Hindi Kamuk Kahani जादू की लकड़ी
03-19-2020, 12:23 PM,
#72
RE: Hindi Kamuk Kahani जादू की लकड़ी
अध्याय 46

मैं ऑफिस पहुंच चुका था, ऑफिस पहुंचते ही समीरा मुझे देख कर मुस्कुराने लगी पता नहीं उसकी मुस्कान में आज किस तरह की खुमारी थी ,एक नशे से था, बहुत ही मादक एक झीनी सी मुस्कान लेकिन किसी का भी कत्ल करने के लिए काफी धीरे-धीरे मैं उसकी तरफ आकर्षित होता गया...

“ हाय राज”

“हाय समीरा”

“ कल ऐसा क्या हो गया था कि तुम भागते हुए चले गए “

“कुछ नहीं यार बस थोड़ा काम था”

“ ओक तो ऑफिस का काम करना है या फिर ..?”

समीरा इतना ही बोल कर रुक गई. मैं भी उसे देख कर मुस्कुराने लगा..

“ तुम बताओ तुम क्या चाहती हो” मैंने उससे कहा ,उसने अपनी मादक हंसी से पूरे माहौल को एक नया ही रूप दे दिया था, वह इठलाते हुए मेरे पास आई वह और मेरे गोद में बैठ गई मैं उसकी जांघों को सहला रहा था..

“लगता है लोहा गरम है” उसने मुस्कुराते हुए मुझसे कहा, हां मेरा लोहा गरम था और वह उसके भारी नितंब हो में चुभ रहा था, उसने बड़े ही आहिस्ता से अपने नितंबों को हिलाना शुरू किया, मैं बस खामोशी से इस मजे में डूब रहा था ,मेरे हाथ उसके स्कर्ट को ऊपर सरकाते हुए उसकी योनि तक पहुंच गये थे, वह पूरी तरह से गीली थी, काम रस फूट-फूटकर निकल रहा था ,मैंने भी अपनी उंगलियां उस रस में भिगोकर सीधे योनि के द्वार में सरका दिया ,वो कूद पड़ी, न जाने क्या था उसके अंदर जो इतनी मतवाली हो रही थी मुझसे भी अब रहा नहीं गया मैंने उसे अपनी गोद में उठा लिया और सीधे उस कमरे की तरफ चल पड़ा

जिस्म से कपड़े निकालने में हमने कोई देरी नहीं की हम दोनों मतवालों की तरह एक दूसरे से जुड़ गए और मस्तियों का दौर शुरू हो गया था …

मैंने उसकी गीली योनि में अपने लिंग को सेट किया ही था की उसने मुझे रोका …

“क्या हुआ “मैंने हवस में जलती हुई उसकी आंखों को देखा

“राज इसी छेद में कभी तुम्हारे पिता जी ने अपना लिंग प्रवेश करवाया था ,पहला उद्घाटन भी उन्होंने ही किया था,और आज तुम भी अपने लिंग को यंहा डालने वाले हो ..”

उसने मुस्कुराते हुए कहा ..

“तो..”

“तो एक तरह से मैं भी तुम्हारी माँ हुई ना ,और अब तुम मादरचोद बन रहे हो “

वो हल्के से हँसी लेकिन ये जोक मुझे बिल्कुल भी पसंद नही आया ..

“मादरचोद मेरी मा होने का कह उसे है जिससे मेरे बाप ने शादी की थी तू तो बस उनकी रंडी थी “उसकी बात सुनकर मेरा माथा ही गर्म हो चुका था और साथ ही मुझे पता ही नही चला की कब मेरा हाथ उसके मुह को दबोच चुका था ,मैं उसके दोनो गालो को अपने हाथो से दबोच लिया था ..

“सॉरी सॉरी राज ,मुझे नही पता था की तुम इतना बुरा मान जाओगे “

“तमीज से रहेगी तो रानी बनाकर रखूंगा वरना ...वरना रंडी से भी बत्तर कर दूंगा तेरी हालत “

मैं अभी हवस के नशे में तो था ही लेकिन मुझे गुस्सा भी आ गया था ..

“माफ कर दो बेबी ..”

“नही रांड तूने जो किया उसकी सजा तो तुझे मिलकर रहेगी “

मैंने उसे पलटा और उसके चूतड़ों से अपने लिंग को लेजाकर सीधे उसकी योनि में घुसा दिया ,मेरा लिंग किसी ड्रिल की तरह उसके योनि में समा गया था ,वो बहुत ही गीली थी लेकिन मेरा लिंग जाते ही उसकी चीख निकल गई ..

