RE: Incest Kahani दीदी और बीबी की टक्कर
अचानक अनिता राज से दूर होकर खड़ी हो गई डरते हुए सामने देखने लगी . राज ने पीछे पलट कर देखा तो एक बार को राज भी चौंक गया फिर उसके होंठों पर मुस्कान फैल गई और वो आगे बढ़ा और पूनम को अपनी बाहों मे भर लिया और उसके होंठो को चूसने लगा पूनम का शर्म के मारे बुरा हाल हो गया .
राज पूनम को अनिता के पास लाया और दोनो को अपनी बाहों मे ले लिया और अचानक राज ने उन दोनों के सर अपने हाथ डाल कर बाल पकड़ लिए और सर ऊँचा करके अनिता के होंठों पर किस करने लगा।
राज ने पहले अनिता को किस किया और अपने दूसरे हाथ को पूनम की गर्दन में डाल कर ऊपर खींचने लगा।
वे दोनों अपने घुटनों पर बैठ गई थीं और राज कुर्सी पर नीचे झुक कर उनके होंठों पर किस करने में लगा हुआ था।
तभी पूनम ने राज का चेहरा पकड़ कर उसके होंठ अपने होंठों से लगा लिए और राज मुँह में जुबान डाल कर राज के होंठों का रस पान करने लगी।
इधर अनिता ने राज का टॉवल उतार देती है
अब पूनम भी राज के मुँह में से अपना मुँह निकाल कर उसके अंडरवियर के उभरे हुए हिस्से को हाथ से सहलाने में अनिता की मदद करने लगी।
तभी राज ने दोनों को घुटनों से उठा कर खड़ा किया और फ़िर अपने सामने करके उन दोनों के बड़े-बड़े बोबों में अपना मुँह बारी-बारी से घुसाने लगा।
राज ने अपने दोनों हाथ उन दोनों की पीठ पर ले जाते हुए उनके बोबों पर बन्धी छोटी सी ब्रा की डोरियों को खोल दिया।
तभी दोनों ने भी बचा हुआ अपना काम करके अपनी चूचियों के ढक्कनों को अपने गले से निकालते हुए अलग कर दिया।
अब राज के सामने दोनों के नंगे बोबे झूल रहे थे।
बस.. फ़िर राज तो मानो उन पर टूट पड़ा.. जैसे राज बहुत दिनों से प्यासा था।
राज ने दोनों की कमर से हाथ उनकी पीठ पर ले जाते हुए उन्हें अपनी पकड़ में ले लिया था और उन दोनों के हाथ राज के बालों में.. गर्दन में.. और पीठ पर चलने लगे थे।
राज भी उनके खरबूजों को अपने मुँह में लेकर उन्हें तृप्त कर देना चाहता था।
दोनों के निप्पलों को बारी-बारी से चूसते वक्त राज अपना सर जोर से उनमें अन्दर तक गढ़ा देता था।
अब वे दोनों अपने-अपने हाथों से अपने चूचे पकड़ कर मेरे मुँह में डालने लगीं।
राज के दोनों हाथ उनके चूतड़ों का जायजा लेने में व्यस्त थे।
फ़िर अनिता ने अपने हाथ से राज की बनियान को ऊपर करना चालू किया.. लेकिन पूनम ने तो बिना देर किए उसे फाड़ ही डाला और उतार कर फेंक दिया।
राज ने भी अपने पैरों की मदद से अंडरवेअर भी निकाल दिया और कुर्सी पर रख दी।
अब वो दोनों थोड़ा नीचे को हुईं.. और राज की छाती की दोनों घुंडियों को अपने-अपने मुँह में लेकर चूसने लगीं।
राज को तो स्वर्ग की सैर का मजा आ रहा था।
फ़िर राज ने पूनम के सर को ऊपर उठाया और उसके एक बोबे को चूसने लगा। एक हाथ से एक चूचे के निप्पल को दबाता तो दूसरे को मुँह में ले कर चूसता।
पूनम अब अपने सर को उठा कर मादक सिसकारियां लेने लग गई थी।
इधर अनिता ने अब अपना एक हाथ राज के लंड के ऊपर चलाना चालू कर दिया..
लेकिन राज को पता था कि उसे जल्दी नहीं करनी है। तो राज ने तुरन्त ही अनिता के चेहरे को ऊपर उठा दिया।
अब राज अनिता के बोबे चूस रहा था।
फ़िर राज अनिता के मुँह में पूनम के बोबे को डालने लगा.. तो अनिता समझ गई, वो पूनम के बोबों को अपने मुँह में लेने लगी।
अब हम तीनों को मजा आने लग गया था और उन दोनों की कामुक सिसकारियां भी निकलने लगी थीं।
कुछ मिनट तक यही अदला-बदली चलती रही।
दोनों अब पूरी तरह से गर्म हो चुकी थीं।
तभी राज को याद आया कि ये सब घर के बाहर खुले में कर रहे है.. तो राज ने पूनम को बोला- ये सब यहाँ ठीक नहीं है यार..
तो बोली- हाँ.. चलो अन्दर चलते हैं।
फ़िर उन तीनों ने अपने-अपने कपड़े उठाए और कमरे के अन्दर चले गए।
राज उन दोनों को अपने दोनों आजू-बाजू कमर में हाथ डाल कर अन्दर तक साथ गया।
अन्दर वो तीनो सीधे बेडरूम में गए और पूनम ने अपनी अलमारी में से एक स्प्रे की बोतल निकाली। फिर उसने राज के लंड जो पहले ही बम्बू बना हुआ था.. उसे हाथ में लेकर उस पर सुपारे से लेकर जड़ तक स्प्रे कर दिया। राज ने पूछा- ये क्या है?
वो कुछ नहीं बोली.. बस इतना कहा- पता चल जाएगा।
फ़िर तीनों चालू हुए.. अब राज ने पूनम को बिस्तर पर पीठ के बल लेटा दिया और अनिता ने अपनी पैन्टी उतार दी और वो अपनी टाँगें फ़ैला कर पूनम के मुँह पर घुटनों के बल बैठ गई।
राज ने भी पूनम की भरी-भरी जाँघों को हवा में ऊपर उठाया और उसकी पैन्टी निकाल दी।
उसकी एकदम गोरी और चिकनी चूत ने दर्शन दे दिए।
राज ने भी देर न करते हुए उसमें अपनी जुबान लगा दी और पूरी चूत पर जुबान को चलाना चालू कर दिया।
पूनम ने शायद हाल ही में चूत की सफ़ाई की थी.. इसलिए उसकी चूत एकदम चिकनी थी और थोड़ी गीली भी थी।
उसमें से पहले ही रिसाव हो रहा था.. जो थोड़ा नमकीन स्वाद भरा था।
राज को तो बहुत अच्छा लग रहा था।
राज तो उसकी चूत की फांकों को खोल कर उसमें अन्दर तक अपनी जुबान की नोक बना कर घुसा रहा था।
बेडरूम में अब काम भरी सिसकारियां ही सिसकारियाँ गूँजने लगी थीं।
उधर पूनम भी अनिता की चूत में अपना मुँह घुसाए हुए थी।
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