RE: Indian Sex Kahani चुदाई का ज्ञान
प्रिया ने लौड़े को चाट कर साफ कर दिया। कुछ देर वो तीनों वहीं बातें करते रहे. उसके बाद वहाँ से निकल गए।
उधर अनुजा भी अपनी सहेली के यहाँ से घर आ गई तो उसने देखा कि विकास सोया हुआ था। दीपाली की जबरदस्त चुदाई करने के बाद उसको अच्छी नींद आ गई थी।
अनुजा- अरे क्या बात है मेरे सरताज.. सो रहे हो.. मेरी सौतन कहाँ है? नहीं आई क्या आज??
विकास- उहह, आ गईं तुम.. अरे आई थी. दो बार जम कर चोदा उसे. मगर फिर वो किसी काम का बहाना कर के चली गई.. मुझे भी चुदाई के बाद अच्छी नींद आ गई तो सो गया…
अनुजा- चलो अच्छा है.. मैं तो डर गई थी कि मैं भी चली गई और वो भी नहीं आई तो आप शायद नाराज़ होकर सो गए होंगे।
विकास- अरे नहीं मेरी जान.. तुमसे मैं कभी नाराज़ हो सकता हूँ क्या?
अनुजा- सच्ची? अगर मुझसे कोई ग़लती हो जाए तो भी नहीं?
विकास- हाँ कभी नहीं.. कितनी भी बड़ी ग़लती हो.. मैं माफ़ कर दूँगा.. तुमने मेरे लिए कितना किया है.. अब मुझे भी मौका दो, यार…
अनुजा- ठीक है, कभी ऐसा हुआ तब आपसे बात करूँगी.. अभी थोड़ा फ्रेश हो जाऊँ उसके बाद खाना भी बनाना है।
(दोस्तो, अब यहाँ बताने को कुछ नहीं बचा. उधर दीपाली भी घर जा कर पढ़ने बैठ गई। चलो, सोनू के पास चलते हैं. वहाँ कुछ है आपको बताने लायक।)
चाय की एक छोटी सी दुकान के बाहर मैडी और सोनू बैठे थे और चाय की चुस्की ले रहे थे। सोनू दोपहर की बात मैडी को बता रहा था।
मैडी- साले तू अन्दर घुस गया? तेरे को क्या लगा ... वो दोनों वहाँ क्यों गए थे?
सोनू- यार, तुम तो जानते हो ना.. शैतान दिमाग़ है.. मुझे लगा कि साला दीपक वहाँ प्रिया को चोदने ले गया होगा.. इसीलिए मैं घर में घुस गया।
मैडी- अबे साले, तू पागल है क्या? वो उसकी बहन है! साले, कुछ भी सोच लिया।
सोनू- तुमको नहीं पता. आजकल ऐसा बहुत सुनने में आ रहा है. साली कौन बहन.. कौन भाई.. पता ही नहीं चलता.. अच्छा जाने दे आगे तो सुन…
मैडी- सुना तेरी बकवास कहानी.. आगे क्या बाकी है अब?
सोनू ने सारी बात जब बताई मैडी के होश उड़ गए।
मैडी- अरे इसकी माँ की! साला दीपक ... क्या गेम खेल गया ... प्रिया का सहारा ले कर दीपाली तक पहुँच गया. हो गया बंटाधार. कल लौड़े को हाथ में ले कर मुठ मारना ... अब दीपाली तो आने से रही। साले दीपक ने जल्दबाज़ी में सारा काम बिगाड़ दिया होगा।
इतने में दीपक भी वहाँ आ गया. उसने आखिरी बात सुन ली थी।
दीपक- अबे चूतिया साले, मैंने कुछ काम नहीं बिगाड़ा.. सब नॉर्मल है.. तू बता कि कल क्या करने वाला है?
मैडी- आ गया तू. साले, पहले ये बता क्या हुआ.. दीपाली ने क्या कहा?
दीपक- अरे कुछ नहीं.. तू पहले कल का प्लान बता.. बाद में तुम दोनों को सारी बात बता दूँगा…
मैडी- देख सीधी सी बात है.. दीपाली ऐसे सीधी तरह तो हम से चुदेगी नहीं. मैंने ‘उस’ का का इंतजाम कर लिया है.. बस किसी तरह उसको दे देंगे। उसके बाद उस पर मस्ती चढ़ जाएगी। मैंने होटल में कमरा बुक करवा लिया है. मैं उसको वहाँ ले जाऊँगा. वो खुद ही चुदना चाहेगी मगर मैं ना कहूँगा. उसके बहुत ज़्यादा कहने पर ही मैं उसको चोदूँगा. उसके बाद तुम दोनों भी मज़ा लेना और हाँ, हम उसका वीडियो बना लेंगे ताकि उसको दिखा सकें कि देख तूने खुद कहा तब ही ये सब हुआ … ये सब इंतजाम करने में मेरी तो गाण्ड फट गई. साली ये गोली भी बहुत मुश्किल से मिली है.
दीपक- प्लान तो अच्छा बनाया मगर साले, ये रेप ही हुआ ना.. हम जब बोलते थे तब तूने मना किया और आज तूने खुद ऐसा घटिया प्लान बनाया।
मैडी- क्या बकवास कर रहा है.. ये प्लान घटिया है, साले? मस्ती छाएगी उस पर.. खुद साथ देगी हमारा चुदाई में. कोई रेप नहीं होगा.. उसको लगेगा कि उसकी ग़लती है।
दीपक- वाह! मान गए उस्ताद, उसको लगेगा कि उसकी ग़लती है.. साले, उसको कुछ पिलाएँगे तो तेरी पार्टी है, इलज़ाम तुझ पे ही आएगा ... और वो इतनी भी पागल नहीं है कि समझ ना पाए. उसको हम तीनों पर पहले से ही शक है, समझे? और ये सब करने की कोई जरूरत नहीं. वो कल होशो-हवाश में हम से चुदेगी, समझे? साला.. बड़ा आइडिया लाया है.
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