RE: bahan sex kahani बहना का ख्याल मैं रखूँगा
मैंने शालिनी को खूब समझाया और धीरे धीरे बातों ही बातों में शालिनी को ये यकीन दिलाया कि सब लड़के बुरे नहीं होते,,, मगर लड़कियों को सेक्स सम्बन्ध बनाने के समय में ध्यान रखना चाहिए कि जिसके साथ वो ये कर रही हैं,, वो कभी उसे इस तरह बदनाम ना कर पाए,,,
और बातों ही बातों में मैंने मूवी थियेटर वाले राजा भैया और दीदी की बात छेड़ दी और शालिनी से कहा
मैं- आज कल के माहौल को देखते हुए तो सबसे सही फैसला उन दोनों ने किया है,,,
शालिनी- क्या सही किया ?
मैं- देखो यार,, उन दोनों ने बाहर किसी के साथ रिस्क लेने से अच्छा अपनी जरूरतों को आपस में पूरा कर लिया और कोई रिस्क नहीं है इस तरह की बदनामी का ,,, हां थोड़ी सावधानी रखें,, बस,,
शालिनी- हां भैय्या,, इस तरह के वीडियो वायरल करने वाले से तो ठीक ही हैं वो दोनों,,,
मैं- उन दोनों ने अगर कभी ऐसा वीडियो बनाया भी तो,,,, ना कोई भाई अपनी बहन को बदनाम करेगा और ना ही बहन अपने भाई को ,,,
शालिनी- हूं,, ,, और तुम कल मुझसे कह रहे थे कि मैं भी ब्वायफ्रेन्ड बना लूं किसी को,,, मुझे नहीं बनाना किसी भी लड़के को ब्वायफ्रेन्ड
मैंने मौका देखा और
मैं- मैंने ब्वायफ्रेन्ड बनाने के लिए कहा था मतलब कोई अच्छा सा समझदार और जिम्मेदार लड़का हो, तुम्हारी इज्जत का ख्याल रखें और खूब प्यार करे,,, तो ,,, बना सकती हो,,, ये तुम्हारी लाइफ है ,,,, मैं तुम्हें बांध कर रखना नहीं चाहता,,, खुलकर जियो ,,, और उसके गाल में हाथ लगाकर,,,,, हंस के जियो,,,
शालिनी के चेहरे पर काफी देर बाद मुस्कुराहट आयी और
शालिनी- हूं,, ऐसा कौन है मेरा,,,, तुम्हारे सिवा ,,, जिस पर मैं अपने आप से भी ज्यादा भरोसा कर सकती हूं,,
मैं- तो स्वीटू,, बना लो ना,, मुझे अपना ब्वायफ्रेन्ड ? हंसते हुए
शालिनी ने मेरी तरफ देखा और हंसते हुए,,,
शालिनी- हां हां,, बड़े आये ब्वायफ्रेन्ड बनने,,, तुम तो मेरे राजा भैया ही ठीक हो,,,
मैं- मेरी तरफ से ये आफर हमेशा रहेगा,,, तुम सोच कर बताना,,,
शालिनी- क्या भाई तुम भी ना,, मेरे गुरु, मेरे दोस्त और भैय्या,,,, सबकुछ तुम्हीं हो,,, और क्या बाकी है,,,
हंसते हुए वो बेंच से उठी और बोली- चलो भाई अब घर चलते हैं,,,
मैं- हां,,, चलते हैं ,,,
और हम लोग मार्केट से बाहर निकलने ही वाले थे कि मेरी नज़र एक शोरूम पर पड़ी जिसमें शीशे के पार तरह-तरह की रंगीन ब्रा और पैंटी लाइन से टंगी हुई थी तो आज़ की बोरिंग शापिंग और शालिनी के मूड को थोड़ा अच्छा करने के इरादे से मैंने साथ चलती हुई शालिनी के कंधे को अपने कंधे से हिलाया और,,,
मैं- उधर देखो ,,, लेना है,,,
शालिनी- नहीं रहने दो भाई,, हैं तो काफी सारी,,,
मैं- काफी सारी हैं तो,,, बट कोई नई डिजाइन वाली ले लो,,,
शालिनी- क्या करना नई डिजाइन का,,, किसी को दिखाना है क्या ?