“आह ,ओ बेबी तुम्हारा तो बहुत बड़ा है ,और कड़ा भी है “

“अब मजे ले मेरी रांड “

मैं तूफानी धक्के लगाने लगा ,उसकी सिसकिया बढ़ने लगी थी ,नरम गड्ढे की वजह से वो उछल जाती और मैं उसे फिर से दबा दिया ,ऐसा लग रहा था जैसे इस बिस्तर में कोई स्पंज सा लगा हो ,उछल उछल कर चुदवाना किसे कहते है मुझे आज समझ आ रहा था ….

“बेबी यु आर ग्रेट ..”

समीरा ने अपनी टूटती हुई सांसो के साथ कहा,ना जाने कितना समय बीत चुका था वो भी बेहाल थी और मैं भी …

“सच में किसी को रंडियों जैसे चोदने का भी अपना ही मजा है “

मैंने हांफते हुए कहा ..और वो जोरो से हँस पड़ी

“जब भी गुस्सा आये तो वो गुस्सा मेरे ऊपर निकाल लिया करो बेबी “

उसने अपने भीगे हुए होठो से मेरे गालो को चूमा ,मैंने भी उसके होठो को अपने होठो से मिला लिया ..

“थैंक्स फ़ॉर आल थिस समीरा,तुम सच में बहुत ही सेक्सी हो ,अब प्लीज वो कैमरा मुझे दे दो जिससे तुम ये सब रिकार्ड कर रही हो “

“क्या??”वो चौककर खड़ी हो गई ,जबकि मैं उसे देखकर बस मुस्कुरा रहा था ….

“तुम खुद देती हो या फिर मैं ढूंढकर निकाल लू “

मैं अब भी मुस्करा ही रहा था …

“तुम ये क्या बात कर रहे हो राज ,यंहा कोई कैमरा नही है “

“अच्छा ..समीरा बेबी तुमने तो मुझे सच में बच्चा ही समझ लिया ,याद रखना रश्मि मेरी जान है ,और उसे मुझसे कोई भी जुदा नही सकता ना तुम ,ना ही तुम्हारा वो भैरव सिंह,मुझे पता है की वो ऐसे वो रश्मि को मुझसे जुदा नही कर पायेगा,लेकिन अगर हमारे अभी हुए सेक्स का वीडियो रश्मि तक पहुच गया तो जरूर वो मुझसे दूर हो जाएगी ,यही सोचा होगा ना भैरव ने ..लेकिन तुम दोनो ने सच में मुझे बच्चा समझ लिया ..”

वो आंखे फाडे मुझे देख रही थी ,वो अपना सर पकड़ कर बिस्तर में बैठ गई ,वो मरजाद नंगी थी और उसके यौवन को अभी अभी मैंने निचोड़ा था लेकिन फिर भी उसे देखकर मेरा लिंग फिर से फुंकार मारने लगा था ,मैंने उसके हाथो को पकड़कर उसे बिस्तर में खीच लिया और उसके ऊपर चढ़ गया ..मैंने उसके बालो को सहलाया ,उसके होठो में अपनी उंगलिया हल्के हल्के से चलाई .मैं उसके आंखों में देखने लगा,मैंने वही किया जो मैं करता हु ,और उसकी आंखे नशे की गिरफ्त में जाती गई ..

“समीरा तुम बेहद ही खूबसूरत हो ,तुम्हारी जैसी लड़की को मैं कोई भी तकलीफ नही देना चाहता ,मैं तुम्हे अपने करीब रखना चाहता हु हमेशा के लिए ,तुम्हे हर चीज मिलेगी ,पैसा सहारा हर चीज जो तुम चाहो..आज भी मैं भैरव से ज्यादा ताकतवर हु ,तुम ये बात जानती हो ना “

उसने अपना सर हा में हिलाया

“इसके अलावा मैं तुम्हे ना जाने क्या क्या दे सकता हु ,मुझसे बेहतर दुनिया में कोई तुम्हे सेक्सुअली सेटिस्फाई नही कर सकता है ना ..”

ये कहते हुए मैंने अपने लिंग को फिर से उसकी योनि में डाल दिया …

“आह हा मैं जान गई हु ..”

“तो बेबी कैमरा कहा है ?”उसने मेरी आंखों में देखा और जोरो से मेरे होठो को अपने होठो में ले लिया ..

“बेबी थोड़ा जोर से “उसकी आवाज ऐसी थी जैसे वो किसी भारी नशे में हो लेकिन मैं रुक चुका था …

“कैमरा ??”

