RE: Hindi Porn Story चीखती रूहें
"अर्रे....मेरा अनुमान तो ये था कि आप अधिक से अधिक 18 साल से ज़्यादा की हो ही नहीं सकतीं." इमरान ने आँखें फाडे फाडे कहा.....फिर जल्दी से बोला...."मगर नहीं. मुझे हैरत क्यों हो रही है इस पर. क्या मैं ने आप की पेशानी पर चमकने वाले तारों को नहीं देखा था. खैर हां तो आप की उमर 25 साल है तो........."
इमरान खामोश हो कर कुच्छ सोचने लगा. उस के होंठ धीरे धीरे हिल रहे थे......जैसे बे-आवाज़ कुच्छ कह रहा हो. अगता की
दिलचस्पी बढ़ती जा रही थी. उस ने चाइ की केटली पर झुकते हुए कहा. "मैं अपने फ्यूचर के बारे मे बहुत बेचैन रहती हूँ."
"हुन्न्ं....." इमरान चौंक कर बोला "क्या कहा आप ने?"
अगता ने अपनी बात फिर दुहराई. इमरान ने सर हिला कर कहा "आप का फ्यूचर बहुत शानदार है. क्या आप बता सकती हैं कि
मोस्सीओ मिकेल कब से इस हाल मे गिरफ्तार हैं?"
अगता ने तुरंत उत्तर नहीं दिया.
अब वो चूल्हे से केटली हटा कर उस की जगह फ्राइयिंग पॅन रख रही थी. उस के पाद उस ने कुच्छ मटन पीसीज निकाले और उन्हें
फ्राइयिंग पॅन में डाल कर गरम करने लगी.
वो कुच्छ सोच रही थी. आख़िर उस ने कहा "क्या आप उस पवित्र काले दिल वाले से परिचित हैं.....जो जंगल मे चीखने वाली रूहों का मालिक है?"
"मैं नहीं समझा."
"फादर स्मिथ.....जो सारे आइलॅंड के लिए जान का ख़तरा बना हुआ है. उस का मकान अक्सर खाली पड़ा रहता है.....लेकिन लोगों का विचार है की वो वहीं रहता है."
"मैं कुच्छ भी नहीं जानता उस के बारे मे." इमरान ने कहा और किसी सोच मे पड़ गया.
"वो एक डरावना आदमी है. पादरी के रूप मे भेड़िया. वो इस आइलॅंड को समंदर मे डूबा देना चाहता है. हां तो मिकेल भी उसी के भक्तों मे से था. पोलीस ने एक बार स्मिथ के मकान पर राइड किया था. उसी समय उसके भक्तों का गिरोह टूट गया. लेकिन पादरी स्मिथ पोलीस
के हाथ ना आ सका. हलाकी दूसरे दिन भी वो उसी इमारत मे दिखाई दिया था. अब भी अक्सर दिखाई देता है. मगर पोलीस बेबस है.
शैतानी चक्कर के आगे पोलीस की क्या चलेगी."
"मगर पोलीस क्यों? मैं ने आज तक नहीं सुना कि कहीं की पोलीस ने किसी जादूगर मे रूचि ली हो." इमरान ने कहा.
"ठीक है......मगर पोलीस का ख़याल है कि वो इस जादूगरी की आड़ मे कोई गैर-क़ानूनी गतिविधि कर रहा है. स्मिथ के भक्त को भी
खंगाला गया लेकिन उन के खिलाफ कुच्छ भी साबित नहीं किया जा सका.......मिकेल भी नहीं बचा."
"लेकिन वो अब भी उस भूतों के जंगल मे घूमता फिरता है." इमरान ने कहा.
"अर्रे....उसे थोड़ा भी इसकी चिंता नहीं थी कि पोलीस उन मे दिलचस्पी ले रही है."
"अच्छा आइलॅंड के साधारण निवासियों का क्या विचार था स्मिथ के बारे मे?"
"वो उसे केवल एक ऐसा जादूगर समझते हैं जिस के क़ब्ज़े मे दुष्ट-आत्माएँ हैं."
इमरान ने चिंताजनक ढंग से सर को हिलाया.
"अकेला मिकेल ही नहीं है...." अगता ने कुच्छ देर बाद कहा...."केयी और भी हैं जो इसी तरह पागल हो गये हैं. उन मे से कोई खुदा
की तलाश मे है. कोई अपनी प्रेमिका की याद मे पछाड़ ख़ाता है. एक तो ऐसा है जो दिन रात जंगल मे अपना गधा ढूंढता रहता है.
