RE: Hindi Sex Kahani सियासत और साजिश
रवि ने देखा कि, पूनम उसकी बातों और हरकतों पर मुस्कुरा रही है. अगर वो थोड़ी सी कॉसिश करे तो, ये नाज़ुक कली उसकी बाहों मे आ सकती हैं. इसलिए उसने अपना पहला और बहुत दम रखने वाला पता फैंका.
रवि: आ जाओ अंदर बैठ कर बातें करते हैं. (और रवि अंदर की तरफ आने लगा. पूनम भी खड़ी हो कर रवि के पीछे अंदर जाने लगी. अंदर जाते हुए रवि ने उस पत्ते को खोला. जिससे पूनम एक दम धराशाई हो गयी)
रवि: और वैसे अगर मैं तुम्हारे साथ कुछ करूँ भी तो, तुम अपने बाबा से शिकायत तो नही करोगी. (पीछे मूड कर पूनम की ओर देखते हुए)
पूनम रवि की बात सुन कर एक दम से शरमा गयी. उसने अपने सर को झुका लिया. और अपने पैरों के नाख़ून से फर्श को कुरदेन लगी.
रवि: (पूनम के पास जाते हुए) बोलो ना.
पूनम: (रवि को अपने इतना पास देख कर एक दम से कांप गयी) क्या ?
रवि: तुम अपने बाबा से मेरी शिकायत करोगी.
पूनम ने शरमाते हुए. ना मे सर हिला दिया. ये देख कर रवि के होंठो पर मुस्कान आ गयी. और मन ही मन मे खुस होने लगा. और मन मे रज़िया को गाली देते हुए बोला. देख रांड़ मेरे पास तेरे से भी सुन्दर माल है. वो भी एक दम कच्ची कली.
रवि ने आगे बढ़ कर पूनम का हाथ पकड़ लिया. पूनम का बदन एक दम से कांप गया. वो थोड़ा सा पीछे की ओर हुई. और अपने हाथों को छुड़ाने की कॉसिश करने लगी.
रवि: (पूनम की तरफ आगे बढ़ते हुए) क्या हुआ.
पूनम: (काँपती हुई आवाज़ मे) वो बाबा आ गये तो.
रवि: मेने कहा ना नही आएँगे.
पूनम: मुझ डर लग रहा है.
रवि: मैं तुम्हारे साथ हूँ. तो डरने की क्या ज़रूरत.
रवि आगे बढ़ता हुआ पूनम के बेहद करीब आ गया. अब दोनो की साँसें भी एक दूसरे के फेस पर टकराने लगी थी. पूनम ने अपने सर को नीचे झुका लिया.
पूनम: (घबराई और काँपती हुई आवाज़ से) नही मैं ये नही करना चाहती.
रवि: क्या नही करना चाहती.
पूनम: (एक बार रवि की आँखों मे देख कर फिर से शरमा कर उसने नज़रें झुका ली.) वहीं जो तुम चाहते हो.
रवि: मैं क्या करना चाहता हूँ.
पूनम: (शरमाते हुए) मुझ नही पता.
रवि: तो फिर क्या नही करना चाहती. जो तुम जानती हो.
पूनम: मुझ शरम आती है.
रवि: मे तो बस एक बार तुम्हारे होंठो पर किस करना चाहता हूँ. एक बार करने दो ना.
पूनम ना मे सर हिलाने लगी. और पीछे की ओर हटने लगी. पर पीछे अब दीवार आ चुकी थी. और पूनम वहीं रुक गयी. रवि ने उसे हाथ से पकड़ कर अपनी तरफ खैंच लिया, और उसे अपनी बाहों मे भर लिया.
पूनम का फूल सा बदन रवि की बाहों मे आते ही, पूनम एक दम से कसमसा उठी. और उसने अपनी आँखों को बंद कर लिया.
पूनम: रवि मुझ छोड़ दो प्लीज़.
