RE: Free Sex Kahani जालिम है बेटा तेरा
फातीमा सोनू का लंड मुह में भर लेती है, और चुसने लगती है।
सोनू-- आह साली, ऐसे ही चुस आह तेरा मुह कीतन गरम है।
अंदर से देख रही कस्तुरी और अनीता का हाथ भी अब उनकी बुर पर था। सुनीता का भी मन मचलने लगा था।
सोनू के घुटने के निचे बैठी फातीमा कुतीया की तरह मुह खोले उसका लंड चुस रही थी।
ये देख कस्तुरी-- हाय दीदी क्या कुतीया की तरह अपना घोड़े जैसा लंड चुसा रहा है। काश मैं फातीमा की जगह होती।
कमरे में अंधेरा होने की वजह से वो लोग एक दुसरे को देख नही पा रहे थे। कस्तुरी अपनी एक उगंलीया बुर में डाल चुकी थी।
सोनू -- थोड़ा और अंदर डाल मुह मेआह ।
फातीमा अपना मुह और अंदर लेती है। और आगे पिछे करने लगती है।
कुछ देर ऐसे ही चुसने के बाद सोनू अपना लंड निकाल लेता है। और फातीमा को खाट पर लीटा देता है।
सोनू उसकी एक चुची को अपने हाथ से जोर जोर मसलने लगता है।
फातीमा-- आ...............आ...........सोनू धिरे......दर्द हो रहा है।
सोनू-- चुप साली कुतीया इतनी बड़ी बड़ी चुचीयां ली है। इसको तो मैं ऐसे ही मसलूगां॥
फातीमा-- आह........बे रहम तूझे तो मै...कल देख लूगीं तेरी मां से बता दूगीं॥
सोनू अपना मुह उसकी चुचीयों में लगा कर जोर जोर से चुसने लगता है।
अब फातीमा को भी मजा आने लगता है।
फातीमा-- आह , बेरहम ऐसे ही चुस नीचोड़ ले अपनी काकी की चुचींया आह बेटा इतना मजा मुझे कभी न...हइ........इ..........जोर से चील्लाती है।
सोनू ने उसका निप्पल दात में लेकर काट जो लीया था। फातीमा के कटे निप्पल से खुन नीकल जाता है।
सोनू-- चल मेरी रांड कुतीया बन जा। तेरा बुर फाड़ता हू।
फातीमा अपनी गांड खीड़की की तरफ कीये कुतीया बन जाती है।
फातीमा-- बेटा आराम से डालना, तेरा बहुत बड़ा है।
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