हलाकी उसके बाप के पास भी कभी कोई गधा नहीं था. ये सब जंगल मे भटकते फिरते हैं."
"ख़तरनाक रूहे..." इमरान ने ठंडी साँस ली. "वो आइलॅंड को सच मुच डूबा देना चाहती हैं. किसी दिन बहुत बड़ा तूफान आएगा....पहाड़ों सी उँची लहरें आइलॅंड पर चढ़ आएँगी. एक भी नहीं बचेगा."
"नहीं....." अगता डरी हुई आवाज़ मे बोली. "ऐसा ना कहिए मोस्सीओ."
"मजबूरी मे कहना पड़ता है मेडम. जब हम भूकों मर जाएँगे तो यही होगा. वैसे हमारे जीते जी तो ऐसा होना अस्म्भव है."
"फिर बताइए मैं आप के लिए क्या करूँ?"
"मुझे और मेरे साथियों को भूकों मरने से बचा लीजिए. और किसी से भी हमारी चर्चा नहीं कीजिए."
"मैं यही करूँगी."
"और कोशिश कीजिए की मोस्सीओ मिकेल यहाँ से ना निकलने पाएँ."
"अगता ने मटन पीसस उस के सामने रख दिन और बोली...."मैं उसे बंद ही रखती हूँ. लेकिन कुच्छ समझ मे नहीं आता कि वो कैसे निकल जाता है."
"रूहे...."
"ओह्ह...." अगता उच्छल पड़ी.....और भयभीत स्वर मे बोली...."यहाँ भी....आती हैं रूहे?"
"एकदम आती हैं." इमरान ने नातुने सिकोड कर ज़ोर ज़ोर से साँसें लीं. उसी तरह जैसे रूहों की उपस्थिति को सूंघने का प्रयास कर रहा हो. फिर सर हिला कर बोला...."बिल्कुल आती हैं. मगर पूरी तरह नहीं....केवल अपनी परच्छाइयाँ डालती हैं."
"तो फिर हम सब ख़तरे मे हैं."
"निश्चित रूप से. आप सब भी जंगल की खाक छान सकते हैं." इमरान ने उत्तर दिया.
अगता के चेहरे पर हवाइयाँ उड़ने लगीं.
"डरिये नहीं. मैं आप को एक जादु यन्त्र(तावीज़) दूँगा. और आप सब उन रूहों से सुरक्षित रहेंगे." इमरान ने मटन पीसस पर हाथ सॉफ करते हुए कहा.
एनीवे नाश्ता तगड़ा ही हुआ था. पेट भर जाने के बाद उसने पेन और पेपर माँगा ताकि तावीज़ लिख सके.
तावीज़ कुच्छ इस तरह था.........
"सय्याँ ने उंगली मरोड़ी रे,
राम कसम शर्मा गयी मैं."
उस ने उसे तावीज़ की तरह तह कर के उस की तरफ बढ़ाते हुए कहा. "कल सुबह जब सूरज निकले तो.....इसे दाहिनी मुट्ठी मे दबा कर पूरब की तरफ मूह कर के खड़ी हो जाइएगा. केवल पाँच मिनूट ऐसे रहना पड़ेगा. फिर उसके बाद इसे मकान के भीतर ही कहीं दफ़न
कर दीजिएगा. मेरा दावा है की आप लोग रूहों की बुराइयों से सुरक्षित रहेंगे. लेकिन मोस्सीओ मिकेल पर ये परछाईं थोड़ा गहरा है. इस लिए उन का मामला ज़रा देर से सुलझेगा."
"थॅंक यू मोस्सीओ...." अगता ने तावीज़ उस के हाथ से लेते हुए कहा. "मैं किस को भी नहीं बताउन्गि और आप लोगों की मदद भी करूँगी. मगर आप कहाँ से आए हैं."
"मिस्र.....(ईजिप्ट)"
"ओह्हो....मिस्री जादूगर.....!"
"हां....मैं फ़िरों के मक़बरे मे बैठ कर उस की रूह के साथ लुडो खेला करता था." इमरान ने फ्रेंच भाषा मे कहा......और फिर हिन्दी
मे बड़बड़ाया...."ऐसा झूट अगर शैतान भी बोलता तो उसका कलेजा फॅट जाता."
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