RE: Antarvasna kahani अनौखा समागम अनोखा प्यार
अपडेट - 6
एक्स-
पर रॉकी को जागता देखकर वो गायब हो गया/हो गयी.
रॉकी ने एक - दो बार अपनी आखें झपका के देखा उसे कोई नज़र ना आया...
तो वो टाय्लेट कर के दोबारा सो गया...
नेक्स्ट-
हर रोज़ की तरहा मॉर्निंग मे 5 बजे उसकी नींद खुली
वो रात को हुए इन्सिडेंट्स को पूरी तरहा भूल चुका था.
रॉकी फ्रेश होकर नीचे अपने जिम मे पहुँच गया...
ऑर जिम मे एंटर करते ही उसको एक झटका लगा
मनु वहाँ पर टाइट स्पोर्ट कपड़े पहनकर वेट उठा रही थी.
मनु (रॉकी को देखकर )- गुड मॉर्निंग भाई
रॉकी अभी तक उसमे खोया हुआ था ...इसलिए उसे कुच्छ सुनाई ना दिया...
अपना रिप्लाइ ना पाकर मनु ने रॉकी की तरफ देखा ऑर उसकी नज़रों का पीछा किया ..
रॉकी उसके बूब्स तो ताड़ रहा था...
(मनु शर्म से लाल पड़ने लगी.ऑर मन ही मन अपने प्लान को दाद देने लगी..आख़िर उसका प्लान सही जा रहा था )
थोड़ी देर अपनी चुचियों का दीदार करवाने के बाद मनु फिर से बोली...
मनु (कुटिल मुस्कान के साथ थोड़ा ज़ोर से) -
गुड मॉर्निंग भाई कहाँ खो गये
रॉकी (रियल्टी मे आते हुए)- गुड ममोर्निंग,
क्कुच्छ नहीं मैं बस तुझे आज जिम करते हुए देखकर शॉक मे था.
मनु- क्यों क्या मैं जिम नहीं कर सकती क्या
रॉकी - हां- हां क्यों नहीं मैने कब मना किया
फिर रॉकी ने अपनी टी-शर्ट उतार दी
अबकी बार बोल्ड होने की बारी मानसी की थी वो तो रॉकी को शर्टलेस देख कर पागल सी हो गयी थी..
{फर्स्ट टाइम उसने रॉकी को शर्टलेस देखा था..
(मनु मन मे)- हाय्यी! क्या बॉडी है भाई की
रात मे पता नहीं चलता था...
ओह! भाई लव मी ना...
(मन ही मन एक निश्चय करते हुए)
मैं अपने दिल की बात भाई को बता कर रहूंगी बहुत जल्द... इससे पहले की कोई चुड़ैल भाई को ले उड़े मुझे अपनी शरम त्याग कर भाई से बात करनी ही पड़ेगी...}
रॉकी इन सब बातों से अंजान अपनी प्रेक्टिस करने लगा...
ऑर जिम करते हुए वो भी सोच मे डूब गया
रॉकी (अपने मन मे ) क्या हो रहा है ये मेरे साथ,
कल से ही मनु को देखते ही उसमे क्यों खो रहा हूँ मैं बार-बार.
क्यों मैं उसकी ओर अट्रेक्ट हो रहा हूँ...
वो बहेन है मेरी छोटी बच्ची है नासमझ है अभी...
मुझे इससे थोड़ी दूरी बनानी पड़ेगी...
रॉकी पूरा पसीने से भीग चुका था..
जिम करने से... फिर थोड़ी देर सुसताने के बाद वो उठकर चल दिया.
(तभी पीछे से मनु ने आवाज़ लगाकर उसे रोका, रॉकी भी पीछे पलट कर उसे देखने लगा )
हां क्या हुआ (रॉकी प्यार से बोला)
मानसी (मासूम सा चेहरा बना कर पलके झपकाते हुए) - भाई मेरी स्कूटी खराब हो चुकी है प्ल्ज़्ज़ आप मुझे आज मेरे स्कूल ड्रॉप कर दोगे...
(उसने इतनी मीठी आवाज़ मे कहा था कि उसकी आवाज़ रॉकी के कान मे चीनी सी घोल गयी)
(वो उसे मना करना चाहता था पर ना कर पाया)
रॉकी (मंत्रमुग्ध अवस्था मे)- ठीक है मेरी स्वीटी पिए... तय्यार रहना ...