“एक उधर और दूसरा उस पेंटिंग के ऊपर ,अब करो ना जल्दी “

मेरे होठो में मुस्कान फैल गई और मैंने अपने लिंग को एक बार खिंचा और एक तकिया उसकी गुदाज नितंबो में रख दिया,मेरा लिंग फिर से उसकी योनि के सैर पर निकल गई …

“आह राज मेरी जान ..”

उसने मेरे बालो को अपने हाथो से जकड़ लिया था और मेरा लिंग किसी पिस्टन की भाँति उसके योनि में आने जाने लगी ,जब जब मेरा लिंग की चमड़ी उसकी योनि की दीवारों में घिसती थी सूखे मुह से आह निकल आती और उसके चहरे का भाव मुझे और भी दीवाना बना देते थे,वो कामाल की थी और ये मेरा अभी तक का बेस्ट सेक्स था और अबसे वो मेरी सबसे प्यारी सेक्स टॉय …


********

शाम होने को था की डॉ ने मुझे अपने क्लिनिक आने को कहा ,मैंने दोनो कैमरों को बर्बाद कर दिया समीरा के होठो में एक किस लिया और वंहा से निकल गया,मुझे नही लग रहा था की समीरा की इतनी हालत है की वो आज घर जा पाएगी ,हम 5 घंटो तक खेलते रहे थे ,मेरा पूरा बदन टूट सा गया था ,आज मुझे लगा की मैं थोड़ा कमजोर हो रहा हु ,मैं समीरा के साथ दो बार झड़ गया था,समीरा ने तो खुद को मिलने वाले ओर्गास्म को गिनना ही बंद कर दिया था..लेकिन आज मैंने समीरा को कमा लिया था ,उसे ऐसे सुख का स्वाद चखा दिया था की अब वो मुझसे धोखा नही कर पाएगी …

मैं तेजी से डॉ के क्लिनिक की ओर निकल पड़ा ,मैरी रिसेप्शन ही दिख गई ,और मुस्कुराते हुए उसने मुझे डॉ के चैंबर में जाने के लिए कहा ..

चैंबर में मैंने देखा की डॉ एक 23-24 साल के लड़के के साथ बैठे बात कर रहे थे …

“ओ ये लो आ गया राज “उन्होंने सामने बैठे लड़के से कहा ,वो खड़ा हुआ और उसने अपना हाथ मेरी ओर बढ़ाया…

“हाय राज मैं राजू हु,जिसकी तुम्हे तलाश थी ..”

मैं बिल्कुल ही मूर्ति की तरह वही खड़ा रहा ,ये वो अघोरी है ??

ये तो एक बिल्कुल ही सामान्य सा नोजवान लग रहा था ..छोटे छोटे बाल थे बड़ी बड़ी जटाएं नही थी ,इसकी उम्र भी कम लग रही थी ,इसकी आंखे समय थी लाल नही ,चहरे पर मुस्कान थी वो गुस्सा नही था ,वो अहंकार नही था ..

“राज ..कहा खो गए तुम “

“तुम अघोरी ??”

“हा राज मैं ही वो अघोरी हु जिसकी तुम्हे तलाश थी ,बैठो सब समझता हु ,क्या तुम्हे मेरा चहरा याद नही याद करो मैं ही तो था “

मुझे याद करने की जरूरत नही थी मैं उस शख्स को और उसकी हैवानियत को कैसे भूल सकता था ,हा चहरा तो मिलता जुलता था लेकिन पर्सनाल्टी ??? फिर भी मैं उसके पास बैठ गया ..

वो अब भी मुस्कुरा रहा था ,

“ऐसे क्या देख रहे हो तुम ..”उसने फिर से मुझे हिलाया ..

“नही कुछ नही लेकिन तुम अघोरी कैसे हो सकते हो ??”

“मैं कोई अघोरी नही हु राज लेकिन मुझे बनना पड़ा,एक काम निपटाने के लिए “

“कैसा काम ??”

“बताता हु ,मैं राजू हु बादलपुर का रहने वाला एक सामान्य सा बच्चा,मेरा गांव अपने संस्कारो के लिए विख्यात था,जब तक उसे भैरव की नजर नही पड़ी “

“भैरव????:o “

मैं उछल गया

“हा भैरव...भैरव सिंह ..”

“भैरव सिंह ..”मैं और भी जोरो से चौका और लगभग अपनी कुर्सी से गिरता गिरता बचा ..

