RE: Free Sex Kahani जालिम है बेटा तेरा
कस्तूरी को तो जैसे होश ही नही था .....उसकी गांड में सोनू का लंड गदर मचा5रहा था ......और कस्तूरी का चिल्ला चिल्ला कर गला सुख गया था ......वो अब और दर्द बर्दाश्त नही कर सकती थी ......उसकी आंखे बंद होने चली थी ......लेकिन तभी सोनू अपना लंड उसकी गांड से निकाल उसकी बुर पर रख जोर का धक्का देता है।.......
कस्तूरी ........-- आ aaaaaaaa.........आह ...नही ......बेर.....हम ......छोड़ ...आ.....दे।
एक और दर्दनाक चीख कमरे में गूंजती है.......।
सोनू----- साली कितने दिन से नही ....आह......चुदी है .....तेरा तो बुर भी कमाल का है......।
कस्तुरी----- सोनू .........बे......टा रहम ....आह .....मां ......क्या ......करू ......बहुत दर्द......।
सोनू तो अपनी मस्ती में मस्त उसकी बुर का भी भोस्डा बना दिया था .......।
लगातर धक्को ने अब कस्तुरी के बुर को अन्दर तक खोल दिया था ......और सोनू का लंड आराम से ले रही थी .....उसका दर्द अब कही ना कही सिस्करियो में बदल रही थी। उसकी बुर भी पनियो से भर गइ थी ....और सोनू अपना पुरा कमर उठा उठा कर उसे चोद रहा था .......फच्च फच्च की आवाज़ पुरे कमरे में गंज रही थी ......।
कस्तूरी------ आह .....बेरहम .....बहुत दर्द ....दिया tune...अब मज़ा आ रहा .....है.......eeeeeeeeeeeee......न.ही.......आ.... आ.....वहां नही......मेरी .....गां.....................ड ।
सोनू ने फीर से अपना लंड उसकी बुर से निकाल उसकी गांड में पेल दिया था .........जँहा एक तरफ अब कस्तूरी को मज़ा आने लगा था ......लेकीन सोनू बेरहम शायद अभी कस्तुरी को और रुलना चहता था .......aअपना लंड कस्तूरी की गांड में डालकर जोर जोर से धक्का मार रहा था .........।
कस्तूरी(रोते हुए)------- आ........ह...ह......मार .....डाल ....हरामी ....आ .......शायद तभी.....आह....तूझे चैन मिले .....आ .....भगवान।
शायद कस्तूरी भी सोनू से हार मान गयी थी........।
सोनू----- उसका बॉल खीचते हुए----- कैसा लग रहा है.....जान।
कस्तूरी----- आ.......aआ........मै ....मर ....जाऊंगी .......सोनू .....निकाल ....ले मेरी गांड से.....।
सोनू---- पहले बोल कभी उछल कर भागेगी?
कस्तूरी-- कभी नही ......
सोनू ने अपना लंड उसके बुर में वापस डाल कर दानदन कस्तूरी को चोदने लगा......।
कस्तूरी------आ .......मर.....गायी.....रे हर बार इसका ....आ...ह.....लंड मेरी हालत खराब कर देता है.......आ ह.....मजा आ रहा है ..... sonu.....कितना अन्दर डालेगा .....।
सोनू--- तूझे कितना अन्दर चाहिये .....मधर्चोद ......फट ......एक थप्पड़ गांड पर जड़ देता है ।
कस्तुरी--- आह.....तू बहुत ....आह ....अंदर डाल चुका है .... sonu.....बहुत मज़ा आ रहा है ......।
सोनू----- अब मजा आ रहा है रंडी ......साली .....तभी तो चिल्ला रही थी।
कस्तुरी-----आह ..... so...
.......nuuuuuu........मै गायी .....जोर जोर से चोद फाड़ दे ......आपनी चाची की बुर ......आह मुझे4पता है .......आइ .........की तू ही औरतों की बुर फाड़ सकता है।
इतना सुनना था की सोनू उसका बाल खींच और उसके गांड पर थप्पड़ की बरसात करते पूरी जोर से चोदने लगता है.......।
कस्तुरि ---- आ ........beta........मै गयी ........ aur......कस्तुरी खाट पर मुह के बल गीर अपना पानी छोड़ने लगती है ...... और उधर सोनू भी उसके गांड पर चढ़ 4,5धक्के जोर का लगता है .....और अपना पुरा पानी उसकी बुर मे भरने लगता है.....।
कस्तुरी------आह ...सोनू कर दे अपनी चाची को गभिन ...... बना ले मुझे अपनी बच्चे की माँ ।
सोनू अपने लंड का पानी उसकी बुर की गलियो मे छोड़ खाट पर लेट4जाता है ।
कस्तुरी उसके सिने पर सर रख देती है.......।
कस्तुरी----आज तुने तो मेरी हालत खराब कर दी।
सोनू--- साली .........जोर जोर से चिल्ला कर मज़े ले रही थी तू ।
कस्तुरी----- सच में सोनू ये तेरा लंड अगर दर्द देता है तो पुरा अध्मरा कर देता है .....और मज़ा देता है तो स्वर्ग की सैर करा देता है.....।
सोनू----अच्छा ठीक है......गला सुख रहा है .....थोडा पानी पिला।
कस्तुरी----- ठीक है मेरे राजा लाती हू.......।
और कस्तुरी पानी ला कर सोनू को देती है......सोनू पानी पिता है और कस्तुरी को बांहों में भर कर धीरे धीरे नींद की आगोश में चला जाता है........।
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