रवि: बस एक बार मुझ अपने होंठो का रस पिला दो. मैं आगे कुछ नही करूँगा
और रवि अपने होंठो को पूनम के होंठो की तरफ बढ़ाने लगा. पूनम ने अपनी वासना और मस्ती से भरी आँखों को थोड़ा सा खोल कर रवि की ओर देखा, और फिर से अपनी आँखे बंद कर ली. पूनम के बदन मे कंपन सा होने लगा. उसके हाथ पैर ऐसे हो गये. जैसे उनमे जान ही ना हो. पूनम रवि की बाहों मे पिघलने लगी. और रवि ने अपने होंठो को पूनम के थरथरा रहे होंठो पर रख दिया.
पूनम अपने होंठो पर रवि के होंठो को महसूस करके एक दम सिहर गयी, उसके बदन मे मस्ती की लहर दौड़ गयी. और वो रवि से एक दम चिपक गयी. पूनम की चुचियाँ जो किसी आम के आकर की हो चुकी थी. रवि की छाती मे धँस गयी. पूनम का पूरा बदन मस्ती मे कांप रहा था.
रवि धीरे-2 पूनम के होंठो को अपने होंठो मे लेते हुए. उसके होंठो को चूस रहा था. और पूनम अपनी आँखे बंद किए हुए, मस्त होकर रवि से अपने होंठो को चुस्वा रही थी. धीरे-2 रवि अपने होंठो को पूनम के होंठो को ज़ोर-2 से चूसने लगा. पूनम ने भी अपने होंठो को ढीला छोड़ दिया. और थोड़ा सा खोल दिया.
रवि ने अपने होंठो को पूनम के होंठो से हटा दिया, और पूनम की ओर देखने लगा. पूरा का फेस एक दम लाल हो चुका था. उसकी आँखें अभी भी बंद थी. उसके होन्ट थरथरा रहे त. जो अब एक दूसरे से अलग हो चुके थे. पूनम ने अपनी आँखे खोल कर रवि की तरफ देखा. जैसे पूछ रही हो. अब और क्या चाहते हो, रुक क्यों गये.
रवि ने फिर से अपने होंठो को पूनम के होंठो की तरफ बढ़ाना चालू कर दिया. पूनम ने अपनी वासना से भरी आँखों को फिर से बंद कर लिया. और रवि ने उसके नीचे वाले होंठ को अपने होंठो मे भर लिया. पूनम एक बार फिर से कांप उठी, और उसके हाथ रवि के कंधों पर आ गये. जैसे-2 रवि ने अपने होंठो से पूनम के होंठो को ज़ोर लगा कर चूसना चालू किया, वैसे-2 पूनम के हाथ रवि के कंधों पर और कसने लगे.
पूनम के मुँह से घुटि हुई आह निकल गयी. रवि ने पूनम के नीचले होंठ को अपने होंठो से निकाल कर ऊपेर वाले होंठ को चूसना चालू कर दिया. नीचे पूनम की चूत नम होने लगी थी. और रवि के हाथ पूनम की पीठ को सहलाते हुए, नीचे उसके चुतड़ों की तरफ बढ़ रहे थे.
पूनम रवि के हाथों को अपनी पीठ पर महसूस करके मचले जा रही थी. धीरे -2 रवि के हाथ पूनम की पीठ को सहलाते हुए, उसके चुतड़ों तक पहुँच गये. रवि ने अपने दोनो हाथो की हथेलियों को पूनम के चुतड़ों पर फैला कर रख दिया. पूनम के बदन मे करेंट सा दौड़ गया. और उसने अपने हाथों से रवि के कंधों को और कस के पकड़ लिया.
रवि ने अपने जी भर के पूनम के होंठो का रस्पान किया, और फिर अपने होंठो को पूनम के होंठो से अलग करते हुए, पूनम की ओर देखने लगा. पूनम का फेस कामुकता के कारण एक दम लाल होकर दहक रहा था. पूनम ने अपनी वासना से भरी आँखे खोल कर रवि की ओर देखा.
पूनम: (मदहोशी से भरी हुई काँपती आवाज़ मे) अब बस करो रवि. मुझ कुछ हो रहा हैं.
