RE: Free Sex Kahani जालिम है बेटा तेरा
सीमा की सांसे बहुत तेज चल रही थी उसकी दोनो छतिया उपर निचे हो रही थी....... जिसे देख बेचन खुद को रोक नही पाता और सीमा के उपर लेट उसकी एक चुची अपने हाथ में ले कर जोर से मसल देता है.......।
सीमा----- आह .....बापू क्या करते हो, मुझे शरम आती है।
बेचन----- बेटी तू अपने बापू को गलत मत समझ.......लेकीन अगर तुझे पसंद नही तो रहने देता हू.........।
सीमा अपने बापू को दोनो हाथो से पकड़ लेती है..........।
सीमा----- बापू .......आप ना बड़े वो हो.......
बेचन सीमा की चुची को फीर से दबाकर----- क्या हूं बिटिया मै ।
सीमा---- आह .....बापू तू पहले आग लगाता है और फीर कहेता है की रहने दे अगर तूझे ठीक नही लगता तो........।
बेचन का लंड तो अंदर धोती में मस्त हो गया था ............।
बेचन----- बिटिया तेरी आग तो मै ऐसा ठंढा करूंगा की तू अपने बापू को भूल नही पायेगी ।
सीमा----- तो जल्दी कर ना बापू नही तो वो कमीनी दादी आ जायेगी ।
ये सुनते ही बेचन ने अपने कपड़े उतार फेंके उसका 6 इन्च का लंड तंतना कर खड़ा था ......जीसे देख सीमा पागल हो जाती है ......उसने पहेली बार लंड देखा था और वो भी अपने बापू का ।
सीमा---- हाय रे बापू ....... ये कितना बड़ा है।
बेचन सीमा के करीब अपना लंड ले कर जाता है.............।
बेचन------ जरा हाथ में ले कर देख तो सही मेरी लंगडी घोडी ।
सीमा बेचन का लंड हाथ में जैसे ही पकड़ती है उसका शरीर पुरा अंदर तक कांप जाता है ।
बेचन---- अब इसे हिला थोड़ा बेटी ।
सीमा बेचन के लंड को हिलाने लगती है ....... बेचन इतने जोश में था की उसने सीमा को नंगी कर दिया ।
सीमा के बड़े बड़े खर्बुजे जैसे चुचीया और उसकी मोटी गोरी गांड उसे पागल कर दीया ।
बेचन ने सीमा की चुचियो पर धावा बोल उसे आराम आराम से चूसने और दबाने लगता है ........... तभी एक अवाज उनके सारे जोश को ठंढा कर देती है......।
बेचन बेटा ........कहा है तू?
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