Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
10-07-2019, 12:26 PM,
RE: Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
कुछ सफ़र की थकान भी थी तो बाते करते करते ना जाने कब नींद आ गयी पता ही नही चला जब मैं सोकर उठा तो दोपहर के 11 बज रहे थे टेबल पर एक चिट रखी थी मैने देखा मिता का मेसेज था कि वो कुछ ग्रोस्सरी का समान लेने मार्केट तक गयी है जल्दी ही वापिस आ जाएगी अब कुछ काम भी नही था और मेरा बदन भी अलसाया था



तो मैं फिर से बिस्तर मे घुस गया और जल्दी ही एक झपकी आ गयी फिर होश तब आया जब मिथ्लेश ने मुझे जगाया वो बोली कितना सोते हो तुम , तुम यहाँ मेरे लिए थोड़ी आए हो तुम तो बस सोने आए हो मैने कहा जान ऐसी बात नही है वो तो मैं ऐसे ही सो गया था उसने कहा उठ जाओ मैं तुम्हारे लिए चाइ बनाती हू मैने कहा जो हुकुम सरकार



करीब आधे घंटे बाद मैं चाइ-नाश्ता कर रहा था सफेद कलर मे मिता और भी निखार गयी थी मेरी नज़र उस पर से हट ही नही रही थी वो बोली मुझे यू ना देखो शरम आती है मैने कहा लो अब अपनी दिलरुबा को देखने का हक़ भी नही है क्या तो वो बोली तुम्हारी नज़र मेरे दिल को चीर जाती है कुछ कुछ होने लगता है मुझे मैने कहा क्या होता है मुझे भी बताओ ज़रा



वो शरमाते हुए बोली क्या तुम भी फिर उसने मुझे जल्दी से नाश्ता ख़तम करने को कहा वो बोली आज मैं तुम्हे शिमला घुमाती हू पर मैने मना करते हुए कहा कि डार्लिंग मैं तो बस तुम्हारा ही दीदार करना चाहता हू वो बोली जी हुज़ूर मैं कुर्सी पर बैठा था जब वो मुड़ने लगी तो मैने उसका हाथ पकड़ कर अपनी ओर खीचा तो वो मेरी गोद मे आ गिरी




ये पहला मोका था जब वो इस तरह से मेरे करीब थी दो पल के लिए जैसे सब कुछ ठहर सा गया हो उसने उठने की कोई कोशिश नही की मेरा एक हाथ उसके पेट पर था और दूसरा हाथ उसके कंधे पर था अक्सर होता यू था कि हम बस खामोश हो जाया करते थे और हमारी धड़कने ही बाते किया करती थी मैं अपना हाथ उसके बालों तक ले गया और



उसके बालो से रब्बर को हटा दिया उसकी जुल्फे खुल कर बिखर गयी कमर तक आते उसके बाल मुझे बड़ा ही सम्मोहित करते थे मैं अपने हाथ से उसकी गर्दन को सहलाने लगा मिता के माथे पर पसीना छलक आया वो धीमे से बोली छोड़ो मुझे जाने दो पर मैने कुछ ना कहा उसके बदन की महक मुझे रोमांचित करने लगी थी मिता उठने लगी तो मैने उसको फिर से बिठा लिया



मुहब्बत की चिंगारी मे शोले अब भड़कने लगे थे मिता का शरीर हल्का हल्का सा काँपने लगा था वो बोली मुझसे दूर हटो कही मैं बहक ना जाउ वो उठी और थोड़ा सा दूर जाकर खड़ी हो गयी मैं उठा और उसके पास जाकर उसको अपनी बाहों मे भर लिया ये कैसी घड़ी थी दिल मे आरमनान तो कई थे पर ज़ुबान खामोश थी मिता की साँसे भारी हो रही थी



