RE: Hindi Kamuk Kahani जादू की लकड़ी
वो उठ खड़ी हुई और मुझसे दूर जाने लगी ,मैंने तुरंत ही वंहा रखे एक पिलो को उठा लिया और अपने घुटनो के बल प्रपोज करने वाले स्टाइल में बैठ गया …
“रश्मि मेरी जान ...मेरे दिल की धड़कन...जब जब दुनिया ने मुझे ठुकराया तुमने मुझे सहारा दिया,जब जब दिल में उदासी छाई तुमने मुझे खुशी दी ,मैं तुम्हारा धन्यवाद कैसे करू क्योकि उसके लिए मेरे पास कोई शब्द ही नही है,तुमने मुझे जो प्यार दिया है उसके बयान के लिए कोई शब्द पर्याप्त भी नही है …….आई लव यु मेरी जान….लेकिन याद रखना ये सिर्फ 3 ही शब्द है और मेरा प्यारे को बताने के लिए बिल्कुल ही नाकाफी भी …मैं इससे कही ज्यादा तुमसे प्यार करता हु ,इतना की मैं कह भी नही सकता जता भी नही सकता ,दिखा भी नही सकता …….फिर भी मैं कहता हु आई लव यू रश्मि …”
रश्मि मेरे सामने ही खड़ी थी ,उसकी आंखों में आंसू थे ,उसने वो पिलो पकड़ा और मुझे जोरो से मारने लगी ,और सीधे मेरे गले से लग गई ……
“कान तरस गए थे मेरे ये सुनने के लिए लेकिन तुम्हे तो मेरी कोई फिक्र ही नही है आई लव यू ,आई लव यू माय लव ..“
वो मेरे गालो को बेतहासा चूमने लगी और फिर से मुझे जकड़ लिया
,मैं उसके बालो को सहला रहा था ,
“दीदी आप रो क्यो रही हो इसने आपको कुछ कहा क्या ..”
एक भोली सी आवाज सुनकर हम अलग हुए ये भीष्म का बेटा और रश्मि का चहेरा भाई था ..
उसे देखकर हमारे चहरे में मुस्कान आ गई ,और रश्मि ने उसे अपने गोद में उठा लिया …
“नही बाबु ,ये हमारे बड़े अच्छे दोस्त है हल्लो करो ..”
“हैल्लो हम राजकुमार कुँवर सिंह है और आप ..”
उस बच्चे इन मेरी ओर हाथ बढ़ाया …
“बेटा हम आपकी दीदी के दोस्त है राज ..”
“आप राजकुमार नही हो …??”
“नही बेटे हम राजा है राजा राज चंदानी …”
“ये कैसा नाम हुआ ?”बच्चे ने भोली सी आवाज में कहा
मेरी बात को सुनकर रश्मि हँसने लगी ..
“रहने दो तुम्हारे नाम में ये राजा वाजा फिट नही होता ,बाबू चलो जाओ हमे अपने दोस्त के साथ पढाई करनी है “
“ओके दीदी एक पु दो ना “
मैं अचरज से देख रहा था की ये क्या पु है ,लेकिन रश्मि ने उसके गालो में एक जोर की पप्पी दी ,उसने भी रश्मि को एक पप्पी दी तब समझ आया की ये पु क्या है…..
वो वंहा से भागता हुआ बाहर चला गया …
“पापा इसे बहुत प्यार करते है ,इन्हें अपने पिता का नाम दिया है “
मैं रश्मि को ही घूर रहा था …
“क्या हुआ ..”उसने आंखे बड़ी करके कहा
“मुझे भी एक पु दो ना “
वो खिलखिलाई और मेरे कंधे में जोर का मुक्का मार दिया …
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