RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
पिंकि अचानक किसी हिरनी सी चपलता दिखाते हुए उसकी पकड़ से आज़ाद हो जाती है और उस खुली वादी में हिरनी सी भागने लगती है ।
पिंकि-पकड़ो मुझे हाहाहा ...
राहुल(अचानक से अपनी रफ्तार बढ़ा कर पिंकि के सामने आ जाता है)-अब कँहा भगोगी ।
पिंकि(राहुल के बिल्कुल करीब आकर, उसकी आँखों में देखते हुए )-तो क्या करोगे ?
राहुल(पिंकि को उसकि कमर से पकड़कर अपनी छाती से लगा लेता है)-बता दूँ ?
पिंकि(वो अपने हाथों राहुल के गले में डाल देती है)-हम्म बताओ क्या करोगे ।"सबसे पहले इस प्यारे से माथे की चुम्मी लूँगा" राहुल पिंकि के माथे को चूमते हुए उसकी शर्ट को उसकी पैंट से बाहर निकाल देता है ।"फिर इस गाल की पप्पी लूँगा" वो पिंकि के एक गाल को किस करते हुए उसकी कमीज़ का सबसे निचला बटन खोल देता है ।
पिंकि(उम्म..उसे यह पता नहीं चला था कि राहुल ने उसकी शर्ट का बटन खोल दिया है )-इसके बाद ।
राहुल(पिंकि के दूसरे गाल को चूमते हुए उसकी शर्ट का एक और बटन खोल देता है)-फिर यह ।
पिंकि-अच्छा ...फिर ।
राहुल ( वो पिंकि के होंठों ,गालों और गर्दन को बार-2 चूमते हुए उसकी कमीज़ के सारे बटन खोल देता है ) -फ़िर धीरे से तुम्हारी कमीज़ को उतार दूँगा ।
पिंकि (राहुल एक झटके में उसकी खुली हुई शर्ट उतार देता है, पिंकि शर्म के मारे अपने स्तंनो पर अपने हाथ रख देती है)-गन्दे बच्चे कोई देख लेगा तो? चलो मेरी शर्ट वापिस करो ।
राहुल(पिंकि की शर्ट को हवा में घुमाते हुए)-पहले एक किस्सी करने दो ।
पिंकि-तंग मत करो न , दो न शर्ट इतनी किस्सीयाँ तो कर ली हैं ।
राहुल(राहुल का एक हाथ इस समय पिंकि की पीठ को सहलाते हुए चुपके से पिंकि की ब्रा की डोरी खोल रहा था)-नहीं वँहा करने दो न ।
पिंकि-कँहा ?
राहुल-जो बड़े-2 हैं और बहुत सुंदर हैं ।
पिंकि-तो करलो बालों पे किस ने रोका है ।
राहुल-बाल नहीं ,जो दूध से भरे हुए हैं ।
पिंकि (वो अभी भी अपने स्तंनो पर हाथ रखे हुए थी और उसे यह पता नहीं था कि उसकी ब्रा केवल उसके हाथों ने थाम रखी है क्योंकि राहुल उसकी डोरी तो खोल चुका था )-धत्त, तंग मत करो प्लीज़ मेरी शर्ट दो न ,कोई आ जायेगा ।
राहुल-एक किस की जी तो बात है , प्लीज़ करने दो न ।
पिंकि सोचती है कि कोई उसे इस हालात में देख ले इससे तो अच्छा वो राहुल को किस करने दे । यह सोचकर वो अपने हाथ अपने स्तंनो से हटा लेती है और उसी के साथ उसकी ब्रा भी नीचे गिरती है और राहुल झट से अपना मुँह उसके निप्पल पे लगा देता है और दूसरे मम्में को हल्के-2 दबाते हुए चूसने लगता है ।
पिंकि-प्लीज़ राहुल छोड़ो न ....आह....उम्मह.... हो राहुल प्लीज़ कोई आ जाएगा न ।
पर राहुल उसकी बात को ऐसे अनसुना कर देता है मानों वो बेहरा हो ....और उसके निप्पल को पूरी तल्लीनता से चूसता रहता है ।
पिंकि-पुलिस...पुलिस ...
पुलिस का नाम सुनते ही राहुल चोंककर पिंकि को का निप्पल छोड़ पीछे देखता है और इसी मौक़े का फायदा उठा कर पिंकि जल्दी से राहुल के हाथ से अपनी कमीज और ब्रा लेकर पहनने लगती है । जिंतनी देर राहुल को कुछ समझ में आता पिंकि कपड़े पहन चुकी थी और हँस रही थी ।
राहुल(थोड़ा नाराज़ होते हुए)-अच्छा बुद्धु बनाया तुमने मुझे ।
पिंकि (राहुल को जीभ निकालकर चिढाते हुए)- जैसे को तैसा , कोई देख लेता तो ।
राहुल-हुंह...यँहा कौन आएगा ?
पिंकि-अगर कोई आ जाता तो ?
राहुल-कुछ भी हो तुमने यह ठीक नहीं किया ।
पिंकि-और जो तुमने किया ?
राहुल-मैंने क्या किया ?
पिंकि- तो मेरा बूब कोई भूत चूस रहा था ,पागल कोई आ जाता तो क्या सोचता ।
राहुल-कितना अच्छा लग रहा था , थोडा सा और चूसने दो न ।
पिंकि (राहुल के होंठो पे किस करते हुए)- यह सब घर में और वो भी रात के समय ।
राहुल-तो चलो घर चलते हैं ।
पिंकि-हाहाहा...अभी तो स्कूल टाइम है ...इतना भी उतावला पन ठीक नहीं है ...चलो न किसी रेस्टोरेंट में खाना खाने चलते हैं ।
राहुल बेचारा कर भी क्या सकता था पिंकि सही थी इसलिए उसे पिंकि की बात माननी ही पड़ी और दोनों पहाड़ से नीचे उतरने लगे ताकि कोई रेस्टोरेंट ढूंढ सकें ।
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