मैं- अरे चलना यार,,, चलो आज मैं पसंद करता हूं तुम्हारे लिए,,,
शालिनी- तुम ना भाई,,, अच्छा चलो
और हम दोनों शोरूम के अंदर घुस गये,,, जहां हजारों तरह की ब्रा और पैंटी रंग बिरंगी, डिजाइनर नाइटवियर लाइन से लटक रहे थे,, हम दोनों थोड़ी देर तक ऐसे ही देखते रहे फिर मैंने एक ब्रा उठाई और शालिनी को दिखाते हुए
मैं- ये कैसी है,,
शालिनी- अच्छी है,, आपकी पसंद हमेशा अच्छी ही होती है,,
मैंने उसके साथ की मैचिंग पैंटी उठाई तो उसे देखते ही शालिनी बोल पड़ी
शालिनी- ओह,, ये बहुत छोटी है यार,, अजीब लगेगा,,,
मैं- कुछ अजीब नहीं लगेगा,, क्या एक ही तरह के कपड़े पहनना ,, सभी तरह के पहनकर देखना चाहिए,,,
शालिनी (थोड़ा सोचकर) अच्छा , ले लो,,
मैंने शालिनी से पूछ पूछ कर उसके लिए अलग अलग तरह की चार सेट ब्रा पैंटी पसंद करी ,,, खास बात ये थी कि पैंटी सभी के साथ छोटे साइज की ही थी। आखिर में मैंने एक छोटी साइज की घुटनों के उपर तक आने वाली नाईटी भी खरीद ली,, जिसे देखकर शालिनी बहुत खुश हो गई और मुझे थैंक्स बोला ,,
शापिंग करने के बाद हम दोनों ने आइसक्रीम खाई फिर घर की ओर चल पड़े ।
हम दोनों घर के बाहर ही पहुंचे थे और बगल में भाभी भी अपना गेट खोल रही थी,,, वो भी अपने बच्चों को लेकर स्कूल से घर आ गई थीं,,,
भाभी- लग रहा है आप लोग शापिंग करके आ रहे हैं ,,
मैं- हां,, भाभी सा ,,
भाभी- अच्छा अभी आकर देखती हूं क्या क्या लाये हो,,,
और हम लोग अपने अपने घर में अंदर आ गए,, मैंने शालिनी से कहा कि मुझे अभी वापस जाना पड़ेगा और मैं शाम तक आऊंगा,, और मैं कुछ देर गर्मी के कारण कूलर के पास बैठ कर अपने पसीने को सुखाकर ठंडा पानी पीकर कुर्सी पर सुस्ताने लगा ,,
तभी हमारी बेल बजी ,, शायद भाभी बाहर थीं,,, शालिनी ने अब तक चेंज कर लिया था और एक टी-शर्ट और कैप्री पहन ली थी,, मैंने उठकर गेट खोला और भाभी अंदर आ गई,,, भाभी मूलतः बिहार की रहने वाली है और पूरबिया होने के कारण वो बहुत ही मजाकिया भी है,, मगर सिर्फ मजाकिया,,,
अंदर आकर भाभी कुर्सी पर बैठ गई और शालिनी ने उनके आतिथ्य में पानी और मिठाई लाकर रख दी,,
भाभी- भैय्या,, एक्चुअली मैं अपने एक काम से आई हूं आपके पास
मैं- हां हां,, बोलिए ,,
भाभी- मुझे जरा ब्यूटी पार्लर जाना है,, क्या शालिनी को आप मेरे साथ भेज देंगे,,,
मैं- अरे तो आप मुझसे क्यों पूछ रही हैं,, शालिनी से पूछिए,,, वो जाना चाहे तो उसे ले जाइए ,,
भाभी- चलोगी ननद रानी,,, वो मुझे कुछ सामान लाना है तो उसे पकड़ कर तुम बैठ जाना मेरी स्कूटी पर ,,,
शालिनी - हां,, अब आपने पहली बार कुछ कहा है तो आपको मना कैसे करुंगी भाभीसा ,,,
भाभी- ठीक है,,, हम लोग पांच बजे तक चलेंगे और सात बजे तक वापस ,,, और हां भई,, शापिंग क्या हुई है आज वो तो दिखाया नहीं तुमने
शालिनी- जी भाभी,, अभी दिखाती हूं,,,, और वो पीछे कमरे से शापिंग बैग्स लेकर आई ,,,,
वो दोनों बेड पर कपड़े फैला फैला कर और उलट पुलट कर देख रही थी,,, भाभी लगातार शालिनी के कपड़ों की तारीफ कर रही थी और जब शालिनी ने बताया कि ये सब मेरी पसंद के हैं तो भाभी ने कहा कि कभी हमको भी शापिंग करवा दीजिए आपकी कलर च्वाईस बहुत अच्छी है ,,,
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