RE: Bhabhi ki Chudai लाड़ला देवर पार्ट -2
अब मुझे संजू के हर रूप में देखने की आदत सी होती जा रही थी.., वो किस पल क्या करेगा किस रूप में होगा.., कभी पल भर में आँखों से ओझल होता तो दूसरे पर कहीं दूसरी जगह अजीब सी मुद्रा में बैठा दिखाई देता…!
शुरू शुरू में मे उससे डर जाता था लेकिन अब मे भी उसकी हरकतों को एंजाय करने लगा था…!
हम सुबह होने से पहले ही उसी होटेल में पहुँच गये, फ्रेश होकर मेने रूम में ही अपने लिए चाइ मँगवाई तो संजू बोला – वाह भैया अकेले
अकेले चाइ पीओगे..? मत भूलो यहाँ मे भी हूँ…!
जब मेने रूम सर्विस को एक और चाइ लाने को कहा तो उसने उत्सुकता वस पूच्छ ही लिया.., क्या साब आप दो-दो चाइ पीएँगे..?
मेने उसे थोड़ा मज़किया टोन में झिड़कते हुए कहा – तुम्हें इससे क्या मे दो पीऊँ या चार.., जब वो दोबारा चाइ लेने चला गया तो संजू बोला –
खाना भी खाउन्गा वरना आपकी प्लेट साफ होती रहेगी और खुद भूखे रह जाओगे…!
मे – क्या यार संजू तुम मरवाओगे मुझे.., चाइ तक तो ठीक था लेकिन खाने के लिए क्या बहाना बनाउन्गा..?
संजू – मज़ाक कर रहा था.., अब जल्दी से तैयार हो जाओ.., आपकी जानेमन इंतेजार कर रही होगी…!
मेने चोन्कते हुए कहा – मेरी जानेमन..? कहाँ…?
संजू – बीती रात मज़े किए और एक दिन में ही भूल गये…? रेशमा अभी भी उसी पीछे वाले फार्म हाउस में आपका इंतजार कर रही है..,
बेचारी रात भर आपकी राह देखती रही.., कब वो कल रात वाला मूसलधारी आए और उसकी मुनिया की प्यास बुझाए…!ये कहानी आप राजशर्मास्टॉरीज डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं
मे – क्या यार संजू.., बहुत बेशर्म हो गये हो..? कोई इज़्ज़त नही रही अब अपने वकील भैया की तुम्हारे दिल में…?
संजू – क्या भैया.., आपने ये कहकर दिल तोड़ दिया मेरा.., भगवान ही जानता है.. आपके लिए मेरे दिल में कितनी इज़्ज़त है..!
मे – मज़ाक कर रहा था यार.., इतना भी नही समझे…, खैर तुम्हें कैसे पता वो अभी भी वहीं है ? और ये तो तुम लंबी फेंक रहे हो शायद कि
वो रात भर मेरा इंतजार करती रही.. जबकि तुम तो मेरे साथ ही थे…!
संजू चटकारे लेते हुए बोला – हम अँग्रेज़ों के जमाने के जेलर हैं…, हमारे जासूस कोने-कोने में फैले हुए हैं…,
खैर आप तैयार होकर रेशमा के पास पहुँचो.., मे ज़रा अपने यार दोस्तो को धन्यवाद करके आता हूँ..!
ये कहने के साथ ही संजू ने चाइ का प्याला अपनी उंगली के इशारे से हवा में उठाया, वो हवा में तैरता हुआ उसके मूह तक पहुँचा और उसने एक ही सुरर्रााक्क्क़ीए.. में चाइ ख़तम करके वो कमरे से गायब होने लगा.., मे मुस्कराते हुए उसे गायब होते हुए देखता रह गया….!
चाइ नाश्ता लेकर मेने भी वहाँ से निकलने में अपनी भलाई समझी.., संजू ने फार्महाउस के रास्ते के बारे में थोड़ी सी हिंट कर दी थी…,
टहलता हुआ मे चक्कर काटकर घने पेड़ों के बीच से बने रास्ते से 15 मिनिट में उसके फार्म हाउस के सामने था..!
सामने से भी वाकायदा काफ़ी उँची बाउंड्री पर एक बड़ा सा गेट था जिसपर एक सेक्यूरिटी वाला मौजूद था.., मेने उसे अपना नाम बताया जो मेने रेशमा को बताया था और उससे मिलने के बारे में कहा…!
उसने गेट पर बनी अपनी एक छोटी सी कॅबिन से इंटरकम पर अंदर बात की, कुच्छ ही देर बाद मुझे अंदर जाने के लिए उसने रास्ता दे दिया…!
छोटे से लॉन को पार कर मे अंदर बिल्डिंग में जा पहुँचा..,
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