RE: XXX Sex Kahani रंडी की मुहब्बत
“वाह रे तेरे हाथो में तो जादू है साले …”
काजल ने जैसे ही रोटी का टुकड़ा अपने मुह में डाला वो चहक उठी ,और मैं शर्माने लगा ..
“तू बात बात में ऐसा क्यो शर्मा जाता है ,इतना तो लडकिया भी नही शर्माती ..”वो फिर से खिलखिलाने लगी ,उसकी हँसी में एक गजब की स्कछन्दता थी ,बिल्कुल ही निर्दोष सी खिलखिलाहट थी,मैं उसके चहरे को देखता ही रह गया था ,क्या आकर्षण था उसके अंदर ,दांतो की पंक्ति मोतियों के जैसे चमक रहे थे,गाल बिल्कुल ही लाल हो गए थे,अचानक से वो मुझे अपने ओर देखता हुआ पाकर रुक गई ..
“फिर से घूर रहा है साले ...रेट बताया ना पैसा होगा तो बोलना ..”मैं बुरी तरह से झेंपा और वो मुह दबा कर हँसने लगी
वाह आज तो मजा आ गया ,ना जाने कितने दिनों के बाद ऐसा अच्छा खाना खाया है ...उसने अपना आखिरी निवाला भी निगल लिया था …
“अच्छा तो यंहा क्यो रहने आ गया ..”
मैंने उसे पूरी कहानी सुना दी ..उसके चहरे में मेरे लिए दुख और दया का भाव आ गया ..
“यानी तू भी तकदीर का मारा है ..”
“तकदीर से मैं गरीब जरूर पैदा हुआ हु लेकिन अब मैं यंहा अपनी तकदीर बनाने आया हु ,मुझे अपनी किस्मत खुद लिखनी है ,वरना अभी भी वही गांव में पड़ा रहता वही करता जो पिता जी करते है …”
मैं अचानक ही अपने उस उम्मीद में भर गया जिसके सहारे में हर मुश्किल को हंसते हुए सहता था,मुझे जीवन से बहुत उम्मीद थी और मैं हमेशा स्वामी विवेकानंद की उस बात को याद कर लेता था जिसमे उन्होंने कहा था की तुम ही अपने किस्मत के लेखक हो …
काजल के होठो में एक अजीब सी मुस्कान आई ..
“चलो अच्छा है किसी को तो अपने जीवन से कोई उम्मीद है …”वो बस इतना कहकर उठी और बिस्तर में लेट गई ,लेकिन उसकी बात में जो दर्द था वो दर्द मेरे दिल के किसी कोने को छू गया था ...इतनी नाउम्मीदी मैंने अपने जीवन में कभी महसूस नही की थी जो उसके उस अकेले वाक्य में थी ..
“सोने से पहले लाइट बंद कर देना “
काजल एक करवट लेकर लेट गई थी ..मैं भी लाइट बंद कर लेटा हुआ दूसरे दिन की प्लानिंग करने लगा……..
“साले बहुत खुस लग रहा है क्या बात है रंडीखाने में जाकर तो और भी चमक रहा है ..”
प्यारे ने मुझे धीरे से कहा ,संजय सर और प्यारे ही वो दो व्यक्ति थी जिन्हें ये पता था की मैं कहा रहता हु ..
“तू पहले ये देख ..”
मैंने अपना बेग खोला जिसमे 40 हजार रुपये थे,प्यारे का मुह खुला का खुला ही रह गया था ..
“भाई इतने पैसे ..”
“अबे धीरे बोल ..चल तझे समझता हु ..”
मैंने उसे सारी बात बताई ..
“वाह यार ये सही जगह है तेरे लिए ..लेकिन बस …”
“क्या हुआ ..”
“अरे कुछ नही सोच रहा था की तू एक जवान लड़का है और वो एक खूबसूरत लड़की अगर तू कही बहक गया तो ..”
मैंने प्यारे को घूरा…और एक गहरी सांस ली ..
“भाई मैं उस जगह में रहता हु जंहा बहकने के लिए भी पैसे लगते है ,और हमारी जेब खाली है समझे,वो लोग बहुत ही प्रोफेसनल होते है फोकट में अगर छू भी दिया ना तो काट देंगे ...अबे मुझे नही मेरा वाला”
हम दोनो हो खिलखिला उठे,मुझे याद नही की हम ऐसे कब हंसे थे लेकिन जेब में पैसा हो तो एक अलग ही खुसी मिलती है ,ये मैंने उस दिन जाना था,पता नही एक अजीब से पावर की अनुभूति हो रही थी मुझे जैसे दुनिया मेरी मुठ्ठी में हो ...तभी याद आया की ये पैसा मेरा नही है …
“यार प्यारे लेपि कहा मिलेगा ,सेकंड हैंड चाहिए और वो आकाश (हमारे क्लास का एक अमीर लड़का जो सरकारी कालेज में भी डोनेसन दे कर आया था ,शायद उसका बाप कोई बहुत बड़ा तोप था) के पास है ना ,अरे वो एक राउटर है ना जैसा कुछ वो भी मिल जाए तो …”
“अच्छा पॉकेट वाईफाई ...ह्म्म्म अबे वो आकाश ही बेचने वाला है सुना था,साले के बाप के बहुत पैसा है ,बाजार में कोई नया मॉडल आये तो तुरंत पुराना बेच देता है ,तू बोले तो बात करे क्या उससे ..”
मैं थोड़ा डर गया ,क्योकि वो इतना हाई फाई आदमी था की हमारी उससे बात करने की भी हिम्मत नही होती थी ,हम जैसे लड़को के लिए उसका वर्ताव कीड़े मकोड़ो की तरह रहता था ..
मेरे चहरे में आये हुए भाव देखकर प्यारे कहानी समझ चुका था …
“एक काम करते है संजय सर से बोलते है ,वो कुछ जुगाड़ कर देंगे ..”मेरे चहरे में चमक आ गई
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