RE: kaamvasna साँझा बिस्तर साँझा बीबियाँ
राज की बीबी रानी ने कमल के फुले हुए लोहे के छड़ समान लण्ड पर अपना हाथ रखा और उसे हिलाने लगी। फिर धीरे से रानी ने उसे खिंच कर कमल को इशारा किया की कमल उस के ऊपर चढ़ कर उसे चोदे। यह पहली बार हुआ की रानी ने कमल को चोदने के लिए सीधा सीधा आमंत्रित किया था। रानी ने कमल की पत्नी कुमुद की और देखा जैसे वह कुमुद की इजाजत मांग रही हो। रानी ने कुमुद के कानों में कहा, "बहन मुझे माफ़ करना। मुझसे तुम्हारी कराहट सुनी नहीं जाती और कमल का दर्द भी देखा नहीं जाता। आजकी रात कमल को मेरे लिए छोड़ दो और आप मेरे पति राज से चुदवाओ। मुझे कोई आपत्ति नहीं है। तुम मेरी 'थोड़ी सी बेवफ़ाइ' को माफ़ करना।"
कुमुद ने पहली बार रानी के मुंह से चोदना चुदवाना ऐसे शब्द सुने। कुमुद को बहुत अच्छा लगा। कुमुद ने रानी का हाथ पकड़ा और बड़े प्यार से दबाया जैसे वह भी रानी की बात से सहमत थी।
राज ने रानी और कुमुद की बातें सुनी तो उसका मन नाच उठा। राज ने कमल को धक्का दिया और अपनी बीबी रानी को चोदने के लिए कमल को रानी पर सवार होने को कहा। कमल यही तो चाहता था। फुर्ती से कमल ने राज की पत्नी रानी की जाँघें उठायी और अपने कंधे पर रख्खीं, और अपना फुला हुआ लण्ड रानी की सुन्दर रस से रिसती हुई चूत से सटा दिया।
रानी अब अपनी सारी शर्मो हया से ऊपर उठ चुकी थी। अब वह बिना देर से कमल के मोटे लण्ड को अपनी चूत में डलवाना चाहती थी। उसे महसूस करना था की क्या वह कमल का मोटा लण्ड अपनी चूत में ले सकती है या नहीं? अपने हीरो से वह अच्छी तरह से चुदवाना चाहती थी। उसका सालों का सपना साकार होने जा रहा था। पर अब जब उसे मौक़ा मिला तो वह अपने हीरो को पूरा आनंद भी देना चाहती थी।
रानीने अपने हीरो, अपनी बहन कुमुद के पति और अपने पति के दोस्त कमल की और अपनी बाँहें फैलायीं और कमल को कस के अपने सीने से लगा कर, उससे से लिपट कर, कमल की आँखों में अपनी आँखें डाल कर सब सुने ऐसी आवाज में बोली, "कमल मैं आज तुमसे चुदवाना चाहती हूँ। राज तो मुझे रोज चोदते हैं। पर अब राज से चुदवाने में मुझे पहले जैसा मज़ा नहीं आता। मैं आज तुम्हारे लम्बे और मोटे लण्ड से चुदवाना चाहती हूँ। आज तुम मुझे ऐसे चोदो जैसे तूमने कुमुद दीदी को कभी नहीं चोदा। आज मैं तुम्हारा मोटा और लंबा लण्ड अपनी चूत में डलवाना चाहती हूँ। "
रानी की इतनी बेशर्म बात सुन कर सब भौंचक्के से एक दूसरे की और देखने लगे। तब रानी ने कहा, "ऐसे क्या देख रहे हो? अब और सुनो। मैं पूरी रात भर मेरे हीरो कमल से चुदवाना चाहती हूँ। मेरे पति यही चाहते थे ना? इसी लिए तो वह बार बार मुझे चोदते समय मैं उन्हें कमल कह कर बुलाऊँ यही जिद कर रहे थे ना? तो लो अब तुम्हारी बीबी को तुम अपने सामने ही अपने भैया से चुदवाते हुए देखो और मजे लो। और हाँ, तुम भी तो कमल भैया की बीबी कुमुद को चोदने के सपने देख रहे थे न? तो आज कमल भैया की बीबी कुमुद हमारे सब के सामने तुमसे चुदवाने का इंतजार करती हुई नंगी लेटी है। मैं तुम्हें इजाजत देती हूँ की तुम जाओ और उसको खूब प्यार करके अच्छी तरह से चोदो और अपना सपना पूरा करो। आज हम चारों अपनी थोड़ी सी बेवफाई का सपना पूरा करेंगे। कुछ दिनों बाद जब हम सब अपने अपने घर वापस जाएंगे तो फिर वही अपने पति पत्नी से प्यार करेंगे और उनको चोदेंगे या उनसे चुदवायेंगे।"
रानी की ऐसी स्पष्ट और बेझिझक खुल्लम खुल्ला बात सुनकर राज, कमल और कुमुद एक दूसरे की शकल देखने लगे। राज का मुंह तो खुला का खुला ही रह गया। खैर यह तो उसी के किये का नतीजा वह देख रहा था। अब उसकी महेनत वाकई में रंग ला रही थी। आगे क्या होगा वह अब देखना था।
कमल से लिपटी रानी ने कमल को खड़े होने को कहा और खुद कमल के सामने घुटनों के बल बैठ गयी। कमल का लंबा और मोटा लण्ड राज की बीबी रानी की छाती पर मँडरा रहा था। रानी ने कमल को लण्ड अपने दोनों स्तनों के बिच में लिया और उसे अपने स्तनों पर रगड़ने लगी। रानी का यह नया रूप राज, कमल और कुमुद हक्केबक्के से देखते ही रह गए। रानी ने अपनी हथली और उंगलियां कमल के लण्ड पर लपेटीं और उनको हलके से मसाज करने लगी। कमल के लण्ड पर पूरी तरह फैला हुआ उसका पूर्व रस चमक रहा था।
उस रस में अपनी उंगलियां सराबोर कर रानी उसी रस को कमल के लण्ड पर प्यार से फैलाने लगी। धीरे से फिर कमल के लण्ड को अपनी मुट्ठी में पकड़ ने की कोशिश की पर कमल का मोटा लण्ड उसकी मुट्ठी में आ नहीं पा रहा था। खैर उसने अपनी मुट्ठी हिल्ला कर कमल के लण्ड को कुछ देर प्यार से सहलाने के बाद हलके से अपना मुंह खोला और कमल के लण्ड का अग्रभाग अपने मुंह में लेकर अपने होँठ में लपेट लिया। धीरे से अपना मुंह ऊपर निचे करते हुए रानी ने हलके से कमल को अपना लण्ड अंदर बाहर करने का इशारा किया।
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