RE: Behan Sex Kahani मेरी प्यारी दीदी
अब मैं मन ही मन खुश हुआ की यार आज तो किस्मत भी मेरा साथ दे रही है घर पे बस हम दो जने ही है जब दीदी कपडे चेंज करेंगी तो उन्हें नंगी देखने में ना किसी का डर रहेगा ना कोई प्रॉब्लम होगा दीदी अपने आप को कांच में देख रही थी मैं जान कर के दीदी के रूम मैं बेठ गया दीदी अपनी सुन्दरता को कांच मैं निहार रही थी तभी दीदी ने मुझसे पुछा " सोनू आज मैं कैसे लग रही थी साडी में मैंने कहा "बहुत अच्छी दीदी आप बहुत ही सुंदर लग रही थी 1 परी की तरह " दीदी ने कहा हा हा चल अब बहार जा मुझे कपडे चेंज करने है मैं समझ गया की दीदी आज वापस रूम मैं ही चेंज करेंगी और मैं बहुत खुश था क्यों की उनके रूम के दरवाजे मैं मैंने छेद कर दिया था दीदी ने दरवाजा बंद किया और मैंने दरवाजे के होल मैं से देखा दीदी ने अपने कंधे पे ब्लाउज पे से अपनी साडी की पिन हटाई और टेबल पे रखी तो वो पिन नीचे गिर गयी दीदी उसको उठाने के लिए नीचे झुकी और मुझे उनके ब्लाउज के गले मैं से उनके मोटे मोटे बोबे दिखाई दिए दीदी ने पिन उठा के टेबल पे रखी फिर नीचे बेठ कर अपनी पयाल उतरने लगी जब दीदी नीचे बैठी तो उनका साडी का पल्ला नीचे गिर गया और दीदी को मैंने ब्लाउज मैं देखा क्या लग रही थी दीदी खुले बाल होठो पे लिपस्टिक गले मैं चैन बहुत ही सुंदर
फिर दीदी अपनी पायल उतार के खड़ी हुई और अपनी साडी उतरने लगी दीदी के खुले हुए बाल थे कानो में इअर रिंग्स हाथो में चूड़ियाँ दीदी अपनी साडी उतार रही थी तो उनके लम्बे घने बड़े काले बाल उनके फेस पे आगये क्या सेक्सी लग रही थी मेरी दीदी फिर दीदी ने साडी उतार दी मैं दीदी के नंगे कोमल पेट को देख रहा था उनके नाभि के छेद को देख रहा था फिर मैंने दीदी को ब्लाउज और पेटीकोट में देखा और उनको ऐसे देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया फिर दीदी ने अपने ब्लाउज के हुक खोलने चालू किये मैं अपने खड़े लंड को सहला रहा था और देख रहा था की धीरे 2 दीदी अपने ब्लाउज के सामने से हुक खोल रही थी दीदी ने अपने ब्लाउज के ऊपर के 3 हुक खोले और मुझे दीदी की ब्रा की स्ट्रैप्स और उनके मोटे बोबो का बड़ा सा क्लीवेज दिखाई दिया कितनी हॉट लग रही थी मेरी दीदी खुले बाल होठों पे लिपस्टिक आँखों मैं काजल कानो में बड़े 2 एअर रिंग्स गले मैं चैन ब्लाउज के ऊपर के 3 हुक खुले हुए थोड़ी सी ब्रा दिख रही थोड़े से बड़े बड़े बोबे दिख रहे दीदी की ब्रा के स्ट्रैप्स बहुत टाइट लग रहे थे उसी से पता चल रहा था की दीदी के बोबे कितने मोटे और टाइट हैं फिर दीदी ने अपना ब्लाउज पूरा उतार दिया अब मेरी दीदी मेरे सामने अपनी ब्रा मैं थी कितनी सेक्सी लग रही थी दीदी ब्रा मैं फिर पता नहीं उन्हें क्या हुआ वो उन्होंने वापस अपनी साडी ऐसे ही लपेट ली और अपनी ब्रा के ऊपर साडी का पल्ला डालने लगी शायद वो देखना चाहती थी की उनके बोबे कितने मोटे है और कितने बाहर आते है
ब्रा में से क्या मोटे मोटे बोबे लग रहे थे दीदी के मैं सोच रहा था की ये कब आयेंगे मेरे हाथ में फिर दीदी अपने आप को ब्रा पहने हुए कांच मैं देखने लगी और मुझे दीदी के बोबो का साइड पोज़ दिखा उनकी ब्रा में से फिर दीदी ने अपना पेटीकोट भी उतार दिया और साडी को ढंग से रखने लगी मेरी दीदी मेरे सामने अब ब्रा और पेंटी में थी दीदी साडी ढंग से रख रही थी और उनकी पीठ मेरे तरफ थी मैं दीदी को पीछे से ब्रा पेंटी मैं देख रहा था क्या टाइट और चिकनी गांड थी दीदी की तभी दीदी पलटी और मुझे मेरी दीदी को ब्रा और पेंटी मैं से सामने से देखने का मौका मिला मैं अपने लंड को हिलाने लगा कितनी सेक्सी लगती है मेरे बहिन ब्रा और पेंटी में चिकना गोरा कोमल बदन टाइट ब्रा लोवेस्ट पेंटी बिलकुल सेक्स की देवी लग रही थी मेरी दीदी मैं अपना लंड जोर 2 से हिलाने लगा उन्हें ब्रा पेंटी में सामने से देखते हुए मैं उन्हें ब्रा पेंटी में से देखते हुए लगा की कब मैं इनकी ब्रा उतार के इनके बोबे दबाऊंगा इनके निप्पल चुसुंगा इनकी चड्डी उतार के इनकी चूत पे हाथ फेरूंगा इनकी चूत चाटूंगा...