RE: antervasna चीख उठा हिमालय
पुर्णसिह के इस वाक्य ने रैना के मस्तिष्क में एक भयानक विस्फोट क्रिया । एक बार तो उसे चक्कर सा ही अा गया । खुद को संभालकर वह बोली…'कहां गए हैं कब गए?”
" वे तो अाज सुबह-सवेरे ही चल गए बीबीजी !" पूर्णसिंहृ ने वताया-" किसीं का फोन अाया और वे बिना नाश्ता किए ही चले गए ।"
रैना के मस्तिष्क में जैसे रह-रहकर विस्फोट होने लगे । उसने पूछा…"बिजय भैया से मिलने आज कोई आदमी अाया था ?"
--"नहीँ तो बीबीजी ! लेकिन बात क्या है ? आज अाप कुछ परेशान-सी हो?"
"नहीं ऐसी तो कोई बात नहीं है ।" खुद को संभालकर रैना ने कहा-"हां सुना, कुछ देर बाद विकास वहीं पहुंचेगा । उसके पहुंचते ही तुम फोन कर देना ।" उसकी बात का पूर्णसिंह ' ने क्या जवाब दिया यह सुने बिना ही रैना ने रिसीवर फेडिंल पर पटक दिया ।
धम्म से सोफे पर गिर पड़ी ।।
वह बेहद परेशान हो उठी थी ।।
रह…रहकर उसके दिमाग में विचार उठ रहे थे कि विकास ने उससे झूठ क्यों बोला ?
"काला लड़का' "गुप्त भवन' ये सब क्या है ?
विदेशों से क्या रिपोर्ट अाने वाली है, और इससे विकास का क्या सम्बन्ध है ?
काफी देर तक इन्हीं ख्यालों में खोई. वह फोन की घण्टी बजने का इन्तजार करती रही, किन्तु वह नहीं बजी ।
कुछ देर बाद तब, जबकि उसे यकीन हो गया विकास अगर विजय की कोठी पर गया होगा तो पहुंच गया होगा, उसने पुन: विजय की कोठी के नम्बर डायल किए और दूसरी तरफ से बोलने वाले पूर्णसिंह से विकास के बारे में पूछा तो नकारात्मक जवाब दिया ।
फिर…लगातार दो घन्टे तक विजय की कोठी पर दो बार फोन करने के बावजूद भी रैना को यह सुनने को न मिला कि ,विकास वहाँ पहुच गया है ।
"ये मामला तो बड़ा गलत हुआ प्यारे दिलजले ।" गुप्त भवन के 'साउण्डप्रूफ कमरे में बैठा विजय बिकास की सारी बात सुनने के बाद कह रहा था…"खैर, फिर भी तुमने अच्छा किया कि गुप्त भवन मेरी कोठी को बना दिया काला लड़का "अमेरिका से अाया जूडो और कराटे का मेरा एक दोस्त ! अगर रैना बहन को पता लग जाए कि काला लडका उसका भाई ही है तो गजब हो जाए ।"
'
"सर !" सीक्रेट सर्विस के चीफ की कुर्सी पर बैठे अजय ने कहा…"मेरा ख्याल है कि अागे से इस बात का प्रबन्ध किया जाना चाहिए कि जिस तरह आज रैना बहन ने फोन पर सब कछ सुन लिया, अागे से, कोई न सुन सके, वरना सीक्रेट सर्विस का राज-र-राज नहीं रहेगा । वैसे अगर रैना बहन क्रो विकास की बातों पर यकीन नहीं आया होगा तो मामला बढ़ सकता है ।"
" सीक्रेट सर्विस का राज तो हमें राज ही रखना हे प्यारे ।" विजय ने कहा…"चाहे जैसे भी हो ।"
"'लेकिन रैना बहन जान गई तो ।"
"'अंकल ।" ब्लैक व्वाय की बात बीच में ही काटकर विकास-गुर्रा उठा --" मम्मी पर तो क्या, सीक्रेट सर्विस का कोई भी राज कभी किसी पर नहीं खुलेगा और अगर खुल भी गया तो किसी दूसरे को बताने के लिए वह जिन्दा नहीं रहेगा । अपने हाथ से मैं मैं मम्मी को गोली मार दूंगा ।"
"विकास ।।" ब्लैक ब्वाय के मुंह से तो चीख-सी निकल पड़ी ।
और विजय-वह तो विकास के चेहरे को देखता ही रह गया । विकास का चेहरा तमतमा रहा था । उसने विजय की तरफ देखा, गम्भीर स्वर में बोला--"क्यों गुरु, क्या गलत कहा मैंने ? सीक्रंट सर्विस का हर सदस्य बनते से पहले हर सदस्य यही कसम तो खाता है ।"
" विकास । " विजय के नेत्र छलछला गए । विकास को उसने अपने कलेजे से लिपटा लिया । मुंह से सिर्फ एक ही लफ्ज निकला-"मेरे बेटे ।"
मगर जल्दी ही विजय ने खुद को संभाल लिया था । एक मिनट , के लिए उसके दिमाग में यह बिचार अाया कि वह भावुक हो गया है, और अगले पल उसने अपने सिर को झटका देकेर खुद को सामान्य किया और बोला-----" छोड़ो। तुम विदेशों से अाए एजेण्टों की रिपोर्ट सुनो ।"
"हाँ ।" विकास-सामान्य स्थिति में अा गया बोला…"जल्दी बताइए क्या हुआ ?"
