RE: Hindi Sex Kahani सियासत और साजिश
रोमा के बदन मे मस्ती की लहर दौड़ गयी थी….अब वो मान चुकी थी कि, वो अपनी इज़्ज़त को राज के हाथों से बचा नही पाएगी…और वो राज का कुछ कर भी नही सकती….रोमा का पूरा बदन कांप रहा था…राज के हाथ रोमा के बदन के हर हिस्से को मसल रहे थे, सहला रहे थे….
और राज के हाथों को जादू रोमा के बदन पर होने लगा था…रोमा अपनी आँखे बंद किए, दीवार से पीठ टिका कर खड़ी थी…उसके रोम रोम मे उतेजना की लहरे उमड़ने लगी…और राज अब इन बातों का अंदाज़ा लगाने मे उस्ताद बन चुका था. उसने रोमा के पेटिकॉट का नाडा पकड़ कर एक झटके मे खोल दिया….
रोमा का पेटिकॉट ढीला पड़ते ही, बाथरूम के फर्श पर आ गिरा….रोमा ने अपनी जाँघो को शरम के मारे भींच लिया….रोमा की चूत घनी काली झान्टो से भरी हुई थी…ये देख कर राज का लंड उसके अंडरवेर को फाड़ कर बाहर आने को बेताब था…और उसने अपने अंडर वेअर को निकाल कर अपने मोटे और 8 इंच लंबे लंड को बाहर निकाल लिया…..
जब थोड़ी देर रोमा को कोई हरकत महसूस ना हुई, तो उसने अपनी आँखों कर खोल कर राज की तरफ देखा…जैसे ही उसकी नज़र राज के मोटे लंड पर पड़ी, उसकी दिल की धड़कन थम सी गये, उसकी साँसें तेज़ी से चलने लगी…उसने फिर से अपनी आँखों को बंद कर लिया….राज के होंठो पर कूटलता भरी मुस्कान फैल गयी….
राज ने रोमा को अपनी बाहों मे भरते हुए उठा लिया, और उसे रूम मे ले आया…रोमा का दिल जोरों से धक -2 कर रहा था….ना चाहते हुए भी, उसकी चूत ये सोच -2 कर पानी छोड़ रही थी, कि अब राज अपना मोटा और लंबा लंड उसकी चूत मे पेलने वाला है….रूम मे आते ही राज ने उसे बेड पर पटक दिया….
और उसकी जाँघो को फैला कर खुद उसकी जाँघो के बीच घुटनो के बल बैठ गया…और आगे की तरफ झुक कर रोमा की चुचि को मुँह मे भरते हुए, उसके निपल को ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा…रोमा के मुँह से मस्ती से भरी आह निकल गयी…और वो ये सोच कर शरमा गयी कि, बाबू जी ये सोच रहे होंगे, कि मैं जानबूज कर नखरे कर रही हूँ..
राज दूसरी चुचि को पकड़ कर मसलने लगा…उसका लंड रोमा की चूत की फांकों पर रगड़ खा रहा था….रोमा ने मस्ती मे आकर अपने दाँतों से होंठो को काटना शुरू कर दिया, और अपने दोनो हाथों से बेड शीट को कस के पकड़ लिया….
राज के तने हुए लंड का मोटा सुपाडा रोमा की चूत के छेड़ पर सटा हुआ था… और उसकी चूत के छेद मे संकुचन हो रहा था….राज समझ गया कि, अब रोमा उसका लंड अपनी चूत मे लेने के लिए मचल रही है….राज ने अपने लंड को हाथ से पकड़ सही से रोमा की चूत से भिड़ा दिया….और अपनी कमर को नीचे की तरफ पेला.
राज के लंड का मोटा सुपाडा रोमा की चूत के टाइट छेद को फैलाता हुआ अंदर घुस गया….एक ही बार मे राज का आधे से ज़्यादा लंड रोमा की चूत की दीवारों से रगड़ ख़ाता हुआ अंदर घुस कर फँस सा गया था…रोमा का बदन दर्द के मारे अकड़ गया…वो दर्द के मारे तिलमिला उठी…..
रोमा: आह बाबू जीईई धीरीए ओह मार डाला बाबू जीईई आप ने..
रोमा की दर्द से भरी चीख सुन कर राज को जैसे अपने ऊपेर घमंड सा होने लगा….और उसने बिना रोके अपने लंड को तेज़ी से रोमा की चूत के छेद के अंदर बाहर करना चालू कर दिया…..राज का लंड कुछ ही पलों मे पूरा अंदर घुस्स कर रोमा की बच्चेदानी से जाकर टकराने लगा…कुछ देर बाद रोमा का दर्द ख़तम हो गया, और वो भी मस्त होकर अपनी जाँघो को फैला कर राज के लंड के तेज वारों को अपनी चूत मे झेलने लगी…..
