RE: Free Sex Kahani जालिम है बेटा तेरा
सोहन इतना जोर जोर चिल्ला रहा था, की मालती की हालत खराब होने लगी, उसका दिल की एक बार ये चुदाइ देखने का,
उसने पिछे मुड़ कर देखा तो उसकी आंखे फटी रह गयी, सोनू का लबां और मोटा लंड सटासट उसके गांड मे घुस रहा था, और सोहन की गांड चोड़ी हो गयी थी,
सोहन की गांड का होल इतना बड़ा हो गया था की मालती वही देख कर उसका बुर पानी छोड़ने लगी, और इधर सोनू ने भी अपना पानी उसके गांड मे छोड़ दीया,
पुरा पानी छोड़ने के बाद वो सोहन के गांड पर एक थप्पड़ मारता है, और बोला चल सोनी रानी मैं जाता हू, बाद मे फीर आ
उगा, और तेरी गांड और बुरी तरह फाड़ुगां,
सोहन अभी भी रो रहा था,
सोनू-- चलो काकी चलते है,
मालती-- हा च...चल,
रास्ते में मालती के दिमाग मे वही दृशय आ रहा था, कैसे सोनू का लंड उसके गाड को बुरी तरह फाड़ रहा था,
सोनू-- क्या हुआ काकी कुछ सोच रही हो,
मालती-- न...नही बेटा,
सोनू-- कैसी लगी मेरी गांड मराई,
मालती--धत बेशरम मुझसे क्या पुछता है,
सोनू-- कसम से काकी , साले की गांड बहुत कसी थी,
मालती-- इसीलीये इतनी बुरी तरह कर रहा था,
सोनू-- मैं तो ऐसे ही करता हू काकी, कभी तू भी करवा ले मुझसे एक बार,
मालती-- नही रे बाबा मुझे मरना थोड़ी है, तेरे मुसल से॥
सोनू-- कसम से काकी तेरी गांड और बड़ी अम्मा की गांड क्या मजा आयेगा,
मालती-- अपनी बड़ी मां की भी गांड देखता है तू, शरम नही आती,
सोनू-- अगर शरम करता तो कल रात को उसको कैसे चोदता,
मालती-- हाय राम तुने अपनी बड़ी मां को भी,
सोनू-- हा, काकी अब बस तुझे चोदने का मन हो रहा है,
मालती-- मुझे नही चुदाना है, (हालाकी मालती की बुर तो कब से तैयार थी सोनू के लंड के लीये लेकीन मालती इतनी जल्दी नही देना चाहती थी)
सोनू-- सोच ले काकी, अगर मेरा मन हट गया तो तुझे देखुगां तक नही,
मालती-- मत देख मेरा क्या?
सोनू--ठीक है, तो तू ऐसे ही मस्त रह मै चला अब नही आंउगां तेरी गलीयो में, और सोनू चला जाता है॥
मालती हसते हुए-- बदमाश कही कां, और वो भी अपने रास्ते चल देती है,
सोनू अपने घर की तरफ चला आता है, तभी गांव के पुलीया पर एक 19 साल की लड़की खड़ी अपनी दोनो बाहे फैलाये आख बंद कर सांस ले रही थी,
सोनू इतनी खुबसुरत लड़की आज तक कभी नही देखी थी, देवा वही खड़े उसे एकटक देखता रहता है,
तभी उस लड़की की नज़र सोनू पर पड़ती है,
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