RE: Hindi Porn Story चीखती रूहें
जोसेफ मकान की बाउंड्री से बाहर नहीं निकल सकता था........और निकलने की ज़रूरत भी क्या थी.....जब की शपलली की भी ज़रूरत बाकी नहीं रही थी. क्यों कि सुतरां के पास भी मकाय की शराब का बड़ा सा भंडार था. अगता अपने बाप से छुप कर उसके लिए शराब निकालती रहती थी. लेकिन वो एक दूसरे से बात नहीं कर सकते थे. क्यों की अगता फ्रेंच ही बोल सकती थी और जोसेफ इंग्लीश, अरबिक या फिर अपनी मदर टंग आफ्रिकन ट्राइब्स वाली बोली.
हलाकी वो फ्रेंच नहीं समझता था लेकिन ये तो देखता ही था कि इमरान अगता जैसी आदी तिर्छि आँखें रखने वाली औरत पर क़ुरबान हुआ जा रहा है. उस का मूह हैरत से खुल जाता. वो जानता था कि इमरान को औरतों और लड़कियों की थोड़ी सी भी परवाह नहीं होती. जूलीया जैसी खूबसूरत लड़की का हाल देख ही चुका था. मगर ये औरत.....अगता, उस मे आँखों की सब से क्लियर खराबी के अलावा था ही क्या? लेकिन इमरान के अंदाज़ से ऐसा लगता था जैसे वो अब तक उसी के नाम पर कुँवारा बैठा रहा हो.
मिकेल के बारे मे उसे पता तब चला जब उसे दिन का खाना दिया जा रहा था......और वो अगता पर चिंघाड़ने लगा था. उस ने क्या कहा था ये तो उस की समझ मे नहीं आ सका......लेकिन लोहे की सलाखों के पिछे उस ने दो ऐसी आँखें ज़रूर देखी थीं जिन से खून टपक रहा था.
जो किसी क़ातिल ही की आँखें हो सकती थीं.
"ये कॉन है बॉस?" उस ने इमरान से पुछा.
"अगता का हज़्बेंड." इमरान ने उत्तर दिया.
"होली फादर.......!! जोसेफ की आँखें हैरत से फैल गयीं.
"क्यों.....? तुम्हारा दम क्यों निकल गया?"
"वो पति को कमरे मे बंद कर के तुम से चुहल करती है बॉस. माइ गॉड....!!"
"मुझ से इश्क़ हो गया है उसे. इस लिए सब ठीक है. तुम्हें शराब और चाहिए?"
"क्या तुम्हें उस से घिन नहीं आती?"
"अब्बे....मुझे भी उस से इश्क़ हो गया है.....क्या बकता है."
"हाएन्न.....तुम्हें भी...??" जोसेफ उछल पड़ा...."नहीं बॉस...."
"क्यों नहीं.....?" इमरान ने आँखें निकालीं.
"ऐसी औरत जिस की आँखें......यानी कि.....मैं क्या कहूँ बॉस. शायद मेरा ही दिमाग़ खराब हो गया है."
"ज़रूर यही बात होगी. वरना ऐसी आँखें तो निकलवा लेने के लायक होती हैं. अबे....एक आँख से मुझे देखती है......और दूसरी से पति को.....दफ़ा हो जाओ."
"ज़रूर कोई जादूगरनी है." जोसेफ धीरे से बड़बड़ाता हुआ अपने रूम की तरफ चला गया.
इमरान को बहुत कुच्छ करना था. ज़रूरी था कि शहर की तरफ जाता......और बाली के ठिकानों का पता लगाने की कोशिश करता. सीधी बात है कि रॉबर्टू वाली घटना के बाद से पादरी स्मिथ वाली इमारत तो पोलीस की निगाहों मे आ गयी थी. इस लिए वो बाली के लिए बेकार ही हो गयी होगी.
एनीवे.....इमरान अपने साथियों के लिए परेशान था. पता नहीं बाली उन से कैसा बिहेव करे. अगर वो भी पोलीस के हवाले कर दिए गये तो उसे बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा. उन की रिहाई ही असंभव हो जाएगी.
अगता ने मिकेल के कपड़ों का बॉक्स उसके सामने रख दिया. इमरान ने एक सूट चुन तो लिया लेकिन वो सोच रहा था कि ज़रूरी नहीं
कि कपड़े उसके शरीर पर आ ही जाएँगे. मिकेल का कद उस से अधिक था.
मेक-अप का कुच्छ सामान उसके पास पहले से ही था.......और रिवॉल्वार के साथ ही थोड़े कारतूस भी थे. पादरी स्मिथ की कोठी से भागते हुए वो बस इतनी ही चीज़ें साथ ला सका था......और उन्हें हर समय पास ही रखता था. ये बॅग उस समय भी उसके कंधे से लटका हुआ था जब पिच्छले दिन उसने झरने पर से फल तोड़े थे.
(जारी)
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