RE: bahan sex kahani बहना का ख्याल मैं रखूँगा
शालिनी- तुम्हें तो बस मौका चाहिए मुझे चिढ़ाने का,,, वो दोनों भी पागल थे तुम्हारी तरह,,,
मैं- अच्छा पागल ही सही,,, मगर दोनों में प्यार बहुत जबरदस्त है,, एक दूसरे पर मरते हैं दोनों,,
शालिनी ने पानी में ही मेरी बाहों के घेरे से आजाद होते हुए नीचे की तरफ पानी में छलांग लगा दी और नीचे पानी में तैरते हुए मेरी तरफ देख कर बोली,,,
शालिनी- वो एक दूसरे पर मरते नहीं हैं गुरु जी,,,, मारते हैं एक दूसरे को,,, हा हा हा हा हा
मैं भी अब तक छलांग लगाकर शालिनी के पास आया,,, पानी हम दोनों के गर्दन की उंचाई तक ही था यहां पर ,,, मैं भी उसके डबल मीनिंग बोली को समझकर जवाब में उसकी आंखों में आंखें डालकर बोला,,,
मैं- क्या मारते हैं ?
शालिनी- बदमाश,, तुम्हें पता तो है , फिर भी,,,, बेशरम ,,,
और वो तैर कर मुझसे दूर जाने लगी,,
मैंने उसे पानी में ही पीछे से पकड़ लिया और पानी के अंदर उसकी चिकनी जांघों से लेकर नीचे पैर तक अपने पैरों से सहलाते हुए,,
मैं- मुझे तो ये भी पता है कि राहुल और सोनिया दोनों इस समय पानी में धक्का-पेल मचाए हुए होंगे,,,
शालिनी- ओह स्वारी ,,,आपका शो मिस हो गया,,,
मैं- और क्या मस्त शो चल रहा होगा उधर तो,,,
शालिनी- सच में दोनों कितने हद दर्जे के बेशरम है,, वो सोनिया तो करते हुए भी भैय्या भैय्या बोल रही थी,,, पागल,,,
मैं- और यहां कुछ लोगों को उंगली करने में भी शर्म आती है,,,,
शालिनी- तुम ना,, भाई,,, क्या कुछ भी,,, मतलब कहीं भी,,, मैं ना तुम्हारी तरह बेशरम नहीं हो पाउंगी,, ओह गाड कैसे तुम वहीं शुरू हो गए थे,,,
मैं- हां हां,, मैं तो बेशरम ही ठीक हूं,,, जो करता हूं,, खुल्लमखुल्ला,, चोरी चोरी उंगली नहीं करता...
शालिनी- धत् पागल,, और मेरे सीने में मुक्का मारते हुए,,, मुझसे नहीं होगा ऐसी जगह,,
मैं- हूं,,,, तुमसे नहीं होगा तो मैं कर देता हूं,,, और मैंने उसे पानी से बाहर अपनी बीच वाली उंगली निकाल कर इशारा किया तो वो झेंप गई और अपनी आंखें नचा करके आगे की ओर तैरते हुए बोली
शालिनी- भाई,,, मैं जब इस सब से अपना दिमाग हटाती हूं वैसे ही तुम ना फिर से मुझे,,,
मैं- अच्छा जी,, उल्टा चोर कोतवाल को डांटे,, किसने बुलाया था लाईव शो देखने के लिए,, हा हा हा हा
शालिनी- मुझे लगा कि वो लड़का कहीं उस लड़की के साथ कुछ ग़लत करने वाला है,,,,
मैं- तो वो ग़लत काम कर रहा था कि सही??
शालिनी- अब यह तो वो लोग जानें,,,, तुम्हें तो खूब मज़ा आया ना,,, हिला हिला कर ,,,, आज तो तुम अपने सु-सु की जान ही निकाल देने वाले थे,,,,
मैं- यार,, अब ऐसा लाइव शो देखने के बाद कैसे कंट्रोल होता मुझे,,, तो मैंने कर लिया,,, तुम्हें तो शर्म आती है भाई,, वैसे तुम कैसे कंट्रोल कर लेती हो ,,
शालिनी- बस हो जाता है कभी कभी नहीं भी होता,, बट,,
मैं- बट,, अभी मन कर रहा है रिलैक्स होने का,,
शालिनी- (धीरे से) यहां कैसे,, इट्स टू रिस्की भैय्या,, यहां खुले में,,
अब मैं समझ गया कि शालिनी भी अपनी बुर में उंगली डाल कर अपनी गर्मी शांत करना चाहती है मगर यहां खुले में और मेरे सामने उसे अब भी शर्म आ रही है,, तो मैंने मौका देख कर पानी में ही उसके एकदम पास आकर उसके भीगे बदन को पानी में देखते हुए बोला,,
मैं- क्या बेबो,, इधर हम दोनों के सिवा आसपास कोई और नहीं है,, और तुम्हें बाहर खुले में नंगे होकर उंगली करने में डर लगता है तो पानी के अंदर ही कर लो,, किसी को पता भी नहीं चलेगा,, अगर कोई आ भी जाए तो,,
शालिनी- हूं,,, पानी में कैसे,,
मैं- उधर किनारे पर घुटनों तक पानी है बस कमर तक पानी में खड़े हो कर कर लो,,
शालिनी- अरे,, ऐसे थोड़े हो पायेंगा,,
मैं- तुम उधर चलो तो मैं बताता हूं,,,, आराम से हो जाएगा और पानी में उंगली करने का मजा भी अलग ही आयेगा,,, तुम्हें बहुत अच्छा फील होगा,,,,,
और मैंने उसके हाथ को पकड़ कर साथ में तैरते हुए थोड़ा सा किनारे पर आकर उसके सामने कमर तक पानी में खड़े हो कर उसकी उत्तेजना में टी-शर्ट में कैद चूचियां बदस्तूर उपर नीचे हो रही थी और मैं उसे देखते हुए बोला,,,
मैं- पैंटी उतार दो और थोड़ा सा पैर फैला कर कर लो,,,
शालिनी- मैं पानी में ऐसे ही नंगी,, नहीं भाई,, सब दिख रहा है,,साफ पानी में,,,
मैं- बाहर से थोड़े ना दिखेगा और मैं उधर मुंह कर लेता हूं,, बस,,,,, या फिर बोलो,,, मैं तुम्हें रिलैक्स कर दूं,,,,
और उसे अपनी बीच वाली उंगली दिखाई,,,
शालिनी- तुम ना,,, तुम दूर ही रहो,,, मैं कर लूंगी,,, अब उधर घूमो,,,
और मैं उल्टा हो गया और मुझे लगा कि शालिनी ने मेरे पीछे झुककर पानी में अपनी पैंटी निकाल दी और मैं बस उसकी बुर की कल्पना में खोने लगा,,,
अजब मंजर था मेरे बिल्कुल पीछे कमर तक पानी में मेरी सगी बहन घुटनों से नीचे पूरी नंगी खड़ी थी और अपनी बुर में उंगली डाल कर अपनी कामवासना को शांत करने की तैयारी में,,, एक बार मेरे मन में आया कि पीछे घूम कर देखूं कि कैसे शालिनी ने अपनी चूत में उंगली डाली है,,, और उसकी बुर कैसी है,,,, पानी काफी साफ़ था और उसमें गौर से देखने पर सबकुछ साफ दिखाई दे रहा था और यही सब सोचते हुए मेरे लन्ड में फिर से तनाव आने लगा,,,
तभी मेरे हाथ में शालिनी का हाथ आया पीछे से और उसने मुझे अपनी पैंटी पकड़ा दी,,,,,
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