RE: XXX Sex Kahani रंडी की मुहब्बत
मैं बेचैनी से अपने कालेज के एक कमरे में टहल रहा था,शकील के लोग मेरे एक एक मूवमेंट पर नजर रखे हुए थे,मैंने प्यारे और संजय सर से भी अभी के लिए ट्रेडिंग बंद करने को कह दिया था,मैंने उनसे उन शेयर में पैसा लगाने को कह दिया जो 6 महीने में पैसा कमा कर देते,रोज वाली झंझट खत्म कर दिया था क्योकि मैं उनके टच में नही रहना चाहता था,इससे शकील को शक हो सकता था,शकील के लोग कालेज तक तो मेरा पीछा कर सकते थे लेकिन कालेज के अंदर नही क्योकि अंदर आने के लिए आई डि चाहिए था और वो ऐसे मेरा पीछा कर रहे थे जैसे जेम्स बांड की औलाद हो उन्हें लगता था की मुझे नही पता की कोई मेरा पीछा कर रहा है ...खैर मैं बेचैन था क्योकि अविनाश ने मुझे उस खाली कमरे में बुलाया था,काजल को गायब हुए 2 दिन बीत चुके थे मैं भी उसकी हालत जानने को बेताब था,प्यारे ने मुझे बताया था की अविनाश के लड़को ने पहले तो काजल की रेकी की और पता लगाया की कौन कौन है जो उसके पीछे लगे है फिर सफाई से एक मोड़ में काजल को क्लोरोफार्म सूंघा कर बेहोश कर दिया और वही पड़े एक कचरे के डिब्बे में डाल दिया और निकल गए ,शकील के आदमी पागलों की तरह पूरा शहर ढूंढते रहे लेकिन उनके आंखों के सामने रखे कचरे के डिब्बे पर उनकी नजर नही गई जिसे रात में मुन्सिपर्टी की गाड़ी उठाकर ले गई और काजल को सही सलामत गर्ल्स होस्टल के एक कमरे में पहुचा दिया गया...काजल ने होश में आकर कैसे रिएक्ट किया इसके मुझे पता नही लेकिन इतना जरूर जानता हु की उसने इतने नरक अपने इस जीवन में देखे है की कोई भी सिचुएशन उसे डरा नही सकती ..
चिंता में मेरे माथे में आया हुआ पसीना और भी बढ़ रहा था तभी मुझे खिड़की से आविनाश आता हुआ दिखा साथ ही कई चेले भी थे लेकिन वो सभी बाहर ही रुक गए..
“गुड मॉर्निंग सर “
मैंने उसे अंदर आता देख तुरंत ही विस् किया ..
“मादरचोद ..”
अविनाश मुझतक तेजी से बड़ा और चटाक ..
एक जोरो का झापड़ मेरे गालों में धर दिया..
“मादरचोद तुझे अपना भाई बोला,तेरी मदद की और मुझसे ही गद्दारी की तूने,जिससे मैं सबसे ज्यादा नफरत करता हु तुने मुझसे उसकी ही मदद करवाई ,रंडी के प्यार में तूने मुझसे ऐसा काम करवाया तेरी माँ को चोदू”
चटाक चटाक ..अविनाश मेरे बालो को पकड़कर मुझे मार रहा था,ये समझने में मुझे बिल्कुल भी देरी नही लगी की उसे काजल की असलियत का पता चल चुका है,अविनाश रंडियों का चहरा देखना भी पसंद नही करता था लेकिन उसके कुछ दोस्त पक्के रंडीबाज भी थे,और काजल तो शहर की सबसे फेमस वाली थी तो शायद कोई उसे पहचान गया होगा…
“वो तो गिरधारी ने उसे पहचान लिया वरना मैं तेरे कारण उससे मिलकर उसे बहन कहने वाला था...मादरचोद ..भाग जा और ले जा अपनी रांड को यंहा से ,तेरे कारण मैंने एक रांड को गर्ल्स कालेज में रखा है,तेरी माँ का “
मैं नीचे गिर चुका था और वो मुझे लातों से मार रहा था..अविनाश ने अभी तक काजल को नही देखा था और वो अब देखेगा भी नही क्योकि वो रंडियों का चहरा भी नही देखता,लेकिन मेरे लिए ये बड़ी आफत थी क्योकि काजल को वंहा से बाहर निकलना यानी हम दोनों की मौत पक्की ..
“सर आप जितना मरना चाहो मारो लेकिन मेरी बात तो सुनो,वो मर रही है भाई उसे केंसर है ..मेरी बात तो सुनो “
मैं नीचे पड़ा हुआ गिड़गिड़ा रहा था लेकिन वो मेरी बात सुनने के बिलकुल भी मूड में नही था…
“कल की मरने वाली आज ही मर जाए साली रांड ,दुनिया से भार ही कम होगा “वो मुझे और भी जोरो से मारने लगा था
तभी वंहा दो लोग और आ गए
“सर प्लीज एक बार उसकी बात तो सुन लीजिए,एक बार प्लीज् ...मेरी खतिर “
ये संजय सर थे..वो हांफ रहे थे शायद उन्हें पता चल गया था की मेरे साथ क्या हो रहा है ..
