RE: bahan sex kahani बहना का ख्याल मैं रखूँगा
मैं वापस बाथरूम में घुस गया और सबसे पहले मैंने शालिनी की पर्पल कलर की ब्रा उठाई और अपने लंड पर रगड़ना शुरू कर दिया,,,, मैंने शालिनी की मस्त चूचियों को छुपाने वाली ब्रा को सूंघा भी और चाटा भी ,,,
मैं अपना लंड हिला रहा था और
अह्ह्ह्ह्ह्ह स्स्स्स्स् क्या चुचियां है शालिनी की उफ्फ्फ्फ्फ्फ इतने करीब से देखा-देखी और छूना.......
अह्ह्ह्ह मजा आ जाता है.... उम्म्म्म्म्म उसकी बुर भी कितनी मुलायम और चिकनी होगी..... स्स्स्स्स् और गीली भी .... उफ्फ्फ्फ्फ्फ अब तो वो भी मजे ले रही है अह्ह्ह्ह्ह्ह वो भी चाहती है स्सस्सस्स अब तो वो भी इतना गरम हो जाती है कि आजकल में चुदाई हो ही जायेगी ..... मुझसे ....उम्म्म्म्म्म्म्म अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह कितना मजा आएगा उसको चोदने में अह्ह्ह्ह्ह उसकी बड़ी बड़ी चुचिया दबाने में अह्ह्ह्ह्ह्ह स्स्सस्स
और
मैंने जल्दी जल्दी तेज हाथों से अपने लौड़े को आगे पीछे करते हुए उसकी ब्रा के दोनों कप्स को अपने गाढ़े वीर्य से भर दिया और फिर वैसे ही हैंगर पर उसकी ब्रा को टांग दिया ,,, और नहाने के बाद सिर्फ टावेल लपेट कर बाहर आ गया । मुझे अब जरा भी डर या संकोच नहीं था कि शालिनी उसे देखकर क्या सोचेगी ।।
शालिनी पीछे कमरे में बुक्स वगैरह देख रही थी और मैंने उसे आवाज दी कि खाना लगाओ ,, हम बेड पर ही खाते थे अक्सर,,,
मैं वैसे ही सिर्फ टावेल लपेट कर ही बैठा रहा.... मैं अब इतना उतावला हो रहा था शालिनी के लिए कि अब मैं उसे अपना लंड किसी बहाने से दिखाना चाहता था,,,, लेकिन मैं ये चाहता था कि शालिनी को ये लगे कि मेरा लन्ड उसको धोखे से दिख रहा है मैं जानबूझकर नहीं दिखा रहा हूं,,,
खाना खाते हुए हम दोनों बातें करते रहे और मैंने टावेल को इस तरह तिरछा किया कि मेरे सामने बैठी हुई शालिनी को वो दिखाई दे जाए ... मेरा लन्ड खड़ा हो ही रखा था पहले से ,,,,,,
कुछ देर बाद शालिनी की नजर मेरे दोनों पैर के बीच उपर की ओर निशाना साधते हुए मेरे लौड़े पर पड़ गई,,,, अब उसके चेहरे का रंग बदल रहा था और वो थोड़ा सा नजर इधर उधर करके फिर से मेरे लौड़े को देख रही थी ,,, मेरा लन्ड और झटके लेने लगा और मैंने थोड़ा सा ऊपर की ओर हिल कर शालिनी के लिए लन्ड को देखना और आसान कर दिया ।
हम दोनों ही खाना खाते हुए बात करते रहे और शालिनी ने उठकर प्लेट वगैरह हटाई और किचन में जाकर काम करने लगी । मैं शालिनी को अपना लौड़ा दिखाने में कामयाब रहा और शालिनी ने भी नजर भर कर उसे देखा था ,,,
मैंने टावेल हटाकर आज कई दिनों बाद शालिनी की शापिंग की हुई व्हाईट फ्रेन्ची पहली बार पहनी और उपर कुछ नहीं पहना , मेरे नंगे सीने पर एक भी बाल नहीं था,,,,और लेटकर टीवी देखने लगा ।
पहले मैं बड़ी फुल साइज की अंडरवियर पहनता था या फिर नंगा ही रहता था घर में शालिनी के आने से पहले ,,,
शालिनी मेरे से कुछ दूर पर बर्तन साफ कर रही थी और मैं लेटकर अपने लंड को फ्रेन्ची में दबा कर एडजस्ट कर रहा था,, मगर मेरे हलब्बी टाइट लंड को इसमें छुपाना नामुमकिन था खैर मैं छुपाना चाहता भी नहीं था, बस ये चाहता था कि शालिनी को ये सबकुछ प्यार में लगे और प्यार से लगे,,,
कोई जोर जबरदस्ती ना हो जो कुछ भी हम दोनों में हो रहा था वो धीरे धीरे प्यार से ही हो रहा था। सफेद वी शेप अंडरवियर में मेरे लौड़े की फूली हुई नसें भी गौर से देखने पर दिख रहीं थी और तभी शालिनी ने कमरे में आ कर एक नजर मुझ पर डाली और पानी की बोतल मेरे पास रख कर मुस्कुराते हुए पीछे कमरे में चली गई ।।
उसे थोड़ा काम था पढ़ाई का शायद ..... शालिनी अपने काम में बिजी थी। इधर मैं उसके शरीर को छूने का मौका नहीं मिलने के कारण थोड़ा बेचैन हो रहा था.... ।।
मैं बहुत ही लो वोल्यूम में टीवी चैनल बदल रहा था और किसी सेक्सी गाने की तलाश में चैनल बदलता ही रहा.... असल में टीवी पर मेरा ध्यान ही नहीं था,,, तभी मेरी नजर सामने रखी हुई ठंडे तेल की शीशी पर पड़ी और ...... मेरे शैतानी दिमाग में एक आईडिया आया ...
मैंने शालिनी को आवाज दी ,,,
शालिनी- जी आई.....
और एक पल में ही वो मेरे सामने खड़ी थी,,, मैं अभी भी लेटा था पीठ के बल और इस समय मेरा लन्ड नार्मल ही था तो भी ऐसी चढ्ढियों में लंड का आकार प्रकार अलग ही दिखाई देता है,,,
शालिनी- क्या हुआ भाई?
मैं- मेरा सिर दर्द कर रहा है,,
शालिनी-तो प्लीज़ आप दवाई ले लीजिए।
मैं- अरे नहीं,,, दवाई नहीं ,, वो माम ने एक तेल दिया है उसे लगा कर थोड़ी सी मालिश कर दो,,, बस अभी ठीक हो जाएगा ।।
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