दीदी मेरे सामने ब्रा पेंटी में खड़ी थी और अपनी साडी हेंगर कर रही थी वो जब भी झुकती मुझे उनकी प्यारी चिपकी हुई लो वेस्ट पेंटी में से उनकी कोमल गांड के दर्शन होते दीदी ने साडी हेंगर की और बेड पे ब्रा पेंटी में ही लेट गयी मैं उन्हें दरवाजे के छेद में से सामने से देख रहा था मैंने नीचे से ऊपर तक उन्हें लेटे हुए देखा गोरी टांगें फिर उनकी गोरी चिकनी जांघें उसपे उनकी छोटी सी पतली सी पेंटी जो सामने से उनकी चूत का शेप बना रही थी फिर उनके मोटे २ नरम 2 ब्रा में क़ैद बोबे जो बहुत अच्छा शेप बना रहे थे दीदी के हाथ उनके बालो पे थे उनके चिकने साफ़ अंडर आर्म्स मेरी दीदी कितनी सेक्सी लग रही थी उस तरह लैटे हुए तभी दीदी बैठ गयी थोडा सा मुस्कुराई और अपने पर्स में से अपना सेलफोन निकाला और फोन करने लगी मुझे दीदी की बातें साफ़ सुनाई दे रही थी दीदी अपने bf से बात कर रही दीदी ने फोन करके बोला "हेलो !! क्या कर रहे हो मैं तो आज शादी में गई थी , हा हा पता था मुझे तुम यही पूछोगे नालायक इन्सान की क्या पेहेन के गयी थी चुप हो जाओ नहीं बता रही हे देखो देखो कैसे तरस रहे हो जानने के लिए , साडी पेहेन के गयी थी सबने कहा की मैं बहुत सुंदर लग रही थी , हा बस यही पूछना तुम ब्रा पेंटी पेहेन रखी थी अंदर और क्या उम् ब्लैक कलर की पेंटी थी और ब्लैक कलर की ब्रा जानू , तुम्हे पता है की अभी मैं किस कंडीशन में हु , अगर देख लेते तो पागल हो जाते तुम , नहीं बता रही , अच्छा बाबा बताती हु वो मैं हे ना अपने कपडे चेंज कर रही थी , हा साडी भी उतार दी और ब्लाउज और पेटीकोट भी , हा बस ब्रा पेंटी में ही हू , हा हा तुम्हारा तो हमेशा ही खड़ा हो जाता है , हा बोलो ना करुँगी जो तुम बोलोगे , पागल हो क्या नहीं , यार मुझे शर्म आती है ना "
मुझे दीदी की बातें सुन कर इतना ज्यादा इरोटिक फील हो रहा था की मैं बता नहीं सकता मेरी दीदी मेरे सामने आधी नंगी होक अपने bf से फोन पे बात कर रही थी और उसे बता भी रही थी की वो इस समय ब्रा पेंटी में है दीदी की बातों से मुझे एस लगा की उनका bf उनसे कुछ करने को कह रहा है और दीदी को शर्म आ रही है तभी दीदी ने अपना हाथ अपने बोबे पे फेरा अब मुझे समझ आगया था की ये लोग फोन सेक्स कर रहे है और उनका bf उन्हें खुद को टच करने की कह रहा है मैं भुत ज्यादा excited था मैंने और ध्यान से दीदी की बातें सुनी " हा जणू कर दिया न अब मत बोलना एस कुछ भी , अरे यार किया न अभी , नहीं जणू वापस नहीं प्लीज यार समझो न मुझे शर्म आ रही है ना , जब तुम रहोगे सामने तो तुम ही कर देना , अच्छा है " और तभी दीदी ने अपने दोनों हाथ से अपने दोनों बोबो को दबाया उन्हें सहलाया फिर अपने ब्रा के कप मे हाथ दाल कर अंदर से अपने बोबो को दबाने लगी उन्हें सहलाने लगी मेरा लंड तो फटने की हालत में अगया था मेरी दीदी मेरे सामने खुद अपने हाथो से अपने बोबो को सहला रही थी उन्हें दबा रही थी , फिर दीदी ने कहा "लो दबा दिए मैंने ब्रा के ऊपर से भी और ब्रा के अंदर से भी हा अभी मेरे दोनों बूब मेरे हाथ मैं ही है ".