RE: Hindi Sex Kahani सियासत और साजिश
अमन ये बात जल्द से जल्द राज को बता देना चाहता था, इसीलिए उसने अगले दिन राज की हवेली जाने का फैंसला किया, इधर राज रोमा के जिस्म को भोग रहा था, और रोमा भी राज के रंग मे रंग चुकी थी….राज उसे अपनी रखैल की तरहा इस्तेमाल कर रहा था…..
अगले दिन सुबह ही अमन राज की हवेली पहुँच गया….राज अपने रूम मे था, हरिया ने उसके रूम मे जाकर अमन के आने के बारे मे बताया….
राज : उन्हे बाहर बैठाओ……मे अभी आता हूँ……
राज थोड़ी देर बाद अपने रूम से निकल कर हाल मे आ गया….अमन राज को देखते ही सोफे से खड़ा हो गया.
अमन: गुड मॉर्निंग सर…….
राज : गुड मॉर्निंग…..और बताओ इतनी सुबह-2 कैसे आना हुआ……
अमन: सर आप को एक गुड न्यूज़ देनी थी….इसीलिए मे इंतजार ना कर सका….सुबह होते ही आपके पास चला आया….
राज : पहले आराम से बैठो, फिर बताओ कि क्या बात है….
राज अमन के साथ सोफे पर बैठ गया,
अमन: सर मैने उस लड़की के घर वालो के बारे मे सब कुछ पता लगा लिया है…. उस घर मे सिर्फ़ एक ही बंदा हमारे काम का है….और वो सुमन का भाई…अमित…
राज : अमित सुमन का भाई…..वो हमारे कैसे काम आ सकता है……
अमन ने सारी बात राज को बता दी…..और राज के होंठो पर अमन की बात को सुन कर अजीब सी मुस्कान फैल गयी…..
अमन: सर अब मेरे लिए क्या हुकम है……..
राज : पहले ये बताओ को अमित को ड्रग्स कहाँ से मिलती है…..
अमन: रघु नाम का आदमी है सर वही कॉलेज के लड़को को ड्रग्स सप्लाइ करता है.
राज : (कुछ देर सोचने के बाद) यही रघु हमारे काम आ सकता है….इससे मिलना है मुझे…
अमन: जी सर….. मे आज ही उसे उठवा लेता हूँ…..
राज : ठीक है, तो मैं शाम को तुम्हारे ऑफीस आता हूँ, इस रघु से मिलने के लिए, बाकी आगे क्या करना है वहीं पर बताउन्गा…..
अमन: जी सर….जैसे आप कहें, अच्छा तो अब मे चलता हूँ….
ये कहते ही अमन खड़ा हो गया, और राज से हाथ मिलाकर हवेली से बाहर चला गया….राज को अपनी मंज़िल अब नज़दीक नज़र आ रही थी….
शाम को अमन के ऑफीस मे:-
अमन अपने ऑफीस मे कुछ काम कर रहा था, और साथ ही साथ राज का इंतजार भी कर रहा था, तभी राज अंदर आ गया, राज को देखते ही, अमन चेर से खड़ा हो गया, और राज से हाथ मिलाने के बाद उसे चेर पर बैठने को कहा…
राज : (अमन के सामने चेर पर बैठते हुए) तो पकड़ा उस रघु को.
अमन: जी सर, अभी बुलाता हूँ…..
अमन अपने कॅबिन से निकल कर बाहर खड़े हवलदार से रघु को अंदर लाने के लिए कहा.. थोड़ी देर बाद दो सिपाही रघु को साथ लेकर अंदर आ गये….
रघु: (अंदर आते ही) साहिब मुझ क्यों पकड़ा है…..मेने अपने सभी पुराने धंधे बंद कर दिए है….
अमन: हमने कुछ पूछा क्या तुम से….जितना पूछा जाए…उसी का जवाब दो……
अमन ने अमित की फोटो निकाल कर रघु को पकड़ा दी….रघु उसकी फोटो लेकर बड़े गोर से देखने लगा…अमित के फोटो को देखते ही, उसके फेस के भाव बदलने लगे…..
अमन: इसे जानते हो…..
रघु: नही साहिब मे नही जानता…..
अमन: सोच लो…..अगर झूट बोला, तो तुम्हारे लिए बहुत बुरा होगा….
रघु: मे सच कह रहा हूँ….मे इसे नही जानता….
अमन: हवाल दार…
हवाल दार: जी सर….
अमन: रघु जी की खातिर दारी की है या नही……जाओ पहले इसकी अच्छे से मेहमान नवाज़ी करो…फिर इनसे बात करेंगे…..
रघु: एक मिनिट साहिब मे जानता हूँ इसे,
अमन: तो फिर सब सच-2 बताओ….कैसे जानते हो……….
रघु: सर ये लौंडा **** कॉलेज मे पढ़ता है……एक नंबर. का मुफ़्त खोर है…. मुझसे से ड्रग्स लेता था, पर अब मैने इसे ड्रग्स देना बंद कर दिया है…पर फिर भी रोज तंग करने आ जाता है….पैसे तो इसके पास होते नही…..
अमन: तुम हमारे लिए एक काम करोगे ?
रघु अमन की बात सुन कर कुछ परेशान सा हो गया, वो कभी अमन की तरफ देखता, तो कभी राज की तरफ……अमन रघु की हालत समझ गया…
अमन: ये राज जी हैं….नाम तो सुना है होगा….
रघु: राज जी…हां साहिब बहुत नाम सुना है…पर देखा कभी नही था, आज इनको देख भी लिया….
अमन: तो फिर रघु….तुम्हे इनका एक काम करना होगा….बदले मे तुम्हे इतनी कीमत मिलेगी…कि तुमने कभी सपने मे भी नही सोची होगी…
रघु: पर ऐसा कॉन से काम है माईबाप…..
अमन ने कॅबिन के अंदर खड़े सिपाहियो को बाहर भेज दिया…..
और तीनो कुछ आपस मे बात करने लगे…. थोड़ी देर बाद तीनो अमन के कॅबिन से बाहर आ गये….
रघु: बाबू जी आपका काम समझो हो गया….ये रघु की ज़ुबान है….
राज : काम हो जाना चाहिए….इसके लिए तुम्हे जिस की चीज़ की ज़रूरत पड़े, तुम बेझिजक होकर मुझ या अमन से कह सकते हो…….
अमन: वैसे सर आप को माना पड़ेगा….क्या प्लॅनिंग की है आप ने….काश मे भी आपकी तरहा सोच पाता….
राज के होंठो पर घमंड से भरी हुई मुस्कान आ गयी…..
|