“तेरी खातिर मादरचोद तू भी खायेगा,तेरे कारण ह मैंने इस चूतिये की मदद की है “
अब अविनाश मुझे छोड़कर संजय सर को मारने लगा तब तक मैं खड़ा हो चुका था ..
“मारिये सर और जोर से मारिये मुझे भी मारिये और मार ही डालिये लेकिन एक बात याद रखिये वो भले ही जैसी भी है लेकिन मेरा प्यार है.,और कोई रंडी जानबूझकर नही बनती सर कभी वो भी एक अच्छी लड़की थी लेकिन शकील ने उसे रंडी बना दिया,कभी वो भी ऐसी लड़की थी जिसे आप बहन कह सकते थे लेकिन उसे उसके घर से किडनैप करके लाया गया ,उसे मारा गया उसके साथ ना जाने कितने बार बलात्कार किया गया,उसको अपना जमीर बेचने पर मजबूर किया गया,और उसे वो बना दिया गया जो मौत से भी गंदी जिंदगी है ...आप आज उसे भले ही कितनी भी गली दे दे लेकिन याद रखियेगा सर की असली गुनहगार काजल नही बल्कि उसे रंडी बनाने वाला शकील है ...वो तो एक मासूम लड़की थी आज भी वो उतनी ही मासूम है लेकिन लोगो ने उसकी मासूमियत को नही उसके जिस्म को देखा और आज उसके जिस्म का सौदा कर रहे है ,उस बेचारी को केंसर जैसी बीमारी है लेकिन ...काश की उसे आसान मौत आ जाती तो शायद उसे इस नरक जैसी जिंदगी से तो आजादी मिल जाती ,लेकिन नही मौत ने भी अपनी क्रूरता दिखाई अब अगर उसकी बीमारी बढ़ गई तो वो पल पल मरेगी,और हा सर आप मुझे भले ही चूतिया कहे लेकिन मैं उससे प्यार करता हु,वो मेरे लिए क्या है ये आप नही समझ पाओगे,उसने मुझे माँ के तरह प्यार दिया,बहन की तरह मेरा ख्याल रखा,वो आपके लिए एक रंडी होगी लेकिन मैंने कभी उसे उस नजर से ना ही देखा है ना ही छुआ है …….वो मेरे लिए एक देवी है सर ..”
मैं रोता हुआ नीचे बैठ गया था प्यारे ने मेरे कंधे पर अपना हाथ रखा,वही अविनाश मेरी बात को सुनकर रुक चुका था,वो कुछ देर तक कुछ भी नही बोल पाया …..
“तेरे लिए वो क्या है इससे मुझे कोई मतलब नही ,आज ही उसे होस्टल से निकल कर ले जा वरना मैं खुद उसे शकील के पास छोड़कर आऊंगा ,तेरे लिए होगी वो देवी मेरे लिए वो रंडी थी और रहेगी…”
अविनाश इतना ही बोलकर जाने के लिए मुड़ा था
“सर सोचिए की अगर कोई गुंडा तरुणा को किडनैप कर ले “
अविनाश तुंरत ही मुड़कर मुझे देखने लगा,तरुणा अविनाश की मुहबोली बहन थी जो हमारे ही कालेज में पढ़ती थी ,सभी जानते थे की अविनाश उसे अपनी सगी बहन से ज्यादा मानता था ..
तरुणा का नाम सुनकर उसके आंखों में अंगारे जलने लगे वही प्यारे और संजय सर तो ऐसे अकड़ गए जैसे सांप सूंघ लिया हो ..
“सोचिए की उसके साथ कई सप्ताह तक लगातार कई लोग बलात्कार करे “
“मादरचोद ..”अविनाश के सब्र का बांध टूट गया था उसने पास ही पड़ा हुआ डस्टर उठा कर मेरे सर में मार दिया,मेरे सर से खून बहने लगा था …
“और सोचिए की फिर उसे किसी रंडीखाने में फेक दिया जाए ,जब उसका जिस्म मौत से लड़ रहा हो तो भी उसके जिस्म का सौदा किया जाए “
“तेरी इतनी हिम्मत बहनचोद “
अविनाश मेरे ऊपर टूट पड़ा था उसने मुझे जमीन में गिरा दिया था और मेरे ऊपर चढ़कर घूंसों की बारिश कर दी थी ,मैं कुछ बोलता उससे पहले ही मेरे चहरे पर घूंसा पड़ जाता था ..
लेकिन फिर भी मैं बड़ी ही मुश्किल से बोलने लगा
“सर... ,,अगर ,,अपनी भूख मिटाने...के लिए...अपना जिस्म बेचने के सिवा कोई ….चारा ना बचे..”
इस बार अविनाश के मुक्कों की ताकत कम पड़ने लगी थी ...आखिर वो रुक गया लेकिन मेरे ऊपर से नही उठा,उसके हाथ मेरे खून से लाल हो चुके थे,मेरा पूरा चहरा खून से लथपथ था,मैं बेहोश होने की कंडीशन में था लेकिन कोई ताकत मुझे अब भी जगाए रख रही थी ….
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