे ताबड़तोड़ चूसने लगी। जल्दी ही लंड खड़ा भी हुआ और उसे अपनी शीतल की चूत का प्रसाद भी मिला।
वैसे तो ये सब रोलप्ले था लेकिन जब भी कोई रोलप्ले पूरी शिद्दत के साथ किया जाता है तो सारी कायनात उसे सच बनाने की कोशिश में लग जाती है।
राजन, नेहा और सोनिया के रोलप्ले ऐसे ही चलते रहे जब तक समीर के आने का दिन नहीं आ गया।
पर दोस्तो राजन और सोनिया को यह नही मालूम था कि समीर अपनी माँ शीतल को चोद चुका है और अब भी रोज चोद रहा है वह मादरचोद तो बन ही गया था अब उसे बहन चोद बनना बाकी था
और फिर…
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