“अरे यार पूरी बात तो सुन लो फिर चौकना ..ये वो भैरव सिंह नही है जिसे तुम जानते हो ,ये जमीदार भैरव सिंह है जो की 300 साल पहले मर चुका है लेकिन उसकी रूह ने पूरे गांव के नाक में दम करके रखा है “

डॉ ने झल्लाते हुए कहा

“क्या ??” मैं भी चौका ..

राजू ने मुस्कुराते हुए मुझे देखा और कहना शुरू किया ..

“हा राज डॉ सही कह रहे है ,भैरव सिंह की रूह ने मेरे गांव में तबाही मचा कर रखा था ,उसे 300 साल पहले ही मार दिया गया था और उसकी रूह को कैद कर लिया गया था ,वो शैतान की साधना करता था और उसके कारण उसके पास बहुत ज्यादा शक्तियां थी ,लेकिन किसी कारण से उसकी रूह आजाद हो गई और मेरे गांव में तबाही का आलम हो गया,इसलिए मुझे गांव से दूर जाना पड़ा ताकि मैं भैरव को रोक सकू ...और इसी सिलसिले में मुझे मेरे गुरुदेव मिले जिन्होंने तुम्हे यंहा आने की सलाह दी थी ,उन्होंने मुझे शैतान की साधना करना सिखाया ,मैं एक अघोरी बन चुका था ,लेकिन मुझे सिद्धि पाने के लिए जो चीजे चाहिए थी मैं उसके खोज में चला गया ,यंहा शहर के पास ही जंगलो में मुझे पता चला की एक शैतान की साधना करने वाले का खून (उसका बेटा)अपनी ही माँ के साथ सम्भोग करे तो उसकी मा के योनि का रस और उस आदमी के वीर्य से एक जादुई प्रभाव और ताकत देने वाला रसायन बनेगा,लेकिन दिक्कत ये थी की शैतान की साधना करने वाले लोग शादी ही नही करते ...लेकिन कमाल देखो मुझे एक मिल गया ..”

“कौन ..??”

“तुम ..”

“क्या ..??”मेरी हालत ही खराब थी गुस्सा भी इतना था की लग रहा था इसे यही मार दु .लेकिन मैं चुप ही रहा ..

“हा राज ,तुम्हारे पिता रतन चंदानी ने अपने जवानी में शैतान की साधना की थी ,कुछ शक्तियों का मालिक बनने के लिए ,ये मुझे यंहा के कुछ अघोरियों से पता चला ,और फिर उसके इसी ताकत के बुते तुम्हारी माँ को भी बस में किया था ,और उसके बेटे थे तो मेरे लिए चीजे आसान हो गई ,मुझे तुम्हे अपने जाल में फसाना था फिर तुम्हारी माँ के साथ तुम्हारा संभोग “

“मादरचोद”

मैं गुस्से से पागल हो गया था मैंने उसके कॉलर को पकड़ लिया ..

“राज शांत हो जाओ पूरी बात तो सुन लो ..”डॉ ने बीच बचाव किया,राजू ने फिर से कहना शुरू किया

“राज मुझे पता है की ये सुनने में कितना अटपटा लगता है लेकिन यही मेरे लिये सिद्धि पाने का एकमात्र रास्ता था,जीवन में हमे कुर्बानियां देनी पड़ती है और जैसे लोहा लोहे को काटता है वैसे ही शैतानी शक्ति से लड़ने के लिए मुझे भी शैतानी शक्ति की जरूरत थी ..खैर इसलिए मैं शहर आया लेकिन मैंने देखा की तुम पहले से प्रोटेक्टेड हो ,किसी बड़ी ही शक्ति तुम्हारे पीछे है ,वो लकड़ी की शक्ति जिसे तुम अपने गले से लगाए घूम रहे थे,तुम्हे अपने बस में करना मेरे बस के बाहर था ,इसलिए मैं दूसरा विकल्प ढूंढने लगा,मुझे पता चला की चन्दू भी रतन चंदानी का खून है और उसकी माँ कान्ता भी तुम्हारे साथ रहती है ,चन्दू को अपने जाल में फसाना मेरे लिए ज्यादा आसान था ,मैं उसपर नजर रखे था और जब वो घर छोड़कर चला गया तो मेरे लिए और भी ज्यादा आसान हो गया,मैं नही जानता था की तुमलोगो के बीच क्या चल रहा है और मुझे जानना भी नही था ,उसे एक फार्महाउस में रखा गया था जन्हा कभी कभी वो काजल भी जाया करती थी ,,उस समय मुझे नही पता था की काजल डॉ साहब से जुड़ी हुई है वरना उसके साथ कोई बुरा सलूक नही करता,