रवि: (पूनम के चुतड़ों को मसलते हुए) मैं तुम्हें कुछ नही होने दूँगा.
पूनम चूतड़ मसले जाने से आहह कर उठी. और वो एक दम से शरमा गयी. फिर पूनम पीछे की ओर हट गये. और बाहर की तरफ जाने लगी.
रवि: (पूनम का हाथ पकड़ कर रोकते हुए) क्या हुआ.
पूनम: (शरमाते हुए) तुम बड़े वो हो. मुझ जाने दो. वरना कुछ ग़लत हो जाएगा.
रवि: (पूनम को अपनी और खैंच कर अपनी बाहों मे भरते हुए) जब तक तुम नही चाहोगी. मैं कुछ ग़लत नही करूँगा. थोड़ी देर और रूको ना.
और रवि ने पूनम को छोड़ दिया. और नीचे फर्श पर जल्दी से बिस्तर लगाने लगा. बिस्तर लगा कर उसने पूनम का हाथ पकड़ कर उसे अपने साथ बिस्तर मे बैठा लिया. और रवि पूनम की जाँघो पर सर रख कर लेट गया.
रवि: तुम जानती हो पूनम जब तुम पिछली बार यहाँ आई थी. मैं तब से तुम्हें चाहने लगा हूँ. मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ.
पूनम: (शरमाते हुए) मैं भी तुम्हे चाहती हूँ रवि.
रवि: अब कितने दिन और रहोगी.
पूनम: बस एक हफ्ते के लिए आई हूँ. फिर मे मौसी के यहाँ जाकर 11थ मे अड्मिशन ले लूँगी.
रवि: ( पूनम को अच्छे से अपने पिंजरें मे उतारने के लिए) मैं अब तुम्हारे बिना कैसे रहूँगा.
पूनम: रवि मैं क्या कर सकती हूँ. तुम्हें तो पता है है. माँ के देहांत के बाद बाबा ने मुझ मोसी के घर भेज दिया था. और बाबा सोचते हैं, कि जवान लड़की माँ की निगरानी के बिना बिगड़ सकती है. और इसे लिए वो मुझ वहाँ पढ़ा रहे हैं. तुम उदास मत हो मैं बीच-2 मे तुमसे मिलने आती रहूंगी.
रवि: मैं तुम्हारी याद मे तड़प-2 कर मर जाउन्गा.
पूनम: (रवि की बात सुन कर उसकी ओर खींची जा रही थी. उसने अपने हाथ को रवि के होंठो पर रख दिया) ऐसे ना कहो रवि, अभी हमारी उम्र है क्या है.
रवि ने पूनम की जाँघो पर सर रखे हुए, उसके सर को अपने हाथ से अपने ऊपेर झुकाना शुरू कर दिया. पूनम रवि की बातों को सुन कर भावनाओं मे बह गयी. और इस बार हल्का सा इशारा पाते ही, पूनम ने अपनी आँखे बंद कर के, अपने होंठो को रवि के होंठो की ओर बढ़ा दिया.
और दोनो के होन्ट एक दूसरे से मिल गये. इस बार पूनम भी रवि के होंठो को बड़े प्यार से चूस रही थी. दोनो एक दूसरे को 5 मिनट तक ऐसे ही किस करते रहे. 5 मिनट मे अब पूनम ने अपने होंठो को रवि के होंठो से अलग कर लिया. उसकी आँखों मे वासना की खुमारी छाई हुई थी. रवि उसकी तरफ देखते हुए मुस्कुराने लगा. पूनम एक दम से शरमा गयी. और उसके होंठो पर मुस्कान फैल गयी.
रवि उसकी जाँघो से सर उठा कर सीधा बैठ गया. रवि की पीठ पीछे से दीवार के साथ सटी हुई थी. उसने पूनम को पकड़ कर अपनी गोद मे खींच लिया. पूनम एक दम से कसमसा गयी.
पूनम: ओह उईमा ये क्या कर रहे हो.
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