फिर दीदी ने कहा "लो दबा दिए मैंने ब्रा के ऊपर से भी और ब्रा के अंदर से भी हा अभी मेरे दोनों बूब मेरे हाथ मैं ही है " मैंने कभी सोचा भी नहीं था की मुझे एसा नजारा भी कभी देखने को मिल सकता है और ना मैंने ये सोचा था की मेरी दीदी अपने bf को ये सब बतायेंगी की मैं आधी नंगी हु तुम खुद ही मेरी ब्रा खोल देना मेरे बोबे दबा लेना।।।दीदी को इसी हालत में देखते हुए मुझे मेरे लंड पे काबू नहीं किया जा रहा था दीदी भी अपने बोबो पे हाथ फेर रही थी ब्रा के अंदर से बहार से फिर दीदी ने बोला "हा जानू बोलो , अच्छा लग रहा है , हा ब्रा पेहेन रखी है अभी , ब्रा के ऊपर से हाथ फेर रही हु , हा नीचे गीला गीला सा लग रहा है , पेंटी मे और कहा सब जानते हो तुम जान कर के पूछते हो मुझसे , हा बहुत डिस्चार्ज हो रहा है और excited फील हो रहा है " ये सब बातें दीदी के मुह से सुन सुन के मुझे और भी मजा आ रहा था के मेरी दीदी भी गरम हो रही ही है उनके प्यारी चिकनी कोमल चूत में से पानी निकल रहा है , तभी दीदी ने अपनी ब्रा के 1 कप को नीचे कर दिया और उनका 1 बोबा बहार आ गया मैंने आज पहली बार इतना इरोटिक और सेक्सी सीन देखा था दीदी को किसी और के साथ फोन सेक्स करते हुए देखना उन्हें धीरे 2 किसी और के कहने पर अपने कपडे खोलते हुए देखना कितना मजा था इसमें ,
मैंने 1 बात नोटिस की कि दीदी अब अपने bf को किसी भी बात के लिए मना नहीं कर रही थी शायद उन्हें भी सेक्स अच्छी तरह से चढ़ चूका था दीदी ने अपनी ब्रा के कप को नीचे किया और अपने नंगे बोबे को सहलाने लगी उसे दबाने लगी दीदी के निप्पल बहुत ही प्यारे थे ब्राउन कलर के बिलकुल छोटे 2 वो कितनी excited थी इस बात का पता उनके खड़े हुए निप्पल को देख के ही पता चल रहा था उनका निप्पल बिलकुल टाइट खड़ा था , फिर दीदी ने अपनी ब्रा के दुसरे कप को भी नीचे कर दिया और अब उनके दोनों बोबे उनकी ब्रा में से बाहर आगये थे कितने प्यारे मोटे गोरे गोरे और मुलायम बोबे थे मेरी प्यारी दीदी गोरे बोबे उनके ऊपर छोटे 2 से ब्राउन निप्पल्स बहुत ही सेक्सी लग रहे थे फिर दीदी ने कहा "ह्म्म्म्म , मजा आ रहा है , हा मैंने अपनी ब्रा के दोनों कप्स नीचे कर दिए है हा जानू , मेरे निप्पल्स ब्राउन कलर के है हा खड़े हुए है , हा आओ ना चुसो ना मुझे बहुत अच्छा लग रहा है जानू , हा जानू मेरी वेजिना से काफी ज्यादा डिस्चार्ज हो रहा है मैं बहुत excited फील कर रही हु , मेरी पेंटी पूरी गीली हो गयी है " और तभी दीदी ने वो किया जिसकी मैंने कभी उम्मीद नहीं की थी दीदी ने अपना हाथ अपने बोबे को दबाते हुए अपनी पेंटी के अंदर दाल दिया अब मुझसे काबू न हुआ जिस लड़की को नंगी देखने के लिए मैंने इतने दरव्जो मे छेद किये आज वो मेरे सामने ऊपर से पूरी नंगी होके अपनी चड्डी मे हाथ डाल रही है ये सब देख कर मुझसे रहा ना गया और मैंने अपना लंड निकाला और जल्दी 2 पागलो की तरह हिलाना शुरू कर दिया अपनी दीदी को इस कंडीशन में देख के मुठ मारने मे कितना आनंद आता है मैं बयां नहीं कर सकता थोड़ी ही देर मे मैं झर गया मैंने सार मूट दीदी के रूम के दरवाजे पे ही निकाल दिया था मैं वहां से जल्दी उठा पोछा लाया मूट साफ़ किया जमीन पे से फिर वापस छेद में से देखा तो दीदी ने अपनी पेंटी में हाथ डाल रखा था अब मुझे थोड़ी जेलेसी होने लगी क्योंकि मेरा काम तो हो चूका था और कोई और लड़का मेरी दीदी के मजे ले या मेरी दीदी किसी और से मजे ले ये मुझसे सहा नहीं गया और मैंने फोन उठाया और मम्मी को फोन किया
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