bahan sex kahani बहना का ख्याल मैं रखूँगा
02-15-2020, 12:58 PM,
#78
RE: bahan sex kahani बहना का ख्याल मैं रखूँगा
सरोजिनी माम- बेटा,,, ऐसा करो,, खाना खा लो फिर बाद में नहाकर सो जाना,,, मैं भी बाद में ही नहाऊंगी ,,,,, नींद अच्छी आएगी,,

मैं- ठीक है,,,

और हम लोग डाइनिंग टेबल पर आकर खाना खाने के लिए बैठ गए,,,,

सरोजिनी माम- तुम दोनों आज बाइक से इतनी दूर आये हो,,, बहुत थक गए होंगे,,,

मैं- नहीं तो,, मैं तो नहीं थका,, उल्टे मुझे तो बाइक से सफर में बहुत मज़ा आया,,, शालिनी शायद थक गई है,,,
और मैंने शालिनी की ओर देखते हुए आंख मार दी ,,,

शालिनी- (हड़बड़ी में) नहीं माम ,,, थकान नहीं है और रास्ते में सच्ची में बहुत मज़ा आया,,, है ना भैय्या,,,
और उसने मुझे देखते हुए मेरी ही तरह आंख मारी,,,

सरोजिनी माम- हां बाइक से अपनी मर्जी रहती है जहां चाहें रुक सकते हैं,,,

शालिनी- हां माम,,, हम लोग रास्ते में,,,,

इतना कहकर ही शालिनी रुक गई मुझे एक पल को लगा कहीं झटके में शालिनी हम दोनों के झरने वाली जगह रुकने के बारे में ना बोल पड़े,, मगर उसने अपने आप को सम्हाला,,,

सरोजिनी माम - हां,, क्या हुआ था रास्ते में,,,

मैंने बात को सम्हालते हुए कहा

मैं- अरे माम,,, कुछ नहीं रास्ते में शालिनी को बहुत जोर की सु सू लगी थी और ये बोलने में शर्मा रही थी,,,, बस में होती तो ,,,,, हा हा हा

सरोजिनी माम- (हंसते हुए) हां,,, तो कर लेती ,,,,, शर्म में कपड़ों में करने से तो अच्छा है,,, फिर क्या किया,,

मैं- वो तो जब मुझे सु सू लगी तो मैंने बाइक रोकी तो मैडम का गाल ब्लैडर बस फटने ही वाला था,,,हा हा हा,,,

शालिनी- हां हां,, तुम लोगों का क्या ,,,कहीं भी खड़े हो गए,,,,, माम आप ही बताइए,,, हाइवे किनारे खुले में टायलेट करने में,,,, हम लेडीज को कितना अजीब लगता है,,,

सरोजिनी माम- हां भाई,, लड़कों को तो ये आराम रहता है ,,और हम लेडीज को थोड़ा ध्यान रखना पड़ता है,,, बट ऐसी कंडीशन में करना पड़ता है,,,,, और वैसे भी तुम अकेले तो थी नहीं,,, तुम्हारा भाई तो था ही साथ में,,, तो हाइवे किनारे भी क्या डरना,,,

इसका मतलब माम की तरफ से भी इतनी इजाजत तो थी ही,,, मगर उन्हें क्या पता था कि उनके दोनों बच्चों में भाई बहन के प्यार के जुनून में धीरे धीरे प्रेमी-प्रेमिका वाला प्यार पनपने लगा है और अब तक तो उनका बेटा ही अपनी सगी बहन के बदन को भोगना चाहता था मगर शायद अब उनकी मासूम बेटी शालिनी भी धीरे धीरे बहन से प्रेमिका बनने की राह पर चल पड़ी है,,,, मेरी छेड़छाड़ भरी बातों में उसे भी मजा आने लगा है और ऐसा लगता है कि जल्द ही वो मेरी सारी काम वासनाओं की पूर्ति करने वाली है,,, उसके साथ खड़े होकर हस्तमैथुन करते हुए सगे भाई बहन की घमासान चुदाई देखने के बाद तो अब हमारे बीच एक और पर्दा हट चुका था,,,

हम लोगों ने खाना खाने के बाद कुछ और देर तक वहीं डाइनिंग टेबल पर ही हंसी-मजाक किया और फिर माम और शालिनी किचन में बर्तन लेकर चली गई और मैं नहाने के लिए बाथरूम में,,,,,,,,,,,,,

अंदर बाथरूम में जाकर मैंने लाइट जलाई और अपनी टावेल को हैंगर पर टांगने के लिए हाथ आगे बढ़ाया तो वैसे ही मेरी नजर हैंगर पर पहले से टंगी हुई एक ब्लैक ब्रा पर पड़ी और साथ ही एक ब्लैक पैंटी भी थी,,,,,

मुझे याद आया कि ये ब्रा और पैंटी शालिनी की तो है नहीं तो इसका मतलब है यह माम की है और पता नहीं कैसे मेरे शरीर में एक सिहरन सी दौड़ गई,,, मुझे ठीक से याद नहीं कि आज से पहले मैंने कभी अपनी माम की ब्रा और पैंटी को इस तरह देखा हो और मेरे शरीर के रोएं खड़े हो गए हों,,, ऐसा पहली बार हुआ था,, मैंने एक बार अपने आप को समझाया कि मैं यह क्या कर रहा हूं अभी तक तो मैं अपनी बहन के बदन को देख कर उत्तेजित हो जाता हूं और अब आज माम के अंत: वस्त्र देखकर उत्तेजना,,,,, ये सब हो क्या रहा है,,,
मैंने शावर चालू कर दिया और,, ब्रा को हाथ में लेकर उसकी पट्टी पर हुक के पास लिखे नम्बर को देखने लगा,,,, माम की ब्रा का साइज़ 36 था,,, मतलब शालिनी से कुछ बड़ी चूचियां हैं,, खैर वो तो उन दोनों की उम्र का अंतर था ही,,, और शालिनी की चूचियां अभी तक एक तरह से अनछुई ही थी,,, हल्का हल्का फुल्का सहलायी गयी थी मेरे हाथों से,,, जबकि माम तो हम दोनों को दूध पिलाने के बाद भी ऐसा गजब फिगर बना के रखी हैं,,,