-"सबसे पहले चीन की रिपोर्ट सुनो तुम ।" विजय ने कहा-"'चीन में हमारी एक लेडी जासूस है । वेसे उससे तुम पहले भी मिल चुके हो । उस समय जब तुम तलवारों के सिलसिले में चीन गये थे ।"
" कौन क्रिस्टीना ?" विकास ने पूछा ।
" हां" विजय ने कहा---"यह काम हमने क्रिस्टीना को ही सौंपा था । उसने रिपोर्ट भेजी है कि वतन का स्टेटमेंट पड़ते ही चीन में हलचल मच गई और फौरन ही सीक्रेट सर्विस के सभी सदस्यों 'की एक आपातकालीन मीटिंग बुलाई गई । उसके फैसले के मुताबिक चीन के तीन जासूसों, जो चीन के अच्छे जासूस माने जाते हैं , के नेतृत्व में छ: जासूसों की एक टुकडी चमन के लिए रवाना होगी । उन तीन जासूसों के नाम है…सांगपोक,
हवानची
और एक लेडी जासूस है
सिंगसी ।
तुम्हारी जानकारी के लिए यह बता दूं कि सांगपोक फूचिंग का लड़का है और इसी से तुम अनुमान लगा सकते हो कि वह किस कदर तुम्हारे खून का प्यासा होगा । यूं समझो कि अब अगर दुनिया में रहने का उसका कोई मकसद है तो वह है सिर्फ तुम से अपने पिता की मौत का बदला लेना । उसने कसम खाई कि वह फूचिंग़ की कब्र को तुम्हारे खून से धोएगा ।"
"ओह !"' विकास के मुंह से निकला ।
" जहां तक मैं समझता हूं प्यारे दिलजले, चीनियों को यह अनुमान हो गया है कि वतन कि हिमायत में तुम जरूर आओगे । इसीलिए उन्होंने तुम्हारे सारे दुश्मनों को एकत्रित कर लिया है !"
"क्यों ?" इनमें से और किसको मुझसे व्यक्तिगत दुश्मनी है ?"
"हवानची को जानते हो, कौन है ?"'
"कोंन है ?"
"हुचांग का साला ।" विजय ने बताया-उसने भी हथियार तुमसे अपने जीजा की मौत का बदला लेने के लिए उठाए हैं ।
उसने बडी़ अजीव कसम खाई है । उसका कहना है कि अपनी जिन्दगी का अाखिरी कत्ल वह तुम्हारा करेगा ।"
हल्के से सकराया विकास, बोला'-"उसने तो बहुत गलत कसम खाई गुरू । मेरा कत्ल करने के बाद तो उसे और कत्ल करने होंगे, जैसे आपका, क्राइमर अकल का वरना आप दोंनो उस वेचारे को कत्ल कर दोगे ।"
" सवाल ये नहीं प्यारे कि कौन किसको कत्ल करेगा ।" विजय ने कहा…"सवाल यह है कि इन दोनों का परिचय मैंने तुम्हें इसलिए दिया है ताकि तुम मामले की भयानकता को समझ सको। हर कदम संभालकर उठाना है ।"
" वह तालीम तो आप मुझे दे ही चुके हैं ।"
" मेरा मतलब ये है कि इस मामले में विशेष सावधानी की आवश्यकता है ।" विजय ने कहा ।
"विशेष सावधानी तो मैं हर मामले में रखता हूं।" विकास ने मुस्कराते हुए कहा----"बस , यूं कहो कि आपकी भूमिका से यह बात मेरी समझ में अा गई है कि इस बार टकराव में मजा खूब जाएगा ।"
"सोचने का अपना-अपना अलग तरीका है प्यारे दिलजले?" विजय ने कहा-----"जहाँ तक सवाल विजय दी ग्रेट के सोचने का है, वह हमेशा ही अाम के अचार की तरह खटटा किन्तु स्वादिष्ट होता है । इससे पहले कि तुम मेरी बात का मतलब पुछो, मैं तुम्हें पहले ही बताए देता हूं । वतन का स्टेटमेंट अखबार में छपते ही हमने कह दिया था कि यह स्टेटमेंट रंग जाएगा----लही हुआ । अब हमारा सीधा-सा सवाल है कि चीन सरकार यह समझ गई हैं कि वतन की हिमायत में तुम जरूर जाओगे और मौत के दरवाजे खोलने के लिए ही सांगपोक और हवानची को मैदान में लाया गया है । तुम कहते हो कि इनके रहते केस में मजा अाएगा और मैं कहता हूं कि दुश्मन को कभी कमजोर नहीं समझना चाहिए ।"
"लेकिन अाप बार-बार उन दोनों के नाम लेकर क्या मुझे डराना चाहते हैं हैं" विकास ने पुछा ।
" मालूम है कि तुम किसी से डरने वाली चीज नहीं बल्कि दुनिया को डराने वाली चीज हो ।"
"'तो फिर गुरु !" विकास ने यह बार-बार मुझे सांगपोक और हवानची की धमकी क्यों ?"