(मानसी का तो मानो खुशी का ठिकाना ना था)
मनु (खुशी से उच्छलते हुए) थॅंक यू भाई...थॅंक यू सो मच.
ऑर भागकर रॉकी को झटके से हग कर लिया ऑर उसके दोनो गालो को बारी बारी से चूम लिया.
(रॉकी अभी भी शर्टलेस था , उसके पसीने सूख चुके थे , पर बॉडी गर्म थी जिम करने की वजह से)
जैसे ही उसने रॉकी को झटके से गले लगाया
उसके 32 साइज़ के नरम- नरम चुचे रॉकी के सीने से जा टकराए.
दोनो के मूह से अचानक ही निकला- आआहह
(पहली बार रॉकी किसी लड़की के चुचो का एहसास अपनी चेस्ट पर पाकर पागल सा हो गया था...
ऑर यही हाल मानसी का भी था)
{रॉकी का टूल डियर-डियर अंगड़ाई लेकर खड़ा होने लगा ओर मानसी की नाभि के ऊपर दस्तक देने लगा.}
[मानसी के मूह से दोबारा सिसकारी निकली]-
आआआआआः भाई
(रॉकी एक दम होश मे आया ऑर मानसी को खुद से दूर कर दिया...)
मानसी से उसके खड़े हुए टूल का उभार ना छिप सका... मानसी मूह नीचे करके दबी हुई हसी हँसने लगी....
रॉकी को बहुत ग्लानि महसूसस हुई उसने
वहाँ से खिसकने मे ही अपनी भलाई समझी.
ऑर जल्दी से शर्ट पहनता हुआ बाहर निकल गया.
उधर रॉकी के जाने के बाद मानसी खुशी से एक गाना गाते हुए नाच रही थी.
["एक रसगुल्ला कहीं फॅट गया रे..आए..आए
रे बाबा रे
फॅट के जलेबी से लिपट गया रे
फॅट के जलेबी से लिपट गया रे
ऊऊ ऊऊओ ऊओ
एक रसगुल्ला कहीं फॅट गया रे..आए..आए
रे बाबा रे
फॅट के जलेबी से लिपट गया रे
फॅट के जलेबी से लिपट गया रे
आँधी चली ज़ोर का तूफान आ गया
आँधी चली ज़ोर का तूफान आ गया
मंदिर से बाहर भगवान आ गया
भगवान आ गया
लोग समझे क़यामत आ गयी रे..आए..आए
रे बाबा रे
सारा जाग उलट पुलट गया रे
एक रसगुल्ला कहीं फॅट गया रे
फॅट के जलेबी से लिपट गया रे"]
ऑर दूसरी तरफ अपने हीरो की हालत खराब थी..
वो शावेर ले रहा था.
यूँ तो नैनीताल मे मौसम ठंडा रहता है पर आज अपना हीरो ठंडे पानी से ही नहा रहा था...
ऑर सोच रहा था ...
"क्या करूँ यार जितना उससे दूर जाने की कोशिश करता हूँ वो करीब आती जा रही है..
वैसे जो भी बोलो कितनी हॉट है यार..
आए छी छी मैं ये अपनी बहेन के बारे मे सोच भी कैसे सकता हूँ...
मैं पागल हो जाउन्गा"
फिर रॉकी अपनी सोचो से बाहर आया ऑर तय्यार होने लगा कॉलेज के लिए आज उसने पहली बार हाफ स्लीव टी-शर्ट पहनी थी. वरना वो
फुल बाज़ू की शर्ट या टी-शर्ट ही पहनता था.
फिर ब्रेकफास्ट करने नीचे की ओर चल दिया.
मानसी तय्यार होकर पहले ही मोम डॅड के साथ डाइयनिंग टेबल पर बैठी थी .
जैसे ही सब की नज़र रॉकी पर पड़ी सभी एकटक उसकी ओर देखने लगे... आज पहली बार उसकी बॉडी टाइट टी-शर्ट मे कहेर ढा रही थी..
मानसी तो आखें पढ़कर उसे ही देखे जा रही थी.
रॉकी (सब के आगे चुटकी बजाते हुए)- कहाँ खो गये ...
तब जाकर सब होश मे आए..
