RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
पिंकि एक अच्छे औऱ मेंहगे दिखने वाले एक रेस्टोरेंट के सामने रुक जाती है और राहुल को अंदर चलने के लिए कहती है । बेचारे राहुल की जेब में मुश्किल से 100 रुपए थे । वो सोच रहा था कि रेस्टोरेंट में वो बिल कैसे भरेगा ।
पिंकि(राहुल की दुविधा जान गई थी क्योंकि उसे पहले से पता था कि राहुल के पास पैसे नहीं होंगे )-राहुल तुम मुझे प्यार करते हो न ?
राहुल-हम्म बहुत प्यार करता हूँ ।
पिंकि-फिर मेरी एक बात मानोगे ?
राहुल-हम्म तुम जो कहोगी वो करूँगा ।
पिंकि-पहले वादा करो कि तुम न नहीं करोगे ।
राहुल-वादा ,पक्का वादा ,तुम बात तो बताओ ।
पिंकि(पर्स से 2000 का नोट निकालते हुए)- मैं चाहती हूँ के तुम यह पैसे लेलो ।
राहुल-नहीं यह पैसे मैं नहीं ले सकता ।
पिंकि -तो इसका मतलब तुम मुझे अपना नहीं मानते और न प्यार करते हो ,क्या तुम्हारे पैसों पर मेरा हक नहीं होगा ?
राहुल-मेरे तुम्हारे में मेरा तेरा कैसे पर यह तो तुम्हारे मम्मी-पापा ने तुम्हें दिए हैं और उन्होंने यह मेरे लिए तो नहीं दिए न ?
पिंकि-अच्छा तो फिर उधार समझ के लेलो जब तुम्हारे पास होंगे मुझे दे देना ।
राहुल ने पिंकि से पैसे तो ले लिए पर उसने सोच लिया था कि अब कुछ भी करके वो अपने पैसे कमाएगा और अपने पैसों से पिंकि को इससे भी अच्छे होटल में ले जाएगा यह सोचते हुए राहुल पिंकि के साथ होटल में दाखिल होता है ।
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