"'एक बात याद रखना प्यारे दिलजले, यानी कि गुड़ के डले ।" विजय ने कहा---“जब डूबता है तो तैराक डूबता है जो तैरना नहीं जानता, वह ज्यादा गहराई में ही नहीं जाता, तो डूबेगा ही केसे ? बिल्कुल नहीं डूवेगा है वार-बार उनकर नाम लेने के पीछे मेरी यह भावना बिल्कुल नहीं कि तुम्हें डरा दू वल्कि सचेत करना चाहता हूं कि इस में बहुत संभलकर अागे बढने की जरूरत है ।।
" ऐसा ही करूंगा ।"
"जानते हो, चीन से रिपोर्ट भेजने वाली क्रिस्टीना ने क्या लिखा है ?"
"क्या ?"
" उसने लिखा है के इस अभियान पर विकास को न भेजा जाये । उसका कहना है कि सांगपोक और हवानची प्रतिशोध की अाग में जलती उस नागिन की तरह हैं जिसके नाग की किसी नाग ने हत्या कर दी हो । उन दोनों की आंखों में विकास की तसवीर है, और जानते हो-ये भी लिखा है क्रिस्टीना ने कि उसने तुम्हें देखा है । वह जानती है कि तुम मासूम हो । उसने कहा है---मासूम और प्यारे विकास को इन दरिन्दों के सामने न जाने दिया जाए है"
" फिर ?” विकास ने गम्भीर स्वर में पूछा'-"क्या आप मुझे इस केस में नहीं जाने देगे?"
हल्के से मुस्कराया विजय, बोला ---" तुम्हें न भेजने वाली बात होती तो यहां बुलाते ही नहीं प्यारे दिलजले ! वैसे ही हम जानते हैं कि किसी के रोकने से रुकोगे नहीं तुम । लेकिन हा, सारा काम एक योजनाबद्व तरीके से हो, इसलिए तुम्हें यहा बुलाया है ।"
"तो हुक्म कीजिए।"
" अभी तो चीन की ही रिपोर्ट सुनी हे-अन्य देशों की तो -- अन्य देशों की तो सुनो ।"
"जरूर ।"
"अमेरिका में मौजूद हमारे जासूस नागपाल ने रिपोर्ट भेजी हैअमेरिकन सीक्रेट सर्विस ने यह काम हेरी को सौपा' है कि वह चमन में वतन के बनाए यन्त्र और उसके फार्मूले को गायब करें । हैरी सीक्रेट सर्विस के चीफ की तरफ से यह खास हिदायत दी गई है कि इस सारे अभियान में कोई यह न जान सके कि वह हैरी हैं । सच पूछा जाए तो अमेरिकन सरकार वतन से बहुत डरने लगी है और यह नहीं चाहती कि वतन को पता लगे कि अमेरिका पुन: उसके खिलाफ कोई कदम उठा रहा है ।"
" ब्रिटेन से क्या रिपोर्ट है गुरू ?" विकास ने पूछा ?
""यह कि इसी काम के लिए वहां से जेम्स बाण्ड को भेजा जा रहा हैं। पाकिस्तान से दो जासूस-तुगलक अली और नुसरत खान ।
रूस से बागारोफ को यह काम सौपा गया है । इन सभी को अलग अलग इनके देशों ने यह काम सौंपा है कि ये चमन से यन्त्र और फार्मूला गायब करें ।"
" क्या इम सव 'देशों के जासूस को यह जानकारी है कि उसकी तरह ही दूसरे देशों ने अपने जासूसो को यह काम सौंपा है ?"
" नहीं ।"
" तो अव हुक्म बोलिये गुरू ।" विकास ने पूछा ।
"सुनो, धनुषटकार को साथ लेकर तुम्हें चमन के लिए रवाना हो जाना है ।" विजय ने कहना शुरु किया----" हम चीन जाएंगे,
प्यारे विक्रमादित्य को रूस भेजा जाएगा।
अशरफ को अमेरिका,
परवेज पाकिस्तान और
आशा को ब्रिटेन ।"
"यानी आपने तो पूरी सीक्रेट सर्विस को ही हरकत में ला दिया ।"
" काम उसी ढंग से करना चाहिए प्यारे, जिस ढंग की जरूरत हो ।" विजय ने कहा---अलग-अलग देशों से मोहरे चले हैं, कह नहीं सकते के इनमें से कामयाब कौन हो ? सबसे महत्त्वपूर्ण काम , तुम्हारे हवाले किया गया । हर देश का जासूस चमन में पहुंचेगा।
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