वो मेरे आगोश मे थी दो दिल एक धड़कन हो रहे थे मिता और मैं अब बिल्कुल चुप-चाप एक दूसरे की बाहों मे जकड़े हुए खड़े थे समझ नही आ रहा कि उन लम्हो का वर्णन कैसे करू मैं शब्द ही नही मिल रहे है मुझे उस पल को बस मैं जीना चाहता था अनंत काल तक इतना ही कह सकता हू उस सर्द मोसम मे जैसे आग लगने ही वाली थी कि किसी ने बाहर से दरवाजा खड़खड़ा दिया

बड़ी ही नज़ाकत के साथ वो मुझसे अलग हुई और दरवाजे की तरफ बढ़ गयी पता चला कि रीना आई थी उसने मुझे हाई-हेलो किया और फिर हाल चाल पूछा ना जाने क्यो मिथ्लेश के गाल लाल हो गये थे शायद इसलिए कि ऐसा कभी मोका नही मिला था की जब हम दोनो यू साथ रह सके और वैसे भी जवान जिस्मो की आग को भड़कने मे ज़्यादा देर कहाँ लगा करती है



कुछ देर बात करने के बाद रीना ने कहा कि भाई आप दोनो यहाँ रहो जब तक आप हो मैं अपनी फ्रेंड के पास रह लूँगी बस कुछ सामान लेने आई थी आप अपना टाइम एंजाय करो और अपना सामान लेकर चली गयी अब बचे हम दीवाने दो दोपहर बीतने को ही थी मिता बोली कुछ खाओगे क्या तो मैने कहा जो मर्ज़ी खिला दो मेहमान है तुम्हारे तो वो बोली की तुम मेहमान कहाँ हो तुम तो मेरा ही एक हिस्सा हो



कसम से टच कर गयी उसकी ये वाली बात उसकी ये बात ही तो मुझे मार गयी थी उसकी सादगी ही उसकी खूबसूरती थी जिस पर मैं मर मिटा था मैने कहा मिथिलेश तो अब हमारे फ्यूचर का क्या सोचा है मैं चाहता हू कि जल्दी से जल्दी हम शादी करले अब मुश्किल है तुम्हारे बिना रहना तो मिता बोली की उसने कई जगह इंटरव्यूस दिए है और जल्दी ही उसकी जॉब भी लग जाएगी



जॉब लगते ही वो अपने घरवालो से खुल के बात कर पाएगी तो मैने कहा ठीक है पर इस साल हम शादी कर ही लेंगे वो बोली हम बाबा हम ज़रूर फेरे लेंगे और मुस्कुरा पड़ी उसकी मुस्कान मे जादू था जब भी वो मुस्कुराती थी तो मैं जैसे सब कुछ भूल जाता था जी करता था कि बस हमेशा उसे यू ही मुस्काता हुआ देखता ही रहूं खैर, कुछ देर बाद वो बोली आओ बाहर चलते है



शाम भी हो ही गयी थी तो हम दोनो तैयार होकर घर से बाहर चल पड़े मेरे लिए तो अंजाना सहर था तो उस पर ही छोड़ दिया जहाँ वो ले जाए वही सही मिथ्लेश सबसे पहले मुझे जाखू टेंपल ले गयी पहली नज़र मे ही इस सहर की खूबसूरती मेरे दिल मे उतर गयी थी कुदरत की हर रंगीनी यहाँ थी दिल को आराम सा मिलता था यहा पर प्रकृति से जुड़ने का मौका



सफेद बरफ से ढके हुए रास्ते हमने दो कप चाइ ली और चलते चलते ही एंजाय करने लगे मिता के साथ बड़ा ही ख़ुशगवार लग रहा था मोसम भी जैसे आज मिता के मिज़्ज़ाज़ के अनुसार चुहलबाजी करने को तैयार था शिमला मे जो चीज़ सबसे अच्छी लगी वो थे माल यहाँ पर बहुत सी शॉपिंग की हमने प्लान तो था कि पूरा शिमला ही नाप दूं पर समय नही था मेरे पास
Reply


Messages In This Thread
RE: Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है - by sexstories - 10-07-2019, 12:26 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,455,797 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 539,274 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,213,721 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 917,740 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,626,623 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,059,361 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,914,387 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,935,979 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,985,075 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 280,560 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 16 Guest(s)