RE: Hindi Sex Kahani सियासत और साजिश
वीना राज की बात को सुन कर एक दम से शरमा गये. और उसने राज के लंड को पकड़ कर उसकी चमड़ी को पीछे कर दिया. राज के लंड का गुलाबी मोटा और चौड़ा सुपाडा देख कर, वीना की चूत मे सरसराहट होने लगी. उसने काँपते हुए हाथों से, राज के लंड पर कॉंडम चढ़ाना शुरू कर दिया. पर वीना इन सब की आदि नही थी. ये बात राज अच्छी तरहा जानता था.
राज ने कॉंडम लगाने मे वीना की मदद की. जैसे ही राज ने कॉंडम पहन लिया. वीना राज के लंड के ऊपेर झुक गयी. और राज के लंड के सुपाडे को मुँह मे ले लिया.राज के बदन मे मस्ती की लहर दौड़ गयी. उसने एक हाथ से वीना के बालों को पकड़ लिया. वीना तेज़ी से राज के लंड को मुँह मे भर कर चूस रही थी. राज की मस्ती का कोई ठिकाना नही था.
राज ने कुछ देर बाद वीना को कंधों से पकड़ कर अपने ऊपेर खींच लिया, और वीना की आँखों मे देखते हुए. अपने लंड के सुपाडे को वीना की चूत के छेद पर लगा दिया. वीना के मुँह से आह निकल गयी.
वीना: (काँपती हुई आवाज़ मे) अहह बाबू जीए. धीरे-2 करना मैने इतना बड़ा कभी नही लिया है.
राज : क्या मतलब.
वीना: (एक दम से शरमा गये) वो मेरे पति का आप से बहुत छोटा है. धीरे-2 करना.
ये बात सुन कर राज के होंठो पर मुस्कान आ गयी.
राज : तो फिर तू ही अपने आप अंदर कर ले.
ये बात सुन कर वीना और शरमा गये. और धीरे-2 राज के लंड के सुपाडे पर अपनी चूत के छेद को दबाने लगी. राज के लंड का मोटा सुपाडा, वीना की चूत की दीवारों को फैलाता हुआ अंदर जाने लगा. वीना की चूत पहले ही से पानी छोड़ कर चिकनी हो चुकी थी. जैसे ही राज के लंड का मोटा सुपाडा वीना की चूत के छेद मे गया, राज ने वीना के चुतड़ों को कस के पकड़ लिया. और ऊपेर की तरफ अपनी कमर को पूरी ताक़त लगा कर उछाला. लंड का सुपाडा चूत की दीवारों से रगड़ ख़ाता हुआ, और अंदर घुसता चला गया. और वीना दर्द और मस्ती के मिलजुले असर के कारण चीख पड़ी.
वीना: अहह बाबू जीईए ओह धीरीई अहह उंह सीईईईईईईईई.
इससे पहले कि वीना थोड़ा राहत की साँस लेती, राज ने फिर से वीना के चुतड़ों को अपने हाथों मे दबोचे हुए, एक बार फिर से अपनी कमर को ऊपेर की ओर उछाला. इस बार राज के लंड का सुपाडा, वीना की चूत की गहराइयों मे उतर गया, और वीना की बच्चेदानी से जा टकराया.
वीना: अह्ह्ह्ह ओह मरररर गइई बाबू जीई धीरीईए करूऊ नाआ ओह्ह्ह्ह बहुत्त्त्त दर्द हूऊओ रहा है..
वीना अपनी साँसों को संभालने के लिए राज के ऊपेर लूड़क गयी. उसकी मोटी-2 चुचियाँ राज की चौड़ी छाती मे धँस गयी. वीना अभी भी दर्द से कराह रही थी. राज ने धीरे-2 वीना के चुतड़ों और पीठ को सहलाना चालू कर दिया. कुछ ही पलों मे वीना का दर्द ख़तम हो गया.
वीना अपनी चूत के दीवारों को राज के लंड पर कसा हुआ महसूस करके मचल उठी. उसकी चूत मे राज के लंड की रगड़ के लिए टीस उठने लगी. और वो राज की छाती से चिपकी हुई. धीरे-2 अपनी गान्ड को उछाल कर अपनी चूत मे राज के लंड को अंदर बाहर करके चुदने लगी.
राज तो बस वीना के चुतड़ों को मसलते हुए, अपने लंड पर वीना की चूत के दीवारों की रगड़ महसूस करके मस्ती से सराबोर हुआ जा रहा था. धीरे-2 वीना भी अपनी चूत को राज के लंड पर कसी हुई महसूस करके गरम हुई जा रही थी. और वो धीरे-2 अपनी गान्ड के उछालने की रफ़्तार को बढ़ा रही थी. राज का लंड अब तेज़ी से वीना की चूत के अंदर बाहर हो रहा था. और वीना पूरी मस्ती मे आकर अपनी गान्ड को ऊपेर की ओर उछाल के पूरी ताक़त से अपनी चूत को राज के लंड पर पटक रही थी.