चन्दू कभी घर से बाहर नही आता था ,लेकिन कभी कभी खिड़की से जरूर झांकता रहता था ,कुछ सोचता रहता था,मैं उसी खिड़की के पास खड़े होकर अपनी कुछ ताकते उसे दिखाई ,वो मुझसे प्रभावित होकर मुझे अपने पास बुला लिया,मैंने उसे अमानवीय शकियो का लालच दिया और वो मेरे जाल में फंस गया,मैंने उसे चुप रहने के लिए कहा था लेकिन उसके साथ काजल भी रहती थी ,इसलिए जब जरूरत पड़ी तो मैंने काजल को भी बंधक बना लिया,इन सबमे चन्दू ने ही मेरा साथ दिया ..लेकिन ..

लेकिन उस दिन साधना करते समय मैंने तुम्हारे सूक्ष्म शरीर को देखा ,तब तक चन्दू ने मुझे तुम्हारे और तुम्हारे परिवार के बारे में सब कुछ बता दिया था ,मेरे दिमाग में ये ख्याल आया की क्यो ना इसी बहाने मैं एक जाल बिछाउ जिसमे तुम फंस जाओ और वो लकड़ी भी मुझे मिल जाए ,तुम जाल में फंस गए और मुझे वो लकड़ी भी मिल गई ,लेकिन तभी मुझे पता चला की चन्दू चंदानी का बेटा नही है ,जब उसने तुम्हे ये कहा ,लेकिन अब मेरे पास एक माँ बेटे थे और साथ ही तुम्हारी वो लकड़ी भी थी ,तो मैं अपने प्लान में ही चला और मेरे प्लान के अनुसार मैंने चन्दू की माँ कान्ता से उसका संभोग करवा दिया,मुझे वो सिद्धि तो नही मिली जो मुझे मिलनी थी क्योकि चन्दू रतन का खून नही था लेकिन फिर भी मुझे माँ योनि से और शैतान के प्रभाव से मिली हुई बेटे के वीर्य और उस लकड़ी की ताकत से एक नई तरह की ताकत प्राप्त हो गई ,और उसका उपयोग मैंने भैरव सिंह की रूह के खिलाफ किया ...और अपने पूरे गांव की रक्षा कर पाया ..”

राजू इतना बोलने के बाद खामोश हो चुका था ,पूरे कमरे में शांति थी ..

(NOTE-दोस्तो राजू ,बादलपुर और तांत्रिक की रूह के बारे में डिटेल से मेरी आने वाली स्टोरी तांत्रिक का श्राप में देखेंगे )

“देखो राज ,उस समय राजू क्या कर रहा था इसकी जानकारी तो मुझे भी नही थी ,लेकिन इसने जो किया वो अपने पूरे गांव की भलाई के लिए ही किया “डॉ मेरे कंधे पर अपना हाथ रखते हुए बोले ..

“ह्म्म्म मैं समझ सकता हु ,लेकिन राजू चन्दू का असली पिता कौन था ,और किसके कहने पर वो ये सब कर रहा था ..”

“मुझे नही पता चन्दू ने कभी बताया नही ,ना ही काजल को कुछ पता था उसे बस कोई फोन द्वारा इंस्ट्रक्शन देता था ..”

“ह्म्म्म “

“अच्छा राज मुझे अपने गांव निकलना है ,फिर मिलते है “

इतना कह कर राजू वंहा से निकल गया ,उसके जाने के बाद डॉ मुझे देखने लगा ..

“तुमने समीरा के साथ क्या किया “

“मतलब ..?”

“मतलब की आज तुम्हारे ऑफिस से जाने के बाद उसने फिर से भैरव को काल किया था और काल करके कहा की ,उसने तुम्हे बहकाने की बहुत कोशिस की लेकिन तुम उल्टे उसपर ही गुस्सा हो गए ,भैरव को तो यकीन ही नही हुआ ,की तुम इतने शरीफ हो सकते हो ,और मुझे तो यकीन है ही नही ..तो समीरा को कैसे पटा लिया ??”

डॉ की बात सुनकर मेरे होठो में बस एक मुस्कान आ गई ...
Reply


Messages In This Thread
RE: Hindi Kamuk Kahani जादू की लकड़ी - by sexstories - 03-19-2020, 12:23 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,459,946 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 539,742 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,215,537 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 919,185 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,629,368 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,061,490 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,917,927 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,947,658 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,989,581 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 280,940 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 2 Guest(s)