RE: kaamvasna साँझा बिस्तर साँझा बीबियाँ
दूसरे दिन सुबह राजने कमल का नंबर मिलाकर अपनी बीबी रानी से कहा, "लो, कमल से बात करो। मैं दूसरे कमरे में जाता हूँ, क्यूंकि कमल नहीं चाहता की तुम्हारे अलावा कोई और उस बात को जाने। बेशक, तुम मुझे बादमें सब कुछ बता देना पर कमल को पता न लगे की मुझे सब मालुम है।"
खुद को जब इतनी अहमियत मिलती है तो भला कौन खुश नहीं होगा? रानी बोली, "लाइए मैं बात करती हूँ।"
राज ने जब रानी को लाइन दी तो कमल ने रानी से पूछा, "रानी, राज है की चला गया?" रानी ने कहा की उसने अपने पति को दूसरे कमरे में भेज दिया था।
तब कमल ने रानी से कहा, "रानी, बात कुछ नाजुक है। बात कुछ सेक्स के बारेमें है। मैंने राज से पूछा था तो उसने कहा की उसने तुमसे बात की है और मैं तुमसे सेक्स के बारे में खुल्लम खुल्ला बात कर सकता हूँ। तो क्या मैं तुमसे बात करूँ? तुम्हें कोई आपत्ति तो नहीं हैं ना? मैं नहीं चाहता की तुम इस बारे में राज से और ना तो मेरी बीबी कुमुद से बात करो। यह बात हमारे दोनों के बिच में होनी चाहिए। ठीक है?"
रानी: "ठीक है, आप बेझिझक बात कर सकते हो।"
कमल: "पिछले कुछ दिनों से पता नहीं क्या हुआ है की मेरी बीबी कुमुद मेरे साथ सेक्स करने से मना कर रही है। आज तक उसने ऐसा कभी नहीं किया। पता नहीं अब क्या हो गया है। मैं बहुत परेशान हूँ और मैं देख रहा हूँ की कुमुद भी परेशान है, मैं बहुत मनाने की कोशिश करता हूँ पर वह है की मानती ही नहीं। पहले हम रात को एक दुसरेसे लिपट कर बिना कपड़ा पहने ही सोते थे और सेक्स करते थे। पर अब वह रात भर मुझसे दूर पलंग के दूसरे छोर पर एक कोने में कर सो जाती है और रात को हाथ भी लगाने नहीं देती। हमारी जिंदगी वीरान हो रही है। मुझे समझ नहीं आता मैं क्या करूँ।"
कमल की बात सुनकर रानी सोच में पड़ गयी। रानी ने कमल से कुछ सवाल पूछे जैसे, "आपके ख्याल से क्या कारण हो सकता है? क्या आप दोनों में कुछ झगड़ा तो नहीं हुआ? क्या रानी की तबियत तो ठीक है? उसे माहवारी तो नहीं है?" इत्यादि। कमल ने उन सब उन सब का सही उत्तर दिया। तब रानी बोली, "कमल, मुझे सोचने दो। मैं तुम्हें आजकल में सोचकर फ़ोन करुँगी।"
फ़ोन काट कर रानी सोचने लगी की क्या किया जाए जिससे कमल और कुमुद में जो मन मुटाव है उसे मिटाया जा सकता है। रानी ने अपने पति राज से इसके बारेमें बात करना ठीक समझा, हालाँकि कमल ने मना किया था। रानी ने अपने पति राज को सारी कहानी सुनाई और पूछा की राज की क्या राय है।
राज ने रानी से कहा, "मुझे ऐसा लगता है की कमल भैया और कुमुद के बिच कोई ख़ास बात को लेकर यह मन मुटाव हुआ है। इस मसले को हल करने के लिए इसकी जड़ में जाना बहुत जरुरी है। तुमको यह जानना पड़ेगा की आखिर कमल और कुमुद के बिच यह मनमुटाव हुआ क्यों? वह क्या बात थी जिससे कुमुद इतनी नाराज हो गयी की सेक्स की बात तो दूर, वह अपने पति को पास फटकने तक नहीं देती? शायद कमल तुमसे सारी बातें साफ़ साफ़ करने में हिचकिचा रहा है। उसे कहो की किसी भी तरह की झिझक के बगैर वह तुमसे खुल्लम खुल्ला बात करे।"
दूसरे दिन रानी ने कमल से पूछा, "कमल भैया, मुझे लग रहा है आप मुझे सारी बात साफ़ साफ़ बता नहीं रहे हो। आप जरूर मुझसे कुछ छुपा रहे हो या बताने में झिझक रहे हो। अगर आप चाहते हो की इसे सुलझाने में मैं आपकी कुछ मदद करूँ तो आप को मुझे बिना छुपाये पूरी बात सच सच बतानी ही पड़ेगी। अगर आप मुझसे बेझिझक और खुल्लम खुल्ला साफ़ साफ़ बात नहीं करोगे तो मैं कैसे समझूंगी की बात क्या है?"
कमल: "रानी तुम एकदम सही हो। मैं सच सच और सारी बात बताने से डरता हूँ। अगर मैं सच बताऊंगा तो मुझे ऐसे अश्लील शब्द इस्तेमाल करने पड़ेंगे जो तुम्हें अच्छे ना लगे। क्या तुम अश्लील शब्द सुनने के लिए तैयार हो? और दूसरी बात, मैं सच बताना इस लिए भी नहीं चाहता क्यूंकि अगर मैंने सच बताया तो हो सकता है तुम मुझसे बहुत नाराज हो जाओ और मुझे ड़र है की सच जान कर कहीं तुम हमारे साथ रिश्ता ही ना तोड़ दो। अगर तुम्हें सच सच सारी बात जाननी है तो तुम मुझे वचन दो की जो मैं कहूंगा उस बात का तुम बुरा नहीं मानोगी और मेरी बात सुनकर मेरी गलतियों को माफ़ कर दोगी।"
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