RE: Hawas ki Kahani हवस की रंगीन दुनियाँ
उसका चेहरा पकड़ लिया और चूम चूमकर उसे गीला कर दिया, उसने अपना हाथ हम दोनों के बीच डाला और मेरा लंड पकड़कर अपनी चूत के मुंहाने पर रख दिया, बाकी काम मैं जानता था, और एक तेज धक्के से मैंने अपना सात इंच लम्बा लंड उसकी गरम चूत में दाल दिया, उसकी आँखें उबल कर बाहर आने को होने लगी पर फिर ३-४ झटको के बाद वोही आँखें मदहोश होने लगी और उसके मुंह से तरह-२ की आवाजें आने लगी...
aaaaaaaaaaaaaaahhhhhhhhh
चोदो मुझीईईईईईईए ..................मुझे तुम्हारा लंड रूऊऊऊऊज चहियीईईईईई
aaaaaaaahhhhhhhhhh आआआआआआआअह ...............जोर से sssssssssssssssssss
और जूऊऊऊऊऊऊऊर से sssssssssssss
मैंने अपना मुंह रचना के मुंह से जोड़ दिया, और उसकी जीभ चूसने लगा, मैं झड़ने के करीब था, मेरे मुंह से एक भारी हुंकार निकली, ऋतू समझ गयी और उसने हमारी किस तोड़ते हुए मेरा लंड बाहर निकाला और बेड के किनारे पर लेट कर मेरा गीला लंड अपने मुंह में ले लिया, मैं अब तेजी से अपना लंड उसके मुंह में आगे पीछे करने लगा, अब मैं उसका मुंह चोद रहा था.
वो भी मेरे लंड को अन्दर तक ले जा रही थी, जो उसके गले के अंत तक जाकर उसकी दीवारों से टकरा रहा था.
मैंने जल्दी ही झड़ना शुरू कर दिया. और अपने गर्म वीर्य की धारें ऋतू के गले में छोड़ने लगा.
वो मेरे वीर्य की हर बूँद चटखारे लेकर पी गयी.
फिर उसने मुझे धक्का दिया और मेरे मुंह के ऊपर आकर बैठ गयी उसकी चूत ने मेरे होंठो को ढक लिया, मैंने उसकी चूत में अपनी जीभ डाली और उसे चुसना शुरू कर दिया, और जल्दी ही उसका रस बहकर मेरे मुंह में आने लगा और वो हलके से चिल्लाकर झड़ने लगी.
वो उठी और फिर हम दोनों ने काफी देर तक एक दुसरे की किस्स ली.
रचना को में चोद चूका था,लेकिन में जब भी मॉम को दिन में देखता तो मुझे उन रातो की याद अ जाती जब मेने उनको डैड से चुदते देखा था,अब में हमेशा इसी इंतजार में रहता की कभी दिन के उजाले में मॉम को नंगी देखने का मौका मिल जाये और फि मौका भी लगे तो उन्हें चोदा भी जाये। में जनता था ये असंभव है और गलत भी लेकिन रचना की चूत को चोदने के बाद मुझे हमेशा चुदाई का मन रहता था। मुझे मौका मिल गया रचना कॉलेज गयी हुई थी और में और मॉम घर में अकेले थे,मॉम ने मुझसे कहा की वो अभी नह कर आती है फिर वो मेरा नाश्ता तैयार करती है,मॉम जल्दी जल्दी में बहार के उस बाथ रूम में नहाने घुस गयी जिसमे सुराख़ था और जिसमे से मेने रचना को भी नहाते देखा था। मॉम अंदर गयी मेने जब थोड़ी देर बाद देखा तो वो नल की तरफ घूम गई और अपने हाथ को पीछे ले जाकर अपनी ब्रा का स्ट्रैप खोल दिया और अपने कंधो से सरका कर बहार निकाल फर्श पर दाल दिया और जल्दी से निचे बैठ गई. अब मुझे केवल उनका सर और थोड़ा सा गर्दन के निचे का भाग नज़र आ रहा था.
|