RE: bahan sex kahani बहना का ख्याल मैं रखूँगा
मैंने अपने लन्ड को शालिनी के पेट में घुसने से बचाने के लिए हल्का सा अपने आप को एडजस्ट करने की कोशिश की मगर लन्ड महाराज ने शालिनी के पूरे पेट पर रगड़ाई कर दी,,, और झटके लेने लगे,,, मैं कुछ और करता इसके पहले शालिनी अचानक मेरी बाहों के घेरे से बाहर निकल कर खड़ी हो गई और दरवाजे पर बाहर से खड़े हो कर हंस कर बोली ....
शालिनी- भाई ईईईई...ये रहा आपका सबसे बड़ा सीक्रेट (मेरे बरमूडे में खड़े लन्ड की ओर उंगली दिखाते हुए ),,, और इतना कह कर वो बाथरूम में घुस गई.....
अहा.... इतना सुनते ही मेरे लन्ड ने एकदम छत की ओर सीधे खड़े हो कर सलामी ठोकी....
मैं शालिनी के बाथरूम से आने के पहले लन्ड को बैठा देना चाहता था मगर वो और झटके लेने लगा और बैठने का नाम ही नहीं नहीं ले रहा था,,,
इस कंडीशन में लन्ड को शांत करने का सिर्फ एक ही तरीका है मुठ मारकर गर्मी निकाल दो,,, इस समय मैं वो भी नहीं कर सकता था...
मैंने अब अपने लन्ड को मसलना बंद कर दिया और करवट होकर लेट गया, बिना अंडरवियर के ढीले ढाले बरमूडे में खड़े लन्ड को शालिनी से छुपाना असम्भव था,, मैं सोचता हुआ लेटा रहा,,, अब मैं ये समझ गया था कि शालिनी कुछ कुछ समझ तो रही है मेरे इरादे,,, या अभी भी वो समझ नहीं पा रही है,, अब मैंने एक कदम आगे बढ़ने का तय कर लिया ।
कुछ देर बाद शालिनी आकर मेरे बगल में लेट गई और दो मिनट सीधे लेटने के बाद मेरी तरफ करवट होकर बोली,,*
शालिनी- भाई ,,नींद नहीं आ रही है और ऐसा लग रहा है कि आप भी अपने सीक्रेट वाले गेम में हारने से कुछ बोल नहीं रहें हैं, ।
मैं- अरे नहीं बेबो,,,, नाराज और तुमसे,,, कभी नहीं,,, और वो मेरा ही नहीं सभी ब्वायज का सीक्रेट होता है ,,, कम आन,,, रिलैक्स ,,, वो कभी कभी हो जाता है ,,,, हार्ड,,,,*
शालिनी - ही,,, ही,,, कभी कभी,,, या*...
मैंने माहौल को फिर से बनाने की कोशिश की और अपना एक हाथ उसके गालों पर फिराने लगा ,,,, उसकी बड़ी-बड़ी चूचियां सांसों के साथ और बड़ी बड़ी हो रही थी,,,,*
मैं - अरे,,, वो हो जाता है समटाइम्स ... यार वो तुम नहीं समझोगी,, कितना एमब्रैसिंग होता है कभी कभी ,,, तुम लोग की तो मौज है,,, पता ही नहीं चलता,,,, मैं बोलता गया ...
शालिनी- मुझे पता है मेरे राजा भैया, बट ,, ही ही ,, ये अभी ...*
मैं- अरे, कोई नहीं ,, अभी दो मिनट में रेगुलर हो जाएगा ।।
हम दोनों के खुलकर बिना नाम लिए अपने लन्ड के बारे में बात करने की सोच कर ही लन्ड और झटके लेने लगा ।
और वो मेरे पास आ कर मेरे हाथ पर अपना हाथ रख कर उसे धीरे धीरे सहलाने लगी । मैं भी उससे अपने शरीर के नीचे के हिस्से को थोड़ा दूर रखकर उसके बालों में उंगलियां फिराने लगा और उसके बदन की खुशबू से मेरी आंखें बंद होने लगी और शालिनी ने भी हल्की सी मुस्कान के साथ अपनी आंखें बन्द कर ली,,,, अभी रात के एक बज रहे थे और कल संडे होने से हमें कोई प्राब्लम नही थी,,, देर से सोने में,,,*
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