RE: Hindi Sex Kahani सियासत और साजिश
जब विशाल ने हवेली से अपने घर पर फोन से भीमा से बात की थी, तो उसने भीमा से कहा था कि, वो उनके गाँव पहुँच आने से पहले ही, दो कबरे खुदवा ली…ताकि लाशों को गाढ़ा जा सके…पर साहिल को तो राज ने बाद मे मारा था….जब भीमा ने तीन लाशों को देखा, तो विशाल की तरफ देखने लगा….आदमियों ने लाशों को क़ब्रों के पास रख दिया, और एक एक कर कबर मे डाल दिया…
भीमा: बाबू जी इसका क्या करना है….इसे भी इसी कबर मे डाल दे…
राज : (विशाल के बोलने से फैलाए ही राज बोल उठा) नही विशाल इसके लिए दूसरी कब्र खोड़ो….इसकी माँ इस लायक नही है, कि इसके बेटे की लाश को इसके साथ गाड दिया जाए….
विशाल ने अपने आदमियों से इशारा किया, और दो आदमी तीसरी कब्र को खोदने मे लग गये….जब डॉली और रवि की लाशों को दबाया जा रहा था, उसको देख कर राज पता नही कॉन से ख्यालों मे खोाया था….राज को परेशान देख कर विशाल से रहा नही गया…
विशाल: क्या सोच रहा है राज .
राज : कुछ नही यार…..ये क्यों हुआ….मुझ कुछ समझ मे नही आ रहा था…
विशाल: तू चल मेरे साथ….ये लोग यहाँ सब ठिकाने लगा देंगे….
विशाल ये सोच कर राज को खेतों मे बनी हवेली मे ले गया कि, अगर राज वहीं खड़ा रहा तो, तो वो शायद टूट जाए…..उनके जाने के बाद विशाल के आदमियों ने तीसरी कब्र खोदी, और साहिल को बीच मे डाल दिया…
भीमा: साली अभी इतनी बारिश हुई है….फिर भी गरमी जान ले रही है..चलो रे थोड़ी देर पानी पीकर आराम करते हैं….बाद मे इस आखरी कब्र पर मिट्टी डालना है…बाकी आदमियों ने अपने औजारों को वहीं छोड़ दिए, और भीमा के साथ थोड़ी दूरी पर चल रहे ट्यूबिवेल की तरफ जाने लगे….
सुमन: अमित यही मोका है….हमे कैसे भी करके साहिल को बाहर निकालना होगा…
अमित: हां दीदी आप यही रूको…मे जाकर देखते हूँ, की साहिल के साँस चल रही है कि नही….
और अमित उस कब्र की तरफ बढ़ने लगा….जिसमे साहिल को डाला था….अमित की नज़रें विशाल के आदमियों पर टिकी हुई थी.,…अंधैरा बहुत था….इसीलिए दूर से देख पाना मुस्किल था..पास पहुँच कर अमित कब्र मे उतर गया, और साहिल की नब्ज़ पकड़ कर चैक करने लगा…उसकी नब्ज़ अभी भी चल रही थी…और वो धीमे -2 साँस भी ले रहा था…
ये तो भगवान का चमत्कार था कि, जब राज ने साहिल को उठाया, तो राज को इस बात का अहसास नही हुआ कि, साहिल अभी जिंदा है….उसने साहिल को बाहर निकाला, और तेज़ी से बाहर निकल कर सुमन की तरफ भागा….जैसे ही वो सुमन के पास पहुँचा ….तो विशाल के आदमी पास आ गये….गहरे गड्ढे मे उन्होने ठीक से देखा भी नही, और आते ही उस पर मिट्टी डालनी शुरू कर दी….
अब सुमन और अमित को इस बात का पता था, कि विशाल के आदमियों को पता नही था, की गड्ढे मे साहिल नही है….वो जल्दी से अपनी बाइक की ओर बढ़ी…अमित ने बाइक स्टार्ट की, और सुमन को बैठा कर,वापिस चल पड़ा…सबसे पहले अमित सुमन और साहिल को लेकर हवेली के पास पहुँचा ….हवेली से कुछ दूरी पर हरिया सुमन का इंतजार कर रहा था….सुमन बाइक से नीचे उतरी, और साहिल को हरिया को पड़का दिया….
सुमन: अमित अब इसकी ज़िम्मेदारी तुम्हारे ऊपेर है…इसे जल्दी से हॉस्पिटल ले जाओ….मैं अभी अंदर जाकर पापा को फोन करती हूँ….और वो तुम्हे वहाँ हॉस्पिटल मे मिलेंगे. जाओ अब जल्दी जाओ देर ना करो….हरिया साहिल को पकड़ कर पीछे बैठ गया, और अमित ने बाइक को फुल स्पीड पर सिटी की तरफ दौड़ा दी….
सुमन जब हवेली के गेट पर पहुँची …तो गार्ड वहीं गेट पर खड़ा था….सुमन को देख कर वो हैरान हो गया….वो सोच रहा था, कि सुमन अंदर है….सुमन उससे नज़रें मिलाए बिना अंदर चली गयी….और अंदर आकर डोर लॉक किया, और फिर से घर पर फोन किया….और इस बार अपने पापा को सारी बात बता दी….
सुमन की मासी जो कि उसे सिटी के बहुत बड़े हॉस्पिटल मे डॉक्टर थी….जय शर्मा ने उसे फोन करके हॉस्पिटल पहुँचने को कहा,…और जय शर्मा भी हॉस्पिटल की तरफ निकल पड़ा….
