RE: bahan sex kahani बहना का ख्याल मैं रखूँगा
मैं कपड़े पहन कर तैयार हो चुका था और शालिनी का वेट कर रहा था टीवी देखते हुए और वो पीछे कमरे में तैयार हो रही थी,,, कुछ देर बाद वो बाहर निकली और बोली
शालिनी- आई एम रेडी ,, ब्रदर चलें ..
मैं- हां, चलो
और मैंने उसे स्माईल देते हुए अपना बैग उठाया और शालिनी ने भी अपना कालेज बैग अपनी पीठ पर टांग लिया,,,,,
हम दोनों बरामदे में आ गए और मैं अपनी बाइक निकालने ही जा रहा था गेट खोलकर मगर तभी शालिनी ने अचानक से कहा ,,,
शालिनी-भाई एक मिनट प्लीज़, अंदर कमरे में आओ
मैं- क्या कुछ भूल रही हो ,, ले लो,,
और मैं उसके साथ कमरे में फिर से अंदर आ गया,,,
वो मेरी तरफ पीठ करके खड़ी हो गई और बोली
शालिनी- भाई जरा मेरी ब्रा का हुक एक स्टेप आगे बढ़ा कर लगा दीजिए,,, बहुत टाइट लग रही है,, प्लीज़ यार मुझसे नहीं लगेगा जल्दी,,
और उसने अपनी टी-शर्ट अपनी पीठ से उपर तक उठा दी,, और उसकी नंगी चिकनी पीठ पर सफेद ब्रा की स्ट्रिप दिखाई देने लगी,,
ये सब एक दो सेकंड में ही हो गया और मेरे हाथ मशीन की तरह उसकी पीठ पर पहुंचे और मैंने हुक खोलने की कोशिश की,,, बहुत ही टाईट थी ब्रा की स्ट्रिप,,,,,,,,
मैं- यार ,, ब्रा तो तुम्हारे साइज़ की थी,34 साइज़ था ना ,,,,, लगता है तुम्हारी चूचियों का साइज़ बढ़ गया है।। हंसते हुए...
शालिनी- धत् पागल.... चूचियाँ बोलते हैं शर्म नहीं आती,कल बाथरूम जाते टाइम भी आपने बु .... बोला था,में समझ गई थी तुम क्या बोलना चाहते थे ... ही ही हंसते हुए
मैं- ओह्ह्ह बेबी, इनको चूचियाँ ही बोलते हैं और उसको बुर ....*
और इतना कहकर मैंने किसी तरह शालिनी की ब्रा को पहले हुक में फंसा दिया उसकी पीठ पर हाथ फेरते हुए उसकी टी-शर्ट को नीचे कर दिया,,, इतने में ही मेरा लन्ड फिर से खड़ा हो कर बेकाबू होने लगा,,,
शालिनी मेरी तरफ मुड़ी और
शालिनी- ओह्ह्ह कितना गन्दा बोलते हो,,, तुम पक्का बेशरम हो , चूंची को बूब्स और बुर को वजाईना बोला करो यार,,, वैसे तुम अपने पेनिस को क्या बोलते हो ??*
और वो मेरी पैंट में फिर से उभार देख लेती है,,,,
मैं- लंड बोलता हूँ इसको, और मुझे तो शुद्ध देहाती भाषा बोलना अच्छा लगता है"*इस मामले में,,,,
शालिनी- तुम पागल हो एक दम और तुम मुझे भी बेशरम बना कर छोड़ेगे"*लंड .डडड ,,, ही ही ही ,,,
और मेरे सीने पर झूठे गुस्सा दिखाते हुए एक पंच मारा और अपनी टी-शर्ट ठीक करके
शालिनी- अब चलो भी ,, अब लेट नहीं हो रहे ,,
और एक कातिलाना मुस्कुराहट उसके चेहरे पर फैल गई,,,
मैं- पागल नहीं हूँ मैं ,, इतना प्यार करने वाला भाई तुमको नहीं मिलेगा कहीं,जो तुमको ज्ञान भी दे"*हा.... हा ...
शालिनी- "हाँ तुम तो गुरु हो ही मेरे अब ...
हमने घर लाक किया और कालेज के लिए निकल पड़े,, रास्ते में शालिनी ने बोला फ्री टाइम में मेरे कालेज के बाद काल करना ,,,
और कालेज गेट पर शालिनी को बाइक से उतार कर मैं उसे बाय बोलने ही वाला था कि तभी हम दोनों के पास से निकलते हुए एक लड़की कालेज के अंदर जा रही थी उसने एक झीना सा सफ़ेद टाईट टाप पहना था,,, जिससे उसकी अंदर की लाल ब्रा एक दम अलग ही चमक बिखेर रही थी अंदर की बड़ी चूचियों को छुपाने के बजाय और दिखा रही थी मेरे मुंह से अचानक निकल गया
ओह हहह सेक्सी...
और मेरे पास खड़ी हुई शालिनी ने मेरी कमेन्ट्री सुन ली
शालिनी- वो मेरे ही क्लास में है,, प्रतिमा नाम है उसका,, उसका ब्वायफ्रेन्ड भी है,,, तुम्हारी दाल नहीं गलने वाली....... और वो मुस्कुरा रही थी
मैं- अरे यार ऐसा कुछ नहीं है,,,वो ठीक लगी दिखने में तो बस मुंह से अचानक निकल गया,,,
शालिनी- अच्छा तो जो आपको ठीक लगता है उसे आप सेक्सी बोलते हैं इसका मतलब ये है कि मैं ठीक ठाक नहीं हूं ,,,
मैं- नहीं मेरी स्वीट बहना,, तुम तो ठीक ठाक नहीं इन जैसों में मास्टर पीस हो..... मतलब सुपर हिट,,, सुपर हाट और सुपर सेक्सी ,,,,
ये सुनकर शालिनी थोड़ा सा झेंप गई और बोली
शालिनी- अच्छा,,, अब जाओ भी झूठों के सरदार,, लेट नहीं हो रहे अब..
उसके चेहरे पर गजब की लाली छा गई थी शायद मेरे सुपर सेक्सी बोलने से और मैं भी उसे हैव ए गुड डे बोल कर अपने काम पर निकल गया ।।
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