RE: Incest Kahani दीदी और बीबी की टक्कर
.स्वेता कुच्छ देर के बाद राज से,, ये कौन है पूनम की ओर इशारा करते हुए...
राज स्वेता के सामने पूनम के गालो को चूमते हुए,, ये कौन है सोने के समय बताऊंगा ठीक है.
स्वेता एक दम बिदक गयी क्योकि राज ने उसके सामने ही पूनम के गालो को चूम लिया इससे उसका दिल जल गया. स्वेता मन ही मन मे..ज़रूर इससे कोई चक्कर है नही तो ये इसके गालो को क्यो चूमते अगर इसके साथ कोई चक्कर हुआ तो मैं इसको जान से मार दूँगी..स्वेता बिना कुच्छ बोले अपने रूम मे चली जाती है थोड़ी देर के बाद पूनम भी रूम मे चली गयी...
राज ने तुरंत स्वेता वाले रूम को बाहर से बंद कर दिया...ऑर अनिता दीदी के साथ बैठ गया.. अनिता दीदी साड़ी ब्लाउज पहनी हुई थी,, राज ने अनिता की बगल मे बैठते हुए उसके कंधे से पकड़ते हुए अपनी ओर घुमाया अपने होंठो को अपनी दीदी के होंठो से मिला कर अनिता की दोनो चुचियो को पकड़ते हुए उसके होंठो को चूसने लगा ऑर अपनी दीदी की दोनो चुचियो को ब्लाउज के उपर से ही मसलने लगा...अनिता मदहोश होने लगी ऑर वो भी राज के होंठो के चूसने लगी ऑर अपने दोनो हाथो से राज के सर के को सहलाने लगी उसकी चूत धीरे-धीरे फड़कने लगी..राज का मूसल जैसा लंड अपनी पूरी औकात मे आ गया....
.राज अपनी दीदी के होंठो को पूरे लगन से चूसने लगा उसके दोनो आँखे बंद हो गयी अनिता भी बुरी तरह अपनी छोटे भाई के होंठो को चुसते हुए आँखे बंद हो गयी.. राज उसकी दोनो चुचियो को ब्लाउज के उपर से ही बुरी तरह मसल रहा था
लगभग दस मिनिट के बाद दोनो की साँसे उखडने लगी तब जा के दोनो ने अपने होंठो को अलग किया ऑर बुरी तरह हाँफने लगे ऑर अपनी-अपनी सांसो पर कंट्रोल करने लगे. थोड़ी देर के बाद राज ने अनिता को अपने सीने से लगा लिया... एक हाथ से अनिता के सर को अपने सीने पर लगा के दूसरे हाथ को उसकी पीठ पर घुमाने लगा..... अनिता की दोनो बाहें उसकी पीठ पर कस गयी...
कुच्छ देर के बाद राज अनिता के सर को उठा कर उसकी आँखो मे देखते हुए,, अनिता डार्लिंग अब क्या होगा अब तो स्वेता भी आ गयी है..तुम्हारा भी एक दो माह के बाद पेट निकल जाएगा तो सबको पता चल जाएगा.. मुझे कुच्छ नही समझ नही आरहा है कि मैं क्या करूँ...तुम ही अब बताओ कि मैं क्या ना करूँ..इतना बोलकर राज अनिता के गालो को सहलाते हुए उसके आँखो मे देखने लगा.....
अनिता मुस्कुराते हुए राज की आँखो मे देखने लगी फिर राज के सर को पकड़ते हुए उसके होंठो को चूमते हुए,,बड़ी जल्दी आप घबरा गये..अच्छा चलिए एक बात बताइए हम को वक्त ने ही भाई-बहन के रिश्ते से पति-पत्नी बनाया..
राज उसकी बातो को सोचते हुए,,बात तो तुम्हारी ठीक है लेकिन तुम क्या कहना चाहती हो मैं कुच्छ समझा नही..
अनिता उसकी आँखो मे देखते हुए,, सिंपल सी बात है मेरे बुद्धू पति देव यानी मेरे भाई..जब वक़्त ने हमें मिलाया है तो वही इस समस्या का हल निकालेगा..आप बेफिकर होकर रहिए वैसे भी मेरे पास एक उपाय है..आप अब जाइए मैं अब सोने चलती हू..इतना बोलकर अनिता सोफे पर से उठ गयी..राज ने खड़ा होकर तुरंत अनिता को पिछे से अपनी बाहों मे भर लिया ऑर अपने सर को उसके कंधो पर टिकाते हुए अपनी दीदी के गालो को सहलाते हुए,,अब तुम्हारे बिना नींद कैसे आएगी..
अनिता अपने एक हाथ को पिछे से लेजाकर उसके सर को पकड़ते हुए..आप आज रात को अकेले सोइए कल से आपको अकेला सोना नही पड़ेगा.
.राज इतना सुनकर खुश हो गया उसने तुरंत अनिता को अपनी ओर घुमाया उसके चेहरे को पकड़ कर चूमने लगा.....राज बहुत देर तक उसके चेहरे को चूमने के बाद उसने अनिता के अपने सीने से लगाकर,, ना जाने मुझे क्या हो गया मुझे तुमसे अलग होने के नाम से डर लग रहा है.. ऐसा लग रहा है कि तुम मुझसे एक रात नही बल्कि एक माह के लिए अलग हो रही हो इतना बोलकर राज ने बहुत ज़ोर से अनिता को अपनी बाहों मे छुपा लिया...अनिता भी बुरी तरह चिपक गयी, और बोली -मैं भी तो आपकी बाहों मे ही सोना चाहती हूँ लेकिन क्या करूँ मज़बूरी है स्वेता के रहते ये नामुमकिन है....आप आज रात भर वेट कीजिए कल कोई ना कोई निर्णय ज़रूर होगा..आप सोने जाइए..इतना बोलकर राज से अनिता अलग हो गयी..ऑर राज को गुड नाइट किस देकर सोने चली गयी...
अनिता के जाते ही राज दिल बुझ गया....दिल भारी होने लगा वो बुझे मन से अपने रूम के अंदर चल दिया..
आज उसके दिल की रानी उसकी रूह की मालिक आज उससे अलग सोने चली गयी..जब मेरा ये हाल है तो अनिता का क्या हाल होगा भले ही वो उपर से खुश है लेकिन उसका दिल तो रो रहा होगा वो मुझ से तो एकपल के लिए भी अलग नही रह सकती...राज का लंड कब बैठ गया पता ही नही चला..वो अनिता के बारे मे सोचते हुए रूम के अंदर आ गया..रूम के अंदर आते ही राज बिना कुच्छ बोले स्वेता के बगल मे लेट गया...उसका चेहरा बहुत उदास था स्वेता की नज़र जैसे ही राज पर पड़ी तो उसकी ओर करवट के बल लेटते हुए राज के सीने मे सर रखकर लेटते हुए,,क्या बात है आप बहुत उदास दिखे रहे है माँ जी की याद आ रही है क्या..
राज स्वेता को अपने नीचे पलट कर उसको अपनी बाहों मे कसते हुए हाँ तुम ठीक कह रही हो मुझे माँ की बहुत याद आ रही है...
राज ने अपनी बीवी स्वेता से अनिता की बातों को छुपा लिया क्या बताता कि उसने अपनी दीदी को बीवी बना लिया है..
कुच्छ देर के बाद स्वेता राज की पीठ को सहलाते हुए,, अच्छा आपसे मैंने पुछा था कि वो नयी लेडीस कौन है तो आप बोले कि सोने के समय बताउन्गा तो बताइए ना कि वो कौन है...
|