जब अमित और हरिया साहिल को लेकर हॉस्पिटल पहुँचे तो, जय शर्मा हॉस्पिटल के गेट के बाहर खड़ा उनका इंतजार कर रहा था. अमित ने अपनी बाइक रोकी, और हरिया नीचे उतर गया. जब जय शर्मा ने साहिल की हालत देखी, तो वो एक दम से हैरान रह गया. उसके मुँह से एक ही लफ़्ज निकाला. जल्लाद. और फिर जय शर्मा ने साहिल को अपने हाथों मे उठा लिया, और तेज़ी से हॉस्पिटल के अंदर ले जाने लगा.
अमित भी भागता हुआ उसके पीछे चला गया…..हरिया भी उनके पीछे हो लिया…जैसे है वो सब अंदर पहुँचे, तो वहाँ जय शर्मा की साली पहले से खड़ी, उनका इंतजार कर रही थी. उन्होने साहिल को स्ट्रेचर पर लिटाया, और आइसीयू मे ले गया….और वहाँ उसका इल्जाज शुरू हो गया…तीनो बाहर खड़े इंतजार कर रहे थे….करीब 1 घंटे बाद जय शर्मा की साली बाहर आई….
ज़य शर्मा: कैसे हो वो अब ?
ज़य शर्मा की साली: जी वो अब ठीक है…..अगर थोड़ी देर और हो जाती, तो उसका बचना नमुनकीन था…
ज़य शर्मा: (अमित से) बेटा तुम जल्दी से घर जाओ. हो सकता है, सुमन का फोन आ जाए…फिर उसे बात करके तय करना है कि, आगे क्या करना है.
अमित: जी पापा मे घर जाता हूँ.
हरिया: हां अब मुझ भी चलना चाहिए…..(अमित को) आप मुझ गाँव से थोड़ी दूरी तक छोड़ देना….वैसे भी सुबह होने वाली है….मे हवेली वापिस चला जाता हूँ…नही तो राज बाबू जी शक करेंगे….
अमित: हां चले मैं आप को छोड़ देता हूँ.
हरिया और अमित दोनो चले गये…….जब अमित हरिया को गाँव छोड़ कर वापिस घर आया, तो उसने देखा की उसकी माँ वीना और छोटी बेहन टीना दोनो परेशान हाल मे बैठी हुई थी….अमित के अंदर आते ही, वीना ने उसे साहिल और सुमन के बारे मे पूछा….जब अमित ने सारा सिलसिला अपनी माँ और बेहन को बताया. तो दोनो एक दम हक्केबक्के रह गये….
सुबह के 5 बजे फोन की रिंग बजी….अमित फोन के पास है सोफे पर लेटा हुआ था…..नींद उसकी आँखों से कोसो दूर थी….जो मंज़र उसने देखा था…..उसे देख कर किसी को नींद भी कैसे आ सकती है. उसने जल्दी से फोन उठाया…फोन सुमन का था….
सुमन: हां अमित मैं सुमन…..वो साहिल कैसा है. (उसकी आवाज़ मे अभी भी घबराहट थी.)
अमित: दीदी वो अब ख़तरे से बाहर है….आप फिकर ना करो….आप कैसे हो….
सुमन: मे ठीक हूँ….राज अभी तक घर नही आए हैं…..इसीलिए फोन कर रही हूँ….मेरी बात ध्यान से सुनो…..हो सकता है मे कुछ दिनो तक फोन ना कर पाऊ….तुम साहिल को लेकर कहीं दूर चले जाओ…जहाँ पर राज की परछाई भी उस पर ना पड़े…..
अमित: ठीक है दीदी मे हॉस्पिटल जाकर पापा से बात करता हूँ.
सुमन: हाँ तुम जल्दी जाओ….इसे पहले के राज को इस बात की भनक भी लगी… तुम उस नन्ही सी जान को उसके चंगुल से दूर ले जाओ…..
जैसे ही सुमन ने फोन रखा…..अमित उठ कर बाहर आ गया, और अपनी बाइक स्टार्ट की, और हॉस्पिटल की तरफ चल पड़ा….
.....................................................,,,,,,,,,,,,,,,,
उस घटना के 13 साल बाद जय शर्मा की छोटी बेटी टीना की शादी हो चुकी थी…..जय शर्मा ने अपना ट्रान्स्फर देल्ही मे करवा लिया था…..ताकि वो साहिल को उस जालिम राज की नज़रों से दूर रख सकें. आज साहिल **** साल को हो चुका है….पर जो राज ने उसे घाव दिए थे….वो आज भी नासूर बन कर उसके दिलो दिमाग़ मे जिंदा थे……वो आज भी रातों को सोते वक़्त अचानक से डर कर उठ जाता….
और तभी को वो मंज़र उसके आँखों के सामने ऐसे आ जाता….जैसे अभी भी वो सब उसके सामने हो रहा हो…..साहिल गुस्से से एक दम बिलबिला उठता…….इस दौरान सुमन की छोटी बेहन की शादी एक आइपीएस ऑफीसर से हो गयी थी….और उसका भाई अमित भी शादी के बाद यूएस मे सेट्ल हो गया था….अमित अपने माँ पापा को अपने साथ चलने के लिए कई बार कहा….पर जय शर्मा ने ना जाने क्या सोच कर अमित को उस जाने से मना कर दिया…..
!
|