रोमा की चूत गरम होकर पानी छोड़ने लगी, और राज का लंड उसकी चूत से निकल रहे पानी के कारण भीग कर फॅक-2 करता हुआ, अंदर बाहर होने लगा…रोमा भी मस्त होकर आह ओह्ह्ह जैसी मस्ती से भरी आवाज़ें निकाल रही थी…राज के जबर्दश्त धक्को से उसे स्वर्ग दिख रहा था . अब राज के धक्को मे तेज़ी आ चुकी थी . रोमा ने भी मस्ती मे आकर अपनी टाँगे राज की कमर पर चढ़ा ली . थोड़ी ही देर मे दोनो अपने परमआनंद को प्राप्त कर चुके थे उस रात राज ने रोमा की चूत की धज्जियाँ कई बार उड़ाई और उसके बाद थककर नींद के आगोश मे चले गये
रात भर चुदने के कारण रोमा का बदन चूर चूर हो गया था…जब उसकी आँख खुली तो, वो राज की बगल मे बिना कपड़ों के लेटी हुई थी…उसकी चूत मे थोड़ी से सूजन आ चुकी थी….रोमा को उठ कर बैठने मे भी तकलीफ़ हो रही थी…वो मुस्किल से उठ कर बैठ गयी…उसकी नज़र राज पर पड़ी….वो भी एक दम नंगा लेटा हुआ था. उसका मुरझाया हुआ लंड देख कर रोमा के होंठो पर मुस्कान आ गयी….
कल रात इस लंड से पता नही कितनी बार चुदि थी….और कितनी ही बार उसकी चूत ने पानी छोड़ा था…उसने अपनी चूत को अपने हाथ से सहला कर देखा….उसने हल्का-2 दर्द हो रहा था….पर राज का लंड देख कर, उसकी चूत की दीवारों मे फिर से सरसराहट होने लगी थी…
रोमा अपने आप को रोक ना सकी….और वो राज की तरफ करवट लेकर लेट गयी…और अपना हाथ नीचे ले जाकर राज के लंड को अपनी मुट्ठी मे भर लिया….और धीरे-2 राज के लंड की चमड़ी को आगे पीछे करने लगी….जिसे राज की नींद टूट गये…और वो जाग गया….पर उसने अपनी आँखों को नही खोला….
रोमा अपनी हसरत से भरी हुई, आँखों से राज के लंड को देखते हुए, तेज़ी से हिला रही थी….राज का लंड कुछ ही पलों मे तन कर खड़ा हो गया…रोमा की चूत फिर से पानी छोड़ने लगी…और रोमा उठ कर बैठ गयी…..उसने राज की तरफ देखा, और फिर झुक कर राज के लंड को मुँह मे ले लिया…राज एक दम से मस्त हो गया….आँखे बंद किए हुए, राज के होंठो पर मुस्कान फैल गयी…
रोमा अपनी जीभ निकाल कर राज के लंड को चाट रही थी…कभी उसके लंड को अपने होंठो मे दबा-2 कर चूसने लगती…और अपने हाथ से राज के अंडकोषों को सहलाने लगती….राज अब पूरी तरहा गरम हो चुका था…उसने रोमा को उसके खुले हुए बालों से पकड़ लिया….रोमा एक दम से घबरा गयी….
जब उसने राज की तरफ देखा, तो उसके होंठो पर वासना से भरी कुटिल मुस्कान फैली हुई थी…उसने रोमा को अपने ऊपेर खैंच लिया…और एक हाथ से अपने लंड को पकड़ कर, लंड के सुपाडे को उसकी चूत के छेद पर लगा दिया….जैसे ही रोमा की सूजी हुई चूत के छेद पर राज के लंड का गरम सुपाडा लगा, तो रोमा के बदन मे मस्ती की लहर दौड़ गयी….वासना और मस्ती के कारण उसकी आँखे बंद हो गयी….
रोमा के बाल बिखरे हुए थे….उसकी चुचियों पर राज के दाँतों के निशान बने हुए थे…और राज की उंगलियाँ के निशान रोमा के पूरे बदन पर छपे हुए थे.
राज : (रोमा को इस हालत मे भी लंड के लिए तड़पटा देख कर) कल तो बहुत नखरे कर रही थी…और आज सुबह-2 ही तेरी चूत लंड लेने के लिए पानी छोड़ रही है….
रोमा राज की बातों को सुन कर एक दम शरमा गये…उसने अपने हाथों से अपने फेस को ढक लिया…ये देख कर राज के होंठो की मुस्कान और बढ़ गयी…उसने दोनो हाथों से रोमा की कमर को कस्के पकड़ लिया….और पूरी ताक़त से अपनी कमर को ऊपेर की ओर उछालते हुए, अपने आधे से ज़्यादा लंड को उसकी चूत मे घुस गया…रोमा का बदन मस्ती और दर्द के कारण मचल उठा…….
रोमा: अह्ह्ह्ह बाबू जीईए धीरीई ओह बहुत दर्द हो रहा है….
राज : (लगतार चार पाँच धक्के मार कर राज ने अपना पूरा लंड रोमा की चूत मे घुसा दिया. ) रात को तो खूब उछल-2 कर मेरा लंड चूत मे ले रही थी. अब क्यों दर्द होने लगा….
रोमा: आहह बाबू जीए धीरीई करो ना…..कल रात आपके मोटे लंड ने मेरी चूत को रगड़-2 का सूजा दिया है…देखो ना कैसे फूल गयी है….
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