वीना: अहह ओह बाबू जीए औरर्र जोर्र्र्र से मस्लो मेरी चुतड़ों को अहह ओह मेरा पानी निकलने वाला है.
राज ने वीना की बात को सुनते ही, वीना के चुतड़ों को अपने हाथों मे दबोच कर फैला दिया. और अपनी कमर को तेज़ी से ऊपेर की ओर उछालते हुए, अपने लंड को वीना की चूत के अंदर बाहर करने लगा. राज का लंड पूरा जड तक अंदर बाहर हो कर फॅक – 2 की आवाज़ कर रहा था. कुछ ही पलों मे वीना का बदन अकड़ने लगा.
वीना: अहह अहह ओह ओह बहुत्त्त्त्त्त अच्छाअ चोदते हैं बाबू जी आपप ओह्ह ओह मेरीई पानी निकल गाईए हीए ओह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उम्ह्ह्ह्ह.
और वीना राज के ऊपेर निढाल होकर गिर पड़ी. उसकी नाज़ुक सी चूत राज के 8 इंच के मोटे लंड को ज़्यादा देर नही झेल पाई थी. इसीलिए वो झाड़ कर राज के ऊपेर पसर गयी. और तेज़ी से साँसे ले रही थी.
राज अभी भी अपनी कमर को हिला कर, वीना की चूत मे अपने लंड को पेले जा रहा था. पर वीना एक दम उस से चिपकी हुई थी, जिसके कारण राज को वीना की चूत मे लंड पेलने मे दिक्कत हो रही थी.
राज ने वीना को बाहों मे भरे हुए, उसे नीचे की ओर लुड़का दिया. और खुद उसके ऊपेर आ गया. राज का लंड इस दौरान वीना की चूत से बाहर आ गया था. जैसे ही राज वीना के ऊपेर आया. राज ने वीना की टाँगों को पकड़ कर घुटनो से मोड़ कर ऊपेर उठा दिया. और फिर वीना की जाँघो को दोनो ओर फैला दिया.
जिससे वीना की चूत का छेद जो के उसके काम रस से सना हुआ लबलबा रहा था. राज की आँखों के सामने आ गया. राज की आँखें वीना की चूत के गुलाबी छेद पर जम गयी. वीना ने जब राज को अपनी चूत को यूँ घूरते देखा. वीना एक दम से शरमा गये. और उसने अपने फेस को दूसरी तरफ घुमा लिया.
राज : क्या हुआ वीना. अच्छा नही लगा क्या.
वीना: (शरमाते हुए काँपती आवाज़ मे) नही बाबू जी ऐसी बात नही हैं.
राज : फिर मुँह क्यों मोड़ लिया.
वीना: मुझ शरम आ रही है.
राज : क्यों शरमा क्यों रही हो.
वीना: आप मेरी वो ऐसे देख रहे थे. इसीलिए
राज : वो क्या.
वीना: धत्त मुझ शरम आती है.
राज : अर्रे बता ना.
वीना: चूत
ये सुन कर राज के होंठो पर मुस्कान आ गयी. उसने अपने लंड को अपने हाथ मे पकड़ कर, वीना की चूत के रसीले छेद पर लगा दिया. और धीरे-2 अपने लंड को वीना की चूत के छेद मे धकेलने लगा. राज के लंड का मोटा सुपाडा एक बार फिर से वीना की चूत की दीवारों को फैलाता हुआ अंदर घुसने लगा. वीना ने अपने दोनो हाथों से बेड शीट को भींच लिया. और उसके मुँह से मस्ती से भरी हुई आह निकल गयी.
वीना को यूँ मस्ती मे देख, राज और जोश मे आ गया. और उसने अपनी कमर को पूरी रफ़्तार के साथ आगे की तरफ धेकेला. लंड का सुपाडा चूत की दीवारों को फैलाता हुआ, वीना की चूत की गहराइयों मे उतरने लगा.
वीना: ओह मररर गेयीयीयियी बाबू जीए ओह.
राज को वीना का यूँ तिलमिलाना पता नही क्यों सकून सा दे रहा था. राज ने बिना रुके ताबडतोड़ तीन चार बार अपनी कमर हिला कर, वीना की चूत मे अपने मोटे लंड को पूरा घुसा दिया. जैसे ही राज का पूरा लंड वीना की चूत की गहराइयों मे उतर गया. राज वीना के ऊपेर झुक गया. और उसकी दोनो बड़ी-2 चुचियों को अपने हाथों की हथेलियों मे भर कर मसलने लगा.
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