मेरी मॉम सरोजिनी बहुत ही आकर्षक महिला हे जो अपने शरीर का पूरा धयान रखती हैं। सुबह उठते ही वो योग और प्राणायाम करती हे ,४० साल पार की उम्र होने के बाद भी कोई उन्हें देखता है तो वो उन्हें हमारी मॉम कम शालिनी की बड़ी बहन और मेरी दीदी ज्यादा समझता है,, यही नही मॉम घर में हमेशा साड़ी या सूट में ही रहती हे , मैंने उन्हें कभी गाउन वगैरह में हमारे सामने आते नही देखा चाहे वो अकेले में कैसे भी रहती हो। अभी भी मॉम ने एक शानदार सूट पहन रखा था जो उनपे बहुत फब रहा था। न जाने आज क्यू मेरा मन बार बार मॉम को एक आकर्षक महिला के जैसे देखने को लालायित हो रहा था और ना चाहते हुए भी मैं शालिनी और माम के बदन में अंतर और समानताएं ढूंढने लगा और साबुन लगाते हुए मेरे हाथ जैसे ही मेरे लौड़े पर पहुंचे तो वो झटके लेने लगा और मेरे हाथ लन्ड पर आगे पीछे होने लगे,,,,, मैं उत्तेजित हो गया और हाथ बदल बदल कर बड़ी ही तेजी से हस्तमैथुन करते हुए शालिनी एवं माम के खूबसूरत बदन की कल्पनाओं में गोते लगाते हुए झड़ गया,,, झड़ने के बाद मुझे बड़ी आत्मग्लानि हुई कि मैं अपनी माम के लिए कैसे इस तरह सोचने लगा,,,,

मैं नहाने के बाद बाथरूम की फर्श पर फैले अपने वीर्य को पानी से अच्छी तरह साफ करने के बाद बाहर निकल आया और टावेल लपेट कर,,, और अपने कमरे में जाकर चढ्ढी और लोअर पहन लिया,,,, तभी शालिनी आई और बोली

शालिनी- भाई जी,, मैं तो माम के साथ ही सोऊंगी,, आप भी आ जाओ,,, माम नहाने गई हैं,,

मैं- हां,,, चलो मैं भी माम के साथ ही सोऊंगा,,, वैसे भी मुझे अकेले अब शायद नींद भी ना आए,,,

और मैंने शालिनी को देखते हुए उसे आंखों ही आंखों में इशारा किया,,, उसने भी आंखों ही आंखों में कहा,,, चल हट बदमाश,,,
और वो माम के कमरे में चली गई,,, कुछ देर बाद मैं भी माम के कमरे में आ गया माम भी कुछ देर बाद आ गई ,, उन्होंने सलवार सूट पहन रखा था,,,और बीच में माम लेटी,,, हम दोनों ने उनके दोनों तरफ लेटते हुए ही उन्हें प्यार से अपनी अपनी बाहों में भर लिया और

मैं- आज कितने दिनों बाद मुझे माम के साथ लेटने को मिला है,,,
और मैंने उन्हें अपनी बाहों में और कस लिया,,,, उनके बदन और चेहरे पर पानी की हल्की हल्की सी बूंदें इधर उधर पड़ी हुई थी और जैसी महक शालिनी के नहाए हुए बदन से आती थी ठीक वैसी ही खुशबू माम के बदन से भी आ रही थी,,, मेरे हाथ माम के सीने पर थे और अब मुझे उनकी गोलाईयों की नरमी और गुदाजपन का एहसास हुआ,, माम ने अंदर ब्रा नहीं पहनी थी,, तो मैंने अपनी पकड़ ढीली कर दी और वैसे ही शालिनी ने माम को बिल्कुल मेरी तरह अपनी बाहों में माम को कस लिया,,, और प्यार से माम के गाल पर एक पप्पी ले ली,,, और बोली

शालिनी- लव यू हमेशा माम,,,

सरोजिनी माम- लव यू टू बेबी,,,

और उन्होंने भी शालिनी के माथे और गाल पर पप्पी ली,,,

मैं- सारा प्यार बेबी के लिए और मेरा क्या??
मैं झूठी नाराजगी दिखाते हुए बोला

और माम ने पलटकर मुझे भी गाल पर एक पप्पी ली और बोली

सरोजिनी माम- मेरे बच्चों,, मेरा प्यार तुम दोनों के लिए है और बराबर ,,,, ना किसी को कम और ना किसी को ज्यादा ,,,

और हम दोनों को अपने दोनों तरफ की बड़ी बड़ी चूचियों के साथ चिपका लिया और गुडनाईट बोलकर हम दोनों के बालों को सहलाने लगी,,, पता नहीं कब हम दोनों सो गए और ......

#कहानी जारी रहेगी
क्रमशः .....................


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