मानसी- भाई यू लुक्स वेरी स्मार्ट टुडे.
डॅड- अहम्म! अब मैं क्या बोलूं..
मैने तो तेरा ये रूप पहली बार देखा है
मोम उठकर गयीं ऑर काजल की डिब्बी ले आईं
मोम (कान के नीचे काजल लगाते हुए)-
नज़र ना लगे मेरे बेटे को किसी कलमूहि की आज तो सच मे तेरा दूसरा रूप देखा है.
फिर सभी इधर - उधर की बात करते हुए ब्रेकफास्ट करने लगे.
तभी डॅड- बेटा तेरे बाल बहुत बढ़ गये हैं... इनको थोड़ा छोटे करा ले
मानसी- "तेरी ज़ूलफे हैं या घना अंधेरा"
"तेरी ज़ूलफे हैं या घना अंधेरा"
"कटवा दे बाल ऑर कर दे सवेरा".
(एक तहक गूँज गया पूरे हॉल मे.)
ब्रेकफास्ट करने के बाद
रॉकी खड़ा हुआ कॉलेज जाने के लिए
उसे देखकर मानसी भी खड़ी हो गयी.
ऑर दोनो पहुँच गये अपने गॅरेज मे
आज रॉकी ने अपनी पसंदीदा कार निकाली बाहर.
दोनो उसमे बैठकर चल दिए मानसी के स्कूल की तरफ .
इन कार
मानसी - भाई आप हमेशा ऐसे ही रहा कीजिए
मैं तो आपके इस रूप की फॅन बन गयी हूँ..
रॉकी - थॅंक्स फॉर दा कॉंप्लिमेंट...
हां अब मुझे भी अपने अंदर थोड़ा चेंज लाना होगा.
मानसी - भाई आज कॉलेज से जल्दी आ जाना मुझे पिक करने के लिए.
रॉकी - ह्म. ओके .
तभी रॉकी का फोन बजा , राजू का फोन था
रॉकी (फोन पिक करते हुए )- हां राजू बोल..
उधर से - €€¥€¢€¥¢£€¥£
हां हां यार बस 10 मिनिट मे पहुँचता हूँ..
उधर से- €¢££¢€¢€€¢£¢€
ये पल्लवी भी ना यरर चल आता हूँ मैं.
(रॉकी ने फोन कट कर के कार के डॅशबोर्ड पर रखा.
मानसी (शॉक होते हुए)- भाई ये पल्लवी कॉन है
रॉकी - फ्रेंड है ...
मानसी -फ्रेंड या गर्लफ्रेंड
रॉकी - ओह! शट अप मनु ... शी ईज़ माइ ओन्ली फ्रेंड..
मानसी - भाई आपको नहीं पता आज कल लड़कियाँ अच्छा लड़का देखते ही उसको फसा लेती हैं..
रॉकी - अपनी बकवास बंद कर .. वो सिर्फ़ मेरी दोस्त है.. ऑर कल ही बनी है. समझी...
(पर मनु तो रॉकी को शक की नज़रों से देख रही थी , इतने मे उसका स्कूल आ गया)
मनु ने कार से उतरते हुए कहा
मानसी- (नम आखों से) भाई औरो के चक्कर मे मुझे ना भूल जाना...एक ऑर दिल है जो आपके लिए धड़कता है...
इससे पहले कि रॉकी कुच्छ जवाब देता
मनु रोते हुए स्कूल की तरफ भाग गयी)
रॉकी ने मानसी को उसके स्कूल से थोड़ा पहले उतार दिया था ... क्योंकि वो लेट हो रहा था.
उसने कार को अपने कॉलेज की तरफ दौड़ा दिया..
रॉकी (मन मे) - ये क्या था यार.. इसको क्या हुआ.ये ऐसा रिक्ट क्यों कर रही है
कहीं ये मुझसे प्यार - व्यार .. नहीं - नहीं ऐसा नहीं हो सकता .. पर ये मुझपर ऐसे हक कैसे जमा रही थी जैसे मेरी बीवी हो.
जब मिलेगी तभी पूछूँगा .
रॉकी ने अपने कॉलेज मे अपनी कार के साथ एंट्री मारी...
सभी लोग शॉक होकर कार को देखने लगे
कि कॉन आ गया इतनी कॉस्ट्ली कार मे.
टू... बी... कंटिन्यूड
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